मेहंदी के घेरेलू उपाय-मेहंदी का महत्व तीज त्योहार हो यह शादी खुशी का मौका हो तो ऐसे में मेहंदी का लगाना अति शुभ और मांगलिक माना जाता है, क्योंकि मेहंदी के बिना नारी का सिंगार अधूरा माना गया है। मेहंदी नारी के रूप और सौंदर्य को चार चांद लगा देती है। वैसे भी मेहंदी को बहुत ही शुभ माना जाता है। मेहंदी लगी है दुल्हन या फिर सुहागन औरत की सुंदरता को चार चांद लग जाते हैं। वैसे तो आजकल बाजार में सारे साल ही मेहंदी लगाने वाले बैठे रहते हैं, पर खासकर करवा चौथ के त्यौहार पर मेहंदी का बहुत ही ज्यादा जोर हो जाता है। उस समय में बाज़ार में सबसे ज्यादा मेहंदी लगवाने वालों की भीड़ पाई जाती है। मेहंदी को हिना के नाम से भी जाना जाता है।
मेहंदी अगर मांगलिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है तो वहीं पर यह आयुर्वेदिक के लिए भी एक जड़ी बूटी भी मानी जाती है आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ आयुर्वेदिक उपाय-
छालों के लिए-
अगर मुंह के छाले होने पर मेहंदी के पत्तों को पानी में 24 घंटे तक भिगोकर रखें फिर उस पानी से कुल्ला करने से मुंह के छाले बहुत जल्दी ठीक हो जाते हैं।
बालों के लिए-
अगर आप भी अपने बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाना चाहते हैं तो इसके लिए मेहंदी के पाउडर को पानी में भिगोकर उसका लेप बालों पर लगाएं और कुछ देर से सुखने के बाद बालों को ठंडे पानी से धो लें। ऐसा करने से बालों को उचित पोषण मिलता है। जिससे बाल झड़ना कम हो जाते हैं और बाल नरम मुलायम और चमकदार बनते हैं। यदि इसी मेहंदी को दही और तेल में मिलाकर लगाया जाए तो यह बालों के लिए कंडीशनर का काम करता है और सफेद बालों को लाल रंग मे रंग देता है। यह एक बालों को रंगने का घरेलू उपाय है।
दांतो के दर्द के लिए-
अगर आपके भी दांत में दर्द होने पर किसी भी तरह राहत नहीं मिल रहा है तो ऐसे में मेहंदी के पत्तों का काढ़ा बनाकर उससे कुल्ल करें दांतों का दर्द भी दूर हो जाएगा और मुंह की दुर्गंध में भी लाभदायक माना जाता है।
पैरों की जलन के लिए-अगर आप के भी हाथ या पैरों में जलन रहती है तो ऐसे में मेहंदी की पत्तियों को पीसकर लगाएं इसको लगाने से आप की जलन बहुत जल्दी शांत हो जाएगी।
आधासीसी सिर दर्द के लिए-
कुछ लोगों का विशेषकर सिर दर्द होने की शिकायत बनी रहती है तो ऐसे में सिर दर्द होने पर मेहंदी का पत्ता का लेप करने से आधासीसी सिर का दर्द ठीक हो जाता है।
पथरी और चर्म रोग के लिए-
मेहंदी को पथरी और चर्म रोग के लिए भी काफी गुणकारी बताया जाता है। मेहंदी की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से इस समस्या में बहुत जल्दी लाभ होता है। मेहंदी का कवाथ बनाकर पिने से पथरी तक को गलकर निकल जाती है।
सूजन को कम करने के लिए-
कुछ लोगों के जोड़ों में गठिया जैसी समस्या होने पर जोड़ों में सूजन आ जाती है तो सूजन होने पर मेहंदी के पत्तों को पुल्टिस बांधने से सूजन व पीड़ा दूर हो जाती है। अधपके फोड़े पर भी मेहंदी की पुल्टिस बांधने से लाभदायक सिद्ध होती है।
पिपंलस के लिए-फुंसियों पर लगाने से मेहंदी के पत्तों को पीसकर लगाएं फोड़े फुंसी बहुत जल्दी ठीक हो जाते हैं।
मेहंदी के फूलों के लाभ -
अगर आपको भी अनिद्रा, बेचैनी, जल्दी नींद ना आना, रात में बार-बार नींद से उठ जाना इस प्रकार की स्थिति है तो मेहंदी के फूलों को सिरहाने पर रख कर सोने में लाभ मिलता है।
हाई बीपी-
उच्च रक्तचाप की शिकायत होने पर भी हाथ पैरों के तलवों में मेहंदी के पत्तों का लेप लगाने से लाभ मिलता है।
उन्माद की समस्या के लिए-
उन्माद से पीड़ित स्त्री पुरुष के हाथ पैरों के नाखूनों पर यदि मेहंदी के पत्तों का लेप लगाया जाए तो कुछ दिनों में लाभ मिल जाएगा, ऐसा करने से मिर्गी के रोगों को भी लाभ होता हुआ सुना गया है।
संक्रमण को रोकने में लाभदायक-
मेहंदी में कुछ ऐसे प्रभावशाली तत्व पाए जाते हैं जो कई प्रकार के व्यक्ति बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं यदि आपके भी शरीर पर कहीं पर घाव संक्रमित हो गया है तो उस पर मेहंदी के ताजे पत्तों का लेप पीसकर लगा सकते हैं।
Disclaimer-यह सब कुछ जो भी लिखा गया है हमने अपनी तरफ से कुछ नहीं लिखा आयुर्वेद के अनुसार बताया गया है।आपकी समस्या बहुत ज्यादा गंभीर हैं तो इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें
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