खांसी और जुकाम के लिए घरेलू उपाय | एलर्जी को कैसे ठीक करें | छोटी छोटी बिमारियों के लिए घरेलू उपाय |

Tittle- छोटी छोटी बिमारियों के लिए घरेलू उपाय -सर्दी हो या गरमी मौसम बदलते ही हमें अक्सर सर्दी,  खांसी , जुकाम यह छोटी-छोटी बीमारियां घेर लेती हैं। जिनको लेकर हम बहुत परेशान हो जाते हैं कहने को तो यह बीमारियां बहुत छोटी है ,पर हम इनसे बहुत ज्यादा परेशान हो जाते है। 
आज हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय लेकर आए हैं जिनको अपनाकर आप भी इन बीमारियों को घर बैठे ठीक कर सकते हो। यह उपाय बहुत छोटे हैं लेकिन कारगर बहुत ज्यादा है। इनको करके आप भी लाभ उठा सकते हैं यह सारे उपाय हमारी रसोई में ही उपलब्ध है। इसलिए इन उपायों को अपनाएं और अपनी सेहत और अपनों का ध्यान रखें...!


सर्दी जुकाम के घेरेलू उपाय:--
 सर्दी, जुकाम , खासी और  सामान्य बुखार में तुलसी, अदरक की चाय पीने से बहुत जल्दी  लाभ होता है ।

* शहद, नींबू और इलायची का मिश्रण--
आधा चम्मच शहद में एक चुटकी इलायची पाउडर और कुछ बूंद नींबू के रस की बूंदे डालिए। इस सिरप का दिन में 2 बार सेवन करें। आपको खांसी-जुकाम से काफी राहत मिलेगी।

* गर्म पानी
 सर्दी खांसी और  जुकाम होने पर जितना हो सके गुनगुना गर्म पानी पिया गर्म पानी पिएं। आपके गले में जमा कफ खुलेगा और  बहुत जल्दी सवस्थ महसूस करेंगो।

* पेट में गैस होने पर पिसी हुई सोंठ में स्वाद के अनुसार नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ लेने से बहुत जल्दी आराम मिलता है

* अगर आपके पूरे शरीर में दर्द है तो सोडाबाइकार्बोनेट व कच्ची  फिटकरी दोनों को समान मात्रा में एक-एक ग्राम पीसकर इसे गर्म पानी के साथ लेने से जल्दी आराम होता है।


* दिल के मरीजों को के लिए भोजन में सोयाबीन का तेल का प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि यह कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।

* शहद और ब्रैंडी.....
ब्रैंडी तो पहले ही शरीर गर्म करने के लिए जानी जाती है। इसके साथ शहद मिक्स करने से जुकाम पर बहुत जल्दी असर होता है ।

* सब्जी काटते समय  हाथ कटने पर अगर खून निकल रहा हो तो उस जगह को तुरंत बर्फ वाले पानी में डुबो दे। कुछ देर बाद ही  खून निकलना बंद हो जाएगा। 
 
* तनाव को कम करने के लिए अपने भोजन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं। प्रोटीन हमारे मस्तिष्क के लिए बहुत ज्यादा अच्छा माना जाता है। और यह दालो और सोयाबीन में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

* कोलेस्ट्रॉल  को कम करने के लिए गाय का देसी घी रामबाण की तरह काम करता है।

*शहद  प्रकृति का दिया हुआ हमें अनमोल तोहफा है ।जिसके खाने से शरीर की हर  तरह का पोषण मिलता है, इसलिए प्रतिदिन एक चम्मच शहद अवश्य खाएं।

* शहद और मलाई को एक साथ मिलाकर खाने से समरण शक्ति बहुत जल्दी तेज होती है। यह छोटे बच्चों के लिए रामबाण उपाय है।

* दमा के मरीजों के लिए शहद सुबह के समय एक चम्मच खाने से दमा के रोगियों के लिये औषधि  की तरह काम करता है। 

*कब्ज को ठीक करने के लिए पका हुआ पपीता खाये और  साथ में खाने लहसुन डालकर खाना खाने से प्रतिदिन प्रयोग करने से कब्ज से नहीं रहता।

* मसाले वाली चाय...
 ठंड  लगने पर अपनी चाय में अदरक, तुलसी, काली मिर्च मिला कर चाय का सेवन कीजिए। इन तीनों तत्वों के सेवन से खांसी-जुकाम में काफी राहत मिलती है।


* यदि आपको बहुत ज्यादा हिचकी आ रही तो गर्म पानी के साथ  दो लौंग खानेे से हिचकी बंद हो जाती है।

*  दांत दर्द होने पर तुलसी के पत्ते एवं काली मिर्च को पीसकर छोटी - छोटी गोली बनाकर दर्द वाले स्थान पर एक - एक गोली दिन में कई बार रखने से राहत मिलेगी ।

* अगर खांसी के साथ बलगम भी है तो आधा चम्मच काली मिर्च को देसी घी के साथ मिलाकर खाएं। बहुत जल्दीआराम मिलेगा।

* शहद में अदरक का रस मिलाकर सेवन करने से खांसी  जल्दी ठीक हो जाती है ।

* चमेली के पत्तों को चबाकर थोड़ी देरत तक मुह में रखें , जब राल बन जाए तो थूक दें । दिन में तीन - चार बार ऐसा करने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं ।

*  वजन कम करने के लिए दो चम्मच शहद में थोड़ा सा अदरक पीसकर सुबह भूखे पेट खाने से कम हो जाता है ।

* गला सूखने पर और गर्मी के मौसम में कंठ सूखने की शिकायत बहुत होती है । प्यास अधिक लगने पर छुहारे की गुठली को मुह में रखकर चूसने से लाभ होगा ।

*  पका केला नियमित रूप से प्रतिदिन खाने से अपच , आंतों की सूजन , जीभ के छाले . गठिया , गैस्टिक , गुर्दे के रोग में आराम मिलता है ।

*  2 ग्राम सोंठ का पाउडर 2 से 10 ग्राम शहद के साथ देने से दस्त एवं उल्टी में लाभ होता है ।

* नकसीर के रोगों को ताजी घनिया का रस सुंघाने से तथा उसकी हरी पत्तियां पीसकर सिर पर लेप करने से गर्मी के कारण होने वाली नकसीर में लाभ होता है ।

*  नींबू के रस में शहद और पानी मिलाकर पीने से चक्कर आने बंद होते हैं ।

*  मेथी का चूर्ण पानी के साथ , लेते रहने से गठिया रोग में लाभ होता है

* तिल और महुआ के पत्ते बांधने से हड्डी की मोच ठीक हो जाती   है ।

* नींबू के रस का लगातार प्रयोग करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है ।

*प्रतिदिन नींबू का प्रयोग हमारे हमारे शरीर में विटामिन सी की कमी को  पूरा करता है। 

* हैजे में प्याज का रस गुनगुना करके पिलाना लाभप्रद रहता है ।

* पथरी और रक्तपित्त के रोगियों के लिए पके हुए केले का मुरब्बा खाने से लाभ होता है ।

* नकसीर में खून आता हो तो पके हुए केले को मिश्री के साथ कुछ दिनों तक सेवन करने से नकसीर से खून निकलना बंद हो जाता है ।

* तिल के ताजे 2-3 फूल  खाने से आंखों का दर्द दूर होता है ।

* अखरोट के तेल की मालिश करने से हाथ - पैर की ऐठन खत्म हो जाती है ।

* दो ग्राम ईसबगोल पानी के साथ स्पीर की तरह मिश्रीं डालकर खाएं , पेचिश ठीक हो जायेगी ।

* पपीते के नित्य सेवन से बवासीर और कब्ज के पुराने रोग से छुटकारा मिलता है ।

* सुबह  भूखे पेट तीन - चार अखरोट की गिरी खाने से घुटनों का दर्द दूर होता है ।

* बालतोड के स्थान पर मेहदी का लेप करने से आराम मिलता है ।

* बड़े से बड़ा फोड़ा ठीक करने के लिए फोडे पर नीम की छाल घिसकर तीन - चार बार लगाएं बहुत जल्दी आराम होगा ।

* सिरदर्द में जायफल घिसकर सिर पर लेप करें ,इससे सिरदर्द गायब हो जायेगी ।

* सिर दर्द होने पर बहुत तेज गर्म पानी पीने से भी जल्दी लाभ मिलता है।

* बच्चों को बलगम की शिकायत हो तो जायफल घिसकर गर्म दूध में दें । इससे राहत मिलेगी

* छोटे बच्चे के दांत निकल रहे हों तो मसूढों में दर्द होता तो एक साफ मुलायम कपड़े पर थोड़ी - सी ग्लिसरीन लगाकर मसूड़ों पर रगड़िए । इससे दांत जल्दी निकलने में तो सुविधा होगी ही , मसूड़ों के दर्द से भी राहत मिलेगी ।

* उंगलियों की सुजन दुर करने के लिए घेरेलू उपाय ---

* सरसों का तेल

रात के समय सोने से पहले गर्म सरसों के तेल में सेंधा नमक मिलाकर हल्के हाथ से सूजन वाली जगह यानि हाथों-पैरों की अंगुलियों पर लगाएं और मौजे पहनकर सो जाएं। ऐसा सप्ताह में लगातार 5-6 दिन करने पर आराम मिलेगा।

* नींबू का रस

नींबू का रस आपके हाथ और पैरो की सूजन को कम करने में संजीवनी का काम करता है। इसके लिए आप एक कटोरी में नींबू का रस निकालें और रात को सोते समय अंगुलियों पर लगाकर पैरों को कवर कर के सो जाएं। इससे आपको कुछ ही दिनों में सूजन से राहत मिलेगी।

* हल्दी से दूर करें सूजन-

हल्दी में एंटीबॉयोटिक और एंटीसेप्टिक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसकी तासीर भी गर्म होती है। ऐसे में अगर आप हल्दी का पेस्ट बनाकर हाथ और पैरों की अंगुलियों पर सोते समय लगाते हैं, तो इससे दर्द से और खुजली से राहत मिलेगी। आप इस उपाय को लगातार 3-4 दिनों तक जरूर करें।


* 20 ग्राम गेहूं की भूसी में सादा नमक 5 ग्राम मिलाकर पानी में उबाले । इस गुनगुने पानी में उबाले । इस गुनगुने पानी में सूजी हुई उंगलियों को डुबो कर रखें । इससे भी सूजन व खुजली बहुत जल्द दूर होती है ।

* सर्दियों में ठंडा पानी लगने से हाथ - पैरों की गलियों में सुजन आ जाती है तथा खुजली होने लगती है । इसको दूर करने के लिए 50 ग्राम शलगम 1 किलोग्राम पानी में उबालें । इस गुनगुने पानी में सूजी हुई उंगलियों को कुछ देर डाले रखें । नियमित सप्ताह भर सुबह - शाम इस सिकाई से लाभ होगा । 

* हाथ और पैरों की अंगुलियों गलने पर घरेलू उपाय-

मेहंदी  पत्र 1 तोला और हल्दी 6 माशा दोनों को पीसकर दिन में दो बार लगाने से 3 दिन में पूर्ण लाभ हो जाता है । पैर के तलुवों में मेंहदी के पत्तों को जल में पीसकर पैर के तलुवों में लेप करने से शरीर की उष्णता समाप्त होती है ।

* एडियों के बचाव के उपाय:--- 

सबसे पहले अपने भोजन में हरी साग - सब्जियों का प्रयोग करें । चुकंदर को काटकर एडियों में लगाने से एडी चिकनी व स्वस्थ रहती है । 
एडियों पर जैतून के तेल की मालिश करने से भी लाभ होता है । प्रतिदिन स्नान करते समय एडियों को साबुन से धोएं तथा तीलिए से रगड़ कर पोंछे फिर रात को सोने से पूर्व एडियों को गुनगुने पानी में डेटॉल की दो - चार बूंदे डालकर कुछ समय तक पानी में पैर रखें । इससे बहुत जल्दी आराम मिलेगा 

पैरों की तेल से मसाज करें:----
फटी एड़ियों के लिए आप हर रात सोने से पहले अपने पैरों की अच्छी तरह से मालिश करें. इसके लिए आप रात को सोने से पहले पैरों को साफ धो लें. फिर जैतून, अरंडी और बादाम के तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर अपने पैरों की मालिश करें. मालिस के बाद आप अपने पैरों में कोई पतली जुराबें पहन लें. ऐसा नियमित रूप से करने से आपकी फटी एड़ियां जल्‍द भर जाएंगी.

प्यूमिक स्टोन का उपयोग:----

प्यूमिक स्टोन एक ऐसा पत्‍थर है, जो आपकी त्वचा को साफ करने में मदद करता है. इसकी सहायता से आप अपनी मोटी और खुरदुरी त्‍वचा की परत को साफ कर सकते हैं. यह स्‍क्रबिंग, फटी एड़ियों और कई स्किन प्रॉब्‍लम के लिए उपयोग किया जाता है. यह पत्‍थर डेड स्किन को हटाता है और फटी एड़ियों को सौफ्ट करने में मदद करता है. इसके लिए आप बाल्‍टी या टब में पानी डालकर अपनी एड़ियों को भिगो लें. इसमें शैंपू डालकर झाग बनाएं और कुछ देर के लिए इस पानी में अपने पैरों को भिगोए रखें. इसके बाद अपने पैरों को प्‍यूमिक स्‍टोन से थोड़ा-थोड़ा घिसें. इसके अलावा आप 1 चम्‍मच नमक और 1 चम्‍मच जैतून का तेल को मिलाकर भी पैरों पर रब कर सकते हैं. ऐसा आप रोज दूसरे या तीसरे दिन ऐसा करें, आपको जल्‍द फटी एड़ियों से राहत मिल जाएगी

पैर में बिवाई को ठीक करे-
  पैर की बिवाई में गर्म पानी में नमक मिलाकर पैर धोए और फिर सरसों का तेल गर्म करके उसमें मॉम को गर्म करके एक तरह का मरहम बनाकर सोते समय पैरों में लगाएं यह बहुत ही सरल इलाज है।
रात को सोते समय चित लेट कर अपनी उंगली को सरसों के तेल में डुबोकर नाभि पर 3,4 मिनट तक मालिश करें जब तक कि तेल सुख ना जाए यह प्रयोग लगातार छह सात दिन करने से फटी हुई बिवाई बिल्कुल ठीक हो जाएगी।
 ध्यान रहे देसी मॉम की दुगनी मात्रा में तेल लेकर उसे गर्म कर मॉम के साथ बिवाइयों पर लेप करने से किसी भी प्रकार की बिवाइयां फटने की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिल जाएगी।

 छोटे छोटे उपाय यह बहुत काम के हैं । इनको करने में कोई ज्यादा धन खर्च नहीं होता इसलिए इन उपायों को करें और अपना और अपनों का ध्यान रखें., कयोंकि हमारा स्वास्थ्य सबसे बड़ा धन है।
Posted by- kiran




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