धनवान कैसे बने || धन में कैसे बरकत लाये || चाणक्य नीति के अनुसार धनवान कैसे बने |

 Tittle -चाणक्य नीति- धन की हानि से कैसे बचे- 
आज हम बात करेंगे महाज्ञानी आचार्य चाणक्य नीति के  द्वारा बताई गई बातों को जिनकी वजह से हम अपने धन की हानि होने से बच सकते हैं और कुछ बुरी आदतों को ठीक करके अपने जीवन का निर्वाह अच्छे से कर सकते है। हमारी कुछ आदतें  जीवन को आकार देती हैं चाहे वह अच्छी हो या फिर बुरी जो काम हम बार-बार करते हैं, वह हमारी आदत बन जाती है और जिसके कारण हम जाने अनजाने में कई बार खुद का नुकसान कर लेते हैं। इसी तरह हम बिना सोचे समझे कई बार खर्च करते रहते हैं और फिर हमें धन की हानि हो सकती हैं।

 धनवान बनने के लिए कौन कौन सी बुरी आदतों को छोड़े- 
अपने जीवन में हर कोई व्यक्ति धनवान बनना चाहता है और इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत भी करता है, पर कई बार हमें सफलता नहीं मिलती। आचार्य चणाकय के धन के विषय में कहते हैं कि धन व्यक्ति का सबसे अच्छा मित्र होता है।  धन से सुख में जीवन व्यतीत किया जा सकता है, पर कई बार हम धन तो कमा लेते हैं पर अपने कुछ बुरी आदतो और गलतियों के कारण हम धन की हानि कर लेते हैं।

धन जोड़ने और कमाने के लिए बुरी आदतों को छोडे और अच्छी बातों पर ध्यान देने की जरूरत है। आज हम इस लेख के माध्यम से अचार्य चाणक्य  ने बताया है कि किस वजह से हमें हमारे पास आया हुआ धन भी रूठ कर वापस चला जाता है।  अर्थात किन-किन बुरी आदतों  की वजह से धन की हानि हो सकती है। 
 आइए जानते हैं चाणक्य नीति के अनुसार धन की हानि पहुंचाने वाली कुछ पूरी आदते हैं।

समय की बर्बादी करना-
चाणक्य नीति कहती है कि जो लोग अपना समय बर्बाद करते हैं वह लोग धनवान नहीं बन पाते। समय की कदर ना करने वाले लोग हमेशा गरीब बने रहते हैं, इसलिए ऐसे व्यक्ति को हमेशा समय का सही उपयोग करना चाहिए जो लोग समय का सही उपयोग सही तरीके से करते हैं उन्हें जीवन में कभी भी धन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता था। उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है।

कड़वे शब्दों का प्रयोग करना- 
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो लोग कड़वे वचनो की भाषा बोलते हैं उनके पास कभी भी धन नहीं टिकता,ऐसे व्यक्तियो को हमेशा मीठी वाणी का प्रयोग करना चाहिए। मीठी वाणी बोलने वाले लोगों से हर कोई प्रेम से बात करता है और उन पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

*जो लोग दूसरों का अपमान करते हैं-

आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन लोगों में हमेशा दूसरों का अपमान करने की आदत होती है वह लोग जीवन भर परेशान रहते हैं ऐसे लोगों के पास कभी भी धन नहीं आता। अगर ऐसे लोगों के पास धन आता भी है तो वह पानी की तरह बह जाता है।

*ज्यादा बोलने की आदत वाले लोग गरीब ही रह जाते हैं
जरूरत से ज्यादा बोलना हमेशा आपको परेशानी में डाल सकता है। ज्यादा बोलने वाले लोग किसी बात को छुपा कर नहीं रख सकते ऐसे लोगों के पास चाह कर भी पैसा नहीं टिक सकता।

* साफ सफाई का ध्यान न रखने की बुरी आदत- 
चाणक्य नीति के अनुसार जो लोग साफ सफाई का ध्यान नहीं रखते, वह लोग जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर सकते। ऐसे लोगों से मां लक्ष्मी नाराज रहती है और धन अगर घर में आ भी जाए तो किसी न किसी रूप में वापस चला जाता है। यानी उन पर मां लक्ष्मी की कृपा कभी बनती ही नहीं। धार्मिक मान्यता के अनुसार कहा जाता है मां लक्ष्मी का वास वही  होता है जहां सफाई  का ध्यान रखा जाता है। 

झगड़ालू परिवार -

चाणक्य  नीति के अनुसार जिस प्रपरिवार  में मेंबर हर समय लड़ते रहते हैं और जहां पर औरतों की इज्जत नहीं की जाती वहां पर भी कभी धन नहीं टिक सकता, और अगर गलती से आ भी जाता है तो मां लक्ष्मी कभी भी उस धन को उस घर में रहने नहीं देती, क्योंकि  जिस घर में औरतों की इज्जत नहीं होती वहां पर कभी भी मां लक्ष्मी नहीं रहती।

अगर आप भी जिंदगी में धनवान बनना चाहते हैं इन सब बातों को छोड़कर
 एक नए जीवन की शुरुआत करें। इन नीतियों को अपनाकर  अपने जीवन को सफल बनाएं। समय कभी भी बदल सकता है, इसलिए अपनी बुरी आदतों को सुधारें और अपने जीवन को सफल बनाएं।
 
Last alfaaz- 
चाणक्य जी बहुत ही कम शब्दों में बोलते थे इसलिए इस बात से समझ जाना चाहिए कि ज्यादा बोलने वाला व्यक्ति महान नहीं बनता बहुत कम शब्दों में बोलने वाला व्यक्ति भी महान बन सकता है । जैसे महान ज्ञानी चणकय जी बहुत कम शब्दों का प्रयोग सिर करते थे और फिर भी उनका नाम इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाता है।



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