unknown facts about brain in hindi |दिमाग़ के बारे में रोचक तथ्य | facts in hindi |

Unknown facts about brain in hindi- इंसान के पास दिमाग एक ऐसा अंग है, जो कंप्यूटर से भी जयादा तेज चलता है और इस अंग की वजह से हमे बरसो पुरानी बातें भी याद रहती है। दिमाग हमारे शरीर का ऐसा अंग है अगर इंसान जिंदा है और उसका दिमाग काम न करता हो और वह कोमा में चला जाए तो इंसान एक तरह से जिंदा लाश बन जाता है। आज हम आपके साथ दिमाग के बारे में कुछ ऐसे रहस्य शेयर करने जा रहे हैं जिनको पढ़कर आप भी हैरान रह जाएंगे।

क्या आपको पता है की हमारे दिमाग से जुडी कुछ ऐसी बाते भी है। जिन पर विश्वास करना बहुत मुश्किल होता है। आज हम इस पोस्ट में मैं आपको मनुष्य के मष्तिस्क के बारे में कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे है ,जो आपको हैरान देंगी। जी हा दोस्तों मानव के दिमाग से जुड़े कुछ ऐसे रोचक facts है जिनके बारे में आपने कभी सुना भी नहीं होगा।और आपको यह सब पढकर हैरानी भी होगी।
मनुष्य के दिमाग के बारे में ऐसी बहुत सारी बाते है जिनके बारे में हर कोई जानना चाहता है। जिनको पढने के बाद आपको अजीब जरुर लगेगा मगर ये सत्य हैं।

मानव दिमाग के रहस्य :-----

मानव दिमाग से जुड़े इन facts को पढ़कर आप बहुत कुछ नया सीख सकते हो, कुछ ऐसा भी जिसके बारे में आपने आज तक नहीं सुना हो।

Power of brain------
हमारे दिमाग के 3 भाग होते हैं, अगर भाग,मध्य भाग, और hind brain.

लगातार लगातार 90 सेकंड तक पसीने से तर बतर होने के कारण हमारे दिमाग का कुछ हिस्सा सिकुड़ जाता है।

दिमाग को दर्द नहीं होता:-----

दिमाग को दर्द नहीं होता है। जी हां, असल में दिमाग में दर्द को महसूस करने के लिए कोई नर्व रिसेप्टर नहीं होते। इसलिए सर्जन patient के दिमाग का ऑपरेशन तब भी कर सकते है जब मरीज होश में होता हैं।
पर डाक्टर पेशेंट को इसलिए बेहोश करते है कहीं वो डर ना जाये।
हम नोसिसेप्तर नाम की एक नर्व के कारण दर्द महसूस करते है जो की हमारी रीढ़ की हड्डी से दिमाग तक किसी तरह के खतरे के सिग्नल भेजती हैं।

हमारा दिमाग सोते समय भी काम करता रहता है।


दिमाग रखता है लाइट जलाने की ताकत:----

हमारे दिमाग में एक लाख से ज्यादा रक्त वाहनिकाएं होती हैं। मानव शारीर की 17 % उर्जा का इस्तेमाल करके और 20 प% ऑक्सीजन को इस्तेमाल करके, दिमाग 10 से 23 प्रतिशत Power बनता हैं जिससे बल्ब जल सकता हैं।
हमारे दिमाग में इतनी क्षमता है की हम पुरे एनसाइक्लोपीडिया ब्रितामिका को पांच गुना बढ़ जाने के बाद भी रट्ट सकते हैं।

एक सामान्य व्यक्ति के दिमाग के अंदर 60,000 हजार से भी ज्यादा विचार आते हैं 1 दिन में।

दिमाग सालो जिन्दा रह सकता है:---

जब एल्बर्ट आइनस्टाइन की की 1955 में मृत्यु हुई तो डॉ. थॉमस हार्वे ने उनकी मृत्यु के साढ़े सात घंटे ब्रैनेक्तोमी की और उनके दिमाग को संरक्षित कर लिया था।
साल 1978 में एक जर्नलिस्ट स्टेसी लेवी ने जाँच कर बताया की इतने सालो के बाद भी उनके उनके संरक्षित दिमाग का कुछ हिस्सा जिन्दा था और एकदम ठीक भी और सुरक्षित था।

दिमाग का दांया और बांया हिस्सा अलग अलग काम करता हैं।

जी हां, दिमाग का दांया और बांया हिस्सा अलग अलग तरह से काम करता हैं। दोनों में काफी अंतर होता है दिमाग का बांया हिस्सा हमे हर चीज प्रैक्टिकल रूप से बाध्य करता हैं जबकि दांया हिस्सा हमारी रचनात्मकता को पैदा करता हैं।
सबसे बड़ी बात ये है की अगर आप अपने दिमाग का एक चोथाई भी खो दे तो भी आप जिन्दा रहेंगे।

औरतें कर सकती है पुरुषो से ज्यादा काम:---

पुरुषो का दिमाग औरतों के दिमाग की तुलना में 10 प्रतिशत ज्यादा बड़ा होता है फिर भी महिलाये पुरुषो से ज्यादा देर तक काम कर सकती है कयोंकि उनके दिमाग में छोटा होने पर भी पुरुषो के दिमाग से ज्यादा रक्त कोशिकाये होती है और कनेक्टेर्स भी ज्यादा होते है।
इस वजह से औरते पुरुषो से ज्यादा टाइम तक और अधिक बेहतर काम कर पाती हैं। औरतो में भावनात्मक पहलु भी ज्यादा काम करता हैं।

दिमाग हमारे सपने को दे सकते है मनचाहा मोड:-----

हम सपनो को वो मोड भी दे सकते है जो हम चाहते है। आप ल्युसिड ड्रीम के बारे में तो जानते होंगे। ये सपने देखने का वो तरीका है जिसमे इंशान पूरी तरह नींद में नहीं होता हैं।

वो इस तरह से सपना देख रहा होता की उसे पता होता है की वो सपना देख रहा है और वो इस वक़्त ख्वाब में है। फिर सपने को चाहे जो मोड दे सकता है यानी आप सपने में कोई भी काम कर सकता हैं।

हम हंसते क्यों है------?

क्या आप जानते है की मनुष्य हंसता क्यों है सिर्फ मानव को ही ये क्षमता पाई गई है पर हम ऐसा क्यों करते हैं। इसके बारे में बहुत सी बाते बताई जाती है मगर सच ये है की आज तक इसका कोई ठोस सबूत नहीं है की हम हँसते क्यों है। हमारे अन्दर एक कैमिकल पाया जाता है जिसकी वजह से म हँसते है। लेकिन अगर हम खुद को गुदगुदी करने लगे तो हमारी हंसी नहीं आएगी क्योंकि हमारे ब्रेन के सेरीबैलभ हिस्से को पता होता है, कि हम खुद को ही गुदगुदी कर रहे हैं।

जिस के दिमाग में ज्यादा आईक्यू होता है वो उतने ज्यादा सपने देखता है और वो उतना ही ज्यादा होशियार होता है। एल्बर्ट आइनस्टाइन के दिमाग में सबसे ज्यादा आईक्यू पाया गया था। उनकी मृत्यु के बाद researches करने वालों ने उनके दिमाग को रिसर्च करने के लिए रख लिया था।

साथ ही साउथ कोरिया के किम उंगयाँग को भी सबसे ज्यादा आईक्यू होने वाले लोगो में गिना जाता है। उन्होंने दो साल की उम्र में ही कई तरह की भाषाए सिख ली थी।

दायाँ और बायां मे फर्क:----

दिमाग के बारे में यह रहस बहुत कम लोगों को पता होगा शिवाय डॉक्टरों के। अगर आपके सिर के दाएं हिस्से में कोई गांठ है तो आपको उसकी वजह से बाएं हिस्से में पैरालाइसिस या दर्द होगा, और अगर आप के बाएं हिस्से में कोई तकलीफ है तो उसका असर आप के दाएं हिस्से पर पड़ेगा यह दिमाग का बहुत बड़ा रहस्य है।

अगर हमारे दिमाग को ऑक्सीजन ना मिले तो 5 से 10 सेकंड तक, तो यह क्षतिग्रस्त हो सकता है।


जब हम रात को सोते समय सपने में अपनी मौत को देखते हैं उसके बाद कया होगा इसके तुरंत बाद हमारी आंख खुल जाती है, कयोंकि हमारे  दिमाग को यह बिल्कुल नहीं पता है कि मूत्यु के बाद कया होता है। 

Last thoughts:------
आज के इस post में हमने दिमाग के बारे में कुछ ऐसे रहस्य बताएं हैं शायद आप को उनके बारे में पहले कभी नहीं सुना होगा। अगर आपको यह अच्छे लगे हो तो इनको आप आगे जरुर शेयर करें और इस तरह की पोस्ट पढ़ने के लिए मेरे ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें ।प्लीज लाइक एंड शेयर।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ