नैगटीव सोच को कैसे ठीक करें | सकारत्मक विचारो के लाभ | खुद को सकारत्मक कैसे रखे |

नैगटीव सोच को कैसे खत्म करे - 

हम सब ने संत महात्माओं और धार्मिक ग्रंथों में पढा होगा और सुना होगा कि नेगटिव सोच कभी न रखें। क्योंकि जैसा हम सोचते हैं वैसा ही हमारे लिए ब्रह्मांड में तैयार होता रहता है। आज मैं आपके साथ नेगेटिव सोच के दुष्परिणाम क्या है यह शेयर करने जा रही हूं।


 हमारी सोच या विचार हमारे लिए  ईश्वर का एक वरदान है. इसके सही उपयोग से अद्भुत शक्तियां पायी जा सकती हैं। अच्छे विचारो से भाग्य को भी बदला जा सकता है और जीवन की तमाम समस्याएं सुलझाई जा सकती हैं।हमारे विचार स्वयं पर और दूसरों पर भी धीरे धीरे बहुत गहरा असर डालते हैं।

 क्यों हमें नेगेटिव सोच नहीं रखनी चाहिए:---- 🙏🙏

सदा अशुभ भावनाओं से अपने को दुर  रहने दो। हमारी नेगटिव सोच से  स्वास्थ्य को नुकसान होता है। फायदा कुछ भी नहीं होगा और कभी भी नहीं होगा ।नारायण प्रभु का कहना है कि जो बीत गया उसके बारे में मत सोचो कभी भी बुरा मत सोचो जैसा सोचोगे वैसा ही होता जाता है। अतः बुरा नहीं चाहते हो तो बुरा सोचो भी मत सिर्फ वर्तमान और आने वाले कल की सोचो । वह भी अच्छी सोच कुछ ही दिनों में तुम पाओगे कि सभी कुछ अच्छा ही अच्छा हो रहा है।  अब अच्छी सोच के साथ तुम्हारा भविष्य तुम्हारे हाथ में है। बुरा सोचकर बुरा या अच्छा सच्चा सोचकर अच्छा तुम खुद ही अपना भविष्य बना सकते हो। हमेशा पॉजिटिव सोच रखो। अगर अपनी लिए नेगेटिव  नही चाहते  फिर तुम नेगेटिव सोच भी जबरदस्ती अपने  अंदर क्यो लाते हो । अगर अपने आप जबरदस्ती आ भी जाती है तो उसका भी उपाय हैं ।

नेगटिव सोच को दुर करने के उपाय:--🙏🙏🙏🙏🙏

⚘प्राणायाम और ध्यान करना शुरू कर दो 15:20 मिनट या 1 घंटा हर रोज प्राणायाम करो इससे आपके नेगेटिव सोच जबरदस्ती आने वाली खत्म हो जाएगी।

 ⚘ राम नाम लिखना शुरु कर दो।

⚘ ग्यारह माला गायत्री जाप करना शुरू कर दो।

 ⚘अपनी पसंद की मजाकिया कहानियां यह धार्मिक पुस्तकों को पढ़ना और देखना शुरू कर दो नेगेटिव सोच अपने आप खत्म हो जाएगी।

⚘ नकारात्मक पर ज्यादा ध्यान न दें और अपने जीवन में सकारात्मक पर ध्यान केंद्रित करें।

⚘. नकारात्मक विचारों का कारण बनने से बचें।

⚘सही रवैया अपनाने से नकारात्मक तनाव को सकारात्मक रुप में बदल सकते हैं।

⚘. आत्मविश्वास बनाए रखें, आत्मविश्वास की कमी ना आने दें क्योंकि ज्यादातर लोग आत्मविश्वास की कमी से नकारात्मक सोच के शिकार बनते हैं।

⚘ अपने अतीत के बारे में मत सोचों क्योंकि अतीत की गलतियों या भविष्य बनाने की चिंता ही नेगेटिव सोच का मुख्य कारण है। 

⚘ नकारात्मक वातावरण में ना रहें, नेगेटिव थॉट्स वाले लोगों से दूर रहें।

⚘ हमेशा कुछ ना कुछ करते रहें अपने आप को व्यस्त रखें, कुछ काम नहीं है तो पॉजिटिव गाने सुनें या किताब पढ़ें।

⚘. ऐसे लोगों के साथ रहें जो खुश रहते है. हमेशा खुश रहने और हँसते रहने की कोशिश करें।

⚘.अगर कोई आपकी गलतियों पर हँस रहा है तो खुद को गलत मत समझो बल्कि सोचो की जिस - जिस पर जमाना हँसा है उसी ने इतिहास रचा हैं।
 एक बार दिन में किसी भी धार्मिक स्थन पर जरूर 


नेगटिव लोगों के साथ रहने के दुष्परिणाम:-----😪😪

मै ऐसे लोगों से  मिल चुकी हूं जो हर  समय नेगेटिव सोचते रहते थे कि मेरे पर यह घोर बिपदा है, संकट क्यों आ गया, मेरी तो तकदीर ही खराब है। इस उम्र मेरे कोई भी साथ देने वाला कोई है ही नहीं मैं क्या करूं, कैसे करूं, ऐसी सोच रखने वालों के साथ हमेशा निराशा, दुख, उदासीनता पैदा करती है, और डिप्रेशन की बीमारी का शिकार हो जाते हैं।

ऐसे लोग  हर वक्त  दवाईयां खाने लग जाते हैं ,व्यापार करना छोड़ देते है  और मौत का इंतजार करने लग जाते है। 

 उनको बार बार समझा कर, हिम्मत करो और सोच बदल कर जो बीत गया सो बीत गया , यह खराब समय था और अब बीत  ही जाएगा। इसलिए तुम आज से ही नहीं जिंदगी  की शुरुआत करनी है।

 पहले भी बहुत बढ़िया जिंदगी थी उसका भी वह भी अच्छा समय था। जो भी भगवान ने किया वह सब कुछ अच्छा ही था ।जो आगे होने वाले है वह भी अच्छा ही होगा।

 इस तरह की सोच फिर से अपनाने से और दूसरों को समझाने से एक हारा हुआ इन्सान एक चमत्कार का अनुभव अपनी लाइफ में जरूर होगा। नेगटिव सोच  का स्पष्ट मतलब यह है कि आप बुराई को,  दुखों को, बीमारी को ,असफलता को बुला रहे हो, उनको निमंत्रण दे रहे हैं।

 बिना किसी कारण के अंधेरे में खड्डे में नुकसान में फसंना चाह रहे हो, पर ऐसा क्यों?

 इसलिए कभी भी बुरा मत सोचो ना ही किसी का बुरा करो।  अगर आपकी लाइफ में दुख आ भी जाए तो यह धारणा मन में दृढ़ता से पक्की कर ले कि सुख स्थाई नहीं है। कुछ दिनों का हमें सुख देकर चला गया तो दुख जो आया है वह भी अस्थाई है। यह भी थोड़े से समय में चला जाएगा। पुणे फिर से सुख जरूर आएगा।

 ऐसी सोच रखते रहने से बड़ा संकट शीघ्र कट जाएगा और अच्छे दिन भी जल्दी आ जाते हैं।

 जिस प्रकार रात के बाद ऐसा नहीं होता कभी सूरज ना निकला हो। अगर रात आती है तो सुबह सूरज भी निकलता है। इसी प्रकार हमारे जीवन में अगर दुख आए हैं तो सुख भी जरूर आएगा। संसार में छोटी बड़ी  बातें तो होती रहती हैं और होती भी रहेंगी। इन बातों को अपने मानसिक शक्ति को व्यर्थ खर्च ना करें। इन सब  अनचाही बातों को चुपचाप देखते   और सुनते रहे। मगर मन के भीतर उनको जाने ना दें।

 भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को केवल पॉजिटिव विचार शक्ति दी थी जिससे वह निराशा से ऊपर उठकर विजयी हुआ। इसके विपरीत महाराज शैलय ने कर्ण को नकारात्मक विचार दिये  और इसी कारण वह निराशा के दलदल में फंस गया और हार गया।जबकि  करण अर्जुन से भी ज्यादा ताकतवर था। सिर्फ सोच का और नेगटिव लोगों के  साथ रहने का दुष्परिणाम था।


 अगर आप अपनी सोच अच्छी रखते हैं तो जीत अवश्य मिलेगी। अगर आपने अपनी सोच अच्छी रखी तो आप जीत कर भी हार जाएंगे। बस यही सोच का फर्क है इसलिए किसी भी काम करने से  हमेशा पॉजिटिव सोचे  जो भी काम में करने जा रहा हूं मुझे उसमें सफलता अवश्य मिलेगी। अगर आपने पहले से ही सोच लिया  मुझे सफलता मिलनी संभव नहीं है तो आपको किसी भी कीमत पर सफलता नहीं मिलने वाली।

 इसलिए अपने जीवन से हमेशा के लिए नेगेटिव सोच को खत्म कर दें। और हमेशा पॉजिटिव सोचे।

 अगर आप अपनी दुनिया और काम में कामयाब होना चाहते हैं कामयाब होने के लिए मेहनत करना भी बहुत जरूरी है ,पर उसके साथ पोजिटिव  सोच रखना उससे भी ज्यादा जरूरी है। तभी आप को सफलता मिल सकती हैं।

 अगर आप मेरा यह टॉपिक पढ़ रहे हैं तो आज से अपने नेगेटिव सोच को और अपने अंदर पोजिटिव  सोच को ज्यादा से ज्यादा भरे।  जैसा आप सोचते जाएंगे वैसा ही आपके लिए ब्रह्मांड में तैयार होता रहेगा।

Positive thoughts in hindi----

Quotes in hindi 

*अच्छे लोगों को याद नहीं रखना पड़ता, वो हमेशा याद रह जाते हैं।



* अगर हम किसी की निंदा करते हैं तो, ध्यान रखें कोई और हमारी भी निंदा जरूर करेगा ।


 * अपने विचारों को हमेशा सकारात्मक रखना चाहिए , क्योंकि सकारातमक की वजह से कोई भी परेशानी ज्यादा समय तक टिक नहीं पाती है..!!

 

* जीवन का मुल मंत्र :---
कभी -कभी माफ करना
सजा देने से ज्यादा महत्वपूर्ण
होता है...!!


* शक्तिशाली व्यक्ति में क्षमा करने का गुण होता है और कमजोर व्यक्ति के मन में बदला लेने की भावना होती है।


* दूसरों का भले की सोच रखने वालों के साथ कभी भगवान् बुरा नहीं होने देता ..!!

* इन्सान की पोजटीव सोच
असम्भव को भी सम्भव कर
सकती है .!!


यह बात में ऐसे ही नहीं कह रही हूं यह मेरी अनुभव किया हुआ प्रयोग है। जैसा हम सोचते हैं भगवान हमारे लिए वैसा ही हमें तैयार करके दे देते हैं। सोच को आप हल्के में मत लेना। हमारी सोच हमारे लिए कुछ भी सभंव कर सकती है यह एक साइंस है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ