Daughter's day quotes in hindi | quotes for daughter in hindi | बेटियाँ को लिए अनमोल वचन | daughter quotes |

Tittle- daughter's day  special quotes in hindi.
बेटी को दे सस्कारो का दहेज-
हम सभी को अपनी बेटियां बहुत ही प्यारी होते हैं पर यह भी एक कड़वी सच्चाई है कि वह हम सब की बेटियों को एक दिन पर आए घर यानी ससुराल जाना ही है इसलिए अपनी बेटियों को पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ घर के काम में भी दक्ष करें ताकि वह अपने ससुराल में कोई काम करने में हिचकिचाहट ना हो। अगर आप अपने बेटी को संस्कारों का दहेज देंगे तो आपकी बेटी सम्मान व इज्जत पाएगी ।जो आपके द्वारा दिए गए मूल्यवान उपहार देने से कभी नहीं हो सकती ।अमूल्य संस्कारों से आपकी बेटी उम्र भर खुशियों के साए तले सुख में जीवन व्यतीत कर सकती है। मां की शिक्षा बेटी का घर बनाने व उजाड़ने में काफी सहायक होती हैं। 


संस्कारो की शिक्षा  बेटी को कैसे दे -

बेटी को ऐसी शिक्षा दें जिससे वह अपने घर ससुराल में एडजस्टमेंट कर सके। ससुराल ही उसका घर है तथा वहां के सभी सदस्य उसके अपने हैं, यही बात बेटी को समझाएं क्योंकि आपकी बेटी के घर के मामलों में दखलंदाजी उसकी सास तो क्या आपके दमाद भी बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे ।बेटी को समझाए कि सास तुमसे अधिक अनुभवशील है उन्हे दुनियादारी तुमसे अधिक समझ है। वह बड़ी है उनकी इच्छा को ही सम्मान दो यही तेरा धर्म है। किसी के ह्रदय को प्यार, विश्वास, ममता और त्याग से जीता जा सकता है। उन्हें कभी एहसास ना होने दो कि तू उनकी बहू है बेटी की तरह तन मन धन से उनकी सेवा करो। बेटी को यही कह कर विदा करो अपने रूप, गुण ,सुदंरता पर कभी अभिमान ना करो ।हर सास भी एक मां होती है उन्हें आदर, सम्मान और प्यार देकर अपना बनाया जा सकता है, ना की अपेक्षा  और अनादर करे। वह बरसों से घर का बोझ उठाती सास की इच्छा होती है ।उसे बहू के आने पर कुछ राहत मिले और वह भी आराम कर सके। इसलिए बहू के आने पर वह अपने कुछ जिम्मेदारियां बहू को सौंपना चाहती है। जिसे उसे स्वीकार कर लेना चाहिए। नाते, रिश्तेदारों, पड़ोसियों की सास बहू में उत्पन्न कलह एक बड़ा कारण है और दूसरों के सामने बुराई करती देखी जाती हैं। और यह सब बातें सुनकर घर में लडाई का मोहाल बढ जाता है। और उनके मन में एक दूसरे के प्रति घृणा के बीज अंकुरित होने लगते हैं। ससुराल में हमेशा प्रातः काल से पहले ही उठे देर तक सोने की आदत को त्याग दें, क्योंकि ससुराल के नियमों को अपनाए उसे अपने मायके के सिद्धांतों पर छोड़ दें। मायके की हर चीज पर  अपना हक ना जामाये यदि कोई परिवारजन इस्तेमाल करता है तो उसको गुस्सा ना हो और उनसे मर्यादा मे रहकर बात करे।

सास   और बेटी के लिए कुछ सुझाव- 
 
सास को चाहिए कि वह बहू को अपनी बेटी के सामान समझो,  अगर वह कोई गलती भी करते हैं तो पहले उसे प्यार से समझाएं। हमेशा डांटते रहने से उसका मन खिन्न होगा और वह आपका आदर नहीं कर पाएगी। दूसरों के सामने बहु की निंदा कभी ना करें। बहू को एक हद तक घूमने फिरने इजाजत दे। वह मायके से जो भी लाएं उसे खुशी से सविकारें और ना लाने पर ताने कभी मत दें। 

उसके माता-पिता को भूलकर भी अपशब्द मत कहें। बेटी बहू बनकर दो परिवारों को जोड़ती हैं, अतः कोई भी ऐसा काम ना करें जिससे दोनों परिवारों में दरार पैदा हो जाए। अक्सर घरों में यही होता है मायके को अपशब्द बोलते हैं लोग और दोनों परिवारों के बीच में दरार आ जाती है। उनके मान सम्मान को ठेस ना पहुंचाएं ।आप मां बनकर रहें सास बनकर नहीं। अपनी बहु में कोई कमी हो तो उसका बखान इधर उधर ना करे।  उसी काम को आप धैर्य और प्रेम से भी दूर करने की कोशिश कर सकते हैं। 

 बेटी के लिए  सुसराल के रिश्तो का महत्व -
  
ननद, भाभी का रिश्ता ऐसा होना चाहिए जैसे छोटी बहन और एक सहेली का होता है। छोटी नंनद एक सहेली जैसी होती है ,जब बड़ा भाई और देवर को छोटा भाई मानकर चलें। अपना व्यवहार मर्यादित रखें। अपने तन मन और व्यवहार से सभी का मन जीतने का प्रयास करें। हर एक सदस्य की जरूरत का ध्यान रखना एक आदर्श बहू की निशानी है। ससुराल में ऊंची आवाज में बात ना करें । ऊॅची आवाज ना निकाले और यदि कोई  आप के साथ जरूरत से ज्यादा अन्याय करे तो उस अत्याचार  को चुपचाप भी सहन ना करें। शांति से अपने अधिकार का प्रयोग करें।

मां-बाप की आज्ञा का पालन आज्ञा और उनका योगदान करें। किसी काम में  गलती हो जाए तो अपनी गलती सुधारने की कोशिश करें। यदि घर का कोई सदस्य कुछ कह दे तो मुह  फलाकर ना बैठे। अपनी गलती को सुधारने की कोशिश करे। 
आधुनिक युग और रिश्ते, आधुनिक युग में विवाह के रिश्ते को गुड्डा- गुड्डी का खेल समझा जाने लगा है। पति-पत्नी के बीच थोड़ा सा तनाव होने या मनमुटाव हो जाने से कुछ समय में ही तलाक की नौबत आ जाती है। कुछ पल में ही  गुस्से के कारण हंसता खेलता परिवार उजड़ जाता है।
अपने बेटी को संस्कारों का दहेज जरूर दे कयोंकि यह जिंदगी भर चलेगा यह कोई किराये का मकान कि आप छोडकर दुसरा ढूँढ लेंगे। यही एक कड़वी सच्चाई है।

Motivational quotes special for daughter's
 

1. अपनी बेटी को दान दहेज चाहे कम दे देना पर ससंकारो का दहेज जरूर देना।


Quotes-
2. बेटे हर चीज की ज़िद करते हैं ,वही बेटियाँ अपने शोंक पुरानी चीजों से पूरे कर लेती है ..!
Quotes-3. 
शर्त लगी थी दुनिया की खुशियाँ को लिख देने की लोग किताबों में ढूढते रह गयें और मैंने अपनी ,बेटी का नाम लिख दिया..!


4. जिस तरह बालों के बिना श्रृंगार अधूरा है उसी तरह बहु और बेटियाँ के बिना घर अधूरा है।


5. बेटे भाग्य से होते हैं ,
लेकिन बेटियाँ सौभाग्य से होती है ...!!

Quotes. 6
बहु और बेटी में एक ही फर्क होता है बेटी गुड की तरह मीठी होती है, और बहु नमक की तरह होती है इसलिए 
* जैसे नमक के बिना सब्जी अधुरी है, उसी तरह बहु के बिना घर अधूरा है। 


Quotes-
उन घरो में खुदा की रहमत बरसती हैं, जिन घर की बहू और बेटियां हँसती है।

Quotes-
लक्ष्मी का वरदान हैं बेटियाँ , सरस्वती का मान हैं बेटियाँ , धरती पर भगवान हैं बेटियाँ ।

Quotes-
बेटे अक्सर चले जाते हैं माँ - बाप का दिल तोड़कर , 
बेटियाँ तो गुजारा कर लेती हैं ,पुराने कपड़े पहनकर ।

 
Quotes- 
पापा कहते थे बेटी तू ससुराल में राज करेगी मुझे क्या मालूम था मेरे मायेके वाले भी झूठ बोलेंगे ।

Quotes- 
बेटी को चांद जैसा मत बनाओ कि हर कोई घूर घूर के देखे, उसे सूरज जैसा बनाओ ताकि घूरने से पहले नजर झुक जाए ।
Quotes- 
माँ की परछाई और पिता का खिला हुआ गुलाब हो तुम,
 तुम सिर्फ बेटी नहीं अपने माता पिता की जान ही तुम।

Quotes-
मेरी बेटी मेरा अभिमान है , खुदा का दिया हुआ मेरे लिए वह एक वरदान है।

Quotes- बेटियाँ वहीं पैदा होती है जहाँ पर खुदा की रहमत होती है। 

Quotes-
मुझे खुद पर बहुत गरूर है ,
कयोंकि मै अपने माँ बाप का नुर हूँ ..!!

Last alfaaz:-
आजकल बेटियां पढ़ने लिखने में किसी से कम नहीं है, पर उन पर दोहरी जिम्मेवारी होती है। वह एक मा,बहन, भाभी, और बेटी के रिश्ते  से होकर गुजरती है। उसको जिम्मेवारी भी दी जाती है। इसलिए अपनी बेटी को इस तरह की शिक्षा के साथ बड़ा करे ताकि अपनी जिम्मेवारी को अच्छे से संभाल सके, क्योंकि बेटियों में यह गुण  कुदरत ने सभाविक रूप से ही दिया होता है। बस अगर जरूरत है थोड़े से संस्कारों की अपनी बेटी को ऐसे संस्कार जरूर दें। दान, दहेज चाहे थोड़ा कम दे दें पर संस्कारों का दहेज जरूर दें। ऐसे संस्कार उसकी जिंदगी बना देते हैं। बेटियाँ हमारा मान ही नही अभिमान भी होती है। 



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