एकाग्रता की शक्ति के फायदे | एकाग्रता को कैसे बढ़ाये || How to improve concentration || एकाग्रता की शक्ति |

Tittle - एकाग्रता की शक्ति और लाभ किस प्रकार अनुभव करें. ( howto improve concentration)
एकाग्रता की शक्ति के बारे में आप सब ने जरूर सुना होगा और इसको किस प्रकार करें यह जानने की भी कई बार इच्छा होती है पर कहीं बाहर सही मार्गदर्शन ना मिलने के कारण हम इसको कर नहीं पाते.
 आइए जानते हैं विस्तार से एकाग्रता की शक्ति क्या होती है और उसको किस प्रकार अभ्यास करें और उसे करने से हमें क्या लाभ प्राप्त हो सकते हैं।
एकाग्रता की शक्ति-
एकाग्रता से किया गये सभी कार्य फलदाई होते है । सुखद परिणाम के लिए एकाग्रता को अपने स्वभाव का स्थाई अंग बना लेना चाहिए । एकाग्रता से सर्व शक्तियों की प्राप्ति होती है । एकाग्रता में नवीनता की इन्वेंशन कर सकते हैं । 
एकाग्रता से किसी भी आत्मा का आह्वान कर सकते हैं , किसी भी आत्मा को दूर बैठे श्रेष्ठ संकल्पों द्वारा सहयोग दे सकते हैं । आवाज को कैच कर सकते हैं । और किसी भी आत्मा के विचारों को या उसकी एकाग्रता से परखने की शक्ति स्वतः बढ़ती है । एकाग्रता की शक्ति से दूर बैठे भी भटके हुए , परेशान , दुखी , अशांत , रोगी आदि व्यक्तियों को शांति , शक्ति , शुभ , कल्याणकारी व निरोगीपन का वरदान दे सकते है । एकाग्रता  की शक्ति सहज ही निर्विघ्न बना देती है । एकाग्रता से सर्व के प्रति स्नेह , कल्याण , शुभ भावना , शुभ कामना और सम्मान की वृत्ति बनी रहती है । 

एकाग्रता की शक्ति कैसे बढ़ाये -
 साईलेंस की शक्ति के माध्यम से एकाग्रता की शक्ति को बढ़ाया जा सकता है । यदि मनुष्य बाह्यमुखता को छोड़ अंतर्मुखता में रहे तो एकाग्रता की शक्ति बढ़ती है ।
 मनुष्य को सबसे ज्यादा उसका मन भटकाता है । यदि मन का भटकना बंद करना है , तो एकाग्रता की शक्ति बढ़ाओ क्योंकि मन को काबू करने के लिए कंट्रोलिंग पावर का होना बहुत जरूरी है , तभी एकाग्रता की शक्ति बढ़ेगी । एकांतवासी रहने से भी एकाग्रता की शक्ति को बढ़ावा मिलता है । साथ - साथ आत्मिक दृष्टि - वृत्ति का अभ्यास भी बहुत जरूरी है । ज्ञान का मनन - चिंतन करते रहने से भी एकाग्रता की शक्ति बढ़ती है , जिसके लिये अमृतवेले का समय पावरफुल होता है। अध्यात्म में कहा गया है एकाग्रता के दृढ़ संकल्प से सागर के तले में चले जाओ और वहां से अनुभव के हीरे मोती आपको प्राप्त होंगे। इसमें किसी भी प्रकार का शक नहीं है पर इसके लिए आपको दृढ़ संकल्प लेना होगा।


एकाग्रता की शक्ति-
 एकाग्रता की शक्ति बहुत विचित्र रंग दिखाती है । स्वयं की औषधि भी एकाग्रता की शक्ति से कर सकते हो । अनेक रोगियों को निरोगी बना सकते हो । जब कोई चलती हुई , बढ़ती हुई चीज को रोक देते हैं , यह भी एकाग्रता की सिद्धि है ।
 कोर्ट कचहरी  में भी तराजू दिखाया जाता है , जो निर्णय की निशानी है अर्थात् कांटा ( तराजू ) एकाग्र हो जाता है । 
एकाग्रता से मनन - चिंतन आसान हो जाता है । एकाग्रता द्वारा ही मनुष्य एकरस स्थिति का सहज अनुभव कर सकता है ।
 एकाग्रता अनेक बंधनों से छुड़ाकर एक परमात्मा की लगन में मगन रहने का कार्य करती है । एकाग्रता अनेक विकल्पों से छुटकारा दिलाए सदा निर्व्यर्थ संकल्प 
और  निर्वीकल्प बना देती  है। अर्थात सदा उड़ती कलाकारों करवाते हैं एकाग्रता व्यर्थ स्कलप्रो को शुद्ध संकल्पों में परिवर्तन कर देती है। एकाग्रता की शक्ति से मनन चिंतन आसान हो जाता है और  संपूर्णता का अहसास होता है।  उसे संसार की कोई स्थिति विचलित नहीं कर सकती।

एकाग्रता का अर्थ -
किसी एक उद्देश्य की प्राप्ति के लिए अन्य बातों का ध्यान ना लगाते हुए , एक ही चीज पर ध्यान केंद्रित करना एकाग्रता कहलाता है । परिस्थितियां मनुष्य जीवन में नियंत्रण से बाहर होती हैं लेकिन एकाग्रता की शक्ति से इन्हें नियंत्रण में किया जा सकता है । पुराने संस्कारों को समाप्त करने के लिए एकाग्रता का अभ्यास बहुत जरूरी है । यही अभ्यास हमारी कमी - कमजोरियों को खत्म करेगा । 
एकाग्रता की शक्ति कैसे काम करती है-
यह एक ऐसी कला है जो आपको एक ही विचार यह विषय पर अपना ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाता है। एकाग्रता विकसित करना किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है ताकि वह अधिक कुशल होकर जीवन का कार्यभार खुद संभाले और उसमें परिपक्व हो जाए । यह कौशल हर प्रकार के सफलता के लिए महत्वपूर्ण है इसके बिना प्रयास बिखर जाते हैं लेकिन इसके साथ हम महान  चीजों को पूरा कर सकते हैं। 

एकाग्रता की विशेषताएं- 
एकाग्रता की विशेषताएं यह है कि हमसे श्रेष्ठतम संवाद कराती है अर्थात विश्लेषण मौन रहने का अभ्यास ज्ञान के प्रकार का योग का प्रयोग अडोलता, धैर्य, विश्वास आदि की क्षमता का विस्तार कराती है।
 एकाग्रता में रहकर हम अपने ही भीतर ज्ञान के अनंत महासागर को जान और पहचान सकते हैं अथवा अथवा उसको अनुभव कर सकते हैं। अतः मन की समस्त गुप्त और सुषप्त शक्तियों को निरंतर अभ्यास द्वारा प्राप्त किया जा सकता है।
 
 एकाग्रता की शक्ति अर्थात मन की शक्तियां सूर्य की किरणों की तरह है -
जब यह केंद्रित होती है तो रोशनी करती है । एकाग्रता की तीन विशेषताएं हैं पहली शक्ति उत्पन्न होती है दूसरी धैर्य बढ़ जाता है कि तीसरी  शक्ति है धैर्य के परिणाम से मनुुष्य साहसी हो जाता है। एकाग्रता से मनुष्य कोई भी कार्य अपने मन के अनुसार  बेहतर तरीके से कर सकता है। जब किसी को पढ़ाई करने हो अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करना हो या कोई अन्य कार्य करना हो यदि उसका मन एकाग्र होगा तो वह सभी कार्य आसानी से कर सकता है। यह रचनात्मक दृश्य के उपयोग के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है और यह मानसिक शक्तियों को विकसित करने में मदद करती हैं।
लम्बे  समय के लिए ध्यान केंद्रित कर पाना ऐसा विधि है जिसका लाभ को उनकी शिक्षा को विकसित करने में प्राप्त होता है। कोई भी लक्ष्य प्राप्त करने के लिए जीवन में सफल होने के लिए बेहद जरूरी है। ध्यान में मानसिक शांति प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। एकाग्रता के उपयोग और लाभ और विचारों को केंद्रित करने की क्षमता निरर्थक और कष्टप्रद विचारों से मुक्ति अपने विचारों को चुनने की क्षमता बेहतर यादाश्त और बेहतर आत्मविश्वास प्रबल इच्छा शक्ति और निश्चिंत रहना अध्ययन करने और अधिक तेजी से समझने की क्षमता अंदरूनी शक्ति अर्थात आत्मिक शक्ति पर विश्वास आदि आदि लाभ हमें प्राप्त होते हैं।
मन को एकाग्र कैसे करें-
 मन को एकाग्र करने के लिए सबसे पहले आपको अपने मन को परी शिक्षित करना पड़ेगा । यह संकल्पों के माध्यम से ही संभव है प्रतिदिन के जीवन में आपको छोटे-छोटे संकल्प लेने होंगे फिर मन पर जो बोझ डाला हुआ है उसे आपको कम करना है।
 इसे प्राप्त करने में योग बहुत सहायक है आप इसको 1 दिन में नहीं  कर सकते।
 यह निरंतर ध्यान और योग की क्रियाओं के अभ्यास से आपकी एकाग्रता प्रखर होने के लिए समय  लगेगा।  एकाग्रता मन की शक्ति को दृश्य के प्रति केंद्रित कर देगी और फिर आपके जीवन में चमत्कार दिखने लगेंगे।
 एकाग्रता के लाभ-
एकाग्रता को जीवन में अपनाकर इंसान अपने जीवन में कुछ भी प्राप्त कर सकता है एकाग्रता में इतनी शक्ति है। इंसान अपनी बिमारियों को खौद  ठीक कर सकता है और  अपनी उपलब्धियों को हासिल कर सकता है। साधना का दूसरा नाम ही एकाग्रता है। हमारे अध्यात्म शास्त्रों में इसे आत्म जय कहा गया है। जीवन में 1 दिन में एकाग्रता पर हम सफलता नहीं पा सकते इसके लिए हमें प्रतिदिन अभ्यास करना होगा। वह दिन दूर नहीं होगा जब हम अपनी एकाग्रता पर विजय  पा लेंगे क्योंकि मन का काम तो भटकना है उसको रोकना हमारे खुद के वश में है।  अपने जीवन में एकाग्रता को बनाइए और इसकी शक्ति का अनुभव करके अपने हर सपने को पूरा करने का प्रयास कीजिए, क्योंकि एकाग्रता में ऐसी शक्ति छिपी हुई है जिसको सिर्फ अनुभव के द्वारा ही हम प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपको एकाग्रता लाने में को कठिनाई हो रही है इसके लिए यूट्यूब पर बहुत सारी वीडियो आपको देखने के लिए मिल जाएंगी कि किस प्रकार मन को एकाग्र करें। फिर आपको इसको करने के लिए बहुत आसानी हो जाएगी क्योंकि पहली बार में इंसान किसी भी चीज पर उस सफलता हासिल नहीं कर सकता। इसके लिए अभ्यास की बहुत ज्यादा जरूरत होती है इसलिए अभ्यास करें और अपने जीवन को अपने तरीके से जिये।
 Posted by- kiran

 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ