ताली बजाकर रोगों को कैसे ठीक करें | ताली बजाकर सवास्थय कैसे ठीक रखे | clapping benefits |

Tittle-ताली बजाने के  सवास्थय लाभ ताली बजाइए और रोगों को दूर भगाइए  यह एक बहुत पुरानी कहावत है।  हम सब लोग  जब भगवान की पूजा करते हैं और नाम, जप, और भजन करते  समय लयबद  ढंग से खूब ताली बजाते हैं। ऐसा करने से  ताली भी जोर से बज जाती है और रोग भी दूर भाग जाते है। ताली  बजाने से शरीर के रोगों के ठीक करने के साथ ध्यान लगाने के लिए अति उत्तम साधन है।

ताली बजाने की विधि---

 ताली को पूरी शक्ति से बजाएं तो यह अति उत्तम माना जाती है। ताली  जितनी तेजी से बजा सकते हैं बजाएं, इसमें कोई हानि होने की संभावना नहीं है। ऐसा करने से लाभ ही लाभ है।
 ताली बजाने के लाभ-

 ताली बजाने से शरीर के अधिकतम पवाइंट पर प्रेशर  पड़ता है । खासकर वह पवाईट हाथों में होते हैं। ताली बजाने से हाथों के एक्यूप्रेशर केंद्रों पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है और हमारा शरीर निरोग होने लगता है।
ताली बजाने से  रक्त का संचार बढता है तथा हमारा दिल अधिक क्षमता से दौड़ता है। यह विधी पैरों के एक्यूप्रेशर केंद्रों को भी शक्ति प्रदान करता है। जिससे हमारा शरीर निरोग बना रहता है।
 ताली बजाने से हमारे खुन में मौजूद  श्वेतरक्त कण सक्षम तथा सशक्त बन जाते हैं।  जिससे रोगो से लड़ने के लिए  शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती हैं,  और हम निरोगी होने लगते हैं। पूरे शरीर में ताली बजाने से शक्ति संचार बढ़ता है, और शरीर  के संचालन को व्यवस्थित रखने तथा शरीर को रोग मुक्त रखने के लिए यह एक विशिष्ट साधन है।
 
तनाव कम होता है-

मन और शरीर का मजबूत होना जरूरी है, और ताली मन और शरीर को मजबूत करने का एक बहुत ही उपयोगी और प्रभावी तरीका हो सकता है। जब आप सुबह-सुबह ताली बजाकर अपने शारीरिक और मानसिक पहलुओं को उत्तेजित करते हैं, तो यह आपको पूरे दिन सकारात्मक और उत्साहित मूड में रखता है।

सकारात्मक सोच बढ़ती है-

ताली बजाना उत्सव, पावती, प्रशंसा, प्रोत्साहन और मान्यता के लिए एक प्रतीक और इशारा माना जाता है। पूजा के समय भी, कुछ लोग ऐसे होते हैं जो भगवान के भजन गाने का अभ्यास करते हैं, और इसके साथ हाथों से ताली भी बजाते हैं। इससे एक सकारात्मक वातावरण बन जाता है जो किसी की ऊर्जा और स्पंदन को ऊपर उठाती है। चाहे खेल खेलने की बात हो या प्रदर्शन देखने की, ताली का इस्तेमाल सकारात्मक प्रतिक्रिया को दर्शाने के लिए किया जाता है।”

 सहज योग साधना-
ताली दुनिया का सर्वोत्तम एवं सरल सहज योग है और प्रतिदिन यदि नियमित रूप से ताली बजाई जाए तो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को सुलझाया जा सकता है। प्रतिदिन अगर नियमित रूप से 2 मिनट भी तालियां बजाई जाएं तो फिर किसी हठयोग या आसनों की जरूरत नहीं रहेगी।

दिल के लिए लाभदायक-

ताली बजाने से रक्त में मौजूद कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। इससे रक्तसंचार भी बेहतर होता है, जिससे खून की चाल तेज होती है और कोलेस्ट्रॉल कम होने में मदद मिलती है।

इसलिए जब भी आपको समय मिले भजन कीर्तन करते समय ताली जरूर बजाय, क्योंकि ताली के साथ भजन करते हुए साथ साथ हम अपने शरीर की बीमारियों को भी ठीक कर सकते हैं। ताली बजाने से हमारे एकयुपेरशर  पॉइंट बहुत आसानी से दब जाते हैं।  पूजा भी हो जाएगी और साथ में शरीर भी स्वास्थ हो जाएगा इसलिए ताली
बजाएं और स्वस्थ रहें।
क्योंकि इस प्रकार की क्रिया करने से हमारा धन कुछ भी खर्च नहीं होता और हम स्वस्थ रह सकते है। आजकल शहरों में  खुलें हवादार पार्को में  बहुत सारे लोग ताली बजाकर और खुलकर हंसने वाला योग करते हुए  बहुत ही जगह पर देखने को मिल जाते है।
 इसलिए जब भी समय मिले ताली बजाने का अभ्यास अवश्य करें यह एक तरह के योगासन भी माना जाता है।

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