राम के शक्तिशाली मंत्र कैसे करें | मनोकामना पूर्ति के लिए श्रीराम की पुजा कैसे करें |

Tittle- मनोकामना के लिए श्री राम का शक्तिशाली मंत्र- 
श्री राम की महिमा और शक्ति शाली मन्त्र-
हिंदू धर्म में भगवान श्री राम के बारे में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं होगा जो उनके चरित्र की महिमा वर्णन के बारे में नहीं जानता होगा। खुद भगवान शिव भी सदा राम नाम में लीन रहते थे। शिव जी  कहते हैं रामजी का वर्णन करना और उनकी महिमा का बताना मेरे भी बस से भी बाहर है। इस धरती पर पवन पुत्र हनुमान जी भगवान श्री राम के सबसे बड़े भक्त हुए हैं।  उनकी द्वारा की गई भक्ति भगवान श्री राम के दर्शन करा सकते हैं लेकिन उनकी महिमा नहीं बता सकते । श्री राम की महिमा हम आम इंसान के बस में नहीं है कि हम श्रीराम जी की  महिमा को हम शब्दों के द्वारा बता दे। 
 श्री राम की महिमा को कोई नहीं जान सकता जिसने महसूस किया वही केवल उसको अंदर से महसूस कर सकता है, पर शब्दों में नहीं लिख सकता। श्री राम जी के प्रति अटूट विश्वास और भक्ति मन से होनी चाहिए ना कि दिखावे से।
 आइए जानते हैं श्री राम की महिमा और पूजा किस प्रकार की जाए विस्तार से. 
श्री राम भगवान् की महिमा है-
 श्रीराम हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक सिद्ध पुरुष  देवता हैं उनकी महिमा का वर्णन कोई नहीं कर सकता। जिन के चरणों का जल पीने से केवट जैसे भक्त ऐसी रचना हैं जिनकी सेवा करने की इच्छा से महादेव भी हनुमान जी का रूप में अवतार ले लेते हैं। राम की महिमा का वर्णन करना शब्दों में संभव नहीं है क्योंकि उनकी महिमा अनलिमिटेड है जिसकी कोई सीमा नहीं है वह महासागर है और महासागर को कभी भी न नापा जा सकता ना पार किया जा सकता. श्री राम का नाम दो अक्षर का नाम है पर यह नाम बड़े-बड़े बिगड़े हुए काम बना देता है । राम नाम जाप का लेखन का मेरा खुद का भी निजी अनुभव है।
 इस विषय के बारे में मैंने राम नाम  लेख के बारे में अपने इसी बलोग पर अलग से टॉपिक लिख रखा है।



 सन्त बाल्मिक के शब्दों में  और राम की महिमा-
 बाल्मीकि जी के शब्दों में श्री राम जी की महिमा श्रीराम हिन्दू धर्म  मर्यादा पुरुषोत्तम, रक्षक, जगदीश्वर ,हैं  जो इस जगत का सृजन पालन और संहार करते हैं।
 एक रघुनंदन आपको वही जानता है जिसको आप जना देते हैं और जानते ही वह आपको स्वरूप बन जाता है ।वह तो हृदय को शीतल करने वाला चंदन आपकी कृपा से ही भक्तों आपको जान पाते हैं जिसको श्रीराम की कृपा होगी वही श्रीरम को जान पाएगा।

श्री राम के अवतार का उद्देश्य-
श्री राम के जन्म का उद्देश्य केवल रामायण का युद्ध करना नहीं था बल्कि वह मानव जाति को आदर्श जीवन जीने की कला सिखाने के लिए भी उन्होंने अवतार लिया था।  भगवान श्री राम ने अपने  रूप के बारे मै यह नहीं कहा कि मैं भगवान हूं।
भगवान श्री राम लोगों को यह संदेश देना चाहते थे कि जो व्यक्ति मेरे बताए रास्ते पर चलेगा चलेगा वह मेरे  सम्मान ही शक्तिशाली हो जाएगा।
 श्री राम जी ने अपने जीवन काल में कभी भी ऐसी  शक्ति का प्रयोग नहीं किया जिससे आम लोगों को किसी प्रकार का नुकसान हो।   श्री राम और श्री कृष्ण का जन्म अलग-अलग समय पर हुआ है. पर यह दोनों एक ही है सिर्फ जन्म  इनका अलग-अलग सथान पर हुआ है।

श्री राम की पूजा और उपासना करने का तरीका -
 श्री राम जी के चरणों में रहने वाले व्यक्ति सभी प्रकार के दुख और भय समाप्त हो जाते हैं। जो भक्त श्री राम की शरण में आ जाता है वह राजा पद को प्राप्त हो जाता है। जैसे - सुग्रीव जी, विभषण, हनुमान  आदि श्री राम जी की भक्ति करने स श्री राम जी की महिमा करने से भक्त शिरोमणि हनुमान जी का भी आसानी से पता चल जाता है।   राम जी के सच्चे मन से भक्ति करने वाले संसार का कोई भी व्यक्ति हार नहीं सकता उसका यश चारों तरफ फैलता है।

श्रीराम का सबसे शक्तिशाली मंत्र-
राम नाम श्री राम का सबसे शक्तिशाली मंत्र है जो व्यक्ति सुबह-शाम भोजन करते समय पढ़ाई करते समय सच्चे मन से श्री राम नाम का जाप करता रहता है उसके सभी बिगड़े काम बन जाते हैं। हर काम में सफलता मिलती है उसे किसी  किसी भी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां और रोग आसपास नहीं आ पाते। हर समय राम नाम का जप करते रहने से कठिन से कठिन को बीमारी को खत्म किया जा सकता है। ऐसा बहुत से पंडितों  और अनुभवी लोगों ने बताया है। 
रोज सुबह शाम सच्चे मन से राम नाम का जाप करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है और आपकी आयु लंबी होती है चारों तरफ आप पोज्टिव वातावरण बनता है।

श्री राम जी के को खुश करने का सबसे उत्तम उपाय-
 अगर कोई श्री राम जी का आशीर्वाद पाना चाहता है, तो हनुमान चालीसा का पाठ ।प्रतिदिन करने से श्रीराम बेहद खुश होते हैं। श्री राम नाम का जप करने वाले हनुमान जी सदा प्रसन्न हो जाते हैं। ऐसे बहुत से लोगों का अनुभव है.  जिस घर में भगवान श्री राम की स्तुति होती है उसी प्रकार उन लोगों पर हनुमान जी प्रसन्न  रहते है।  हनुमान जी अपने भक्तों के घर किसी न किसी रूप में आते ही रहते हैं। 
आप अपनी भक्ति में जय सियाराम या जय सीताराम दोनों ही वाक्य एक है यह अलग अलग नहीं है। भगवान श्री राम को  रामचरितमानस में तुलसीदास जी ने कई स्थानों पर माता सीता को श्री लिखा है। इसी प्रकार श्री राधा को भी श्री कहते हैं। आप राधे राधे जपते रहो या वासुदेवयः वह दोनों एक ही है । वेदों के अनुसार राधा और सीता ,रुकमणी आदि मां लक्ष्मी जी के ही अलग-अलग रूप हैं।

राम नाम मंत्र का जाप के लाभ-
 जो भक्त सच्चे मन से रोज राम नाम का सवा लाख बार जप करने की सिद्धियां प्राप्त कर लेता है। तुलसीदास जी कहते हैं राम नाम लिखकर जो व्यक्ति जल में डालकर किसी बीमार व्यक्ति को अगर पिला देते हैं तो वह ठीक हो जाता है ।

शास्त्रो  के अनुसार तुलसीदास ने 1 पत्ते पर राम नाम लिखकर उस जल को 500 लोगों को जल पिलाने से रोगी ठीक हो गए थे।
 
श्री राम के सिद्ध मंत्र-
श्री राम जी के जितने भी नाम है वह सब सिद्ध मंत्र हैं आप अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए किसी भी नाम का जाप कर सकते हैं।


शिक्षा में सफलता पाने के लिए मंत्र-

रघुनाथ नाम का जाप करने से जो व्यक्ति जो बच्चे से शिक्षा में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं वह रघुनाथ नाम का जाप करें।

स्वास्थ्य के लिए-
 जो व्यक्ति बीमार रहते हैं वह प्रतिदिन सुबह-शाम 108 बार राम नाम का जप करने वाले जल पिने  से उनको बहुत जल्दी लाभ होता है। 

बच्चों की शादियों के लिए -
राम मंत्र रमापति शब्द का जाप कर सकते हैं जिन बच्चों के लिए रिश्ता में देर हो या शादी में देर हो रही है तो माता-पिता या वह बच्चा खुद रमापति शब्द का जाप प्रतिदिन करने से यह समस्या बहुत जल्दी ठीक हो जाती है। 

नौकरी प्राप्त करने के लिए-
 जो जातक नौकरी , रोजगार संबंधी समस्या से जूझ रहा है वह अवधेश शब्द का जाप कर सकता है। उनकी मनोकामना बहुत जल्दी पुरी होगी आप 108 बार सुबह शाम इस मंत्र का जाप कर सकते हैं

श्री राम नाम के मंत्र में इतनी ताकत है कि उनकी महिमा शब्दों में करनी आसान नहीं है। बड़े-बड़े तपस्वी महत्रषि, योगी आदित्य श्री राम नाम का जप करते आए हैं।
 कुछ संत और अनुभवी लोगों का कहना है अगर आप मन में श्री राम जी को सदा के लिए निवास कर लो तो आप कोई भी कार्य करने से पहले श्री राम जी का ध्यान करते हैं तो श्री राम जी हर संकट में आपके साथ बने रहते हैं। साथ में किसी न किसी रूप में आपको है जरूर दर्शन देते हैं और जहां पर श्री राम की महिमा का वर्णन होता वहां पर हनुमान बिना बुलाए चले आते हैं ।
ऐसा हमारे शास्त्रों में बताया गया है। हनुमान चालीसा पढ़ने से पहले भी सबसे पहले श्री राम नाम का उच्चारण करें फिर हनुमान चालीसा पढ़े तभी वह सफल माना जाता है।
 
निष्कर्ष-
अगर आप भी अपने जीवन में किसी भी समस्या से जूझ रहे या कोई भी मनोकामना आपकी अधुरी  हैं तो आप इनमें से कोई भी एक मंत्र कर सकते हैं।
 जैसी आपकी समस्या यहाँ  मंत्र बताए गए हैं।  यह सभी मंत्र हमने अपने धर्म ग्रंथों के अनुसार लिखे  हैं। इसमें हमारा खुद का कोई योगदान नहीं है।
 श्री राम की महिमा का वर्णन करना एक आम आदमी के बस बाहर हैं और मेरी तो औकात क्या है इसलिए जिसने भी श्री राम का जाप किया उसकी नैया पार श्री राम जी ने खुद लगाई है। राम नाम का शब्द बहुत छोटा है लेकिन काम बहुत बड़ा कर सकता है। यह मेरा खुद का  और  बहुत सारे लोगों का अनुभव है।  इसलिए जितना भी हो सबसे सरल इस जप को आप आसानी से घर बैठे कहीं पर भी कर सकते हैं। इसके लिए कोई ज्यादा विधि-विधान नहीं बताया गया है आपको जहां सही लगे वही बैठ कर आप राम नाम का जप कर सकते हैं।
जय सियाराम, जय जय सियाराम, जय हनुमान, जय सिया राम, बोलो सियापति भगवान की जय। 
धन्यवाद ।
Posted by-kiran

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