दही खाने के फायदे | दही खाने के स्वास्थय लाभ | दही कब खाये और कब नहीं खाये ||

 Tittle- दही खाने के फायदे- 
 दही हम सब के घरों में बहुत आसानी से मिल जाती है यह अपने आपमें एक भरपूर डाईट है। इसके खाने से शरीर की बहुत सारी जरूरते पूरी होती है।
दूध को जमाने पर जब दही बनता है यह दूध से अधिक गुणकारी होता है। यदि दही का दूध कुछ जमा और कुछ ना जमा हो तो इसका सेवन नहीं नहीं करना चाहिए। अच्छी तरह से जमा हुआ मीठा रस वाला और थोड़ा सा खट्टापन लिए दही का सेवन करना ही सबसे उत्तम माना जाता है ।

आईये जानते हैं कि कब दही खाये और कब न खाये।

 जयादातर लोगों की डाइट का दही एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। दही में काफी पोषक तत्व पाए जाते हैं हैं। रोज दही खाने से न केवल आप तरोताजा रहते हैं बल्कि इससे पाचन तंत्र भी ठीक रहता है और पेट से जुड़ी बीमारीया भी नहीं होती। ऑस्टियोपोरोसिस, ब्लड प्रेशर, बालों और हड्डियों के लिए भी दही कई तरह से फायदेमंद है। दही में प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 और विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है।
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दही खाने के फायदे-----

खाने के साथ दही खाने के फायदे
खाने के साथ दही खाने के कई फायदे हैं। इससे न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ता है बल्कि इससे आपकी पाचन शक्ति भी मजबूत बनती है। आप अगर खाना खाने के बाद चीनी या गुड़ डालकर दही खाते हैं, तो इससे आपकी बॉडी से टॉक्सिक यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाते हैं। 
 
बी पी की समस्या से छुटकारा---
प्रतिदिन दही खाने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा काफी हद तक कम होता है। वहीं दिल से जुड़ी बीमारियों से दूर रखने में भी दही उपयोगी होता है।

बालों और तवचा के लिए----

दही को आप सीधे बालों और त्वचा पर लगा सकते हैं और बहुत ही जल्दी इसके अच्छे परिणाम देख सकते हैं। डैंड्रफ से बचने के लिए बालों में दही लगाना बेहद अच्छा रहता है। इसके लिए दही को बालों में लगाकर आधे घंटे के बाद बाल धो लें।

केल्शियम की पूर्ति के लिए---

दही फैट की अच्छी फॉर्म है। दही में दूध के बराबर ही पोषक तत्व होते हैं। दही में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। दही खाने से दांत और हड्डियां तो मजबूत होती ही हैं, साथ में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा भी कम होता है।

अनिद्रा रोग के लिए---
दही खाने से तनाव कम होता है। दही एनर्जी बूस्टर भी है। ये एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और शरीर को हाइड्रेट भी करता है। दही से प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है। यही नहीं अनिंद्रा की समस्या को दूर भगाने में भी दही फायदेमंद होता है।

मोटापा कम करने के लिए---
जैसा की हम सभी जानते है की मोटापा कई बीमारियों को जन्म देता है। यानि की यदि हम मोटापा कम कर लेते हैं तो हम दूसरी बीमारियों से भी निजाद पा सकते हैं। दही हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है। जिससे रक्त का प्रवाह सुधरता है और शरीर में अतिरिक्त चर्बी नही जमती। इसके अलावा दही के उपयोग से ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं में भी बहुत लाभ मिलता है।

पेट के लिए रामबाण है दही------

पेट के कई रोगों के इलाज के लिए भी दही अमृत माना जाता है। पेट में गर्मी या जलन होने पर दही या दही से बनी लस्सी पीने से आराम मिलता है। इसके अलावा अगर किसी को दस्त होता हो तो दही में चावल मिलकर खाना चाहियें। 

फैस मास्क है दही----
त्वचा में चमक लाने के लिए भी दही का इस्तेमाल किया जा सकता है। दही में मोजूद विटामिन ए, फॉस्फोरस, और ज़िंक त्वचा में चमकाने में मदद करते हैं। बस दही में थोड़ा बेसन मिला लीजिए और 10 मिनिट के लिए चेहरे पर लगाकर रखें। इससे आपके चेहरे की रंगत भी बढ़ेगी और त्वचा में चमक भी आएगी। अगर आप अपनी तैलीय त्वचा से परेशन हैं तो दही में शहद मिलाकर लगाएं। इससे कई हद तक तैलीय त्वचा से छुटकारा पाया जा सकता है।

इम्नुयटी पावर बढाने के लिए-----

दही का सेवन इम्युनिटी के लिए भी बहुत ही लाभकारी हो सकता है। विशेष रूप से यदि इसमें प्रोबियोटिक होते हैं। इसलिए नियमित रूप से दही का सेवन आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकता है। और इस कारण आपके बार बार बीमार होने की संभावना को भी कम हो जाती है।
प्रोबायोटिक दवाओं को सूजन को कम करने के लिए जाना जाता है, जो वायरल संक्रमण से लेकर आँतों से जुड़ी कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए उपयोग की जाती है। रिसर्च के अनुसार कुछ मामलों में, प्रोबायोटिक सामान्य सर्दी से लेकर, उसकी गंभीरता को कम करने में भी मदद कर सकते हैं।इसके अलावा, दही में मैग्नीशियम, सेलेनियम और जिंक की भी भरपूर मात्रा होती हैं जो इम्युनिटी को मजबूत बनाने में सहायक होती है।

दही खाने के लिए सावधानी--हमेशा ताज़े दही का ही सेवन करे, भुलकर भी बासी दही न खाये। कभी भी रात के समय दही ना खाएं। अगर आपको सर्दी की समस्या हमेशा बनी रहती है तो भी दही का सेवन ना करें।

कब ना खाये दही---

दूध उत्पादों में केसिन और मट्ठा होते हैं, जो प्रोटीन होते हैं। जिनके सेवन से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। जिसके कारण आपको सूजन जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए यदि आपको दूध से एलर्जी है तो आपके लिए दही के सेवन से बचना सबसे अच्छा उपाय है।

कई प्रकार के दही में अधिक मात्रा में चीनी होती है, खासतौर पर उनमें जिनमें कम फैट का लेबल लगा होता है। अतिरिक्त चीनी के सेवन से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है, जिनमें डायबिटीज और मोटापा शामिल हैं। इसलिए दही खरीदते समय ध्यान रखें की उसमें चीनी की मात्रा ना हों।
आयुर्वेद में कहा गया है की रात को दही खाने से बचना चाहिए। रात को दही लेने पर यह एक तरह से शरीर के लिए हानिकारक साबित होता है। रात के समय हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप से कफ की प्रबलता बढ़ जाती है। इसलिए रात को दही खाने से पेट से जुडी कई बीमारियां होने का खतरा रहता है। कई एक्सपर्ट्स के अनुसार, रात को दही खाने से food poisoning तक हो सकती है। इसलिए रात के समय दही खाने को निशेध माना गया है।
दही का सेवन हमेशा एक कटोरी से अधिक नहीं करना चाहिए। गर्म करके जमा हुए दूध का दही रुचि कारक ,पित और वायु  को हरने वाला और सभी धातुओं की जट रागनी को बढ़ाता है। मलाई निकाले हुए दूध का दही दस्त को रोकता है। ठंडा वायु कारक दही में पचने मे और मल्ल को भी रोकने वाला होता है। इसलिए दही का सेवन करने से पहले सभी प्रकार की सावधानी बरतना जरूरी है क्योंकि अगर हम अधपकी सब्जी या भोजन कुछ भी खाएंगे उससे लाभ कम नुकसान ज्यादा होगा। इसीलिए खाने की किसी भी वस्तु में समझौता ना करें जब भी खाएं तो पूरी तरह से सही और पका हुए भोजन का सेवन करे।
क्योंकि स्वास्थ्य की सबसे बड़ा धन है, बाकी सब चीजें बाजार में मिल सकती है, पर स्वास्थ्य नहीं....!!



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