Tittle-गर्भपात से बडा कोई पाप नहीं हो सकता और बेटी से किमती कोई उपहार नहीं हो सकता।
आज मैं आपके साथ बेटियों के लिए एक विशेष लेख लेकर आई हूं, जिसमें भ्रूण हत्या और बेटियों को लेकर जो हमारे समाज की नकारात्मक सोच है उसे खत्म करे और हर लड़की को जन्म लेने और जीने का अधिकार दे ।
गर्भपात एक महापाप है-
गर्भपात करवाना दुनिया में सबसे बड़ा पाप है । गर्भपात अर्थात भ्रूण हत्या करवाने वाले अधिकांश व्यक्ति इस भ्रम के शिकार हैं कि गर्भपात के तीन चार माह बाद ही गर्भस्थ शिशु के प्राणों का संचार नही होता है। इससे पहले केवल वह मांस का पिंड ही होते हैं जिसमें जीव नहीं होता, यह केवल एक भ्रम है व दुराचार है। जैसे कि पहले बताया गया है कि बिना जीव के विकास के असंभव है गर्भधारण के समय ही पुरूष के शुक्राणु का स्त्री के डिबं से मेल होते ही एक नया जीव अस्तित्व में आ जाता है। उसी क्षण स्त्री व पुरुष गुणसूत्रों का मेल होते ही उसमें जीव के व्यक्तित्व की ऊंचाई, बौद्धिक स्तर, ब्लड ग्रुप,आदि निश्चत हो जाते हैं। मां की कोख में बिताया हुआ 9 वर्ष का समय जीव के निरंतर प्रगति की कहानी है।
वैज्ञानिकों के अनुसार यह प्रगति निम्न प्रकार से होती हैं पहले सप्ताह शैल्श का बंटवारा होता रहता है। एक नई जिंदगी मां की कोख में अपना स्थान बना लेती है वह एक नया पैदा हुआ जिव विकसित होने लगता है।
दूसरा सप्ताह.....
माता द्वारा किए गए भोजन से नया जीव पोषण पाने लगता है, उंगलियों पर नाखून होने लगते हैं। अब उसे केवल बढ़ने की आवश्यकता होती है।
तीसरा सप्ताह :- इस अति सूक्ष्म प्राणी की आंखें ,रीढ, मस्तिक स्पाइनल कोई नर्वस सिस्टम के बड़े पेट, जिगर और गुर्दे आदि का निर्माण प्रक्रिया आरंभ हो जाती है। इस प्रकार उसके हर महीने कुछ ना कुछ बढता रहता है और धड़कन आने के बाद पूरा शरीर बन कर 7 महीने तक लगभग तैयार हो जाता है, और इसमें बच्चे का लिंग का पता भी लग सकता है ।
अब बच्चा अपने अंग हाथ पाव हिलाता है और गुदगुदाने से बच्चे में प्रतिक्रिया होती है । 8 सप्ताह बच्चा स्पर्श व दर्द का अनुभव करता है। मुट्ठी बंद कर सकता है,व सोने की क्रिया करने लगता है। किसी वस्तु को छुए जाने पर उसे बचने का प्रयत्न करता है। उसकी दिल की धड़कन अल्ट्रासोनिक स्टैथोस्कोप पर सुनी जा सकती है। उसके अंगूठे की छाप वैसी ही होती है जैसे 80 वर्ष की उम्र में होगी।
महाभारत के अभिमन्यु की घटना से प्रभावित होकर कई देशों ने इस परीक्षण को सफल करने के लिए सबसे पहले उड़ीसा सरकार ने गर्भवती माताओं को अपने गर्भवती शीशू को गर्भ में ही शिक्षा देने का कार्यक्रम प्रारंभ करने का काम शुरू किया है।
यह प्रोग्राम नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हैबिटल मैनेजमेंट भुवनेश्वर के द्वारा शुरू किया जा रहा है ।जिसके अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को चौथे व 5 महीने से शिक्षित किया जाएगा। डाकटरो के अनुसार इस समय भ्रूण का मस्तिष्क इतना विकसित हो चुका होता है कि वह मां के द्वारा विभिन्न संकेत प्राप्त कर लेता है। साधारण शब्दों में ये कहा जा सकता है कि मां वह गर्भवती बच्चे के मस्तिष्क में एक ऐसे सामंजस्य स्थापित हो जाता है कि वह मां के मस्तिष्क में जो विचार बनते हैं वह सभी गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क में अपनी छाप बना देते हैं ।उदाहरण स्वरूप एक गर्भवती माँ एक कार या स्कूटी चलाने वाली गर्भवती मां अनजाने में अपने शिशु को सुरक्षित वाहन चलाने का विज्ञान सिखा देती है ।
गर्भपात यानी जीवित मनुष्य की हत्या है । इस बुरे काम से खुद भी बचो और दुसरो को भी बचाओ।
अपने द्वारा पैदा किए गर्भ की अपने ही द्वारा हत्या करना इससे बढ़कर क्या कोई पाप हो सकता है। जन्म से पहले हिंसा गर्भपात यह कैसा न्याय है, कलयुग की देखो चतुराई हत्या कर रहे है और रहे कि बच्चे की करवाई सफाई ।गर्भपात से बढ़कर कोई पाप नहीं कोई अपराध नहीं, यह एक बहुत बडा अन्याय है कि जन्म से पहले ही किसी जीव जान लेना।
एक बार सोचो बाहर मारो तो हत्या पेट के भीतर मारो तो केवल सफाई ?
ब्रह्म हत्या से जो पाप लगता है उससे दुगना पाप गर्भपात कराने से लगता है। ऐसा हमारे शास्त्रों में लिखा गया है । गर्भपात इतना बड़ा पाप है यदि अन्न पर गर्भपात करने वाले की दृष्टि भी पड़ जाए तो अन्न अभक्ष्य हो जाता है। एक बार अवश्य सोचो आप अपने मास या उससे भी कम उम्र के लड़के यह लड़की को अपने हाथों से या अन्य वयकित द्वारा सुकोमल प्यारी सी नन्ही सी जान को काट काट कर जान से मार कर बाहर निकाल सकते हैं। काटने की कटवाने की सोच भी सकते हैं,तो फिर उस प्यारी सी जान को गर्भ के अंदर कटवा देने का फैसला कैसे कर लेते हो। जितना हमें बाहर कुछ कट जाने से तकलीफ होती है उतना ही उस छोटी सी नन्ही सी जान को पेट में कटवाने पर होती है, और यह मत सोचो यह कर्म हमें ही भुगतना नहीं पड़ेगा। अब नहीं तो अगले जन्म में इसका बुरा फल हमें अवश्य मिलेगा। सन्त कहते है कि ब्रह्महत्या जैसा कोई महापाप नही है इससे बड़ा दुनिया मे कोई अपराध नहीं है। इसलिए ऐसा करने से पहले बहुत धयान से सोचे कि हम यह बुरा कर्म करे ना किसी और को करने की सलाह दे।
1.कानून और सरकार का फैसला -
अब मेरे देश की सरकार बहुत जागरूक हुई और ऐसे गर्भपात पर रोक लगी है। गर्भपात करवाना अब कानूनी जुर्म है ।कुछ समय पहले मुझे बहुत अच्छे से याद है लगभग 20 साल पहले लोग लड़कियों को तो पैदा ही नहीं होने देते थे जैसे ही पता चलता तक गर्भ में लड़की है तो बड़े गर्व से बताते थे कि लड़की थी और सफाई करवा दी। शुक्र है भगवान का कि मेरे देश की सरकार कोई सूझबूझ आई है और इसको कड़ी कार्रवाई और सखत कानून से इस काम को बंद किया है। वरना जिस तरह से लड़कियों की सफाई करवाई जाती थी शायद हम लड़कियों को देखने के लिए तरस जाते ।बच्चा लड़का हो या लड़की दोनों एक समान होते हैं इसलिए यह बुरा कर्म कभी मत करें जिस जीव ने गर्भ में पैर पसार लिए उसको जन्म जरूर लेने दे ।
Special quotes for daughters-
1. बेटी वो फूल है जो हर आंगन में नहीं खिलता , वो सिर्फ किस्मत वाले लोगों के घर में खिलता है .!!
3. बेटियों हमारे समाज का भविष्य है..!
4. कोई परिवार तब तक ही खुश रह पाता है, जब तक की ये बेटिया खुश रह पाती है...!
5. बेटे तो सिर्फ एक घर चलाते है लेकिन बेटिया दो दो घरो को स्वर्ग बना देती है...!!
6. हर बेटी के भाग्य में पिता होता है, पर हर पिता के भाग्य में बेटी नही होती…!!
7.माँ की परछाई और पिता का ख्वाब हो तुम,
काँटों के बिच खिलता हुआ गुलाब हो तुम,
तुम सिर्फ बेटी नहीं अपने माता पिता की जान हो तुम..!!
8 . बेटी माँ का अभिमान और पिता का गुरूर हो तुम ...!!
9. बेटी कुदरत का दिया हुआ एक अनोखा उपहार है, जो हर किसी की किस्मत में नहीं होता ...!!
10. मेरा बेटी होना ही सबसे बड़ा गुनाह हो गया, कभी दहेज, कभी भूर्ण हत्या की बलि मेरी दी गई
एक औरत ही एक औरत को कोख में दफ़न करती रही ..!!
11. जो लोग इस जन्म में बेटी को कोख में मार देते है, वही लोग अगले जन्म में बैऔलाद रहते है...।
12. माँ की परछाई, बाप का नुर हु मै, पर कुछ लोगों की नज़रों में आज भी कसूरवार हू मै...!!
13. माँ दान दहेज थोड़ा कम दे देना ,पर पेट में मरवाने वालों के लोगों का साथ कभी मत देना ...!!
14. बेटी माँ और परमात्मा का दुसरा रूप है ..!!
13. माँ दान दहेज थोड़ा कम दे देना ,पर पेट में मरवाने वालों के लोगों का साथ कभी मत देना ...!!
14. बेटी माँ और परमात्मा का दुसरा रूप है ..!!
15. जो लोग बेटियों को दिल खोलकर दान देते हैं, भगवान उन्हें हर चीज में दुगनी बरकत देता है...!!
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Posted by-kiran
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