तेल मसाज करने के फायदे | health benefits of oil massage | oil therapy benefits in hindi |

Tittle- तेल मसाज के फायदे-
हम सब ने अपने बड़ों से तेल मसाज के बहुत सारे फायदे सुने हुए हैं। खासकर बच्चों के लिए यह बहुत ज्यादा जरूरी माना जाता है, लेकिन अगर तेल की मसाज बड़े और बच्चो की जाए तो  इससे आपकी त्वचा और सेहत दोनों की ही खूबसूरती बनी रहती है। तेल मसाज करने से हमारे शरीर में आई हुई खुश्की और ब्लड सरकुलेशन बेहतर तरीके से काम करता है। जिससे हमारे शरीर के नस नाड़ियों को ताकत मिलती है। अगर आपकी मांसपेशियां और हडियो में दर्द और कमजोर हो गई हो तो आप तेल मसाज अवश्य करवाएं। यही नहीं अगर आप बहुत ज्यादा थका हुआ महसूस करते हैं तो इसके लिए आप दवाइयों का कम उपयोग करें बल्कि तेल की मसाज जरूर करवाएं। ऐसा करने से शरीर में ताजगी महसूस होती है और हड्डियों में मजबूती आती है।

तेल मसाज  करने के लाभ-  
चमड़ी और हडियो के रोगों से बचने के लिए छोटे बच्चे नौजवान और बुजुर्गों के पूरे शरीर की हफ्ते में कम से कम 3 बार मालिश अवश्य करनी चाहिए। 
आइए जानते हैं तेल मसाज के लाभ और किस प्रकार से तेल की मसाज करवाएं और कौन से तेल से करें।
 
मसाज  के लिए कौन सा तेल युज करें-
अब आप यह सोच रहे होंगे कि मसाज के लिए सबसे बेहतर तेल कौन सा रहता है। इस बात को लेकर ज्यादा गंभीर ना हो हम सबके घरों में सरसों का तेल, तिल का तेल और नारियल तेल मिलना एक आम बात है। 
 यह तीनों ही बहुत गुणकारी माने जाते हैं, इसलिए आप इनमें से कोई भी तेल ले सकते हैं।
 मसाज करने के लिए अगर आप हड्डियों को मजबूत करने के लिए मसाज करवा रहे हैं तो इसके लिए आप सरसों के तेल का यूज करें ,क्योंकि यह मांसपेशियों को तनाव को दूर करने के लिए लाभदायक है और साथ में इसमें विटामिन डी observe  करने की मदद मिलती है। यह तेल हमारी त्वचा को संक्रमण से भी बचाता है।

 तिल का तेल भी अल्ट्रावायलेट किरणों से प्रोटेक्शन करने का गुण  पाया जाता है  जिसमें एजिंग की समस्या नहीं होती।  जो हमारी त्वचा को एक्ने से बचाता है।
 तिल के तेल में कॉपर, मैगजीन कैल्शियम, और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो हमारी त्वचा को मुलायम बनाने में मदद करता है। इसमें विटामिन ई  विटामिन बी  काॅम्प्लेकस और विटामिन डी होता हैं जो बच्चों के  शरीर के विकास के लिए बहुत जरूरी माना जाता है।

नारियल का तेल-  

नारियल का तेल कुदरत का दिया हुआ हमें एक अनमोल खजाना है। जो हमारी त्वचा के लिए नेचुरल मॉइश्चराइजर का काम करता है। यह मरी हुई त्वचा को हटाकर हमारे रंग को साफ करता है और डेड त्वचा को नई त्वचा प्रदान करता है। यह हमारी बर्न हुई त्वचा को एक नई जान देता है। नारियल की तेल की मसाज सिर्फ 5 मिनट तक करने से हमारे रक्त संचार में वृद्धि होती है।  यह हमारी त्वचा की खोई हुई सुंदरता को वापस प्रदान करता है क्योंकि यह नेचुरल मॉइश्चराइजर है।

मसाज करन  के फायदे -

 1.सिर और बालों की मालिश करने से दिमाग तेज, आंखों की रोशनी तेज और स्मरण शक्ति तेज होती है।

2.  बच्चों और बुढो में किसी कारण यदि सामान्य शारीरिक विकास रुक गया हो तो लगातार मालिस द्वारा अंगों का विकास होने लगता है और बुढे वयक्ति फिर से तंदरुस्त हो जाते है। 

3. शरीर पर कहीं भी चोट लगने पर मसाज करने से सूजन और पीड़ा दूर हो जाती है। मसाज  हमारे ब्लड सरकुलेशन को तेज व नाड़ी संस्थान को उत्तेजित करके शरीर को तंदुरुस्त , खूबसूरत और मजबूत बनाता है.।

4:  मसाज से  शारीरिक और मानसिक थकान दूर कर के यौन शक्ति को भी हम बढ़ा सकते हैं। 

5:  मसाज करने से  हड्डियां बेजोड़ मजबूत होकर मांसपेशियों में ताकत आ जाती है और  चमड़ी में कसाव आकर झुरिया दूर हो जाती हैं।

6: तेल मसाज से हमारे शरीर का कार्य करने की क्षमता बढ़ जाती हैं क्योंकि किसी भी प्रकार से तेल से मालिश करने से हमारी हड्डियां मजबूत होंगी और शरीर में काम  करने की शक्ति पैदा होगी।

7:  दिल की बीमारी में खून की नालियों में चिकनाई इकट्ठी होने के कारण  रक्त संचार में पैदा हुई गड़बड़ी को भी मालिश द्वारा  दूर किया जा सकता है।

8: मालिश करने वाले व्यक्ति को जल्दबाजी, क्रोध और चिंता से बचना चाहिए।

 9: मालिश के लिए सरसों का तेल सबसे उत्तम माना जाता है।

 10: मालिश हमेशा लेट कर करवाएं ।

11: मालिश मांसपेशियों पर करें हड्डियों पर नहीं, ताकि मांसपेशियों में लचीलापन आ जाए। भोजन से कम से कम एक घंटा पहले या बाद में मालिश करें ।
12: मालिश करने से कम से कम आधे घंटे बाद विश्राम करके ही स्नान करें।

13:  सिर दर्द दूर करने के लिए गुनगुने तेल की मालिश करें।
सूर्य की रोशनी प्रतिदिन हमारे शरीर के विभिन्न  रोगों में दूर करने में हमारी  रक्षा करती है, इसलिए  सर्दियों में मालिश के बाद सुबह और दोपहर के बाद धूप स्नान अवश्य करें ।

14: मसाज के कुछ मनोवैज्ञानिक लाभ भी हैं, जैसे मसाज करने के बाद आप अपने आप को स्वस्थ, कार्यशील, एवं हष्ट पुष्ट महसूस कर सकते हैं।
 मसाज एक थैरेपी का काम करती है जो आपके अंदर आत्मविश्वास व आपकी सकारात्मक सोच को पुनः स्थापित करने में सहायता प्रदान करता है।

15:  नवजात शिशु की तेल से मालिश करने से  विकास दर में तेजी लाती है।  नवजात शिशु को  मसाज के बाद बहुत अच्छी नींद आती है।

16:  भारत में ही नहीं विश्व भर में बच्चों के मालिश के लिए इसके महत्व को स्वीकार किया गया है। अभी हाल में ही मेडिकल रिसर्च  के अनुसार 10 मिनट प्रतिदिन 4 हफ्ते तक की गई मालिश वाले  बच्चों के वजन, लंबाई आदि का  अध्ययन किया गया तो सबसे अधिक बढ़ोतरी तिल के तेल से मसाज करने वाले बच्चों में पाई गई  है। बच्चों को मसाज करने के बाद अच्छी नींद आती है जो की मालिश के फल स्वरुप रक्तसंचार में वृद्धि और बच्चों को विकास  हारमोन के स्तर में वृद्धि के कारण थी।

तनाव को कम करती है - 
तेल से मसाज करने से हमारी मेंटल हेल्थ भी ठीक रहती है। मसाज के दौरान तेल की खुशबू और मसाज  से हमें रिलैक्स महसूस होता है।  जो हमारे तनाव को काफी कम करता है। मसाज के लिए चाहे कोई भी तेल हो वह हमें मानसिक शांति प्रदान करता है। इसलिए तनाव को कम करने के लिए हफ्ते में एक बार अपने सिर की मसाज जरूर कराएं।

तेल की मसाज करते वक्त सावधानीया- 

किसी भी प्रकार के तेल से मसाज करते समय हो सके तो थोड़ा सा धूप में बैठकर ही तेल मालिश करवाएं। 
मसाज करते समय  ठंडी हवा में यानी एसी में कभी भी मसाज ना करवाएं क्योंकि इससे शरीर का तापमान एकदम ठंडा हो जाता है और फिर मसाज करने के बाद शरीर का तापमान बढ जाता है इससे आपको नुकसान हो सकता है। 
 मसाज करने के बाद कभी भी ठंडे पानी से न नहाये हो सके तो गुनगुना पानी का युज करें। 

 मसाज करवाने के बाद एक घंटा रुकने के बाद ही नहाये।

 बाजार से मिलने वाले  मसाज तेल कई प्रकार की औषधियां मिली होती हैं इसलिए इनको इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य करें। 
मसाज हमेशा किसी एक्सपर्ट  व्यक्ति के हाथों  से ही  करवाएं क्योंकि थोड़ी सी गलती होने पर आपको नुकसान भी हो सकता है। 

मसाज करते समय कभी भी जल्दबाजी ना करें मसाज हमेशा धीरे-धीरे और सॉफ्ट हाथों से ही करनी चाहिए।

मालिश करने वालों को अपनी बीमारी के बारे में पहले से जरूर बताएं क्योंकि अगर आप की तबीयत ज्यादा खराब है तो उसे ठीक करने के लिए हो सकता है उसके लिए मसाज की जरूरत न हो।

अगर आपको किसी भी प्रकार की एलर्जी है तो उसके लिए पहले तेल से होने वाली एलर्जी का प्राइस शेयर जरूर करें।

तेल मसाज का मुख्य उद्देश्य तो हम सबके लिए मांसपेशियों को मजबूत करना और तनाव को कम करना है।
 इसलिए इसको सही तरीके से और सही समय पर करने से ही लाभ मिल सकता है।  जितना हो सके मसाज के लिए समय और सही हाथों का प्रयोग होना बहुत जरूरी है। जिसको मसाज की जानकारी है उन्हीं लोगों से मसाज  करवाएं कभी भी अनजान लोगों से तेल की मसाज ना करवाएं ।

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