पिंप्लस को कैसे ठीक करें || पिपंलस के लिए घरेलू उपाय || home remedies for acne ||

पिप्पंल को ठीक करने के लिए घरेलू उपाय -
कुछ रोगों के कारण शरीर पर फोड़े-फुंसियां निकल सकती हैं। ज्यादातर यह परेशानी लड़के और लड़कियों को जवानी की दहलीज पर पैर रखते ही शुरू हो जाती है और इसकी वजह से उनको एक तरह से मानसिक पीड़ा से गुजरना पड़ता है क्योंकि यह उम्र एक ऐसी अमर होती है जिसमें हर बच्चा अपने सुंदरता को लेकर सतर्क रहता है। वहीं फुंसियों के वजह से चेहरा भद्दा लगता है। इसके पीछे प्रदूषित वातावरण भी एक कारण हो सकता है। जब फोड़े-फुंसियां उभरती हैं, तो उनमें खुजली और जलन होती है, और रोगी को बेचैनी की अनुभूति होती है।
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फोड़ा या फुंसी (Boil) एक त्वचा संक्रमण होता है, जिसकी वजह सटैफिलोकोकस और युस नामक जीवाणु होते हैं। यह बाल कूप या तेल ग्रंथियों से उत्पन्न होता है।

पहले संक्रमित क्षेत्र की त्वचा लाल हो जाती है और त्वचा के अंदर एक गाठ बनती है। तीन से सात दिनों के बाद, गाठ का मुह सफेद होने लगता है, क्योंकि इस दौरान त्वचा के अन्दर फस भर जाता है.

फोड़ा या फुंसी (Boil) सबसे आमतौर पर चेहरा, गर्दन, बगल, कंधे और नितंबों जैसे स्थानों कहीं  पर उभर सकते हैं। यह किसी भी उम्र और किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। अगर त्वचा के किसी भाग में एक से अधिक फोड़ा या फुंसी दिखाई देते हैं, तो यह एक गंभीर संक्रमण हो सकता है, जिसे कार्बंकल कहा जाता है। 


पिंप्लस निकलने  के कारण-

ये समस्याएं त्वचा की संक्रमण के लिए लोगों को अधिक संवेदनशील बना सकती हैं।
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फोड़ा या फुंसी (Boil) एक त्वचा संक्रमण होता है जो बाल कूप या तेल ग्रंथियों में उत्पन्न होता है। संक्रमण के क्षेत्र में सबसे पहले त्वचा लाल हो जाती है।

त्वचा के टूटने, फटने के कारण, पपड़ी, शेविंग, बालों के छोटे कटने, कीटों के काटने या शरीर की अन्य बीमारियों के कारण भी फोड़ा या फुंसी हो सकता है।

उपरी त्वचा पर सतही रक्तवाहिकाओं के कुछ फैलाव हो सकते हैं, जिससे त्वचा लाल या पीली दिख सकती है।

फोड़े फुन्सी के लिए घरेलू उपाय-


बरगद के पत्ते-

बरगद या वट वृक्ष के पत्ते को गर्म करके पिंपलस वाली जगह पर लागने से वह पक कर फूट जाता है और उसकी कील भी और पसन्द भी निकल जाती है।

दही----
 इसके इस्तेमाल से भी फोड़े व फुंसी को ठीक किया जा सकता है। दही को फोड़े पर कुछ समय के लिए लगाकर छोड़ दें। ऐसा करने से जिस फोड़े का मुंह नहीं बन रहा होगा, वह भी पककर सूख जाएगा।
देसी घी - थोड़ी सी साफ रुई देसी घी में भिगोएं। अब उसे हथेली से दबाकर एक्स्ट्रा घी को निकाल लें। इसके बाद तवा गर्म करके उस पर रुई के फाहे को भी गर्म करें। जब रुई का फाहा छुने लायक गर्म हो जाए, तो उसे  फोड़े पर रखकर पट्टी बांध दें। सुबह-शाम इस विधि को करने से फोड़ा फूट जाएगा। यही विधि रुई के साथ सरसों का तेल लगाकर भी की जा सकती है। इससे भी आराम मिलेगा ।

आलू का प्रयोग-
 कच्चे आलू का रस फुंसियों पर लगाएं तथा सुबह के समय खाली पेट  चार चम्मच रस पिएं।
गाजर और तेल---
 गाजर को पीसकर तवे पर जरा-सा तेल डालकर गरम करें। फिर इस पुल्टिस को फोड़े-फुंसियों पर बांध दें।
इमली और पानी--- फोड़े-फुन्सी में इमली का रस पीने से काफी लाभ होता है।
25-30 ग्राम इमली का गूदा पानी में भिगो दें। जब गूदा फुल जाए तो उसे पानी में मथकर इस शरबत को छानकर पी जाएं।

कालीमिर्च और पानी--- 
यदि फुंसी निकल रही  हो तो कालीमिर्च को पानी में घिसकर लगाएं।इससे फुन्सी बैठ जाती है।
अनन्नास - 
अनन्नास का रस फुंसियों पर रुई के फाहे से लगाएं

हल्दी और तेल- 
हल्दी को पीसकर तवे पर जरा-सा तेल डालकर गरम करें फिर उसे फाहे पर रखकर फुड़िया पर बांध दे।
अमरूद- अमरूद की तीन-चार पत्तियों को पानी में उबालकर पीस लें फिर इस लेप को फोड़े पर लगाएं। फुन्सी जल्दी फूट जाएगा।
नीम- नीम की छाल का लेप फुंसियों पर लगाने से काफी लाभ होता है।

देसी घी---
थोड़ी सी साफ रुई को देसी घी में भिगोकर निकालें। इसके बाद हाथों से एक्स्ट्रा घी को निकालें। फिर तवे को गर्म करके उस पर रुई का फाहा गरम करें। जब रुई का फाहा गर्म हो जाए, तो उसे फोड़े पर रखकर पट्टी बांध दें। इस तरीके को सुबह-शाम करने से फोड़ा ठीक हो जाएगा। इसी तरह, रुई के साथ सरसों के तेल का उपयोग करके भी आराम मिलेगा।
 
नीम-
नीम की पत्तियो का रस-
 नीम के पौधे को आयुर्वेद में एक औषधीय पौधा माना जाता है।  फोड़े फुंसियों के लिए नीम की  छोटी पतियों को हल्का बारीक पीसकर उनका रस निकाल ले और उस रस को कोटन की सहायता से पिंपल्स पर लगाएं और कुछ देर बाद चेहरे को धो लें ऐसा करने से कुछ ही दिनों बाद आपके पिंपल्स का मुंह मोड़ जाएगा और पिंपल्स के निशान भी नहीं रहेंगे।
 काली उड़द की दाल-
काली उड़द की दाल को रात को भिगोकर रख दें और सुबह उसके पानी छानकर हल्का बारीक पीसकर पेस्ट बना लें और उस पेस्ट को सुबह-शम पिंपल्स पर लगाने से कुछ दिनों बाद पिंपल्स ठीक हो जाते हैं और उनके निशान भी गायब हो जाते हैं।

मसूर दाल का पैक-
 मसूर की दाल का पैक भी फोड़े फुंसियों के दाग धब्बों को ठीक करने के लिए बहुत ही बेहतर का एक माना जाता है। मसूर की दाल को हल्का बारीक पीस लें उसका पेस्ट बनाकर पूरे चेहरे पर लेप की तरह लगाये और कुछ देर रखने के बाद हल्के गुनगुने पानी से चेहरे को धो लें। यह छोटे-छोटे उपाय आपके चेहरे के दाग धब्बे और फुंसियों को ठीक करने में काफी मददगार साबित होंगे ।
अगर आपकी समझ से बहुत ज्यादा गंभीर है तो इसके लिए अपने डॉक्टर से जरूर सलाह करें।

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