दिल के अल्फ़ाज़ love, betrayal and sad quotes in hindi written by kiran

दिल के अल्फ़ाज़ किरण की कलम और दिल से .....💔💝💕 
ये दिल भी बड़ा ही नाज़ुक होता हैं जरा सी बात पर टूट जाता हैं और जरा सी बात पर किसी और का हो जाता हैं. कहते हैं दिल के कई रगं रूप होते हैं. कभी ये हँसता है कभी रोता है .दिल कोमल भी होता हैं तो कठोर भी.
मेरे अल्फ़ाज़ और आपका दर्द 💔
दिल का सबसे बड़ा रिश्ता इश्क से होता हैं. जब किसी से मोहब्बत होती हैं तब दिल न अपने दिमाग की सुनता हैं ना ज़माने की सुनता हैं, बस मोहब्बत की धुन में रंग जाता हैं, और ये रंग जितना गहरा होता जाता हैं उतना ही दिल प्यार के रंगों से रंगीन हो जाता हैं.. 
प्यार की शुरुवात आखों से शुरू होकर और दिल देने पर खत्म होती हैं. दिल ही घर बन जाता हैं प्यार का, बस इसकी एक ही आरज़ू होती हैं. बस "वो" आँखों के सामने हो दिल के करीब हो. दिल तो बच्चा सा होता हैं. और बस यही कहता हैं नहीं चाहिए सारी दुनियां की खुशिया बस मुझे वो और उसका साथ चाहियें जिसके लिए अब मेरा दिल धड़कता है.अब ये धड़कन सिर्फ और सिर्फ उसकी हैं उसके बिना अब मैं किसी काम का नहीं.
वही प्यार में दिल शीशे की तरह  नाज़ुक होता हैं जरा सी ठोकर से टूटकर बिखर जाता हैं. और जरा सी बात पर बच्चे की तरह रुठ जाात है.
सच कहू तो प्यार में धोखा खाए दिल का बहुत बुरा हाल होता हैं. ना उसे भूख लगती हैं ना प्यास ना दिन में चैन मिलता हैं ना रातो को नींद आती 
हर वक्त आँखों की जगह आंसू दिल से निकलते हैं. 
Friends आज केे इस आर्टिकल में, "दिल" से जुडी हर वो बाते होंगी जो शायराना अंदाज़ लिखी हुये कुछ गम आपके कुछ मेरे होगें.
मेरे अल्फ़ाज़ का यह विशाल संग्रह आप को बेहद पसंद आएगा जिसमे आप को हर तरह के 
love, betrayal true love and sad quotes in hindi पढ़ने को मिलेगे.
दिल पर लाज़वाब शायरियां जो आप को बेहद पसंद आएगी, आप इसे Facebook or WhatsApp पर अपने दोस्तों और अपने प्यार को भी शेयर कर सकते हो...

Love and betrayal quotes in hindi with images 


‌☆ बहुत कोशिश की मोहब्बत का राज बयां ना हो लेकिन मुमकिन कहां था कि आग लगे और धुआ ना हो....

☆ जिंदगी गुजर रही थी दर्द के दौर से एक जख्म भरता नहीं और दूसरा आने से रुकता नहीं....!!


☆. टूटे हुए कांच की तरह बिखर गया हूं किसी को लग ना जाऊं... 
इसलिए सबसे दूर हो गया हूं...

☆.आंखें भी नम हो गई बातों के सिलसिले भी कम हो गए पता नहीं कौन सी गलती थी, वक्त बुरा था या हम बुरे थे जो हमें तन्हा छोड़ गए...


 ☆. यह अलग बात है कि वो मेरी किस्मत में नहीं है ,लेकिन उसके सिवा कोई और मेरे प्यार के काबिल नहीं...

☆.  तेरे इश्क की मेहरबानियां कुछ ऐसी रही कच्चे घड़े की तरह तुझे पाकर भी प्यासी रही..

☆. मेरी जिंदगी अब उस कब्रिस्तान की तरह है जहां लोग तो बहुत पर कोई मेरी सुनता नहीं....!!


☆. प्यार कब किसका पूरा हुआ है इसका तो हर अक्षर अधूरा है इम्तिहान तो इसमें राधा-कृष्ण 
का भी लिया है.....


☆.  इश्क किया है, कोई कतल नहीं हर सजा है मंजूर, पर उनसे बेवफाई नहीं....!!

☆. हमने तुम्हें चांद की तरह पूजा है जनाब ,लेकिन याद रखना साल में 1 दिन ग्रहण भी आता है....

☆. वो मुस्कुराहट को देखकर कुछ और ही समझ गए मेरी तो आदत है कांटों के साथ रहकर गुलाब की तरह खिलना....


☆. इश्क की कोई वजह नहीं होती यह तो बेवजह हो जाता है...


☆.  गुजर जाती है श्याम तेरे मधुशाला जाने के बाद भी पर रात फिकी सी लगती है तेरे आने के बाद भी.....


☆. प्यार तन से नहीं मन से करो 
जैसे कृष्ण ने राधा से किया....!!


 ☆. तेरे इश्क में ऐसी पागल हुई की चप्पल पहनना ही भूल गई....

☆. मेरी तो औकात क्या है इश्क ने इम्तिहान तो राधा कृष्ण का भी लिया है...


☆.  प्यार उसने भी किया प्यार मैंने भी किया बस फर्क इतना सा था उसने छल से किया, मैंने दिल से किया


☆. मांगने की अब आदत नहीं, 
जो मांगा खुदा से वो कभी मिला नही...

☆. हम नदी की तरह हर हाल में उनको पाने के लिए भाग रहे थे और वो समंदर की तरह किसी और नदी को भी गले लगा रहे थे....

☆.  इश्क तो राधा ने किया था जिसको कृष्ण की दूरियां भी मंजूर थी और रुक्मणी भी....

☆. तेरे इंतजार में ऐसी सूख गई
 जैसे कोई पेड़....!!


☆. पता नहीं कितने रातें उनकी याद में बिना सोए गुजार दी,और वह पूछ रहे हैं क्या तुम भी प्यार करते हो...!!


 ☆. इश्क आज भी करते हैं, एक दूसरे से हम ,ना वो हां करती, ना हम बयां करते...


 ☆. मैं तेरे इश्क में कुछ इस तरह पागल जैसे मीरा थी शयाम के लिए पागल....


☆. दूर रहकर भी मेरे दिल के पास हो तुम क्योंकि मेरी रूह का एहसास हो तुम....

 ☆..सच्चे प्यार का अंजाम अगर शादी ही होती तो रुकमणी की जगह राधा होती..


 ☆.तेरी निशानियां आज भी मेरे पास पड़ी है, कुछ किताबों में कुछ मेरी यादों में....


 ☆. रहती हूं किराए के मकान में सांसे चल रही हैं, पता नहीं कब निकल कर एक तरफ बैठ जाएंगी ,मिट्टी हूं मिट्टी में मिल जाऊंगी फिर भी खूबसूरती पर इतराती हूं, क्या करूं आदत नहीं थी मेरी मेरे चाहने वालों ने मेरी तारीफ इतनी कर दी इतराने की अब आदत सी बन गई...

 ☆.मेरे इश्क का कतल.कुछ ऐसे हुआ अपने भगवान को खुदा बता कर मुझसे अलग हुआ....!!


☆. तेरा इंतजार आज भी करती हूं क्योंकि तेरे नाम का सिंदूर हर रोज लगाती हूं....!!


 ☆. मेरे चाहने वालों की कतार बहुत बड़ी है बस दुख इस बात का है उस कतार में तुम नहीं हो...!!


☆. फिर से जीने की तमन्ना है जिंदगी खुदा से गुजारिश है मुझे अब किसी से मोहब्बत ना हो....!!


 ☆..ना मेरे प्यार में कुछ कमी थी ना उसके प्यार में कुछ कमी थी,
 बस मुकद्दर का कुछ खेल था
 शायद खुदा की कोई साजिश थी... 

☆.मेरी मजबूरियों को बेवफाई का नाम देने वाले सुना है, मेरी शायरी के दीवाने हैं....


☆. कुछ तो खास बात रही होगी ममताज के मोहब्बत में वरना कोई एक लाश के लिए यूं ही ताजमहल ना बनवाता...
☆. तू हर जगह खूबसूरती को ना तलाश कर हर पीली वस्तु सोना नहीं होती....

☆. जिसे चांद की तरह चाहने वाले हजारों हूं वह एक सितारे की चाहत क्या समझेगा साहब...

☆. जब जब मुझे लगा मैं तेरे लिए खास हूं तेरी बेरुखी ने यह बता दिया मैं झूठी आस हूं...

☆.ऐ खुदा इल्जाम किस पर लगाऊ अब तू ही बता जिंदगी में सताने वाले भी अपने थे और दफनाने वाले भी अपने थे...


 ☆..मुझे कांटों के साथ भी कुबूल हो तुम बस शर्त इतनी सी है दुनिया के सामने मेरी इज्जत रखना तुम.... 


☆. आदत नहीं थी मेरी तुझे पढ़कर देखने की 
प्यार तुम भी करते थे ...
प्यार हम भी करते थे...
 ना हां पहल तुमने की...
 ना हमने कि..
 वो अपने आप में थे, हम भी कम नहीं थे....
यूं ही कारवां चलता रहा कुछ दिनों बाद उसकी शादी किसी और के साथ थी और मेरी किसी और के साथ... 


☆. बहुत दिनों बाद समझ में आया जब तेरा हाथ किसी और के हाथ में था मैं तेरा टाइमपास था....


 ☆. तू अकेला ना छोड़ खुली किताब की तरह बेवक्त हवा का कोई झोंका आएगा पता नहीं क्या-क्या साथ ले जाएगा....


☆ . कोरा कागज थी कोरा ही रह गई तेरे इंतजार में तन्हा ही रह गई, काश तुम मिल जाते मेरी जिंदगी के कुछ पन्ने भी रंगीन हो जाते.... 

☆. मेरे दिल के बहुत करीब हो तुम और कुछ लिखने की जरूरत नहीं...

☆..बहुत दर्द है तेरे इश्क ने ,अब मुझे मेरे हिसाब से जीने दे, तेरा साथ रास ना आया अब मुझे गम के प्याले पीने दे....!!

☆. इतनी भी बेरुखी ना दिखाओ साहब ,प्यार किया है ,कोई कत्ल नही ...!!

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