तलाक लेने से कैसे बचें | तलाक के कारण | तलाक क्यू नही लेना चाहिए | तलाक और शादी |


 तलाक लेने से कैसे बचें-
हर कोई शादी का बंधन यही सोचकर बनाता है ,कि हम पूरी जिंदगी एक दूसरे के साथ रहेंगे,पर हर घर की कहानी है,ऐसा किसी के साथ नहीं होता जहां किसी बात को लेकर झगड़े नहीं होते हो.
जिंदगी हमेशा एक जैसी नहीं होती किसी ना किसी टाइम हर किसी के घर में झगड़ा हो ही जाता है ,क्योंकि जहां दो अलग-अलग परिवारों के अलग अलग विचारों वाले लोग रहते हैं तो उनका आपस में किसी बात पर मतभेद होना संभव है.
उन दोनों के साथ विचार ना मिलने और रीति-रिवाज का फर्क होना।सबसे ज्यादा परेशानी तब हो जाती है जब एक औरत की ऐसे परिवार में शादी हो गई हो जहां उसने पहले कभी शराब नहीं देखी हो और शादी होने के बाद पता चले कि उसका पति बहुत ज्यादा शराब पीता है या फिर वह कोई नशा करता हो।
 ऐसे वयक्ती शराब पीने के साथ बहुत ही झगड़ालू टाइप के भी होते है, तो इस समय समस्या बहुत ज्यादा गंभीर हो जाती है ,और शराबीपन एक ऐसी परेशानियों में से एक घोर विपत्ति है जो सहन करना उसके लिये बहुत ही मुश्किल होता है।
अब बात यह आती है कि जब हम समाज को दिखाने के लिए और समस्याओं को झेल सकते हैं, तो फिर शराबी  पति को क्यों नहीं, कयोंकि लोगों के पास इससे भी बड़ी समस्याये होती  है।
अब हमें जब यह पता चल चुका है,कि शराब पीने की आदत उसकी नॉर्मल नहीं है यह एक मानसिक बिमारी है.
क्या हम बीमार व्यक्ति को कभी तलाक लेते हैं, नहीं तो फिर शराबी से तलाक क्यों ?
जब हम और बीमारियों के कारण किसी की सेवा करते हैं ,फिर शराबी की क्यों नहीं.हम इस बात को समझने की कोशिश करें। शराबी बीमार इंसान है,वह नॉर्मल नहीं है.शायद आप को मेरी यह बात पढकर अजीब लगे कि शराब पिने वाला व्यक्ति बिमारी का शिकार है पर यही सच्चाई है और तलाक किसी समस्या का समाधान नहीं है, और बहुत गहराई से सोचिए।
तलाक का परिणाम क्या होगा,हमें यह हक किसी ने नहीं दिया कि हम अपने बच्चों को उनके बाप से अलग कर दें. बच्चों को मां और बाप दोनों की जरूरत होती है। इसलिए हमें इस समस्या से भागना नहीं है ,बल्कि घर में रहकर इस समस्या का हल ढूंढना है। अगर आप तलाक लेकर इस समस्या से दूर होना चाहती हैं, तो आपकी वजह से आपके बच्चों पर बुरा असर पड़ेगा.
पहले परिणााम के बारे में सोचे
सबसे पहले ठंडे दिमाग से बैठकर इसके बुरे परिणाम सोचिए फिर तलाक के रास्ते पर चलने की सोचना हो सकता है,आपको लगता हो तलाक लेकर शराबी से जान छूट जाएगी ,और दूसरी शादी कर लूंगी और जो इन्सान शराब बिल्कुल नहीं पीता होगा।
  अब मैं  ऐसे आदमी से शादी करूँगी ,पर यह जरूरी नहीं है कि दूसरा व्यक्ति अगर शराब नहीं पीता उसमें कोई और कमी या अवगुण ना हो।
हम सब ने कई ऐसे परिवार देखे होगें जिनमें ना तो कोई अंडा मांस खाता है ना ही कोई शराब पीता है, और फिर भी किसी ना किसी बात पर आए दिन लेकर उनके घरों में कलेश रहते हैं.
ऐसा नहीं है कि जहां शराब नहीं है वहां झगड़े नहीं है। अगर हमारी किस्मत में दुख है तो है किसी न किसी रूप में मिल ही जाएगा.
हम शराबी और बुरी आदतों वाले इन्सान से भाग सकते हैं ,पर अपनी किस्मत के झगड़ों से नहीं.
इससे अच्छा हो कि आप शराबी पति  की बीमारी को समझने की कोशिश करे, और अपनी कमियों को दूर करें। अपने आप मे और परिवार में सुधार लाने की कोशिश करें. सबसे बड़ा सुधार अपने आप को सुधारना ही सबसे बड़ा धर्म है.
 हो सकता है। आपके लिए शराबी को सहन करना बहुत मुश्किल हो ,पर एक बार इस कदम को उठाने से पहले शांति से सोचिए क्या मेरा यह कदम मेरे बच्चों के भविष्य के लिए सही होगा.
क्या शराबी मेरे तलाक लेने के बाद शराब पीनी छोड़ देगा,नहीं वह और ज्यादा पीने लगेगा क्योंकि वह तो बीमार इंसान हैं,और हो सकता है इतनी पिने लग जाए कि थोड़े दिनों बाद मर ही जाए,आपको यह जानकर और भी बहुत ज्यादा दुख होगा आप यह सोचने पर मजबूर हो जाएंगी कि अगर मैं तलाक ना लेती तो शायद वह ना मरता। क्योंकि दिल के किसी कोने में हमारे अंदर शराबी के प्रति प्यार भी होता है. एक बार अच्छे से सुनिश्चित कर लें कि जल्दबाजी में उठाए गए कदम मुझे कहीं और घोर निराशा और बदतर जिंदगी जीने के लिए मजबूर ना कर दें, और अगर एक बार तलाक वाला कदम उठा लिया तो वापस लौटना बहुत ही मुश्किल है .
अब हमें शराबी के साथ बहस और लडाई झगड़े बंद करके नया जीवन जीने की शुरुआत करने की सोचना होगा. अब आपको यह बात समझ में आ गई होगी कि शराबी व्यक्ति नोरमल व्यक्ति नहीं होते। वह एक बीमारी का शिकार है .अगर शराबी के साथ बहस और उलझना बंद कर दे काफी हद तक समस्या का समाधान अपने आप हो जायेगा, कयोंकि शराबी होश में नहीं होता पर आप अपने होश में है।  
बहुत सारे परिवार इस समस्या से ग्रस्त हैं मेरे इस समस्या पर और भी बहुत सारे टॉपिक हैं, इस समस्या को लेकर कि शराबी के साथ क्या करे और क्या ना करे। 
,शराबी के साथ कैसे जिया जाए , शराबी के साथ कैसे बर्ताव करें। आपको इस पर पढ़कर यह बात समझ में आ जाएगी कि शराबी व्यक्ति मानसिक रोगी होते है.वह जो कुछ भी करता है नशे के वशीभूत होकर करता है. वह बीमारी का शिकार है और बीमार व्यक्ति के प्रति कभी नफरत नहीं सिर्फ हम प्यार करते हैं.फिर देखिए आप शराबी को बदलता हुआ देखेंगे अगर इस समस्या से बहुत ज्यादा परेशान है तो
अल्कोहल एनोनिमस संस्था ग्रुप में जुड़े जो गूगल पर सर्च करने से मिल जाएगी जहां सिर्फ इसी बात पर मीटिंग होती है कि शराबी के साथ कैसे जिया जाए उसमें बहुत सारे contact number भी मिल जायेगे जो आपके साथ फोन पर बात करके भी आपको इस समस्या से कैसे निपटा जाए बात करते हैं और जीने की राह दिखाते हैं.आप की बात को वो गुप्त रखते हैं। ना ही वो आपका नाम पुछते है और ना कभी किसी और इस समस्या के बारे में बताते हैं।
बस एक ही बात हमेशा याद रखो जिन्दगी बहुत छोटी है जिन्दगी का हर पल जियो और इस बात को हमेशा फॉलो करो जियो और दूसरे को भी जीने दो ।
यही असली जिंदगी है, क्योंकि जिंदगी का एक पल का भी भरोसा नहीं है आज है कल हो या ना हो । जिऔ और दुसरो को भी जीने दो ।
अगर मेरा यह टॉपिक आपको अच्छा लगा हो और आपको कोई नजदीकी इस समस्या से परेशान हो चाहे आपके मित्र हो या आपके रिश्तेदार ,तो प्लीज इस टॉपिक को उन लोगों तक भी शेयर करें। ताकि किसी की बिखरी हुई जिंदगी फिर से संभल जाए। इंसान का सबसे बड़ा धर्म यही है अगर किसी की जिंदगी बर्बाद हो रही हो और हम उसको बचा ले तो इससे बड़ा कोई और पुण्य नहीं है।

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