पोलन एलर्जी को कैसे ठीक करें || पोलन एलर्जी लक्षण और उपचार || साइनस एलर्जी और सावधानियां ||

Tittle- पोलन एलर्जी कया है और लक्षण-आइए जानते क्या हैं पोलन एलर्जी और इसमें किस प्रकार सावधानियां रखनी चाहिए।  बसंत ऋतु शुरू होते ही बहुत सारे लोगों को पोलन एलर्जी का शिकार होना पड़ता है । शायद दुनिया में कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसको फूल अच्छे नहीं लगते हो अब हम आपको बता की पोलन एलर्जी  सबसेे  ज्यादा फूलोंं के मौसम में होती हैं ।
 आइए जानते हैं विस्तार से  यह पोलन एलर्जी है क्या?
 पोलन एलर्जी यानी फीवर होने से सबसे आम कारक हैं। यह सब बसंत ऋतु आने पर फूलों से उत्पन्न होला होने वाला पराग यानी पीले रंग का बारीक पाउडर जो पौधों को उपजाऊ बनाता है । प्राग या पोलन हवा, पक्षियों की कीडो  ,जानवरों के माध्यम से बहुत तेजी से फैलता हैं और इस कारण इसे पोलन एलर्जी के नाम से जाना जाता है।
 यह दुनिया में सबसे आम एलर्जी में से एक है ।इसका असर हर पांचवें व्यक्ति को इस एनर्जी का शिकार होना पड़ता है। इस एलर्जी का मुख्य कारण है  फूल , पेड़, घास, खरपतवार आदि। 
 हालांकि ऐसा माना जाता है कि एक बार अगर किसी को यह एलर्जी हो जाए तो इसके वापिस होने की संभावना बहुत कम होती है।फूलों का  मौसम आने पर जिस  व्यक्ति को यह एलर्जी होती है तो इसका असर होना शुरू हो जाता है।

पोलन एलर्जी के लक्षण-
 आंखों में जलन होना।
 नाक बंद होना।
 बार बार छींक आना।
 नाक बहना।
 गले में खराश होना।
 त्वचा पर खुजली और दाने निकलना। 
एलर्जी से कैसे बचा जा सकता है-
  ऐसे बदलते मौसम में घर से बाहर कम से कम निकले अगर आप ज्यादा देर के लिए बाहर टहलने गए तो घर आकर अपने कपड़े बदले  और शैंपू से बाल दो अपने हाथों को जरूर धो ले।
अपने हाथों को मुंह पर टच ना होने दें और  अपनी खिड़कियों को ऐसे मौसम में बंद रखें।
 बाहर निकलते समय अपने चेहरे पर अगर संभव हो तो मास्क पहन कर जाएं ऐसा करने से आप एलर्जी  से बच सकते हैं। 
अगर आप इस एलर्जी की वज़ह से  ज्यादा परेशानी का सामना कर रहे हैं तो अपने नजदीकी चिकित्सक की सलाह अवश्य लें। 
ऐसे समय में अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए डाइट में प्रोटीन और विटामिन सी युक्त भोजन को जरूर शामिल करें। जैसे - अंकुरित अनाज, दालें ,सोयाबीन ,अंडा, चिकन और खट्टे फलों का उपयोग जरूर ज्यादा से ज्यादा करें।

अगर आपके घर में किसी को भी पहले से ही अस्थमा जैसी समस्या हो तो ऐसे बदलते  मौसम में बाहर टहलने के लिए ना जाए।
Last alfaaz- 
पोलन एलर्जी से लोगों को छिंके, आंखों में पानी, नाक में खुजली और दैनिक गतिविधियों को बाधित कर सकते हैं।
 एलर्जी के लक्षणों को कम करने के लिए इससे बचने के लिए अपनी जीवनशैली में बदलाव करना सबसे पहला कदम है।
 इस एलर्जी से बचने के लिए  अंदर रहना सबसे बेहतर उपाय है।  अगर आपको बहुत जरूरी काम से बाहर जाना भी पड़े तो ऐसे में मास्क पहनने की सलाह अवश्य दी जा सकती हैं और कुछ दवाइयों की मदद से इस एलर्जी को कम करने में भी आपको निजात मिल सकती है। इसलिए अपने नजदीकी डॉक्टर से मिले और इस एलर्जी की रोकने के लिए कुछ मेडिसन अवश्य लें।

मैं आपके साथ कुछ ऐसे फूलों की तस्वीरें शेयर की है ,जो मेरे घर के आंगन में खिले हुए हैं।  अगर आपको यह अच्छे लगे तो प्लीज इन्हें अपने चाहने वाले और दोस्तों को जरूर शेयर करें क्योंकि मुझे फूल बेहद पसंद है। फूलों को रंग बहुत सुंदर और अच्छी तरह खिलें इसके लिए आप अपने फूलों में मौसम के अनुसार पानी दे और साथ में सरसों की खली का प्रयोग करें जिससे फूल बेहद खूबसूरत और सुंदर खिलते हैं।
धन्यवाद ।



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