खांसी को कैसे ठीक करें | खांसी के लिए घरेलू उपाय | home remedies for dry cuf |


खांसी का के लिए घरेलू नुस्खे –
नवरात्रि शुरू होते ही मौसम बदलने वाला है और हमारे खानपान और बदलते मौसम में खांसी की समस्या आम हो जाती है। आइए जानते हैं इसके लिए हम किस प्रकार घर पर रहकर ही इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं हमारे रसोई घर में कुछ ऐसी औषधियां पाई जाती हैं जिनका उपयोग करके हम अपने खांसी जैसी समस्या को घर पर ही ठीक कर सकते हैं। लेकिन यदि समय रहते इलाज न करने पर यह गंभीर रूप भी ले सकती है। इसलिए, अगर किसी को हल्की-सी खांसी भी है, तो उसे ठीक करना जरूरी है। 

अगर किसी की खांसी गंभीर रूप ले चुकी है, तो ऐसे में घरेलू उपचार खांसी से उबरने में मदद कर सकते हैं, लेकिन पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकते। इसलिए अपने स्वास्थय के लिए बिना देरी किए डॉक्टर से इलाज करना चाहिए।

खांसी के कारण-

खांसी की समस्या होने पर इसके लक्षण खांसी के कारण के आधार पर दिखाई दे सकते हैं।


गले में खराश होना

गले में दर्द होना

बुखार आना

सिरदर्द

थकान होना

सीने में दर्द होना

सांस लेने में परेशानी होना

नाक बंद होना

नींद न आना

सीने में जलन होना

खाने की इच्छा न होना


खांसी कितने तरह की होती है ----

जब खांसी जल्दी ठीक हो जाए, तो इसे सामान्य माना जाता है, लेकिन अगर यही खांसी ज्यादा दिनों तक रहती है, तो यह चिंता का कारण हो सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि समय रहते खांसी के प्रकार की पहचान कर खांसी का इलाज किया जाए।


तेज खांसी को कैसे ठीक करें-
जब खांसी तेजी से शुरू होती है। इसके पीछे मुख्य कारण सर्दी, फ्लू या साइनस संक्रमण होता है। इस प्रकार की खांसी आमतौर पर 3 सप्ताह में ठीक हो जाती है।
जब एक्यूट खांसी 3 हफ्ते बाद भी ठीक न हो और 8 सप्ताह तक रहे, तो उसे सब एक्यूट खांसी कहा जाता है।

पुरानी खांसी – 
यह खांसी कई दिनों तक रहती है और कई बार आठ हफ्ते से ज्यादा समय तक रह सकती है। ऐसे में बिना देर करते हुए तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और अपनी परेशानी बताएं।

कुक्कुर खांसी – 
यह खांसी संक्रमण से होती है, जो नाक और गले को प्रभावित करती है। यह खांसी ज्यादातर बच्चों को होती है ।

बलगम वाली खांसी – इसमें खांसते समय बलगम निकलता है। इस तरह की खांसी में सीने में बलगम जमा हो जाता है, जिस कारण मरीज को सांस तक लेने में परेशानी होती है।

सूखी खांसी – 
यह खांसी गले में खराश के साथ होती है। बार-बार लगेगा कि गले में कुछ फंसा है। इसमें खांसने से बलगम नहीं निकलता है, यह खांसी बदलते मौसम या धूल-मिट्टी व प्रदूषण के कारण हो सकती है।

रात में खांसी - यह खांसी ज्यादातर रात को होती है। यह कभी-कभी इतनी तीव्र हो जाती है कि मरीज को नींद भी नहीं आती है।

खांसी के लिए घरेलू इलाज---

खांसी की समस्या से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय को अपनाकर इस समस्या का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए नीचे बताए जा रहे किसी भी घरेलू उपाय को अपनाकर आप घर बैठे अपनी खांसी ठीक कर सकते हैं।

1. नमक के पानी से गरारे

सामग्री:

एक चम्मच नमक

एक गिलास गर्म पानी

कैसे करें उपयोग:

गर्म पानी में नमक मिलाएं।

फिर इससे गरारे करें।

कितनी बार करें उपयोग:

आप इसे दिनभर में दो से तीन बार कर सकते हैं।

पानी में नमक डालकर गरारे करने का नुस्खा वर्षों से लगभग हर घर में चला आ रहा है। इसे सबसे आसान और खांसी का रामबाण इलाज माना जाता है। एक वैज्ञानिक शोध से पता चलता है कि कुछ दिनों तक नियमित रूप से गरारे करने पर ऊपरी श्वास नलिका के संक्रमण से बचाव हो सकता है ।
इससे खांसी की समस्या से राहत मिल सकती है।

2. भाप (steam)

आधा टब पानी

तौलिया

सबसे पहले पानी को किसी बर्तन में डालकर गर्म करें।

फिर सिर पर तौलिया डालकर भाप ले.

खांसी की समस्या में इसे दिन में दो बार उपयोग कर सकते हैं। 

कभी-कभी खांसी के साथ नाक भी बंद हो जाती है, ऐसे में इस भाप से बंद नाक खुल जाएगी और गले को भी गर्माहट मिलेगी। कोशिश करें कि इस भाप को रात में सोने से पहले लें और फिर सिर को अच्छी तरह से ढक लें, ताकि ठंडी हवा न लगे। हालांकि, अभी तक इसका कोई खास प्रमाण नहीं है कि भाप से पूरी तरीके से खांसी ठीक हो सकती है या नहीं, लेकिन अस्थायी तौर पर राहत जरूर मिल सकती है।

शहद -

सामग्री:

दो चम्मच शहद

एक चम्मच नींबू या अदरक का रस

कैसे करें उपयोग:

शहद और नींबू या अदरक के रस को मिलाकर पिएं।

इसे सिरप की तरह दिनभर में दो से तीन बार ले सकते हैं।

एक शोध के अनुसार शहद को खांसी के इलाज के लिए एक अच्छा उपाय माना जा सकता है। यह खांसी को ठीक करने वाली दवा से भी अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकता है ।
आयुर्वेद के अनुसार  शहद के सेवन से कुछ हद तक खांसी कमी हो सकती है। इसके सेवन से मरीज की खांसी कुछ कम होती है और रात को सुकून की नींद आ सकती है। इसके लिए शहद में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल गुण सहायक होते हैं। इसमें मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया को दूर करने का काम कर सकता है। इससे इन्फेक्शन से होने वाले बचा जा सकता है ।


अदरक-

तीन चम्मच बारीक कटा अदरक

एक चम्मच सूखा पुदीना

एक कप शहद

चार कप पानी

कैसे करें उपयोग:

एक बर्तन में पानी लेकर उसमें अदरक और पुदीना मिलाएं।

फिर पानी को अच्छी तरह से उबाल लें।

इसके बाद पानी को ठंडा होने दें। उसके बाद इसमें शहद मिलाएं।

इस मिश्रण का रोज एक चम्मच सेवन करें।

इस मिश्रण को किसी अच्छे जार में बंद करके, फ्रिज में दो से तीन हफ्ते के लिए रखा जा सकता है।

इस मिश्रण को हर तीन से चार घंटों के अंतराल में पिया जा सकता है।

खांसी रोकने के उपाय में अदरक को भी शामिल किया जा सकता है। अदरक को खांसी के लिए प्राकृतिक इलाज माना जाता है ।


लौंग----

एक लौंग

चुटकी भर सेंधा नमक

कैसे करें उपयोग:

लौंग को सेंधा नमक के साथ चबा लें।
इसे दिन में दो से तीन बार उपयोग कर सकते हैं।

लौंग का उपयोग कर कई समस्याओं से बचा जा सकता है, जिनमें से एक खांसी भी है। दरअसल, लौंग एक्सपेक्टोरेंट की तरह काम करता है, जो खांसी के इलाज की दवाई होती है।
इसलिए, लौंग को खांसी की रामबाण दवा कहा जा सकता है।

काली मिर्च--

एक चम्मच काली मिर्च पाउडर

दो चम्मच शहद

एक कप गर्म पानी

गर्म पानी में काली मिर्च पाउडर और शहद मिलाएं।

अब कप को 10 से 15 मिनट के लिए ढक कर रख दें।

फिर इस चाय को पिएं।


इस चाय को खांसी के दौरान रोज एक से दो बार पिया जा सकता है।

काली मिर्च को खांसी का घरेलू इलाज के लिए अच्छी हर्बल दवाई माना जा सकता है। इस संबंध में किए गए एक वैज्ञानिक अध्ययन के मुताबिक, खांसी की समस्या में सुधार करने के लिए काली मिर्च प्राकृतिक दवा के रूप में काम करती है। इसके अलावा, यह सर्दी और गले के रोग में भी सुधार करने का काम कर सकती है। इसके लिए काली मिर्च में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबियल गुण फायदेमंद हो सकते हैं । 

लहसुन का उपयोग-

सामग्री:

एक या दो लहसुन की कलियां

एक गिलास दूध

कैसे करें उपयोग:

लहसुन की कलियाें को दूध में उबाल लें फिर इसे पिएं।


खांसी के दौरान दो से तीन दिन तक रात में इस दूध का सेवन किया जा सकता है।

अगर कोई लहसुन का स्वाद पसंद न होने के कारण इसके सेवन से परहेज करता है, तो उन्हें यह जानकर हैरानी होगी कि लहसुन कई समस्याओं के लिए एक अच्छा घरेलू उपचार साबित हो सकता है। आयुर्वेद के अनुसार लहसुन खांसी से राहत पाने में मददगार हो सकता है। इसके लिए, लहसुन में पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण सहायक होते हैं। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि लहसुन खांसी का अचूक इलाज है।


तुलसी-

कुछ तुलसी के पत्ते

तुलसी के पत्तों को अच्छे से धोकर उनका सेवन करें। अगर तुलसी के पत्तों का स्वाद अच्छा न लगे, तो इसमें थोड़ा नमक या काली मिर्च छिड़ककर खाएं।

इसके अलावा, तुलसी की चाय या तुलसी का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं।

इसे दिन में एक बार उपयोग कर सकते हैं।

तुलसी कई तरह के औषधीय गुणों से समृद्ध होती है। इसलिए, यह खांसी और अस्थमा जैसी अन्य कई बीमारियों के इलाज में मदद कर सकती है। इन समस्याओं से राहत दिलाने के लिए इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल व एंटिफंगल गुण मदद कर सकते हैं। ये गुण खांसी के कारण बनाने वाले बैक्टीरियल इन्फेक्शन को दूर रख सकते हैं ।
ऐसे में कहा जा सकता है कि तुलसी खांसी की दवा का काम कर सकती है।

हल्दी-------

सामग्री:

एक चम्मच हल्दी

एक गिलास दूध

दूध में हल्दी पाउडर मिला लें।

अब इसको पिएं। स्वाद के लिए इसमें थोड़ी चीनी या शहद मिला सकते हैं।

इसे रात को सोने से पहले सेवन किया जा सकता है।


दालचीनी-

चुटकीभर दालचीनी पाउडर

एक चम्मच शहद।

शहद को तब तक गर्म करें, जब तक कि यह थोड़ा पतला न हो जाए।

फिर इसमें चुटकीभर दालचीनी मिलाकर ठंडा करके इसका सेवन करें।

इसे कफ सिरप की तरह रोज दो से तीन बार पिएं।


खांसी के घरेलू उपचार में आज भी कई जगह दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता है। यह सब दालचीनी में पाए जाने वाले एंटीसेप्टिक, एंटीफंगल और एंटीवायरल प्रभाव के प्रयोग किया जाता है ।

नींबू-
आधा चम्मच नींबू का रस

दो चम्मच शहद

एक कप गर्म पानी

गर्म पानी में शहद को अच्छे से मिलाएं।

फिर इसमें नींबू का रस अच्छे से मिलाकर इस मिश्रण को पिएं।

इस मिश्रण को एक बार सुबह और एक बार रात को पी सकते हैं।

नींबू का उपयोग कर खांसी का घरेलू इलाज किया जा सकता है। दरअसल, नींबू में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी  होता है, जो सूजन और संक्रमण को कम करने में मदद कर सकता है। इससे खांसी की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है ।इसके अलावा, इसमें मिलाया जाने वाला शहद भी खांसी से राहत दिलाने का काम कर सकता है।

गुड़-

सामग्री:

एक गुड़ का टुकड़ा

आधा प्याज

आधे प्याज के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें।

अब इसे पीसे हुए गुड़ में मिलाकर खाएं।

इसे रोज दो से तीन बार खाया जा सकता है।
खांसी और जुकाम में सुधार करने के लिए गुड़ उपयोगी साबित हो सकता है। यह छाती में जमा बलगम को बाहर निकालने में मदद कर सकता है, जिससे खांसी और जुकाम की समस्या से राहत मिल सकती है।

एक शोधके अनुसार गुड़ में शक्कर के मुकाबले कम मात्रा में मिनरल साल्ट होते हैं, जो सूखी खांसी और बलगम वाली खांसी के साथ ही अपच व कब्ज आदि स्वास्थ्य समस्याओं से राहत दिला सकते है। ऐसे में गुड़ को खांसी की दवा कहा जा सकता है।

खांसी के लिए काले बंसा का प्रयोग कैसेे करें-
काला  बांसा एक चम्मच
एक कप पानी
एक चम्मच गुड

इन तीनों सामग्री को गरम पानी में तब तक पकाये जब यह पककर सिर्फ चार चम्मच रह जाये। अब इस काढे को आप रात को पिकर सो जाये
खांसी किसी भी प्रकार की हो यह खांसी के लिए बहुत ही अचूक उपाय है ।
यह सब उपाय आप गर बैठे कर सकते हो ।अगर हो सके तो अपने चाहने वाले और दोस्तों को जरूर शेयर करें 

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