मध्यवर्गीय परिवार का बेटा सुंदर पिचाई ने पूरे देश का नाम रोशन किया है। दुनिया की सबसे बडी कंपनी गूगल का सीईओ है ।यह हर भारतीय के लिए गौरव की बात है ।दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी गूगल के सीईओ के पद पर सुशोभित हैं ।इस बात को मानना होगा,अगर इंसान मेहनत करें तो जिंदगी में कुछ भी पाना नामुमकिन नहीं ।हर उस चीज को हासिल कर सकते हैं जिस चीज के लिए हम सपने देखते हैं और इसी सपने को सुंदर पिचाई ने भी इस बात को सच साबित करके दिखाया है। वह अपनी मेहनत के बलबूते पर और होनहार बुद्धि होने के कारण सुंदर पिचाई का नाम आज गुग्गुल पर सर्च करते ही आखों के सामने आ जाता है। जिसे लोग आज chrome का आविष्कारक भी कहते है।
आज के इस लेख में सुंदर पिचाई के बारे में और उनके द्वारा कहे गए और बोले गए कुछ ऐसे सुविचार जो किसी के जीवन के भी लिए प्रेरणा बन सकते हैं अगर आपको उनके विचार और उनकी तरह सफल होने का जनून हो तो उनके विचारों को और उनकी तरह मेहनत और लगन को जरूर अपनाएं।
सुन्दर पिचाई के motivational Quotes in hindi ( सुन्दर पिचाई के सुविचार )
Quotes. 1
अपनी सीमाओं से निकलकर आगे बढ़िया- सुंदर पिचाई (sunder pichai)
Quotes 2.
जीवन में प्रतिक्रिया देने के बजाय जवाब देना सीखे- सुन्दर पिचाई
Quotes 3.
यदि आप एक सच्चे लीडर हैं तो आप सिर्फ अपनी सफलता पर ध्यान देने के साथ दूसरों की सफलता पर ध्यान देना जरूरी है.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 4.
आप कुछ बार विफल हो सकते हो लेकिन यह ठीक है आप कुछ सार्थक प्रयास करते हैं तो आप बहुत कुछ सीखते हैं.
सुंदर पिचाई :- Sundar Pichai
Quotes 5
एक व्यकित जो खुश है वह इसलिए नहीं कि उसके जीवन में सब कुछ सही है वह खुश है क्योंकि उसके जीवन में हर चीज के प्रति उसका दृष्टिकोण सही है.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 6
अपने सपनों को पाना और दिल की सुनना महत्वपूर्ण है कुछ ऐसा करें जो आपको उत्साहित करें.
सुंदर पिचाई :-(Sundar Pichai)
Quotes 7.
ऐसे लोगों के साथ काम करना हमेशा अच्छा होता है जो आपके अपने बारे में असुरक्षित महसूस कर आते हैं इस तरह आप लगातार अपने हाथों को आगे बढ़ाते रहो.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 8
अपने आप को असुरक्षित महसूस करने ना दें,यह आपको व्यक्तिगत रूप से विकसित होने में मदद करेगा.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 9
अपने सपने के लिए जीऔ और अपने दिल की सुनो उन सभी कामों को अपना उद्देश्य बनाओ जो तुम्हें उनको करने के लिए उत्साहित करें.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 10
गूगल के बारे में यह सार है कि यह लोगों को सूचनाएं देता रहता है.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 11
. गूगल पर हमारे द्वारा किए गए कार्यों के लिए हमारे पास एक महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण है हम इसे अपनी भाषा में मुन शोटस कहते हैं.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 12
हम सभी उन कार्यों को करने पर फॉक्स करते हैं जिनसे अरबों लोग प्रतिदिन करते हैं .
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 13
जीवन में प्रतिक्रिया देने के बजाय जवाब देना सीखे.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 14
.मोबाइल जगत में कई शक्तिशाली पुरुष और महिलाएं कार्यरत है और मैं भाग्यशाली हूं कि मैं इस मुहिम का एक हिस्सा हूं लेकिन मैं ऐसा कभी नहीं सोचता कि मैं एक शक्तिशाली पुरुष हूं.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 15
मैं ऐसे उत्पादों को विकसित करने के प्रति सदा उत्साहित रहता हूं जो कि जीवन को बेहतर बनाता है और खुद से उम्मीद करता हूं ऐसा आने वाले दशकों तक करता रहूंगा.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 16
15.लैरी पेज कहते हैं कि यदि आप कठिन चीजों पर कार्य करता है तो इसमें आप बेहतर साबित होते हैं क्योंकि इसमें आसपास आपके जैसा प्रतिस्पर्धा नहीं होती
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes 17
हो सकता है कि आप असफल हो रहे हैं लेकिन यह ठीक है क्योंकि आप सही प्रयास कर रहे हैं जिनसे आप बहुत कुछ सीखते हैं.
सुंदर पिचाई | Sundar Pichai
Quotes18
मैं गुप्त परियोजना पर काम करता हूं जो हर दिन मेरे 24 घंटे में 4 घंटे और बढ़ा देता है यह सब कुछ टाइम मशीन जैसा है।:----सुंदर पिचाई
सुन्दर पिचाई का जीवनी :---'
नाम- सुंदर पिचाई पुरा नाम पिचाई सुंदराजन
जन्म- 10 जून, 1972
जन्म स्थान- मदुरै तमिलनाडु भारत
नौकरी - अमेरिकी व्यवसायी हैं अल्फाबेट कंपनी के सीईओ( CEO) और उसकी सहायक कंपनी गूगल एलएलसी के सीईओ हैं। गूगल ने अपनी कंपनी का नाम अल्फ़ाबेट में बदल दिया। इसके बाद लेरी पेज ने गूगल खोज नामक कंपनी का सीईओ सुंदर पिचाई को बना दियाऔर स्वयं अल्फाबेट कंपनी के सीईओ बन गए।सुन्दर पिचाई ने गूगल सीईओ का पद ग्रहण 2 अक्टूबर, 2015 को किया। 3 दिसंबर, 2019 को वह अल्फाबेट के सीईओ बन गए।
शिक्षा-आईआईटी खड़गपुर B.Tech.
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय -एम एस
जन्मभूमि •••••••
पिचाई का जन्म मदुरै, तमिलनाडु, भारत मे तमिल परिवार में माँ लक्ष्मी और पिता रघुनाथ पिचाई के घर हुआ,उनकी मां लक्ष्मी एक स्टेनोग्राफर थीं और पिता रघुनाथ पिचाई ब्रिटिश समूह के जीईसी में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। सुंदर के पिता का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट था जहा इलेक्ट्रिक कॉम्पोनेंट बनाए जाते थे। सुन्दर ने जवाहर नवोदय विद्यालय, अशोक नगर, चेन्नई में अपनी दसवीं कक्षा पूरी की और वना वाणी स्कूल, चेन्नई में स्थित स्कूल से बारहवीं कक्षा पूरी की,पिचाई ने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से अपनी बैचलर डिग्री अर्जित की उसके बाद उन्होने M,S विज्ञान में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय और इंजीनियरिंग और पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से एमबीए किया है.
वह 2004 में गूगल में आए। जहाँ वे गूगल के उत्पाद जिसमें गूगल क्रोम, क्रोम ओएस शामिल है। शुरुआत में वह गूगल के सर्च बार पर छोटी टीम के साथ काम करते रहे। इसके बाद उन्होंने गूगल के कई और प्रोडक्ट पर भी काम किया है। उन्होंने जीमेल और गूगल मैप्स जैसे अन्य अनुप्रयोगों के विकास की देखरेख की। इसके बाद वह गूगल ड्राइव परियोजना का हिस्सा बने। इसके बाद वह अन्य उत्पाद जैसे जीमेल और गूगल मानचित्र, आदि का हिस्सा बने। इसके बाद वह 19 नवम्बर 2009 में क्रोम ओएस और क्रोमबूक आदि के जाँच कर दिखाये। वह इसे 2011 में सार्वजनिक किया।
Google के CEO सुंदर पिचाई को किसी परिचय की मोहताज नहीं है। उनकी सफलता की कहानी किसी के लिए प्रेरणा बन सकती है।उनका पालन पोषण बहुत ही गरीब परिवार में हुआ है चेन्नई में एक साधारण जीवन जीने से लेकर अपने देश का नाम रोशन करने तक, वह लोगों के लिए एक अच्छा उदाहरण है। हम सब उसकी सफलता के बारे में जानते हैं, लेकिन उस औरत के बारे में बहुत कम लोग जानते है जो उनके साथ खड़ी थी और हमेशा उसका मनोबल बढाती और उसका समर्थन करती थी, जी हां, हम बात कर रहे हैं उनकी पत्नी अंजलि पिचाई की। उनकी प्रेम कहानी भी उन्हीं की तरह प्यारी और सरल थी। सुंदर एक मध्यम वर्गीय परिवार से थे।वह चेन्नई में रहते थे और एक साधारण जीवन जीते थे, सुंदर ने खडकपुर से पढ़ाई कर रहे थे और वहां उनकी मुलाकात अंजलि से हुई वो दोनों एक ही क्लास में पढते थे और वो अच्छे दोस्त बन गए और फिर दोनों ने शादी कर ली। अंजलि और सुन्दर पिचाई के दो सुन्दर से बच्चे है, काव्या और किरण है।
जन्म- 10 जून, 1972
जन्म स्थान- मदुरै तमिलनाडु भारत
नौकरी - अमेरिकी व्यवसायी हैं अल्फाबेट कंपनी के सीईओ( CEO) और उसकी सहायक कंपनी गूगल एलएलसी के सीईओ हैं। गूगल ने अपनी कंपनी का नाम अल्फ़ाबेट में बदल दिया। इसके बाद लेरी पेज ने गूगल खोज नामक कंपनी का सीईओ सुंदर पिचाई को बना दियाऔर स्वयं अल्फाबेट कंपनी के सीईओ बन गए।सुन्दर पिचाई ने गूगल सीईओ का पद ग्रहण 2 अक्टूबर, 2015 को किया। 3 दिसंबर, 2019 को वह अल्फाबेट के सीईओ बन गए।
शिक्षा-आईआईटी खड़गपुर B.Tech.
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय -एम एस
जन्मभूमि •••••••
पिचाई का जन्म मदुरै, तमिलनाडु, भारत मे तमिल परिवार में माँ लक्ष्मी और पिता रघुनाथ पिचाई के घर हुआ,उनकी मां लक्ष्मी एक स्टेनोग्राफर थीं और पिता रघुनाथ पिचाई ब्रिटिश समूह के जीईसी में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। सुंदर के पिता का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट था जहा इलेक्ट्रिक कॉम्पोनेंट बनाए जाते थे। सुन्दर ने जवाहर नवोदय विद्यालय, अशोक नगर, चेन्नई में अपनी दसवीं कक्षा पूरी की और वना वाणी स्कूल, चेन्नई में स्थित स्कूल से बारहवीं कक्षा पूरी की,पिचाई ने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से अपनी बैचलर डिग्री अर्जित की उसके बाद उन्होने M,S विज्ञान में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय और इंजीनियरिंग और पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से एमबीए किया है.
वह 2004 में गूगल में आए। जहाँ वे गूगल के उत्पाद जिसमें गूगल क्रोम, क्रोम ओएस शामिल है। शुरुआत में वह गूगल के सर्च बार पर छोटी टीम के साथ काम करते रहे। इसके बाद उन्होंने गूगल के कई और प्रोडक्ट पर भी काम किया है। उन्होंने जीमेल और गूगल मैप्स जैसे अन्य अनुप्रयोगों के विकास की देखरेख की। इसके बाद वह गूगल ड्राइव परियोजना का हिस्सा बने। इसके बाद वह अन्य उत्पाद जैसे जीमेल और गूगल मानचित्र, आदि का हिस्सा बने। इसके बाद वह 19 नवम्बर 2009 में क्रोम ओएस और क्रोमबूक आदि के जाँच कर दिखाये। वह इसे 2011 में सार्वजनिक किया।
Google के CEO सुंदर पिचाई को किसी परिचय की मोहताज नहीं है। उनकी सफलता की कहानी किसी के लिए प्रेरणा बन सकती है।उनका पालन पोषण बहुत ही गरीब परिवार में हुआ है चेन्नई में एक साधारण जीवन जीने से लेकर अपने देश का नाम रोशन करने तक, वह लोगों के लिए एक अच्छा उदाहरण है। हम सब उसकी सफलता के बारे में जानते हैं, लेकिन उस औरत के बारे में बहुत कम लोग जानते है जो उनके साथ खड़ी थी और हमेशा उसका मनोबल बढाती और उसका समर्थन करती थी, जी हां, हम बात कर रहे हैं उनकी पत्नी अंजलि पिचाई की। उनकी प्रेम कहानी भी उन्हीं की तरह प्यारी और सरल थी। सुंदर एक मध्यम वर्गीय परिवार से थे।वह चेन्नई में रहते थे और एक साधारण जीवन जीते थे, सुंदर ने खडकपुर से पढ़ाई कर रहे थे और वहां उनकी मुलाकात अंजलि से हुई वो दोनों एक ही क्लास में पढते थे और वो अच्छे दोस्त बन गए और फिर दोनों ने शादी कर ली। अंजलि और सुन्दर पिचाई के दो सुन्दर से बच्चे है, काव्या और किरण है।
आर्थिक तंगी से गुजरा जीवन पर हालातो से नहीं मानी हार
लेकिन फिर भी जो सपने थे उनको पूरा किया और आज सुंदर पिचाई का नाम दुनिया में अपने google-chrome के नाम के जान के नाम से जाना जाता है । सुंदर पिचाई 1995 में स्टैनफोर्ड में बतौर पेइंग गेस्ट भी रहे और पैसे बचाने के लिए उन्होंने पुरानी चीजें इस्तेमाल कीं, लेकिन कभी भी पढ़ाई से समझौता नहीं किया। वो पीएचडी करना चाहते थे लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनीं कि उन्हें बतौर प्रोडक्ट मैनेजर अप्लायड मटीरियल्स इंक में नौकरी करनी पड़ी।
1 अप्रैल 2004 को वे गूगल में आए। सुंदर का पहला प्रोजेक्ट प्रोडक्ट मैनेजमेंट और इनोवेशन शाखा में गूगल के सर्च टूलबार को बेहतर बनाकर दूसरे ब्रॉउजर के ट्रैफिक को गूगल पर लाना था। इसी दौरान उन्होंने सुझाव दिया कि गूगल को अपना ब्राउजर लांच करना चाहिए। इसी एक आइडिया से वे गूगल के संस्थापक लैरी पेज को गूगल का सीईओ बनाने के लिए मजबूर कर दिया लैरी पेज की नजरें उन्हें पहचान गई थी कि इस आदमी में कुछ खास है और इस आई डी एन ए गूगल को एक नई पहचान दी 2008 से लेकर 2013 के दौरान सुंदर पिचाई के नेतृत्व में क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम की सफल लांचिंग हुई और उसके बाद एंड्रॉइड मार्केट प्लेस से उनका नाम दुनियाभर में हो गया।
गूगल को शीर्ष पर पहुचाना :-----
सुंदर पिचाई ने ही गूगल ड्राइव, जीमेल ऐप और गूगल वीडियो कोडेक बनाए हैं। सुंदर द्वारा बनाए गए क्रोम ,ओएस और एंड्रॉइड एप ने उन्हें गूगल के शीर्ष पर पहुंचा दिया। पिछले साल एंड्रॉइड डिविजन उनके पास आया और उन्होंने गूगल के अन्य व्यवसाय को आगे बढ़ाने में भी अपना योगदान दिया। पिचाई की वजह से ही गूगल ने सैमसंग को साझेदार बनाया। 2011 में जब लैरी पेज गूगल के सीईओ बने, तो उन्होंने तुरंत पिचाई को प्रमोट करते हुए सीनियर वाइस प्रेसीडेंट बना दिया गया था।
1 अप्रैल 2004 को वे गूगल में आए। सुंदर का पहला प्रोजेक्ट प्रोडक्ट मैनेजमेंट और इनोवेशन शाखा में गूगल के सर्च टूलबार को बेहतर बनाकर दूसरे ब्रॉउजर के ट्रैफिक को गूगल पर लाना था। इसी दौरान उन्होंने सुझाव दिया कि गूगल को अपना ब्राउजर लांच करना चाहिए। इसी एक आइडिया से वे गूगल के संस्थापक लैरी पेज को गूगल का सीईओ बनाने के लिए मजबूर कर दिया लैरी पेज की नजरें उन्हें पहचान गई थी कि इस आदमी में कुछ खास है और इस आई डी एन ए गूगल को एक नई पहचान दी 2008 से लेकर 2013 के दौरान सुंदर पिचाई के नेतृत्व में क्रोम ऑपरेटिंग सिस्टम की सफल लांचिंग हुई और उसके बाद एंड्रॉइड मार्केट प्लेस से उनका नाम दुनियाभर में हो गया।
गूगल को शीर्ष पर पहुचाना :-----
सुंदर पिचाई ने ही गूगल ड्राइव, जीमेल ऐप और गूगल वीडियो कोडेक बनाए हैं। सुंदर द्वारा बनाए गए क्रोम ,ओएस और एंड्रॉइड एप ने उन्हें गूगल के शीर्ष पर पहुंचा दिया। पिछले साल एंड्रॉइड डिविजन उनके पास आया और उन्होंने गूगल के अन्य व्यवसाय को आगे बढ़ाने में भी अपना योगदान दिया। पिचाई की वजह से ही गूगल ने सैमसंग को साझेदार बनाया। 2011 में जब लैरी पेज गूगल के सीईओ बने, तो उन्होंने तुरंत पिचाई को प्रमोट करते हुए सीनियर वाइस प्रेसीडेंट बना दिया गया था।
Last alfaaz:----
अगर आपको आज के यह सुन्दर पिचाई के motivational quotes अच्छे लगे हो और आपके लिए यह किसी आपके अपने के लिए प्रेरणा का जरिया बन सकते हैं तो उन्हें अपने चाहने वाले और दोस्तों को जरूर शेयर करें। आपके द्वारा भेजा गया कोई एक मैसेज किसी की जिंदगी बदल सकता है, हो सकता है कोई हारा हुआ इंसान फिर से जीना सीख जाए। क्योंकि मोटिवेशनल thoughts हमारे लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है इसलिए जितना हो सके शेयर जरूर करें।
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