शराबी पति को पत्नी कैसे सहन करे |शराबी वयक्ति से बहस से कैसे बचे | alcoholics family problem solution in hindi |

Tittle- शराबी को कैसे समझें-
शराबी इन्सान और पत्नी के लिए  इस समस्या से बाहर कैसे निकले- 
सभी शराबी वय्कितयो की पत्नियों पर कर्कश आवाज का वो हथियार है,  जो शराबी को और पिने के लिए  उकसाता है गुस्सा ,रोना, आँसू,बच्चो पर चिल्लाने अपने आप को सही ठहराना और बहुत कूछ,ये सारी शराबी के लिये जानलेवा  हथियार हम सब के पास है. 
जो शराबी की जीने की चाहत खत्म कर देते है. इस तरह का बर्ताव हमारा और शराबी का मान सम्मान समाज मे खत्म कर देता है।

ऐसा जुबान रूपी हथियार तो शराबी के पास तो पहले से ही मौजूद है ,और हम अपनी जुबान से और कडवे शब्दो का यूज करके उस हथियार को और तेजतर्रार बना देते है।
अब मेरा उन पत्नियों से अनुरोध है कि अपने जुबान और दिमाग से ये सारे औजार जिनका हम अब तक शराबी के लिए इस्तेमाल करते आये है,उनको अब हम अपने जीवन से निकाल दें।
नये औजार:-
अब हम शराबी के साथ नये औजारो का यूज करेंगे - जैसे - दयाभाव,प्यार, धैर्य , खुशी और उसे अच्छे बर्ताव और उसकी तारीफ ये सब जीवन मे शराबी में चेंज लाने के लिए बहुत जरूरी है,ये सब करके देखिए एक दिन बदलाव जरूर आयेगा...! और मेरा यह सुझाव आपके बहुत काम आयेगा।
हम अपनी अच्छी सोच को negative ko positive मे बदल सकते है. इनसान एक ऐसा प्राणी है जिसको अच्छे बुरे की समझ है।
अब हम शराबी के बारे मे अपने मन मे कभी बुरे विचार नही लायेंगे कयोंकि वह बीमार है उसे हमारे प्यार की जरूरत है ना की नफरत और प्रताडना की, ज्यादातर पिने वाले लोग दिल के बुरे नही होते, वो तो सिर्फ नशे के वश में होकर जुबान के कडवे होते है.
शराबी हमेशा अपनी फैमिली को  लेकर और लोगों से ज्यादा  inscoure होता है, क्योंकि वो हमे प्यार करते है ,पर अपनी बिमारी (पिने की  आदत )की वजह से टाईम नही दे पाते। शराबी को हमारे प्यार और अपनी फैमिली की जरूरत होती है जो हम शराबी गलत इन्सान मानकर वो प्यार नही दे पाते जिसकी वो हमसे उम्मीद करता है। फिर वह शराब को ही अपनी फैमिली और दोस्त मान लेता है।

कभी भी भुलकर भी शराबी इन्सान के साथ जानबूझकर लडाई झगड़ा ना करे। शराबी इन्सान पयार से बहुत जल्दी बात मान लेता है. वह हमारे तानों और ऊँची आवाज में बोलने से शराबी जयादा शराब की तरफ ही भागता है.
है ईश्वर मुझे और शराबी के लिए वो
औजार प्रदान कर जो मेरी मुशिकलो को पार करने में उपयोगी हो, जिनसे शराबी को कोई  नुकसान ना हो और हमे शहन करने की सहनशक्ति दे शराबी पति के साथ कैसे जिये और कैसे बर्ताव करे यह बहुत सारी औरतों की समस्या है और औरतें यही सोचती हैं क्या मेरे लिए शराबी के साथ जीना आसान है ?
यें सवाल बहुत सारी औरतों के दिमाग में आता है. जो इस समस्या से ग्रस्त है कई औरतें शराबी से तगं होकर मरने तक की सोच लेती हैं पर ऐसा सोचना भी अपराध है.
क्योंकि मरना किसी समस्या का हल नहीं और आपके पास इस बात की कोई गारंटी नहीं कि आपके मरने के बाद शराबी सुधर जाएगा और आप मरकर मोक्ष मिल जायेगा. हो सकता फिर किसी शराबी बाप के घर जन्म हो जाये।
उसको आप के मरने के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ता वह फिर भी पिऐगा ,ऐसा भी हो सकता है कि वो आपकी क्रिया का भी इंतजार ना करें
इसलिए शराबी के लिए कभी भी अपनी जान देने की ना सोचे।
शराबी का कुछ नहीं बिगड़ेगा आपके बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा क्योंकि उनको कोई मां नहीं मिलेगी।और यह भी हो सकता है ,शराबी को तो शायद कोई और औरत मिल भी जाए ,पर आपके बच्चों को कभी कोई मां नहीं मिलेगी।

अगर आप दूसरी शादी करने की भी सोचते हैं तो जरूरी नहीं दूसरा पति भी अच्छा इंसान हो। पर यह तो हो सकता है वह शराबी नहीं हो, लेकिन यह जरूरी नहीं कि वह एक अच्छा पति बन जाएगा। इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है.
शराबी पन की समस्या से निपटने के लिए हमें डरने की जरूरत नही है । हमें अपने और परिवार के लिए जीने का अधिकार है ।
अगर शराबी को पीने का अधिकार है तो फिर हम उसके लिए मरना क्यू.?
किसी भी समस्या का मरना हल नहीं भगवान ने जिंदगी जीने के लिए दी है ना कि शराबी के लिए जान देकर मरने के लिए.।
कुछ औरतें इस समस्या से तंग होकर अपने आप को और अपने बच्चों तक का खत्म कर लेती हैं। पर ये बात किसी समस्या का समाधान नहीं. सुसाईड करना कायरो का का है जिंदादीली का नही। 
सुसाईड करना एक ऐसा अपराध है शायद इसे भगवान भी माफ ना करें अपको ,आप अपने और बच्चों की जिंदगी को खत्म करने की सोचना, ऐसा भूल कर भी ना करे. संघर्ष का नाम जिंदगी है ,मौत का नही.

लोग तो इससे भी बुरी परिस्थितियों के साथ जीते हैं जिनकी बेटियों के साथ कुछ दरिंदे बलात्कार कर देते है, और फिर उन्हें मौत के घाट उतार देते,वो माँ बाप भी जिन्दा रहते है।  
फिर शराबी तो एक  बेसुध इन्सान है।
उसके बेहोश इन्सान के लिए क्यू मरना, उसको पिने के बाद कुछ पता ही नहीं है,जो होश में ही नहीं होता है उसके लिए क्यू मरना....?

उसको लेकर फिर इतनी परेशानी  क्यों मरने की सोचे आप सोच रहे होंगे यह कहना बहुत आसान है कि शराबी को झेलना और भी मुश्किल होता है ,पर मैं आप सबको बता दूं मैंने इस समस्या को बहुत ही करीबी से देख रखा है।
मैं बहुत अच्छे से समझ सकती हूं कि शराबीपन क्या होता है।क्योंकि मैंने शराबी को बहुत नजदीक से देखा हुआ है ... ।
तभी मैं इस टॉपिक पर बार-बार लिखती हूं।
जियो और जीने दो यह मेरे आप सबके लिए सुझाव है और फोलो भी करती हूँ, और आप भी फोलो करो।

मैं आप सबको यही कहूंगी कि अपने लिए जियो भगवान ने जिंदगी हमें जीने के लिए दी है ना कि लोगों को के लिए ,लोगों का क्या है ,अगर आप मर भी गए तब भी उनको कोई फर्क नहीं पड़ेगा। शराबी के साथ जीना ऐसा है जैसे फूलों का कांटो के बीच खिलना
जिस प्रकार फूल कांटो से दूर रहकर खिलाना नहीं छोड़ते 
उसी प्रकार हम शराबी से डर कर जीना नहीं छोड़ सकते
कभी कभी आप सबने देखा होगा जंगल में शेर के डर की वजह से और जानवर रहना नही छोड़ते क्योंकि उनको पता भी है शेर कभी ना कभी उनको खा सकता है,लेकिन फिर भी वो कभी जंगल नहीं छोड़ते क्योंकि जानवरों को भी पता है वो लोगों के बीच में नहीं रह सकते।
उनको रहना तो जंगल में ही है।
इसी तरह शराबीपन की समस्या ,हमारे लिए भी ऐसी ही है.।

अगर हम एक शराबी को छोड़ भी दें तो हो सकता है, हमारे जीवन में कोई और बुरी परिस्थिति आ जाए शायद हम उसको ना भी सहन कर पाए ,अगर किस्मत में दुख लिखा है वह किसी न किसी परिस्थिति में जरूर आ जाएगा तो इससे अच्छा है, शराबी को ही झेला जाए.
उसी को ही सहन करना सीख ले उसी के ही साथ जीना सीख ले । 
हमें तो भगवान ने सोचने समझने की बुद्धि दी है. हमसे तो अच्छे जानवर हैं जो शेर के डर से कभी जंगल नही छोड़ते।
फिर शराबी की समस्या को लेकर   क्यु रोना ,पिटना क्योंकि यही मानकर आगे बढना होगा गीता के अनुसार यह हमारे ही किसी बुरे कर्मों का हिसाब हो रहा है। 

अगर आपको मेरा यह लेख अच्छा लगे तो जो लोग इस समस्या  पीड़ित है ,उन को जरूर शेयर करे। हो सकता किसी को यह लेख पढकर भला हो जाये और वह इस समस्या से  सभल जाये ।
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