मिट्टी के बर्तन में दही जमाने के फायदे और गुण आइये हम जानते हैं कि कयू जयादा लाभदायक मिटटी के बर्तन में जमी हुई दही ।
मिट्टी के बर्तन की ताशीर ठंडी होती है और साथ मे इस बर्तन में किसी प्रकार का खाना बनाना या रखना कभी खराब नहीं होता है। मिट्टी के बर्तन दही जमाने वह बहुत ही गुणकारी बन जाती है।
आजकल आप ने देखा होगा बाजार से मिलने वाली दही प्लास्टिक के कप में मिलती है पर मेरा ये मानना प्लास्टिक का सामान हमारे खाने के लिहाज से किसी भी प्रकार से सही नही है। हम सब भी घर पर दही जमाने के लिए स्टील के बर्तन का उपयोग कर लेते हैं और कई फायदों को खो देते हैं।
मिट्टी के बर्तन में दही जमाने के इन फायदों को जानने के बाद आप घर पर भी इसी तरह दही जमाना शुरू करें . लेकिन उसके लिए कुछ बातों का ध्यान भी रखना जरूरी है।
किस समय जमानी चाहिए दही....?
कुछ लोगों का मानना है कि आपको सुबह के समय दही जमाकर शाम को नहीं खाना चाहिए. क्योंकि, इससे दही में गाढ़ापन और मिठास कम रह जाती है. आप गर्मियों में शाम 4-5 बजे के करीब दही जमाएं, जिससे रात के 10-11 बजे दही जम जाएगी. लेकिन अभी यह वक्त इसे खाने का नहीं है. आप इस दही को फ्रिज में रख दीजिए और अगले दिन आपको गाढ़ी और मीठी दही मिलेगी. सर्दियों में दही जमने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है।
Benefits------
मिट्टी के बर्तन में दही जमाने के फायदे:-
अगर आप मिट्टी के बर्तन में दही जमाते हैं, तो आपको बहुत और सवास्थय लाभ फायदे प्राप्त होते हैं.
मिट्टी के बर्तन में दही जमाने से आपको दही गाढी और मीठी दही मिलती है. क्योंकि, दही में मौजूद अतिरिक्त पानी को मिट्टी सोख लेती है।
जमाने के लिए उसे सही तापमान में रखना बहुत जरूरी है और मिट्टी का बर्तन एक सामान्य तापमान को बनाए रखने में मदद करता है।
जिससे बाहरी तापमान में उतार-चढ़ाव का दही पर कोई असर नहीं पड़ता है।
मिट्टी के बर्तन में दही जमाने से
उसमें मिट्टी का फ्लेवर आता है, जो कि खाते हुए बहुत अच्छा लगता है और वह खट्टी नही होती है।
मिट्टी में आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, सल्फर जैसे कई नैचुरल मिनरल्स होते हैं, जो दही में चले जाते हैं. जिससे दही ज्यादा स्वास्थ्य के लिए और जयादा गुणकारी होवर्धक हो जाती है।
आयुर्वेद के अनुसार
दही खाने से शरीर की पाचन शक्ति बेहतर होती है और इससे शरीर को विटामिन बी-12, विटामिन बी-6, आयरन, कैल्शियम जैसे कई पोषक तत्व मिलते हैं. दही के अन्दर हमारे पेट के लिए कई तरह के लाभकारी बैक्टीरिया भी मौजूद होते हैं।
इसलिए दही जामने के मिट्टी के बर्तन को सबसे उत्तम माना गया है
इसलिए अपने सवास्थय को धयान में रखते हुए दही को हमेशा किसी और धातू के बर्तनों की बजाय मिटटी या चीन्नी मिटटी के बर्तन में ही दही जमाये, कयोंकि हमारा सवास्थय ही सबसे बड़ा धन है।
Disclaimer:-----
यहां दी गई जानकारी किसी भी डाक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है। यह लेख आयुर्वेद द्वारा बताये गये ज्ञान के अनुसार लिखा गया है। मेरे उद्देश्य सिर्फ लोगों को सवास्थय के प्रति जागरूक करने का है।
0 टिप्पणियाँ