संतान को बुद्धिमान कैसे पैदा करें | सुन्दर संतान कैसे पैदा करें | गर्भवस्था के लिए घरेलू उपाय |

संतान गोरी और बुद्धिमान कैसे पैदा करें-जब औरत मां बनने का सपना देखती हैं तो साथ में यह भी विचार आते हैं कि मेरा बच्चा दुनिया का सबसे सुंदर और बुद्धिमान हो। इसलिए आज के लेख में हम आज आपके साथ कुछ ऐसे टिप्स शेयर कर रहे हैं जो गर्भवती महिला के लिए बहुत जरूरी हैं। आप भी कुछ ऐसे tips follow करके आने वाले बच्चे के स्वास्थ्य, बुद्धि,और गोरे रंग की संतान पैदा कर सकते हैं। अगर आपका बच्चा बहुत बुद्धिमान और साथ में सुंदर भी हो तो आप दुनिया की सबसे सुन्दर माँ हो। अगर इंसान के पास बुद्धि और सुंदरता दोनों एक साथ हैं तो शायद उससे धनवान कोई नहीं।
गर्भवती महिलाऔ के लिए पौष्टिक और मल्टी विटामिन से भरपुर खाना लेना एक माँ के लिए बहुत जरूरी है।,क्योंकि मां के खाने का सीधा असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है।

अंडे का सेवन :------
प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिला के महिलाओं को अंडा खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीनम, सेलेनियम, जिंक, विटामिन A, D और कुछ मात्रा में B कॉम्प्लेक्स भी पाया जाता है. जो शरीर की सभी जरूरतों को पूरा करने का सबसे बेहतर सूपर फूड है। ये बात कई स्टडी में भी सामने आ चुकी है कि गर्भावस्था के दौरान अंडा खाने से बच्चे का दिमाग तेज होता है साथ ही उसके सीखने की क्षमता भी बढ़ती है।
 अंडे में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो गर्भावस्था के दौरान लिया जाना बहुत आवश्यक है. गर्भ में पल रहे बच्चे की हर कोशिका प्रोटीन से बनती है. ऐसे में गर्भवती महिला अगर अंडे खाती है तो भ्रूण का विकास बेहतर तरीके से होता है।
अंडेके सेवन से बच्चे को मानसिक बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है और उसका दिमागी विकास भी होता है।
अगर गर्भवती महिला का ब्लड कोलेस्ट्रॉल स्तर सामान्य है तो वह दिन में एक या दो अंडा खा सकती है. अंडे में कुछ मात्रा में सैचुरेटेड फैट भी होता है. अगर महिला का कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक है तो उसे जर्दी वाला (पीला हिस्सा) भाग नहीं खाना चाहिए।


बादाम का सेवन:------
बादाम में स्वस्थ वसा, मैग्नीशियम, विटामिन-ई, कोलीन, फोलेट और प्रोटीन जैसे स्वास्थ्यवर्द्धक तत्व होते हैं फोलेट के जरिए शिशुओं में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट (ब्रेन और स्पाइन से जुड़ा दोष) के जोखिम को कम किया जा सकता है। इसलिए, गर्भावस्था में फोलेट समेत कई पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए बादाम का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान दिनभर में एक तिहाई कप बादाम का सेवन किया जा सकता है। बादाम का सेवन हमेशा भिगोकर करना चाहिए।

पनीर का सेवन:--------
गर्भावस्था के दौरान बच्चे के मस्तिष्क विकास और आकर्षक व्यक्तित्व के निर्माण में जरूरी पोषक तत्वों की जरूरत होती है। पनीर के सेवन से गर्भवती महिला विटामिन-डी हासिल कर सकती है, जो भ्रूण के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद कर सकता है। गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 600 माइक्रोग्राम विटामिन-डी की आवश्यकता होती है और पनीर उन खाद्य पदार्थों में शामिल है, जो विटामिन-डी का एक अच्छा प्राकृतिक स्रोत माना जाता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि पनीर बच्चे को बुद्धिमान बनाने के लिए विटामिन-डी की पूर्ति कर सकता है।

नारियल पानी:-------
नारियल पानी गर्भावस्था के दौरान शरीर में फोलेट की पूर्ति के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि फोलेट नवजात में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट के जोखिम को कम कर सकता है। इसके अलावा, इसमें सोडियम और पोटैशियम जैसे जरूरी इलेक्ट्रोलाइट भी होते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान महिला को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं । इसलिए, गर्भावस्था में नारियल पानी पीना गुणकारी हो सकता है।

आंवला का सेवन--------
आंवला विभिन्न मानसिक विकारों और न्यूरोडीजेनेरेटिव (तंत्रिका तंत्र से जुड़ी) समस्याओं के उपचार में उपयोगी माना जा सकता है। साथ ही विटामिन-सी और आयरन से भरपूर आंवले का सेवन गर्भवती और होने वाले बच्चे के लिए भी अच्छा हो सकता है। हालांकि, आवंले का मुरब्बा किस प्रकार होने वाले बच्चे के बौद्धिक विकास में मदद कर सकता है, इससे जुड़ा कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।

आयरन :--------
आयरन किसी भी गर्भवती महिला की पहली जरूरत होती है। ज्यादातर गर्भवती महिलाएं यह जानती हैं कि आयरन से खून की कमी नहीं आती, लेकिन इसके साथ-साथ आयरन युक्त भोजन गर्भस्थ शिशु के लिए भी बहुत जरूरी होता है। भ्रूण के विकास के दौरान आयरन की कमी मस्तिष्क विकास, सीखने और भावनात्मक विकास में कमी ला सकती है। इसलिए, आयरन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करें,  ये बच्चे का दिमाग मजबूत बना सकते हैं। गर्भवती महिलाएं आयरन युक्त भोजन के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर डॉक्टरी परामर्श पर आयरन की गोलियों का सेवन भी कर सकती हैं।
आयरन की मात्रा सबसे जयादा आनार में पायी जाती हैं।

कैल्शियम:-------
बच्चे को स्मार्ट और बुद्धिमान बनाने में कैल्शियम की बड़ी भूमिका हो सकती है। कैल्शियम तंत्रिका तंत्र के माध्यम से मस्तिष्क को संदेश भेजने में मदद कर सकता है। साथ ही शरीर कैल्शियम का उपयोग एंजाइम को नियंत्रित रखने में भी करता है, जो मानव शरीर में लगभग हर कार्य को प्रभावित करते हैं। इस आधार पर माना जा सकता है कि कैल्शियम का सेवन करने से गर्भस्थ शिशु को उपरोक्त लाभ मिल सकते हैं और उसका बौद्धिक विकास अच्छी तरह हो सकता है। घेरेलू वस्तुऐ मे दुध से बनी हुई सभी खानों में कैल्शियम भरपुर मात्रा में पाया जाता है।


गोर वर्ण संतान प्राप्ति के लिए क्या खाये:-------

केसर का प्रयोग:-------
इसके लिए गर्भवती महिला को केसर युक्त दूध का सेवन करना चाहिए, इसका सेवन करने से ऐसा माना जाता है सुंदर और गोरी संतान की प्राप्ति होती है .

देशी बबूल :-----
जो देसी बबूल होता है उसके कोमल पत्ते, लगभग 2 ग्राम पत्ते रोज 3 माह तक खाने से जब से पता चलता है की प्रेगनेंसी है तब से खाने से भी गोरी संतान होती है।

कच्चा नारियल :---
गर्भवती महिला को कच्चा नारियल चबा चबा कर खाना चाहिए इसे संतान का रंग गोरा और आंखों बड़ी-बड़ी होती हैं। यह प्रयोग दक्षिण भारत में बड़े अच्छे से किया जा सकता है रोज गर्भवती स्त्री को हरे नारियल का पानी पीना चाहिए।

सौंफ का सेवन :-----
-10 ग्राम सौंफ सुबह-शाम खूब चबा-चबाकर नियमित रूप से खाने से त्वचा कांतिमय बनती है। गर्भवती स्त्री यदि पूरे गर्भकाल में सौंफ का सेवन करे तो शिशु गोरे रंग का होता है। साथ ही जी मिचलाना, उल्टी, अरुचि जैसी शिकायतें नहीं होतीं और रक्त शुद्ध होता है।

मौसमी का जूस:----
गर्भवती महिला को मौसमी का जरूर अवश्य करना चाहिए अगर मौसमी का मिलना संभव ना हो तो संतरे का जूस जरूर पिए क्योंकि इसमें विटामिन सी बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है और विटामिन सी हमारी त्वचा के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है इसके सेवन से बच्चे की त्वचा का रंग गोरा होगा और वह बुद्धिमान भी होगा इसका सेवन अवश्य करें।

जीवनशैली में बदलाव:-----
अगर आप सच में चाहते हैं की आपका बच्चा बुद्धिमान हो तो इसके लिए खाने से अलग अपने जीवन का आचरण में भी बदलाव करें । जब आप गर्भवती हो तब आप इन दिनों में ज्यादा से ज्यादा पूजा पाठ और धार्मिक पुस्तकों को और माहन लोगों की जीवनी जरूर पढ़नी चाहिए। जैसा आप सोचोगे वैसा ही आपके बच्चे की बुद्धि पर असर पडेगा। इसलिए खानपान के साथ अपने आचरण और व्यवहार में जरूर बदलाव लाएं।

गर्भवती होने पर क्या करे और क्या ना करे :------

गर्भावस्था के दौरान खान-पान से जुड़ी कुछ बातों का ध्यान रखकर कई प्रकार की समस्या से बचा जा सकता है।

एक बुद्धिमान बच्चे को जन्म देने के लिए हमेशा ताजे और केमिकल मुक्त फल व सब्जियों का इस्तेमाल करें।

प्रोसेस्ड फूड और हाई शुगर वाले पदार्थों से बचें।

शराब और धूम्रपान जैसे नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
यह मां और शिशु दोनों के लिए हानिकारक है।

कच्चे मांस, कच्ची या अधपकी मछली, कच्चे अंडे और अनपाश्चराइज्ड डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें,
इनसे संक्रमण का खतरा हो सकता है।

कच्ची सब्जी और फलों को हमेशा धोकर और काटकर खाएं।

अगर ऐसा लगता है कि फलों और सब्जियों का सेवन बढ़ाना है, तो सब्जियों को चीले या ऑमलेट में डाल सकते हैं और फलों को दलिए में डालकर भोजन में शामिल किया जा सकता है।

भोजन की तैयारी के दौरान स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।

रोजाना वॉक पर जाएं। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा।

जितना हो सके सीढ़ियां चढ़ने से बचें क्योंकि इन दिनों में पैर फिसलने से आपको और बच्चे को नुकसान हो सकता है।
जब आप गर्भवती  हो तो आप भुलकर भी अपनी मर्ज़ी से कोई  भी पेनकिलर ना खाये  इसके लियेे अपनी  डाकटर से सलाह जरूर करें। 

गर्भवती होने पर ज्यादा गर्म पानी में भूलकर भी स्नान ना करें ।

गर्भवती होने पर अगर आपका मिट्टी खाने का मन करे तो इसे भूल कर भी इग्नोर ना करें तो तुरंत अपने डॉक्टर से मिले और उनकी सलाह से दवाई ले यह हमारे अंदर कैल्शियम की कमी होने की वजह से ऐसी इच्छा हो जाती है कि अक्सर गर्भवती महिलाएं मिट्टी खाने की इच्छुक होती है और कई महिलाएं मिट्टी खा भी लेते हैं जो हमारे बच्चे के लिए बहुत नुकसानदायक है जो औरतें गर्भावस्था में मिट्टी खाती हैं उनके बच्चे आने वाले समय में लम्बाई नही बढती।

आज आप ने यह जाना कि बच्चे को बुद्धिमान और गौरवर्ण का बनानेके लिए भोजन की क्या भूमिका हो सकती है। एक बात स्पष्ट होती है कि मां गर्भावस्था के समय से ही बच्चे के अच्छे स्वास्थ्य की नींव रख सकती है। इसके लिए गर्भअवस्था में भोजन, व्यायाम और आराम के बीच संतुलन बना कर रखना बेहद जरूरी है। उम्मीद करती हूँ कि इस topic में दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। गर्भावस्था के दौरान सही पोषण के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के लिए इस लेख को सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। कयोंकि आप और आपका बच्चा आपके लिए बहुत कीमती है। इसलिए गर्भवती होने पर अपने खानपान में किसी भी प्रकार की कंजूसी ना करे।

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