नींद के लिए उपाय | अनिद्रा रोग को कैसे ठीक करें | home remedies to increase sleep |

 Tittle- अनिद्रा रोग से बचने के उपाय- नींद हमारे स्वास्थ्य के लिए अति आवश्यक है।आज के इस तेज रफ्तार वाले युग में हम अपनी शांति और  नींद को खो चुके हैं। जिन्दगी में सफल होने  वाले पलों के बारे में सोते समय अधिकांश लोग सपने जरूर देखते हैं, यदि आपकी आदत भी अधिक सोचने की है तो यह समस्या और बढ जायेंगी और दिमाग सोच-विचार में लगा होने के कारण आपकी मांसपेशियां तनाव में आ जाती है , तो आपको नींद ना आने में मुश्किल हो सकती है. दिमाग को शांत करने और मांसपेशियों को आराम देने के लिए, मेडीटैशन करना, गहरी सांस लेना या फिर भजन कीर्तन मे ध्यान लगाने से इस समस्या का समाधान हो सकता

 नींद में शरीर की मांसपेशियां स्थिर रहती हैं और वह तरोताजा होती हैं। हाथ और टांगों की हलचल बहुत कम होती है पर सोने के दौरान आंखों और पलकों के आसपास की मांसपेशियां आराम से खुलने की बजाय शिकुड़ी अवस्था में रहती हैं। अन्य मांसपेशियां आराम करने वाली अवस्था में होने पर भी करवटें बदलने का काम करना पड़ता है । यानी धड को सामान्य अवस्था से अधिक काम करना पड़ता है। सोने के दौरान हृदय और सांस की गति कम हो जाती है और शरीर का तापमान भी गिर जाता हैं। नींद की कमी हमें थकान  और बेजान बना देती है। तनाव से छुटकारा पाने के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है।

नींद ना आना था अनिद्रा अपने आप में एक भीषण रोग हैं । इसके अनेक दुष्परिणाम होते हैं कुछ लोगों को इस समस्या के कारण कम या देर से नींद आती है।

नींद के लिए घेरेलू उपाय:- 

 1- सोने से पहले पैरों को नमक डालकर  हलके गर्म पानी से धोये और फिर विशेषकर तलवों पर सरसों का तेल मालिश करे।

 2- पैरों को धोकर कपड़े से पोंछकर शांत मन से  प्रभु को याद करना चाहिए। यह एक अनुभव किया हुआ प्रयोग है। इससे आंखों की ज्योति बढ़ती है और नासिका को मस्तिषक के द्वारा कहा गया है भगवान् का नाम जपते  ही  दिमाग एक  मादक सी मस्ती छा जाती है।

3-  गुलाब के इत्र को थोड़ा सिर पर  लगाकर सोने से अच्छी नींद आती है।
यह उपाय  ही बड़ो  के लिए बहुत ही उपयोगी होता है, इसके लगाने से  कभी-कभी खांसी आने लगती है।  इसलिए नींद उड़ जाती है इसका शिकार बूढे  लोग जल्दी हो जाते हैं। 

4-  आधा लीटर भैंस के दूध के साथ पांच ग्राम  अश्वगंधा चूर्ण नियमित रूप से लेने से अनिद्रा रोग की एक अचूक दवा है। 

5-  हमेशा आशावादी बनिए जो होता है अच्छा ही होता है इन विचारों के साथ सोते समय संसार एक मोह माया त्याग कर कल की चिंता परमपिता परमेश्वर पर छोड़ दें, आपको आतम संतोष मिलेगा और कल की नई सुबह बहुत अच्छी होगी ऐसा सोचे और लम्बी सांस लेकर भगवान् भरोसे सब कुछ छोड़कर सो जाये। 

 6- तरबूज के बीजों की गिरी और सफेद खसखस अलग-अलग पीसकर मिलाकर रख लें इसे 3 ग्राम चूर्ण शहद में मिलाकर शाम को लेने से रात में अच्छी नींद आएगी रक्त का दबाव कम होगा सिर दर्द ठीक होगा।
यह प्रयोग एक से 3 सप्ताह ले
करके देखें इससे आपको जरूर लाभ मिलेगा।

7-  छ:  ग्राम पाव भर पानी को कपड़े  से छान कर लें और 20 ग्राम मिश्री मिलाकर चार पांच  चम्मच एक बार ले यह 2 सप्ताह तक कर लें इस प्रकार करने से आपको नींद ना आने की समस्या से छुटकारा मिलेगा ।

8- 5 ग्राम पुदीने की पत्तियां शहद और  सूखी पत्तियों का चूर्ण बनाकर पानी  मे डालकर 2 मिनट बाद छान लें और इससे दो चम्मच शहद में मिलाकर नित्य एक रात को  सोने से पहले ले लें इससे आपको गहरी नींद आ जाएगी।

9-  एक मीठे सेब का मुरब्बा सोने से पहले खाकर आप ऊपर से आधा कप गर्म दूध पी ले यह भी नींद के लिए बहुत उपयोगी और कारगर उपाय है।
 इससे दिमाग की कमजोरी दूर होती है वैसे भी सोने से पहले गर्म दूध पीने से नींद आ जाती है।
 उषा काल मे दही, मध्यकाल में मट्ठा, रात्रि में गर्म दूध पिने से जो करे इस नियम का पालन वो रहे हट्टा कट्टा। 

10- नींद के रोग में पीपला मूल उपयोगी होता है उस को बारीक पीसकर छानकर रख लें 2 ग्राम की मात्रा में ग्राम पानी या दूध के साथ पी लें इसके सेवन से शरीर के किसी भाग  में दर्द हो तो 1 घंटे में दूर हो जाता है। यह हमें पंसारी की दुकान से मिल जाता है। 

11- ध्यान (meditation) लगाना स्वास्थ्य लाभ के लिए हमेशा से व
बहुत उपयोगी उपाय हैं। इसलिए यह आपके शरीर के समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए अच्छा है। बिस्तर पर जाने से पहले 10-20 मिनट के लिए ध्यान ज़रूर लगाएँ। यह आपके शरीर को आराम देगा और एक गहरी नींद के लिए प्रेरित करेगा।अगर धयान भी ना लगे तो हनुमान चालीसा पढने से भी बहुत जल्दी नींद आती है। यह एक अनुभव किया हुआ प्रयोग है। 

12-  अच्छे स्वास्थ्य और नींद के लिए हमारा खानपान।बहुत महत्वपूर्ण है। भारी मसालेदार या बाजार के खाद्य पदार्थों से बचें क्योंकि वो अम्लता या अपच पैदा कर सकते हैं, जो नींद को प्रभावित कर सकते हैं। एक उचित पाचन और अच्छी नींद के लिए बिस्तर पर जाने से दो से तीन घंटे पहले एक हल्का भोजन और गर्म दुध पिने का सुझाव दिया जाता है। 

13- केसर -
में कई तरह के गुण होते हैं जो अनिद्रा के इलाज में मदद करते हैं। दो चुटकी केसर को एक कप गर्म दूध में मिलाएं और इस मिश्रण का सेवन रात को सोने से पहले करें।

14 . गाय के देशी घी से मसाज करे -

गाय के देसी घी पैरों के तलवों के नीचे मसाज करने से बहुत ही जल्दी नींद आती है यह एक ऐसा रामबाण उपाय है जिसके करने से आपको 10 या 15 मिनट के बाद बहुत ही गहरी नींद आ जाएगी। इसे आप प्रतिदिन रात को सोने से पहले पहले अपने पैरों को हल्के घूमने पानी से धोएं और फिर धीरे-धीरे हाथ से मसाज करें । अगर कोई व्यक्ति दूसरा व्यक्ति आपके पैरों के मसाज करता है तो और भी ज्यादा बेहतर है।

इनमे से कोई भी एक उपाय करने  के बाद आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं हो । देर रात से सोना और सुबह देर से उठना सवास्थय के विपरीत माना गया है।रात होते ही हैं  9 बजे के बाद अच्छी व शांतिपूर्ण  नींद लेना व सुबह जल्दी से जल्दी उठना ही सही माना गया है।

जीवनशैली में करे परिवर्तन:- 

रात में देर तक टीवी देखने या कंप्यूटर पर काम करने से बचें। रात को कॉफी, चाय या अन्य पेय का पान करने से बचें।
आयुर्वेदिक के अनुसार सिर मे मालिश और शिरोधारा जैसी चिकित्सा को भी  नींद और दिमाग को विश्राम देने में मदद कर सकते हैं।
अपने शरीर को ऊर्जा को खपाने के लिए हर शयाम को 30 मिनट के लिए खेल या कसरत का अभ्यास करें। इस प्रकार का अभ्यास करने सेे शरीर थकने के बाद नीदं की समस्या से निजात पा सकते हैं। 

योग निद्रा:-

साधारण मनुष्ण रात में सोता है , उसे प्रगाढ निद्रा ना आकर सपनो वाली 
नींद आती है। जिससे मनुष्य शरीर में ताजगी व स्फूति महसूस नही कर सकता है । उसका शरीर थका - हरा  रहता है और अस्थिर रहता है।  योग निद्रा शरीर से  शरीर को  मानसिक एवं शारीरिक रूप से विश्राम मिल जाता है ।
 
विधि :-जमीन पर कम्बल या दरी बिछाकर पीठ के बल लेट जाये , प्रारम्भ से तनाव रहित होकर सिर पूर्व या दक्षिण या पश्चिम की तरफ रखें । उत्तर की तरफ सिर कभी ना  रखें। तीन बार  गहरा सांस  ले और छोडे । सांस जोश से  भरे और छोड़ते समय पेट को एकदम अंदर चिपका ले । यह आसन 10 से 14 मिनट तक करना चाहिये । हामी व पैरों में थोड़ सा फासला रखें ,आँखे बंद रखें  और शरीर में किसी प्रकार का तनाव न रखे  हाथों  का रूख आसमान की ओर रखें । गर्दन को दांयी या बांयी ओर निढाल छोड़ दें । सारा ध्यान सांसो पर लगाकर रखें। अपने मन को  दाये पैर के अंगूठे तथा पास वाली अंगुली दूसरी , तीसरी ,चौथी ,अंगुली पर लगाकर देखें। धीरे - धीरे तलवा, टखना ,पिण्डली , घुटना ,नितम्ब के हिस्से को देखें तथा प्रत्येक जोड़ को ढीला व शांत छोड़ते चले जाये । इसी प्रकार बाये पैर का अंगूठा , पास वाली अगुली , दूसरी , तीसरी , चौथी अंगुली , तलवा , टखना , पिण्डली , धुटना व नितम्ब पर सारा ध्यान लगाये और पूरे शरीर को निढाल छोड़ते चले जाये । इसी तरह दाये हाथ का अंगूठा , पास वाली अंगुली , दूसरी , तीसरी , चौथी अंगुली का अग्रभाग - पश्चम्भाग, कलाई , कोहनी , बाजू , कधे आदि को ढीला व शांत छोड़ दें । 
 अब अपने आप को धीरे - धीरे वास्तविक स्थिति में लौटने के लिए  पैरों की अंगुलियों को हिलाये , पुरे शरीर में चेतना का संचार हो रहा है , फिर हाथों की अंगुलियों को , गर्दन को हिलाये है। दोनों हाथों का आपस में रगड कर पलको पर रखें , फिर धीर से आँखों को खोले तथा बायी करवट लेकर उठे । 
  योग निद्रा के लाभ:- 
 इसके करने से  मानसिक तनाव कम होता है ,उच्च रक्तचाप , हृदय रोग , अनिद्रा , मन शांत एवं स्थिर हो जाता है और स्मरण शक्ति का विकास होता है। यह एक बहुत उपयोगी और अनिद्रा रोग के लिए सबसे उत्तम विधी है।

Last alfaaz :- 
अगर इन सब उपाय करने के बाद भी  आपकी समस्या का समाधान ना हो तो अपने डाक्टर से सलाह जरूर करें और बिना सलाह नींद की कोई भी दवाई ना खाये, कयोंकि नींद की दवाईयों का हमारे दिमाग और दिल पर बहुत बुरा असर पडता है।  कई बार तो भयंकर परिणाम भी हो सकते हैं। इसलिए कोई भी नींद की दवाई खाने से पहले अच्छे चिकित्सक को जरूर मिले।
 

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