वास्तु टिप्स और टोटके || धन के लिए वास्तु उपाय || vastu tips for home || सुख समृद्धि के लिए वास्तु टिप्स ||


Tittle- घर में सुख शांति और समृद्धि के लिए वास्तु उपाय हम सब अपने जीवन में सुख शांति और समृद्धि चाहते हैं पर कई बार बहुत सारी मेहनत करने के बाद भी हमारी जिंदगी में वह खुशियां नहीं आती जो हम चाहते हैं। तो ऐसे में हम अपनी जिंदगी में कुछ छोटे-छोटे वास्तु उपाय करके अपनी जिंदगी को खुशहाल बना सकते हैं। आइए जानते हैं आज विस्तार से किन वास्तु उपायो को करके अपने जीवन में हम सकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित कर सकते है। 
 हम सबके पास  नेगेटिव और पॉजिटिव दो तरह की ऊर्जा होती है ।अगर आपकी जिंदगी मुश्किल दौर से  गुजर रही है तो आप के काम बनते बनते बिगड़ जाते है। तों ऐसे में हम कुछ वास्तु टिप्स करके अपने समस्यो का समाधान कर सकते है।
  
* घर में सुख समृद्धि के लिए कुछ सरल  वास्तु टिप्स-
रसोई घर के लिए-
 अपने घर के ईशान कोण को साफ - सुथरा और खुला रखें । इससे घर में शुभत्व की वृद्धि होती है ।  

अपने घर के मंदिर में देवी - देवताओं पर चढ़ाए गए पुष्पहार दूसरे दिन हटा देने चाहिएं और भगवान को नए पुष्पहार अर्पित करने चाहिएं । 

* घर के उत्तर - पूर्व में कभी भी कचरा इकट्ठा न होने दें और न ही इधर भारी मशीनरी रखें । 

अपने वंश की उन्नति के लिए घर के मुख्य द्वार पर अशोक के वृक्ष दोनों तरफ लगाएं । 
* यदि आपके मकान में उत्तर दिशा में स्टोर रूम है तो उसे वहां से हटा दें । इस स्टोर रूम को अपने घर के पश्चिम भाग या नैऋत्य कोण में स्थापित करें । ‘

 घर में उत्पन्न वास्तुदोष घर के मुखिया हेतु कष्टदायक होते हैं । इसके निवारण के लिए घर के मुखिया को सातमुखी रूद्राक्ष धारण करना चाहिए । 

* यदि आपके घर का मुख्य द्वार दक्षिणमुखी है तो यह भी मुखिया के लिए हानिकारक होता है । इसके लिए मुख्य द्वार पर श्वेतार्क गणपति की स्थापना करनी चाहिए । 

* अपने घर के ईशान कोण में स्थित पूजा घर में अपनी बहुमूल्य वस्तुएं नहीं छिपानी चाहिएं ।

 पूजाकक्ष की दीवारों का रंग सफेद हल्का पीला अथवा हल्का नीला होना चाहिए ।

 * यदि आपके रसोईघर में रैफ्रिजरेटर नैऋत्य कोण में रखा है तो इसे वहां से हटाकर उत्तर या पश्चिम में रखें ।

 * दीपावली अथवा अन्य किसी शुभ मुहूर्त में अपने घर में पूजास्थल में वास्तुदोष नाशक कवच की स्थापना करें और नित्य इसकी पूजा करें । इस को दोष पर स्थापित करके भी आप वास्तु दोषों से सरलता से सफल होंगे। 

 * अपने घर के पूजा घर में देवताओं के चित्र भूल कर भी आमने - सामने नहीं रखने चाहिएं । इससे बड़ा दोष उत्पन्न होता है ।

* अपने घर में ईशान कोण अथवा ब्रह्मस्थल में स्फटिक श्रीयंत्र की शुभ मुहूर्त में स्थापना करें । यह यंत्र लक्ष्मीप्रदायक तो होता ही है , साथ ही साथ घर में स्थित वास्तुदोषों का भी निवारण करता है ।
 प्रातःकाल के समय एक कंडे अथवा उपले पर थोड़ी अग्नि जलाकर उस पर थोड़ी गुग्गल रखें । और ' ॐ नारायणाय नम : ' मंत्र का उच्चारण करते हुए तीन बार घी की कुछ बूंदें डालें । अब गुग्गल से जो धुआं उत्पन्न हो , उसे अपने घर के प्रत्येक कमरे में जाने दें । इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होगी और वास्तुदोषों का नाश होगा। 
 * घर का गुड लक बनाए रखने के लिये गणेश जी की मूर्ति को हल्दी से सजाना चाहिए या मूर्ति के पास हल्दी रखनी चाहिए । आप पीले रंग के वस्त्रों से भी मूर्ति को सजाकर उचित फल पा सकते हैं ।
गाय के गोबर से लिपी जगह पर गणेश मूर्ति रखना बहुत ही शुभ माना जाता है । इससे अशुभ प्रभाव कम होते हैं । इसके अलावा क्रिस्टल से बनी गणेश मूर्ति घर में रखने से वास्तुदोष खत्म होते हैं । गणेश जी के साथ  साथ लक्ष्मी जी की क्रिस्टल से बनी मूर्ति रखने से धन और सौभाग्य में वृद्धि होती है। 
आपने ये तो जान लिया कि गणेश जी की मूर्ति को किस चीज़ से सजाएं या उन्हें क्या चढ़ाएं , लेकिन ये जानना भी जरूरी है कि कौन - सी चीज़ न चढ़ाएं । तो बता दूं कि श्री गणेश को कभी भी तुलसी दल नहीं चढ़ाना चाहिए । श्री गणेश की पूजा में तुलसी या तुलसी से बनी किसी भी चीज़ का इस्तेमाल करना वर्जित है । 

* घर में पूजा करने वाले व्यक्ति का मुंह पश्चिम दिशा की ओर होगा तो बहुत शुभ रहता है । इसके लिए पूजा स्थल का द्वार पूर्व की ओर होना चाहिए । यदि यह संभव ना हो तो पूजा करते समय व्यक्ति का मुंह पूर्व दिशा में होगा , तब भी श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं ।

* कैसी मूर्तियां रखनी चाहिए मंदिर में -

 _घर के मंदिर में ज्यादा बड़ी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए । शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि यदि हम मंदिर में शिवलिंग रखना चाहते हैं तो शिवलिंग हमारे अंगूठे के आकार से बड़ा नहीं होना चाहिए । शिवलिंग बहुत संवेदनशील होता है और इसी वजह से घर के मंदिर में छोटा - सा शिवलिंग रखना शुभ होता है । 
अन्य देवी - देवताओं की मूर्तियां भी छोटे आकार की ही रखनी चाहिए । अधिक बड़ी मूर्तियां बड़े मंदिरों के लिए श्रेष्ठ रहती हैं , लेकिन घर के छोटे मंदिर के छोटे - छोटे आकार की प्रतिमाएं श्रेष्ठ मानी गई हैं । 

* वास्तु शास्त्र घर में कभी भी झाडू और डस्टबिन को घर के बाहर नहीं रखना चाहिए क्योंकि यह घर में आने वाली पॉजिटिव एनर्जी को खत्म कर देते हैं , साथ ही यह सफलता में रुकावट का कारण भी बनते हैं ।

वास्तु शास्त्र जन्मदिन और किसी भी शुभ अवसर पर उपहार में दो हाथियों का जोड़ा दिया जा सकता है , हाथियों का यह जोड़ा जिनकी सूंढ़ ऊपर की ओर उठी हुयी हो इन्हें शौभाग्य , शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक माना गया है । हाथियों के इस जोड़े को घर की दक्षिण - पश्चिम दिशा में रखने से रिश्तों में मधुरता आती है । इन्हें ज्ञान और विद्या को भी बढ़ाने वाला माना गया है , इसलिये विद्यार्थी भी इस जोड़े को अपने कक्ष में रख सकते हैं ।

* वास्तु शास्त्र वास्तुशास्त्र के अनुसार घर में कभी भी टूटा हुआ शीशा नहीं रखना चाहिए , इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है । टूटा हुआ शीशा सकारात्मकता का निरोध करता है और मानसिक तनाव के साथ ही धन की कमी का भी कारण बनता है । यदि कोई दर्पण टूट गया हो , तो कभी भी इसमें अपना चेहरा ना देखें ऐसा करना दुर्भाग्य को आमंत्रित करने वाला माना गया है , इसलिये ध्यान रखें कि घर में कभी भी कोई टूटा हुआ शीशा ना रहे ।
 
शिव की  प्रिय वस्तुए-
1. शिवलिंग पर कच्चे चावल चढ़ाने से धन संपत्ति की प्राप्ति होती है ।
 2. तिल चढ़ाने से समस्त पापों का नाश होता है । 
3. शिवलिंग पर जौ चढ़ाने से लंबे समय से चली रही परेशानी दूर होती है ।
 4. शिवलिंग पर गेहूं चढ़ाने से सुयोग्य पुत्र की प्राप्ति होती है । 
5. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से परिवार के किसी सदस्य का तेज बुखार कम हो जाने की मान्यता है।
6. शिवलिंग पर दूध में चीनी मिलाकर चढ़ाने से बच्चों का मस्तिष्क तेज होता है । 

7. शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से सभी सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है ।

 8. शिवलिंग पर गंगा जल चढ़ाने से मनुष्य को भौतिक सुखों के साथ - साथ मोक्ष की प्राप्ति भी होती है ।
 9. शिवलिंग पर शहद अर्पित करना करने से टीबी या मधुमेह की समस्या में राहत मिलती है । 
10. शिवलिंग पर गाय के दूध से बना शुद्ध देसी घी चढाने से शारीरिक दुर्बलता से मुक्ति मिलती
तुलसी के नियम-
* तुलसी लगाने के नियम बहुत लोग तुलसी के पौधे को गमले में लगाते हैं और तुलसी के साथ में कोई दूसरा पौधा रखते हैं । पर हम आपको बता कि तुलसी के पौधे के साथ कभी किसी दूसरे पौधे को नहीं लगाना चाहिए । तुलसी के पौधे के पास हमेशा केले का पौधा लगाना चाहिए । इससे भगवान विष्णु के साथ - साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा मिलती है । देवी - देवताओं की कृपा बरसती है 
 वास्तु टिप्स-
 गाय में  सकारात्मक ऊजा का भंडार होता है। घर के आसपास गाय होने का मतलब है कि आप सभी तरह के संकटों से दूर रहकर सुख और समृद्धिपूर्वक जीवन जी रहे हैं । गाय को प्रतिदिन भोजन कराने से घर में सुख , समृद्धि, शांति और धन  बढ़ता है ।

 * गाय को  खाना खिलाने से घर की पीड़ा
समस्या  दूर होगी । 

 * कुत्ता आपको राजा से रंक और रंक से राजा बना सकता है । कुत्ते को खिलाने से दुश्मन आपसे दूर रहेंगे । 

* कुत्ते को प्रतिदिन भोजन देने से जहां दुश्मनों का भय मिट जाता है , वहीं व्यक्ति निडर हो जाता है । 

* घर में कुत्ता पालने से लक्ष्मी आती है और कुत्ता घर के रोगी सदस्य की बीमारी अपने ऊपर ले लेता है । 

*पितृ पक्ष में कुत्तों को मीठी रोटी खिलानी चाहिए ।

 * कौवे को भोजन कराने से सभी तरह का पितृ और कालसर्प दोष दूर हो जाता है । कौवे को भोजन कराने से अनिष्ट व शत्रु का नाश होता है । 
शनि को प्रसन्न करना हो तो कौवों को भोजन कराना चाहिए ।

 *नैगटीव एनर्जी से कैसे बचें-
घर से नकारात्मक उर्जा को दूर करने के लिए सबसे जरूरी है कि आपके घर में नकारात्मक उर्जा का प्रवेश ना हो । इसके लिए आप लौंग का आसान उपाय आजमा सकते हैं । शनिवार या रविवार की शाम में 5 लौंग , 3 कपूर और 3 बड़ी इलायची लेकर उसे जला लें । जब इनमें अग्नि की लपटें उठने लगे तो इसे सभी कमरों में घुमाएं । इसे पूरी तरह जल जाने के बाद इसकी राख को मुख्य द्वार पर फैला दें । चाहें तो राख को जल में मिलाकर मुख्य द्वार पर छींटे भी मार सकते हैं । इससे घर में मौजूद नकारात्मक उर्जा का नाश होगा और घर का मुख्य द्वार सकारात्मक उर्जा से भरपूर रहेगा ।

वास्तु उपाय-
*जब सब बुरा ही बुरा हो रहा हो तो करे ये उपाय - 
 हींग कुछ सब्जियों में हाजमे के लिए प्रयोग होती है । यह अपनी एक अलग सी ही सुगन्ध रखती है । यह एक विशेष तांत्रिक पदार्थ में आती है । इसके प्रयोग में इसे पानी में मिला कर एक घोल बना लें इसके मौली के धागे को इस घोल में डूबा कर रख दें । आधा घंटा तक मौली के धागे को उस घोल में पड़ा रहने दें । इसके बाद मोली को उस घोल से निकाल कर धूप मे सुखा दें । सुख जाने के बाद उस मौली के धागे की एक बत्ती बना लें । इस बत्ती को तिल के तेल के दीपक मे प्रज्जवलित करें । यह दीपक शनिवार को सांयकाल में अपने घर के मेन गेट के पास अंदर की ओर जलाना चाहिए । यह उपाय सात शनिवार करें । आपके घर में लगने वाली नजर का नाश होगा । लक्ष्मी का प्रवेश होगा । घर में क्लेश समाप्त होगा ।
*धन संबंधी समस्याओं के लिये वास्तु  उपाय -
 ताँबे और लोहे का छल्ला एक साथ न पहने ।  
घर के सभी लोग एक साथ बाहर न निकले । 
 घर खाली हाथ वापस न आये । 
 पूजा का दीपक रोजाना दो लौग डालकर ही जलाये । 
 पूजा के बाद घंटा + शंख अवश्य बजाए । 

 नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने , वास्तु दोष के प्रभाव को कम करने और आर्थिक उन्नति हेतु , एक नन्हा सा तुलसी का पौधा अपने हाथो से लगाये । पक्षीयो के पीने के लिए जल की व्यवस्था करे ।
 घर के सभी दर्पण हमेशा ढककर रखे । बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखे । •
 सोते समय मस्तक दक्षिण या पूर्व की दिशा में रखें । 
 घर की गृहणी स्नानादि के बाद ही रसोई में प्रवेश करे । 
 गृहणी सुबह - सुबह उठकर मुख्य द्वारपर जल का छिड़काव करे । 
भोजन हमेशा पूर्व दिशा की ओर बैठकर ही करे । 
 झाडू हमेंशा दरवाजे के पीछे दक्षिण पश्चिम की दिशा में रखे । 
 घर मे टूटी - फूटी चीजै यह किसी भी तरह के कबाड़ को न रखे ।
 शक्रवार को खीर जरूर खाये ।

टूटा हुआ दर्पण ( आइना ) घर में न रखे ।  

बेड रुम में डबल बेड पर दो अलग - अलग गद्दे रखने से तनाव एवं दंपति में दरार पडती है । 
बीम के नीचे डाईनींग टेबल रखने से उधार रकम वापस नही आती । 

शयन कक्ष में जल तथा दर्पण अशुभ है । . छत पर उल्टा मटका रखने से राहु ग्रह कुपित होता है । परेशानी आती है । . 

भारी अलमारी या फर्निचर घर में दक्षिण या पश्चिम में रखे ।
 शयनकक्ष , रसोई गृह एवं भोजन कक्ष बीम रहित होना चाहिए । 

 तेजस्वी संतान प्राप्ति के इच्छुक दंपत्ति को एक थाली में भोजन नही करना । उत्तर या पूर्व दिशा की ओर तिजोरी का पल्ला खुलना सबसे उत्तम है । 
 किसी भी कक्ष या शयन कक्ष में दरवाजे के पीछे कपडे आदि भी लटकाना नही चाहीये । 
बृहस्पति देव का दान सिर्फ और सिर्फ धार्मिक स्थान , मंदिर , गुरुद्वारा साहिब में ही दे ।  कभी अपनी बुआ , बहन , बेटी , हिजड़ा , विधवा , आदि का अपमान ना करे ।
* कभी कुछ परेशानी में समझ ना आए रास्ते बन्द हो चारो तरफ से तो सुबह बिना कुछ खाए पिए दुर्गा चालीसा का पाठ 43 दिन तक करें ।
आपके घर पर कोई व्यक्ति भी आए कोशिश करे उसे जल जरूर पिलाए ।

आपका जो ग्रह नीच है उससे सम्बन्धित वस्तु गिफ्ट में ना ले ।

 
 *घर से नकारात्मक ऊर्जा  कैसे दूर करें-- 
यदि आप किसी ऐसे घर में प्रवेश करते है जहाँ पहले अन्य कोई रहता था तो उनके द्वारा छोड़ी हुई नकारात्मक ऊर्जा दूर करने के लिए सबसे बेहतर उपाय है कि आप घर में पहले रंग रोगन करवा लें उसके बाद घर में प्रवेश करे ।
 घर की सभी खिडकियों को हर रोज कम से कम 20 मिनट अवश्य खोलें । शाम के समय घर के सभी कोनो में नमक बिखरा दें और सुबह उस नमक को बाहर फेंक दें ।

*घर को बचाएँ बुरी नज़र से एक काला धागा लें और पीली कौड़ी लें । 
पीली कौड़ी को काले धागे में बांध लें और इसे अपने घर के मुख्य द्वार की चौखट पर बांध कर लटका दें । 
पीली कौड़ी को काले धागे में बांधकर लटकाने से आपके नए घर पर किसी भी व्यक्ति की बुरी नजर का प्रभाव नहीं होगा और अगर आपके घर को नजर लग भी गई हैं तो उसके प्रभाव से भी आपके घर को मुक्ति मिल जाएगी । 

 *घर के प्रवेश द्वार पर स्वस्तिक अथवा ' ॐ ' की आकृति लगाने से घर परिवार में सुख - शांति बनी रहती है ।
 समृद्धि की प्राप्ति के लिए नार्थ - ईस्ट दिशा में पानी का कलश अवश्य रखना चाहिए । 

 * वास्तु के अनुसार रसोईघर में 
देवस्थान नहीं होना चाहिए । 
 घर में देवस्थान की दीवार से शौचालय की दीवार का संपर्क नहीं होना चाहिए । 
 भवन में प्रवेश करते समय सामने की तरफ शौचालय अथवा रसोईघर नहीं होना चाहिए . यदि शौचालय है तो उसका दरवाजा सदैव बन्द रखें और दरवाजे पर एक दर्पण लगा दें . यदि द्वार के सामने रसोई है तो उसके दरवाजे के बाहर अपने इष्टदेव अथवा ॐ की कोई तस्वीर लगा दें ।

* विवाह में विलम्ब के कारण विवाह का तय होना पंचम भाव से देखा जाता है । 

विवाह तय होकर टूटने का कारण पंचम भाव पर पाप ग्रहों का प्रभाव होता है । मंगल , सूर्य , राहु और केतु का प्रभाव होने से विवाह तय होकर टूट सकता है । शनि का प्रभाव होने विवाह तय होने में देरी होती है जैसे वह कार्य टलता जाता है और कोई भी कारण हो सकता है । 
पंचमेश भी पाप प्रभाव जैसे पाप ग्रहों से युत या दृष्ट हो तो भी विवाह तय होकर टूट सकता है । सप्तम भाव जीवनसाथी का भाव भी होता है तो तय होने के बाद विवाह की बात होती है तो उस पर भी विचार किया जाता है ।
 सप्तम भाव में शनि होने से देरी नही किंतु दृष्टि देरी दे सकती है । सप्तम भाव में बैठे ग्रह भी विवाह के लिए जिम्मेदार होते है । विवाह के लिए मिलने वाली दशा अंतर्दशा भी महत्वपूर्ण और सप्तम भाव में बैठे ग्रह की दशा अंतर्दशा और गुरु और शुक्र को विवाह करवाने के कारक होते है उनकी दशा अंतर्दशा में भी विवाह हो जाते है । 

यदि पुरुष जातक में शुक्र और स्त्री जातक में शुक्र यदि बहुत पीड़ित है । यदि पाप प्रभाव दृष्टि या युति से और पापकर्तरी , में होने पर भी विवाह में विलम्ब होता है ।  नवमांश का लगन यदि लगन चार्ट के 6 , 8 , 12 भाव से बना हो तो भी विवाह होने समस्या आती है ।

*सुख शांति के कुछ वास्तु  उपाय-
 सुबह उठते हुए बिस्तर से हमेशा दांए तरफ करवट लेकर उठना चाहिए । 
उठ के सबसे पहले अपनी हथेलियों को देखे और माथे से लगा कर आज की सुबह के लिए परमात्मा का ध्यनवाद करे । 

अगर तुम ये सोच रहे हो ध्यनवाद क्यों किस बात का  तो जरा गौर करना धरती पर कितने प्राणी ऐसे होंगे जो रात सोए तो आप जैसे ही थे मगर आपकी तरह जीवन में दुबारा उठ नहीं पाए तो ये कम बात नहीं ध्यनवाद के लिए । 

 हमेशा अपना बिस्तर को समेट दे बिखरा ना रहे । 
 कभी काम से घर आ के जूते कपड़े इधर उधर ना रखे कपड़े अच्छे से टांग दे और जूते भी सही से कहीं रख दे ।
 कुदरत का नियम है अगर किसी की इज्जत करोगे तो वो चीज तुम्हारी इज्जत करेगी और साथ बनी रहेगी । चाहे कुछ भी हो घर पर माता पिता को पैरो को हाथ लगा के निकल और आके भी पैर छुए गनीमत से जिनके यहां बड़े नहीं है । तो भगवान की फोटो पे प्रणाम कर सकते है । 
कोशिश करे कभी काम से घर आते खाली हाथ ना आए चाहे 2 टॉफी ले के जाए मगर खाली हाथ ना आए । 
* वास्तु टिप्स और टोटके-

गाय के गोबर से ही भगवान शिव को प्रिय श्री सम्पन्न बिल्वपत्र की उत्पत्ति हुई है , प्राचीन काल में चौपाल में पीपल , आँगन में तुलसी और घर में गाय को रखने का महत्व होता था ।
 गाय व उसकी संतान के रंभने से ही मनुष्य की अनेक मानसिक विकृतियां व रोग स्वत : ही दूर हो जाते हैं , गाय के दूध का सेवन हृदय रोग से भी बचाता है । 

* भवन के जिस भाग में वास्तु दोष हो उस स्थान पर दरवाजे के उपर घी मिश्रित सिन्दूर से " स्वस्तिक " बनाने से वास्तु दोष का प्रभाव कम होता है । 
घर के अंदर हर कमरे मे फिटकिरी का टुकड़ा या कर्पूर की टिकिया रखने से भी वास्तुदोष का प्रभाव कम होता है । फिटकिरी अगर धुल से गंदा हो जाए तो पुनः धोकर रख दे । 

कर्पूर जब समाप्त हो जाए तो फिर दुसरी टिकिया रखा करे । बाथरूम के अंदर चीनीमिट्टी के कटोरे मे नमक भरकर रखने से बाथरूम की नकारात्मक उर्जा घर मे नही आती है । 
जब नमक गीला हो जाए तो उसे बदल दिया करें । घर या कार्यस्थल के किसी भी भाग में वक्रतुण्ड की प्रतिमा अथवा चित्र लगाए जा सकते हैं । किन्तु यह ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि किसी भी स्थिति में इनका मुँह दक्षिण दिशा या नैऋत्य कोण में नहीं होना चाहिए ।
* सुख , शांति , समृद्धि की चाह रखने वालों को सफेद रंग के विनायक की मूर्ति या चित्र लगाना चाहिए । सर्व मंगल की कामना करने वालों के लिए सिन्दूरी रंग के गणपति की आराधना अनुकूल रहती है । विघ्नहर्ता की मूर्ति अथवा चित्र में उनके बाएँ हाथ की ओर सूँड घुमी हुई हो इस बात का ध्यान रखना चाहिए ।

 *प्रदोष व्रत के लाभ-
प्रदोष व्रत सोमवार के दिन आने वाले प्रदोष व्रत को सोम प्रदोष व्रत कहते हैं , इस व्रत को करने से जीवन में मिल रही असफलताओं का अंत होता है और सभी इच्छाएं पूरी होती हैं । 
जिन लोगों का चित्त शांत नहीं रहता और कार्यों में घबराहट या असंतोष बना रहता है उनको यह व्रत जरूर करना चाहिये । प्रदोष काल वह समय होता है , जब सूर्यास्त हो गया हो लेकिन रात्रि नहीं हुई हो । सूर्यास्त के बाद और रात होने से पहले के बीच की अवधि को ही प्रदोष काल कहते हैं ।

 भाग्य चमकाने के लिए  वास्तु टिप्स ---
 पानी में कर्पूर के तेल की कुछ बूंदों को डालकर नहाएं । यह आपको तरोताजा तो रखेगा ही , साथ ही आपके भाग्य को भी चमकाएगा । यदि इस में कुछ बूंदें चमेली के तेल की भी डाल लेंगे तो इससे राहु , केतु और शनि का दोष नहीं रहेगा , लेकिन ऐसे केवल शनिवार को ही करें ।

*शीघ्र विवाह का टोटका-
 शीघ्र विवाह के लिए सूखे नारियल का प्रयोग भी काफी असरदार होता है . आप मंगलवार को एक सुखा नारियल लेकर इसके अंदर एक इंच के बराबर छेद कर दें . इस छेद में से इस नारियल के अंदर चीनी पावडर  और  21 रूपये के पंचमेवे के साथ  , 300 ग्राम बुरा भर दें . इसके बाद इस नारियल को किसी पीपल के पेड़ के नीचे गाड़ दें . ये टोटका लगातार 7 मंगलवार तक करें . इससे शीघ्र विवाह का योग बनेगा ।

* घर के मुख्य द्वार से ही सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जाओं के प्रवेश का आदान - प्रदान शुरू होता है । घर के मुख्य द्वार पर चांदी के बने स्वास्तिक को लगाने से सकारात्मकता की वृद्धि होती है । 
घर की उत्तर - पूर्वी दिशा कुबेर जी का स्थान होती है , कई बार इस दिशा में स्टोर रूम बना दिया जाता है या फिर भारी मशीनरी एवं जूते - चप्पल या गंदी चीजें रख दी जाती हैं ।
 ऐसे में घर की आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ने के साथ ही धन के आगमन में समस्यायें आने लगती हैं । इसलिए उत्तर पूर्वी दिशा में ऐसी कोई भी वस्तु को रखने से बचना चाहिए । वास्तु के अनुसार उत्तर - पूर्वी दिशा में कुबेर की चौकी को रखना अति शुभ माना गया है ।

*वास्तु टिप्स पुजा के लिए-
रोज पूजा में अन्य फूलों के साथ कमल के फूल का प्रयोग भी करना चाहिए । कमल का फूल मंदिर में रखने से घर में खुशी और शांति का माहौल बना रहता है । मंदिर में रोज बासी कमल हटाकर ताजा फूल ही रखें । इससे घर में ताजगी भरा माहौल रहता है , जो आपको अपने टारगेट को अचीव करने में मदद करता है ।

*बांसुरी  का महत्व -
 बांसुरी घर में रखने से घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है । इससे घर के वास्तु दोष दूर होते है और धन पाने के योग बनने लगते हैं ।

* मानसिक तनाव के लिए उपाय--
तनाव दिन में एक बार चांदी के गिलास का पानी पीएं । इससे क्रोध पर नियंत्रण होता है ।

*  घर के लिए वास्तु टिप्स ---
सोते समय कुछ चीज़ों को अपने पास रखने से व्यक्ति कई तरह की आर्थिक और मानसिक परेशानियों से घिर रहता है । 
 सोते समय अपने पास कभी भी पर्स या बटुआ नहीं रखना चाहिए । ऐसा करने से हर समय पैसों से संबंधित चिंता बनी रहती है और मानसिक तनाव पैदा होता है । आप सोते समय पैसों को किसी अलमारी या अन्य किसी सेफ जगह पर रख सकते हैं । किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट , जैसे मोबाईल फोन , या घड़ी भी अपने पास रखकर नहीं सोना चाहिए । 

अपनी पढ़ाई - लिखाई से संबंधित कोई चीज़ , अखबार या किताब को अपने तकिए के नीचे नहीं रखना चाहिए । इससे विद्या का अपमान होता है । एक बात और- अपने सिरहाने के पास या बेड के नीचे कभी भी जूते - चप्पल नहीं रखने चाहिए । इससे सेहत पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है । 

*खुशियों के लिए सरल वास्तु टिप्स -
घर एक ऐसी जगह होती है जहां हम खुलकर सांस लेना चाहते हैं । जहां मीठी - सी नींद पलक झपकते ही आ जाए जहां कभी पूरे परिवार के साथ हंसी की खिलखिलाहट सुनाई दे तो कभी कोई कोना हमारे एकांत का साथी बने ।
 इसी घर में जब कलह और तनाव मेहमान बनते हैं तो सारे घर की शांति चली जाती है । हमें नहीं पता होता है कि ऐसा क्यों होता है ? क्यों छोटी - छोटी बातों पर हम अपने ही परिवार से झगड़े बढते हैं ।
 वास्तु शास्त्र बताता है कि जाने - अनजाने घर के निर्माण में कुछ दोष रह जाते हैं . यह उन्हीं का परिणाम होता है । पेश है आसान से वास्तु टिप्स जो आपके घर को दें सुख , शांति और खुशियों की ठंडी छांव दरवाजों के कब्जों में तेल डालते रहें अन्यथा दरवाजा खोलते या बंद करते समय आवाज करते हैं जो वास्तु के अनुसार अत्यंत अशुभ तथा अनिष्टकारी होता है । 
घर में विद्युत संबंधी उपकरण जो कर्कश ध्वनि उत्पन्न करते हों जैसे पंखे , कूलर आदि की समय - समय पर मरम्मत करवाते रहें । 
घर में कम से कम वर्ष में दो बार हवन में यज्ञ करवाएं ।
 अगर भवन में जल प्रवाह ठीक न हो या पानी की सप्लाई सही दिशा से न हो तो उत्तर - पूर्व दिशा से यानि ईशान कोण से भूमिगत जल की टंकी का निर्माण कर उसी से भवन में जल की सप्लाई करें । ऐसा करने से यह वास्तुदोष समाप्त हो जाएगा ।

 पुराने या टूटे हुए जूते - चप्पल आपको आगे बढ़ने से रोक देते हैं । इन्हें घर से निकाल दें । 
 पूजा में चढ़े हुए और मुरझाए हुए फूल घर में नहीं रखें । इनसे अशुभ फल मिलता है । 

घर में बनने वाले मकड़ी के जाले तुरंत हटा दें । 
घर के वास्तु दोष यदि मकान बेच नहीं पा रहे हैं , साथ ही बीमारियां घर से जाने का नाम नहीं ले रही है तो इसके लिए नैऋत्य कोण में समस्या होती है या तो घर में इस दिशा का भाग नीचा होता है या फिर वहां गड्ढा होता है । पश्चिम और दक्षिण दिशा के मिलनेवाले स्थान को नैऋत्य कोण कहते हैं ।

* वास्तु शास्त्र इंद्रधनुष के सात रंग , सप्त ऋषि , विवाह के सात फेरे और सात जन्म इन सबमें अंक 7 का ही प्रयोग किया जाता है , इस अंक को शुभ और सार्वभौमिक माना गया है । सभी शुभ कार्यों में सात की संख्यां को विशेष माना गया है , भगवान सूर्य जिस रथ पर सवार रहते हैं उसमे भी सात घोड़े ही लगे रहते हैं । सूर्यदेव के इन सात घोड़ों को प्रकाश लेकर आने वाला माना गया है , यदि जीवन में नकारात्मकता से परेशान हों तो घर में 7 सफ़ेद घोड़े वाली तस्वीर लगायें ।

* प्रत्येक वर्ष दीवाली पूजन में प्रयोग की जाने वाली लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्तियां नई होनी चाहिए , पुरानी मूर्तियों का प्रयोग पूजा करने के लिये नहीं करना चाहिये । यदि आपके पास लक्ष्मी - गणेश जी की चांदी की मूर्तियां हैं तो इन्हें गंगाजल से पवित्र करके प्रयोग किया जाना चाहिये । दीवाली की पूजा में लाल रंग की वस्तुओं का विशेष रूप से प्रयोग करना चाहिए , इस दिन पूजा के समय देवी को लाल रंग के कपड़े , लाल रंग के फूल , लाल श्रृंगार अर्पित करें । दिवाली के दिन पूजा घर में दोनों तरफ रोली से स्वास्तिक का निर्माण करना भी शुभ है ।

*शिवलिंग की पुजा कैसे करें ---
 *शास्त्रों के अनुसार , शिवलिंग की परिक्रमा करते समय पूरा चक्कर नहीं लगाना चाहिए , शिवलिंग के जलाधारी यानि अर्घ में सबसे ज्यादा ऊर्जा और शक्ति होती है , जिसे लांघ कर आगे जाने से शरीर पर बुरा असर पड़ता है । शिवलिंग की परिक्रमा हमेशा बाईं तरफ से करनी चाहिए और जलाधारी तक जाकर दूसरे सिरे तक चक्कर लगाना चाहिए । शास्त्रों के अनुसार , तृण , काष्ठ , पत्ता , पत्थर , ईंट से ढंके हुए जलाधारी को लाघंने से कोई दोष नहीं लगता । 

एक प्राचीन कथा के अनुसार , एक बार राजा गंधर्व ने शिवलिंग की परिक्रमा करते समय निर्मलि जल पर पांव रख दिया था , इसके बाद गंधर्व की सारी शक्तियां चली गई थी ।

श्री कृष्णजी के बाल रूप  घर पर रखने का महत्व  - 
गोपाल स्वरुप का चित्र घर में केवल संतान प्राप्ति के लिये ही नहीं रखा जाता , भगवान का यह स्वरुप नकारात्मकताओं को दूर करने वाला और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला भी माना गया है । श्री यशोदानंदन नें बाल्यकाल में ही सबसे अद्भुत लीलायें की हैं , इस कारण इनका लड्डु गोपाल स्वरुप जीवन में सफलता प्राप्ति की शक्ति भी प्रदान करता है । 
यदि आपको जीवन में लगातार असफलताएं मिल रहीं हों तो आपको घर में बाल - गोपाल का चित्र जरूर रखना चाहिये ।

* घर के हॉल , ड्रॉइंग रूम या लिविंग रूम में सूर्य की उगती हुई पेंटिंग या फोटो जरूर लगाएं । इस तस्वीर के लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी । 
साफ - सफाई में उपयोग होने वाले सारे उपकरण - झाड़ू , पोंछा वगैरह को घर की रसोई में नहीं रखा जाना चाहिए । 

 3. किचेन में शीशा या उसकी दिवार पर भी शीशा नहीं लटकाना चाहिए । रसोई में शीशा लगाना शुभ नहीं माना जाता है ।

 4. इस बात का आवश्य ध्यान रखें कि घर के मुख्य द्वार पर रोशनी में कोई कमी नहीं होनी चाहिए । मुख्य द्वार पर छोटे - छोटे नहीं अपितु बड़े - बड़े लाइट लगवाएं ।
 
*हल्दी के उपाय-
शास्त्र हल्दी को शुभता का प्रतीक माना गया है , घर के मुख्य द्वार पर हल्दी के निशान लगाने से घर में सुख - समृद्धि आती है । पीला रंग बृहस्पति का कारक है , जो सुख - समृद्धि को दर्शाता है , इससे घर को रोगों से मुक्ति भी मिलती है । वास्तु शास्त्र के अनुसार मीन के प्रतीक चिन्ह को घर के उत्तर दिशा में रखना चाहिए , इससे धन लाभ होता है । यदि आप मीन चिन्ह नहीं रखना चाहते तो , इस दिशा में बहते हुए पानी का फव्वारा या फिश एक्वेरियम भी रख सकते हैं । ध्यान रखें कि जल का प्रवाह रुका हुआ ना हो , यानी जल को हमेशा बहते हुए ही रहना चाहिये ।

वास्तु शास्त्र वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर पूर्व दिशा पानी का टैंक रखने के लिए शुभ मानी जाती है , इस दिशा में पानी का स्थान होने से धन और आर्थिक समृद्धि आती है । जबकि दक्षिण - पश्चिम दिशा यानी नैऋत्य कोण में पानी की टंकी का होना अशुभ माना गया है , इस दिशा में पानी का स्थान होने से घर में कर्ज संबंधित परेशानी आ सकती है । वास्तु के अनुसार घर के किचन का नल यदि लगातार टपकता है , तो यह अशुभ माना जाता है । वास्तु के अनुसार पानी का बहना संकेत देता है कि कहीं न कहीं धन खर्च अधिक हो रहा है , इसके साथ ही घर में धन नहीं टिकता और आर्थिक हानि का अंदेशा होता है ।
 
*हारश्रृगार के उपाय-
हिन्दू धर्म में हरसिंगार वृक्ष का बहुत महत्व माना गया है , शास्त्रों में पारिजात को कल्पवृक्ष भी कहा गया है । मान्यता है कि स्वर्गलोक में इसे स्पर्श करने का अधिकार सिर्फ उर्वशी नाम की अप्सरा को था । पारिजात को छूने मात्र से ही व्यक्ति की थकान मिट जाती है । वास्तु शास्त्र में माना गया है कि पारिजात का पौधा जहां होता है , वहां नकारात्मक शक्तियों का वास नहीं होता । जहां यह वृक्ष होता है वहां पर साक्षात लक्ष्मी का वास माना गया है । पारिजात के फूलों की सुगंध , जीवन से तनाव हटाकर खुशियां ही खुशियां भरने वाली हैं । पारिजात के ये अद्भुत फूल सिर्फ रात में ही खिलते हैं और सुबह होते - होते वे सब मुरझा जाते हैं । यह फूल जिसके भी घर - आंगन में खिलते हैं , वहां हमेशा शांति और समृद्धि का निवास होता है ।

* अगर कोई जरूरी काम पूरा होते - होते रूक जाए या बहुत समय से कोई काम अटका हुआ हो तो अपने बेडरूम की पूर्व - दक्षिण दिशा में मोर पंख लगाएं । 
ऐसा करने से  रूके हुये काम पूरे होने के योग निर्मित होते हैं । घर या व्यापार स्थल की दक्षिण पूर्व दिशा में मोर पंख स्थापित करने से घर - परिवार में आ रही पैसों की तंगी से भी छुटकारा मिलता है ।

धन आगमन के उपाय ---
मंगलवार की सुबह स्नान करने के बाद बरगद  के पेड़ का एक पत्ता तोड़ें और इसके बाद इस पर केसर से श्रीराम लिखें । अब इस पत्ते को मंदिर जा कर हनुमानजी के सामने रख लें और फिर कुछ देर बाद इस पत्ते को अपने पर्स में रख लें । ऐसा करने से वर्ष भर धन आगमन में कोई समस्या नहीं आती ।
 
*नज़र उतारने के उपाय---
नजर का उपाय रुई की बत्ती बनाएं , इसे सरसों के तेल में भिगो लें , इसे सिर के ऊपर से सात बार उल्टा घुमाकर कील पर लटका कर जला दें , नजर उतर जाएगी ।

* सोमवार के उपाय-----
 आर्थिक समृद्धि की प्राप्ति के लिए हर सोमवार किसी नदी या तालाब के किनारे मछलियों को आटे से बनी गोलियां खिलाए , गोलियां नदी में डालते समय भगवान शिव का ध्यान करें और ॐ नमः शिवाय का जाप करते रहें । ऐसा करने से घर में लक्ष्मीजी का वास होता है और आर्थिक स्थिति में सुधार आता है ।

अगर प्रमोशन या रोजगार संबंधी बाधा आ रही हो तो गुरुवार को किसी मंदिर में पीली वस्तुओं- जैसे खाद्य पदार्थ , फल , कपड़े इत्यादि का दान  करें ।
 
*हनुमान जी चित्र का महत्व- 
वास्तु शास्त्र श्री राम भक्त हनुमान जी के चित्रों को घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है , यदि आप श्रीराम दरबार में रामजी के चरणों में बैठे हनुमानजी का चित्र ड्राइंग रूम में लगाते हैं तो इससे परिवार के सदस्यों के मध्य आपसी प्रेम , विश्वास , स्नेह और एकता में बढ़ोत्तरी होती है । इसलिये यदि घर में आपसी प्रेम की कमी हो या परिवार के सदस्यों के बीच सामंजस्य ना हो तो घर में श्रीराम दरबार का चित्र जरूर लगायें ।

Last alfaaz- 
इस प्रकार आप छोटे-छोटे उपाय करके अपने घर में सुख, शांति ,समृद्धि और परिवार में आपसी तालमेल मिटा सकते हो क्योंकि जिस घर में कलह क्लेश नहीं है उनसे ज्यादा कोई सुखी नहीं हो सकता। 
कुछ लोगों के पास  धन-दौलत होते हुए भी घर में या तो किसी बीमारी का शिकार है या फिर  बेवजह  घर में
झगड़े होते रहते हैं, तो ऐसा होने पर परिवार कभी खुश नहीं रह सकता, क्योंकि जिंदगी बहुत छोटी है। यह  छोटे-छोटे उपाय करें और  अपने घर में खुशियों को लेकर आएं। 

 Disclaimer- यह सब उपाय शास्त्रों के अनुसार लिखे गए हैं इनमें हमारा खुद का कोई योगदान नहीं है। 




















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