धुम्रपान कैसे छोड़े | धुम्रपान को छोडने के लिए घरेलू उपाय | home remedies for addiction |

Tittle- धूम्रपान छोडने के लिए घरेलू उपाय- लत चाहे किसी भी प्रकार की वो  हमेशा हम सब के लिए खतरनाक होती है । इसी प्रकार धूम्रपान भी एक बहुत बुरी लत है। जो इंसान के शरीर को खोखला कर देता है। सबसे बुरा असर धूम्रपान का हमारे फेफड़ों पर पड़ता है और धीरे-धीरे फेफड़े खत्म होकर इंसान की जान तक ले लेते हैं।
कैंसर विशेषज्ञ डाक्टरो के अनुसार धूम्रपान का दुष्प्रभाव आँखों पर भी होता है  जर्मनी के एक डॉक्टरों के अनुसार धूम्रपान मस्तिष्क को हानि पुहंचाता है व खून की रासायनिक स्थिति में बाधा बनता है । एक अध्ययन के अनुसार नित्य 20 सिगरेट तक पीने वाली गर्भवती महिला के बच्चे की मृत्यु होने की आशंका सामान्य से 20 प्रतिशत बड जाती है ,जबकि 20 से अधिक सिगरेट पीने पर यह खतरा 35 प्रतिशत बढ़ जाता है ।
 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के डॉकटरो ने कहा कि तम्बाकू या शराब का सेवन करने से भी आंख की रेटीना और ऑप्टिक नर्व प्रभावित होने लगती है जिससे आंखों की ज्योति कम होने लगती है । अमेरिका के जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय की डॉ . सूजन वेस्ट व उनके साथियों द्वारा अध्ययन के आधार पर यह निष्कर्ष निकला कि धूम्रपान करने वालों को मोतियाबिन्द का खतरा ज्यादा होता है वह धूम्रपान छोड़ देने पर यह खतरा कम हो जाता है । टोरेंटों के डॉकटरो  क्रोमिक की खोज के अनुसार एक सिगरेट 25 मिलीग्राम विटामिन सी के प्रभाव को नष्ट कर देती है । कुछ वैज्ञानिकों ने विटामिन ए व बी ग्रुप के ऊपर भी धूम्रपान का दुष्प्रभाव बताया है । धूम्रपान छोड़ देने से लकवा मारने की , पेशाब की थैली , गुप्तागों में , फेफड़ों में , कैंसर हो जाने का खतरा और हॉर्ट अटैक की संभावना 50 प्रतिशत कम हो जाती है । 
पुरुषों में यौन शक्ति बढ़ जाती है । मुख के कैंसर होने का कारण 20 % प्रतिशत धुम्रपान , तम्बाकू या शराब ही है । नवीनतम शोधों से पता चलता है कि एक वर्ष में  जितने व्यक्तियों को हार्ट अटैक होता है , उसमें एक चौथाई से अधिक लोगों को धूम्रपान के कारण इस बीमारी का शिकार होना पड़ता है । धूम्रपान के कारण स्नायु संबंधी समस्याएं , मानसिक तनाव , फेफड़ों की बीमारियां , कैंसर और न जाने कितने रोग हो जाते हैं । इसलिए केवल धूम्रपान छोड़ देने से ही इतनी सारी बीमारियों से बचा जा सकता है  एक नवीनतम अध्ययन से पता 
चलता है कि बीड़ी -सिगरेट पीने वालों को मेनिजाइटिस ,रक्त विषाक्तता , कान में संक्रमण एवं निमोनिया पैदा करने वाले स्ट्रेप्टोकोस जीवाणु से संक्रमित होने का खतरा आम लोगों की तुलना में चार गुना अधिक होता है इस जीवाणु से संक्रमित होने का खतरा केवल धूम्रपान करने वालों को ही नहीं  बल्कि उनके आसपास रहने वाले लोगों को भी हो सकता है।
 
धूमपान कैसे छोड़ेने के कुछ घेरेलू उपाय -सर्वप्रथम दृढ इच्छा शक्ति से अपने निश्चय पर अटल रहे और पुन: धुम्रपान  शुरू  करने के लिये लगंडे बहाने ना खोजे। मुख में साफ , इलायची , लोग , पीपरमेन्ट आदि रखते रहे जब अधिक तलब लगे तो चोकलेट ही मुख में रख ले । धुम्रपान की  जयादा  इच्छा होने पर जीभ के भीतरी भाग में एक बूंद लोंग के तेल की डाल ले । 
प्यास की सी तलब को संतुष्ट करने के लिए एक एक घूंट पानी को मुख में काफी अधिक समय तक रखने के बाद पिये  दांतों की सतह पर एकत्र हो जाने वाले निकोटीन को हटाने के लिए दिन में तीन बार प्रश करें । सिगरेट पीने वाले साथियों से अधिक से अधिक दूर रहे । सिगरेट पीते हुए व्यक्तियों के दृश्य न देखें। घर में सिगरेट न रखें । ना ही मेहमानों को सिगरेट पेश करे ।धूम्रपान करने वाले  सहयोगियों चाय , कॉफी  शराब आदि से भी बचें । चाय कॉफी में कैफीन होता है यह धूम्रपान की तलब को बढाता है । फल व सब्जियां की तलब को नहीं  उकसाती । आन्तरिक शक्ति के लिये प्रार्थना करें , गहरे सांस ले व व्यायाम , मालिश आदि करें । हमेशा किसी कार्य में लगे रहें , व्यर्थ की बातों व दिवास्वप्न आदि से दूर रहें । अपने अन्तर्मन को याद दिलाते रहें कि धूम्रपान मुझे व मेरे परिवार को भी साईलेन्ट स्मोकर बना कर कैंसर आदि रोगों की ओर धकेल सकता है और मेरे बच्चे भी मुझे देखकर धूम्रपान करने को उत्साहित होंगे । 
 
धुम्रपान छोडने के लिए व्यायाम है लाभदायक- 

धूम्रपान छोड़ने के लिए भुजंगासन, सेतुबंधासन, सर्वांगासन, बालासन को बेहद फायदेमंद बताया गया है।   

नींबू का प्रयोग- 
सुबह उठते ही 2 ग्लास गुनगुने पानी में नींबू निचोड़ कर उसमें शहद मिलाकर पीने से सिगरेट की लत छूट सकती है।

सौंफ का प्रयोग- 
सिगरेट छोड़ने का सबसे कारगर घरेलू उपाय है सौंफ। जब कभी सिगरेट पीने का मन करे, थोड़ी सौंफ खा लें।

अदरक और आंवले का पाउडर-

अदरक,आंवले को सुखाने के बाद पीसकर उसे एक डिब्बे में भरकर रखा लें। जब कभी सिगरेट पीने का मन हो इस मिश्रण में नींबू-नमक मिलाकर फांक लें।

संगत का असर-
सिगरेट की लत छोड़ना चाहते हैं तो उस माहौल और संगत से बचें जहां मन दोबारा सिगरेट पीने के लिए करें।   

इच्छाशक्ति की पावर-
खुद अपने लिए सिगरेट छोड़ने की एक डेडलाइन तय करें। उसके बाद भी सिगरेट पीने की तलब लगे, तो लंबी सांस भरते हुए पानी पी लें। ऐसा करने से सिगरेट से आपका ध्यान भटक जाएगा।

धूम्रपान से छुटकारे के लिए होमोपैथीक -
 दवा टेवाकम 200 शक्ति की 10-12 गोलियां सुबह या 10-12 गोलियां शाम को तब तक चूसते रहें जब तक सिगरेट से अरूचि न हो जाए ।यदि इस दवा की 10-12 गोलियां सुबह 15-15 मिनट के अन्तर से तीन बार चूस ली जाएं तो शीघ्र प्रभाव होता है ।
तम्बाकू  खाने की आदत से छुटकारे के लिए : दवा केलेडियम 30 शक्ति की 10-12 गोलियों की एक - एक खुराक , सुबह , दोपहर व शाम को चूसने से 2-3 दिन में ही तम्बाकू से अरूचि व नफरत हो जाती है। " 

Last alfaaz-
 धूम्रपान करना एक बुरी आदत है नशा किसी भी प्रकार का अच्छा नहीं होता, चाहे वह शराब का हो या फिर बीड़ी सिगरेट आदि का हो.नशे का मतलब है नाश करना जो इंसान नशा करता है वह अपने कुल का खुद विनाश कर लेता है. इसलिए कहा गया है नशे से हमेशा दूर रहो अगर आपको किसी भी प्रकार के नशे को छोड़ने में प्रॉब्लम आ रही हो तो बहुत सारी ऐसी दवाइयां और डॉक्टरों की मदद लेकर आप किसी भी लत को और अपनी इच्छा पावर से छोड़ सकते हो। दुनिया में कोई भी काम ऐसा नहीं है जो संभव ना हो इसी तरह नशे को छोड़ना भी कोई मुश्किल नहीं है। अगर इंसान इच्छा करें तो चाहे कितना भी बड़ा आदि क्यों ना हो अगर नशा छोड़ने की इच्छा है तो आप अपनी इच्छा से इसे 1 दिन क्या 1 सेकंड में भी छोड़ सकते हो, बस जरूरत है आपकी इच्छा पावर की। 
अगर मेरा यह टॉपिक आज आपको अच्छा लगा हो और कोई सुझाव या या सलाह देना चाहते हो तो प्लीज मुझे कमेंट करके जरूर बताएं 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ