Motivationl stories | सफलता के लिए प्रेरणादायक कहानी | inspirational stories |

MOTIVATIONL STORY in hindi 
TITTLE:- अनपढ़ आदमी भी बुद्धिमान हो सकता ....( FIRST STORY ) 

एक बार एक आदमी सड़क के किनारे समोसा बेचा करता था। 
वह अनपढ़ होने के कारण अखबार नहीं पढता था। उसको उँचा सुनने की वजह से रेडियो भी नहीं सुनता था और आंखे कमजोर होने की वजह से उसने कभी टीवी नहीं देखा था। इसके बावजूद वो काफी समय से समोसा बेचकर  बहुत पैसा कमा रहा था। और लगातार उसकी समोसो की बिक्री में बढ़ोतरी होती गई और समोसो के लिए आलू ज्यादा खरीदने शुरू कर दिये , साथ में पहले वाले ठेले से बड़ी दुकान खरीद ली और अपना व्यापार बढ़ाने की सोचने लगा ,तभी हाल में ही कॉलेज से डिग्री हासिल करने के बाद उसका बेटा उसका हाथ बढाने के लिए साथ काम करने लगा ।और तभी एक बड़ी घटना घटी दुनिया बड़ी मंदी के दौर से गुजर रहा था ।इस बात की सारी जानकारी बेटे ने अपने पापा को दी । आदमी ने सोचा मेरा बेटा कॉलेज से बड़ी डिग्री हासिल कर आया है, अखबार पढ़ता है ,टीवी देखता है इसलिए उसकी राय उसके हल्के में नहीं लेनी चाहिए ।
इस बात को गंभीरता से सोचना चाहिए दूसरे दिन आदमी ने अपने बेटे के कहने से आलू की खरीद कम कर दी और अपना साइन बोर्ड जो लगाया था वो उतार दिया ।अब उस आदमी का अपने बेटे की बात सुनकर जोश खत्म हो चुका था ।
जल्दी ही उसकी दुकान पर आने वाले ग्राहकों की तादाद घटने लगी और उसकी बिक्री तेजी से गिरने लगी।
इस तरह बेटे बातें सुनकर अपना कारोबार ठफ कर लिया सिर्फ यही सोचकर बेटे ने जयादा पढाई कर रखी है  और कहीं में मंदी के दौर मे ज्यादा नुकसान ना कर लू और इस तरह  अपना जमा हुआ काम अपने बेटे की बातों में आकर काम बंद कर दिया। 
इस कहानी ये यह शिक्षा मिलती है 
कि वह अनपढ़ आदमी अगर इस पढ़े-लिखे  बेटे की बात इस तरह ना सुनता तो अपने काम में लगा रहता तो उसका काम कभी गिरावट में ना आती ।
क्योंकि कभी समोसे खाने वालों की तादाद कम नहीं होती ।
और इस तरह से उसके पढे-लिखे बेटे  ने थोडा सा ज्ञान अखबार से बटोर कर ने अपने पापा का काम ठप करवा दिया।
 सिर्फ पढ़े-लिखे बेटे की बात मानकर जरूरी नहीं है कि पढ़ा लिखा इंसान ही बुद्धिमान हो कई बार अनपढ़ आदमी भी बुद्धिमान हो सकता है।

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हम अपनी सोच के अनुसार खुद को आत्मसंतुष्ट करने वाली भविष्यवाणियां कर लेते हैं।
 इंसान ज्यादा बुद्धिमान होने के बावजूद भी कुछ फैसले खुद कर सकता है ,अपना सलाहकार सावधानी से सुनिए लेकिन अमल अपने ही फैसले पर करिए।
 आपने देखा होगा कई लोग ज्यादा पढ़े लिखे होने के बावजूद भी चलता फिरता विश्वकोर्स माने जा सकते हैं पर दुख की बात है कि इसके बावजूद भी नाकामयाबी की जीती जागती मिसाल होते हैं।

पुस्तकें पढने से जरूरी नहीं है कि किसी बात का ज्ञान हो जाये कुछ कामों करने के बाद ही ज्ञान होता है।
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TITTLE:- बुद्धि की परीक्षा  (second story )

एक बार एक राजा की बेटी ने शादी करने के लिए होने वाले पति की बुद्धि की परीक्षा ली कुछ अनोखे तरीके से ली अपने पिता महाराज से कहने लगी कि पिता जी मै पहले इस राजा की बुद्धि की परख करना चाहती हूँ अपने तरीके से उसके पिता जी ने उसे इजाजत दी। तब राजा की बेटी रानी बनकर दो फूलों की माला लेकर उस राजा से मिलने गई तो जिससे उसकी शादी तय की हुई थी। रानी ने अपने हाथो में फूलो की दो माला लेकर आयी। एक माला असली फूलो की थी और दूसरी माला नकली फूलो की थी। जो दोनों देखने में एक जैसी थी।
रानी ने पूछा, “राजा साहब से पुछा  बताइये कोन सी माला असली फूलो की हैं और कोन सी नकली फूलो की हैं।”
राजा थोड़ी देर चुप रहे। उसने खिड़की के बाहर कुछ भँवरे को देखा। वो गुलाब के फूलो पर बैठै थे, राजा ने सिपाही को आदेश दिया कि जाऔ महल की सारी खिड़कियाँ खोल दो।
सिपाही ने राजा की आज्ञा का पालन किया। सारे भँवरे खिड़की से होकर महल के अंदर आ गये। भँवरे जाकर असली फूलो वाली माला के ऊपर बैठ गये। अब सभी को पता चल गया कि कोन सी माला असली हैं। महाराज की बेटी ने राजा की बुद्धिमानी की तारीफ की। और इसी बात पर उस रानी ने उस राजा के साथ शादी कर ली।



TITTLE:- बुुुद्धिमान इन्सान ( third story )


एक गाँव में एक बुद्धिमान व्यक्ति रहता था। उसके पास 18 घोड़े थे। एक दिन उसकी मृत्यु हो गयी।उस   मृत्यु के पश्चात वसीयत पढ़ी गयी। जिसमें लिखा था - मेरे 19 घोडो में से आधे मेरे बेटे को, उसका एक चौथाई मेरी बेटी को, और उसका पांचवाँ हिस्सा मेरे नौकर को दे दिए जाएँ। सब लोग चक्कर में पड़ गए कि ये बँटवारा कैसे हो ?
19 घोड़ो का आधा अर्थात एक घोड़े को काटना पड़ेगा, फिर तो घोडा ही मर जायेगा। चलो एक को काट दिया तो बचे 18 उनका एक चौथाई साढ़े चार- साढ़े चार फिर सब बड़ी उलझन में थे। फिर पड़ोस के गांव से एक बुद्धिमान व्यक्ति को बुलाया गया। वह बुद्धिमान व्यक्ति अपनी समझ और सुझबुझ के लिए बहुत famous था । वह आदमी अपने घोड़े पर चढ़ कर आया और समस्या सुनी, थोडा दिमाग लगाया, फिर बोला इन 19 घोडो में मेरा भी घोडा मिलाकर बाँट दो।
सबने पहले तो सोचा कि एक वो पागल था, जो ऐसी वसीयत कर के चला गया, और अब ये दूसरा पागल आ गया जो बोलता है कि उनमें मेरा भी घोड़े मिलाकर बाँट दो। फिर भी सब ने सोचा बात मान लेने में क्या हर्ज है। अब टोटल घोड़े 20 हो गये 
20 का आधा 10 बेटे को दे दिए।
20 का चौथाई 5 बेटी को दे दिए।
20 का पांचवाँ हिस्सा 4 नौकर को दे दिए, 10+5+4=19  और एक बच गया वो घोडा बुद्धिमान व्यक्ति का था वो उसे लेकर अपने घर आ गया। इस प्रकार उस आदमी ने अपनी बुद्धि के बल पर उस परिवार की वसीयत का बंटवारा करवा दिया। 



Last thoughts-

 आज के इस लेख में मेरी तीनों कहानियां बुद्धि के ऊपर हैं, अगर इंसान के पास बुद्धि है तो तो वह गरीब होते भी किसी अमीर से कम नहीं है ,और अगर इंसान के पास बुद्धि ही नहीं है तो वह धनवान होते हुए भी निर्धन है, इसलिए भगवान से जब भी मांगो अपने लिये चाहे अपने परिवार के लिए बुद्धि मांगो। 
 क्योंकि इंसान अपनी बुद्धि के बलबूते पर बहुत कुछ कर सकता है। अगर आपको यह कहानियां अच्छी लगी हो तो आप अपने चाहने वाले और दोस्तों को जरूर शेयर करें क्योंकि इस तरह की कहानियां पढ़ने से पोजिटव उर्जा का बल मिलता है, और कुछ करने के लिए प्रेरणा मिलती है।
Thankyou everyone please follow me 






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