शहद की पहचान कैसे करें | how to use honey to face beauty |

Tittle-शहद खाने के फायदे और सोंदर्य के लिए कैसे इस्तेमाल करें -
शहद ( हनी) एक प्राकृतिक मधुमेह नियंत्रण और शक्ति पूर्ण खाद्य पदार्थ है। यह मिठास और पोषक तत्वों से भरपूर होता है और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। शहद प्रकृति के लिए ऐसी मिठाई है, जिसे एक इंसान के बनाने के बस की बात नहीं है। शहद को आयुर्वेद के अनुसार एक औषधि भी माना जाता है। शहद में बहुत सारे ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हमारी याददाश्त को तेज करने की क्षमता रखता है और कमजोर नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है। शहद बहुत सदियों से हमारे भोजन और उपचार में प्रयोग होता रहा है।
 शहद के बहुत सारे ऐसे फायदे हैं जो
 हमारी त्वचा और स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको शहद के ऐसे अनेक फायदे बताएंगे जिनका लाभ आप भी उठा सकते हैं।

शहद खाने का सही समय कया है-
 सबसे पहले तो यह जानना जरूरी है कि शहद किस समय खाना चाहिए और किस समय नहीं खाना चाहिए । शहद का प्रतिदिन सेवन करने से खोई हुई शक्ति वापस आ जाती है, शरीर सुंदर ,बलवान और लंबी आयु और सुडोल बनाता है। शहद काम शक्ति वर्धक भी माना गया है। इसका सेवन वर्षो से महिलाओं में हार्मोन बढ़ाने की प्रक्रिया को तेज करता है। शहद प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और संक्रमण की पुनरावृति को रोकता है।
 शहद खाने का सही समय खाली पेट सबसे ज्यादा अच्छा माना जाता है क्योंकि खाली पेट शहद खाने से हमारे शरीर का वजन को कंट्रोल करनेमें मदद करता है और खाली पेट मलाई के साथ शहद का सेवन करना सबसे ज्यादा गुणकारी इसलिए भी माना जाता है क्योंकि यह हमारी स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।

शहद खाने के फायद- ( bebitits of eating honey)

ताकत और ऊर्जा का स्त्रोत-
शहद में प्राकृतिक शरीर को ऊर्जा प्रदान करने वाले खनिज और विटामिन्स होते हैं।

इम्यून सिस्टम को मजबूत करना-
 शहद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाकर रोगों से लड़ने की क्षमता में सुधार करता है।

त्वचा के लिए लाभदायक-
शहद त्वचा को मौलिक तत्व प्रदान करता है और चमकदार और निखरी त्वचा का प्रशस्त बनाता है।

विषाक्तता से लड़ाई-
शहद शरीर की विषाक्तता को कम करने में मदद करता है और जहरीले पदार्थों का प्रभाव नष्ट करने में मदद कर सकता है।

पाचन सुधार-
 शहद मधुमेह को नियंत्रित करने और पाचन प्रक्रिया को सुधारने में मदद कर सकता है।

सांसों की समस्याओं को दूर करना-
 शहद दमा, खांसी और ठंडी के लिए एक प्राकृतिक उपचार के रूप में उपयोगी हो सकता है।

हृदय स्वास्थ्य-
 शहद मधुमेह और हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है।

खांसी और सर्दी में आराम-
 शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो खांसी और सर्दी से राहत प्रदान कर सकते हैं।

मसूड़ों की स्वास्थ्य---
शहद गले और मुंह की संक्रमण को रोकने में मदद करता है और मसूड़ों को स्वस्थ रखता है।

बालों के लिए लाभदायक---
शहद बालों को मजबूत और चमकदार बनाने में मदद कर सकता है।

पुरानी त्वचा संक्रमण का इलाज-
 शहद में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो त्वचा के पुराने संक्रमणों का इलाज कर सकते हैं।

आंतो में  सुधार के लिए  शहद का सेवन कैसे करें-
 शहद आंतो के अनदर से संक्रमण को कम करने और पाचन प्रक्रिया को सुधारने में मदद कर सकता है।

श्वसन संक्रमण का संकट---
 शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो श्वसन संक्रमण को कम करने में मदद कर सकते हैं।

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करना-
 शहद रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और हृदय स्वास्थ्य को सुधार सकता है।

एंटी-एजिंग उपचार के लिए  शहद - 
इसमें  शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो रोगों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और उम्र बढ़ने के प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं।

गुर्दे को स्वसथ-रखता है
शहद गुर्दे की स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है और किडनी स्टोन के जोखिम को कम कर सकता है।

प्राकृतिक एनर्जी स्रोत---
 शहद शरीर को प्राकृतिक ऊर्जा प्रदान करके ताकत और जीवंत रखता है।

रात को नींद में सुधार-
 गर्म दूध में शहद मिलाकर पीने से नींद में सुधार हो सकता है और इंसोम्निया से राहत मिल सकती है।

एलर्जी से राहत---
 शहद में एंटीहिस्टामिनिक गुण होते हैं जो एलर्जी के लक्षणों को कम कर सकते हैं।

बच्चों के लिए उपयोगी---
शहद बच्चों के लिए उपयोगी हो सकता है और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है।

अपच कि समस्या के लिए ---
 शहद पाचन को सुधारने में मदद करता है और अपच से राहत प्रदान कर सकता है।

कैंसर की रोकथाम---
शहद में प्राकृतिक एंटीकैंसर गुण होते हैं जो कैंसर के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं।

जोड़ों की स्वास्थ्य---
 शहद जोड़ों को तंदरुस्त और सुस्थ रखने में मदद कर सकता है और रोमटिक आर्थराइटिस जैसी समस्याओं से राहत प्रदान कर सकता है।

यादयाशत बढाने के लिए शहद खाये ---
 शहद दिमाग के लिए उपयोगी हो सकता है और स्मृति को सुधारने में मदद कर सकता है। यादाश्त को सुधारने के लिए शहद को रामबाण होती माना जाता है।

नकसीर को रोकें---
 शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो नकसीर को रोकने में मदद कर सकते हैं।

शहद पाचन शक्ति को बढ़ाता---
 शहद पाचन शक्ति को बढ़ा सकता है और अच्छी पाचन और विषाक्तता को संरक्षित रखता है।

गुर्दे की पथरी को रोकें---
 शहद गुर्दे की पथरी को रोकने में मदद कर सकता है और मूत्र पथ की स्वास्थ्य को सुधार सकता है।

स्तनपान समस्याओं का समाधान---
शहद स्तनपान समस्याओं को सुलझाने में मदद कर सकता है और मां को पोषण प्रदान कर सकता है।

श्वासनली की स्वास्थ्य---
शहद श्वासनली के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है और दमा जैसी समस्याओं को कम कर सकता है।

शरीर के आपूर्ति को सुधारें-
 शहद शरीर की आपूर्ति को सुधारने में मदद कर सकता है और शरीर को पोषित और स्वस्थ रख सकता है।

शहद मोटापा कम करता है-
 शहद को हम मोटापा कम करने के लिए भी उपयोग में ला सकते हैं। एक गिलास  गुनगुने पानी में एक चम्मच प्रतिदिन नींबू के रस के साथ मिलाने से वजन बहुत जल्दी कम हो जाता है , क्योंकि हमारे शरीर के विषैले तत्व बाहर निकल आते हैं। शहद और नींबू गुनगुने पानी का सेवन करने से लगातार 30 दिनों सेवन करने के  बाद आपके वजन में फर्क पड़ेगा।  


 • शहद से फैस मास्क कैसे बनायें -
शहद को सुंदरता के लिए उपयोग किया जाता है। अगर आप भी अपने चेहरे की सुंदरता को लेकर शहद को उपयोग करना चाहता है  तो शहद इसके लिए एक अच्छा सनस्क्रीन और मोशचराइजर माना जाता है। शहद सूखी त्वचा ,खुजली और विभिन्न त्वचा रोगों को दूर करता है। आप शहद को गुलाब जल में मिलाकर प्रतिदिन चेहरे पर लगाने से आपके चेहरे में रंगत में निखार आ जाएगा और साथ में चेहरे पर टमाटर मिलाकर लगाने से चेहरे पर बहुत अच्छा ग्लो आता है। यह घरेलू उपाय सस्ते जरूर हैं पर बड़े काम के हैं ।

रंग गोरा करने के शहद का प्रयोग कैसे करें -
 शहद का प्रयोग रंग गोरा करने के लिए यूज किया जाता है। अगर आप भी अपना रंग गोरा करना चाहते हैं तो शहर में कुछ बूंदे नींबू के रस को मिलाकर प्रतिदिन चेहरे पर लेप की तरह लगाएं और कुछ देर बाद चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से धो लें। कुछ ही दिनों में आपके चेहरे की रंगत में गजब का निखार आ जाएगा।

•शहद खाने का सही तरीका-  
शहद खाने का सही समय कई तरह से निर्धारित किया जा सकता है, लेकिन इसका चयन व्यक्ति के आहार और आदतों पर निर्भर करेगा। 
सुबह उठकर-
अधिकांश लोग शहद को सुबह खाने की आदत बना सकते हैं। इसे खाली पेट खाने से लाभ मिलता है और पाचन प्रक्रिया को सुधारता है।

रात को सोने से पहले-
शहद को रात को सोने से पहले खाने से भी लाभ हो सकता है। इससे निद्रा को बेहतर बनाने में मदद मिलती है और शांति प्राप्त होती है।

खाने के साथ-
 कई लोग शहद को खाने के साथ मिश्रण के रूप में लेते हैं। इसे आप योग्यता के अनुसार खाने के साथ मिला सकते हैं।

योग और ध्यान के बाद-
 कुछ लोग योग या ध्यान के बाद शहद का सेवन करते हैं। इसे तंदरुस्ती और शरीर की पुनर्स्थापना के लिए उपयोगी माना जाता है।

इसके अलावा, शहद को रोज़ाना मात्रा में उचित रूप से खाना चाहिए, और अधिकतम फायदा उठाने के लिए विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। व्यक्ति के स्वास्थ्य स्तर, आयू, और आहार पर निर्भर करके उचित समय का चयन किया जा सकता है।

शहद कब नहीं खाना चाहिए-
शहद को खाते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है वरना यह फायदे की जगह नुकसान कर सकता है।
 शहद को गुड़ ,चीनी, मिश्री, तेल, मक्खन देसी घी, और मांस मछली के साथ नहीं खाना चाहिए।

 • शहद को कभी भी गर्म कर कर नहीं खाया जाता, ध्यान दें कि शहद को गर्म करने से उसके सारे गुण में कमी आ जाती है इसलिए कभी भी शहद को गर्म करके ना खाएं ।

• वैसे तो आप शहद को सारे साल कभी भी खा सकते हो पर सबसे ज्यादा शहद को सर्दियों में पाया जाता है।

• शहद को सुबह खाली पेट या नाश्ते में रात को सोने से पहले लेने में दूध के साथ लेने से सबसे ज्यादा अच्छा माना जाता है।

शहद के आयुर्वेदिक गुण-
 शहद में विटामिन सी, विटामिन बी कंपलेक्स और आयरन ,कैल्शियम, कॉपर जिंक, मैग्नीशियम,  जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं।

असली शहद शहद की पहचान कैसे करें -शहद को एक हाथ पर रखें अगर यह बहने या फैलने लगे तो इसका मतलब शहद नकली है। असली शुद्ध शहद  गाढ़ा होता है वह फैलता नहीं, एक चम्मच असली शहद पानी में डालने पर तली में बैठ जाता है, जबकि नकली शहद  पानी में घुल जाता है फिर कपड़े पर डालने से शहद सूखता नहीं बल्कि और दाग भी नहीं छोड़ता। 
 शुद्ध शहद हमेशा सर्दियों में जम जाता है। 

• शुद्ध शहद लंबे समय तक रखा जा सकता है वह खराब नहीं होगा और नकली शहद  खराब हो जाएगा।  

शहद  के बारे में कुछ रोचक तथ्य-

शहद  बारे में ऐसा बताया जाता है कि मधुमक्खियां पृथ्वी के तीन चक्कर के बराबर दूरी तय करती है तब जाकर  लगभग 500 ग्राम शहद बना पाती है।
  शहद में पानी का अंश बहुत ही कम होने की वजह से इसमें बैक्टीरिया नहीं पड़ते।

• नीम के पेड़ पर लगे हुए  शहद को दुनिया का सबसे अच्छा शहद माना जाता है। इस शहद में  पाए जाने वाले खास एंटीबैक्टीरियल गुणों की वजह से सबसे ज्यादा अच्छा शहद माना जाता है।
 यह शहद ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में ही पाया जाता है ।

•शहद मैं कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं जो हमारे घाव और जलने वाले जख्म को ठीक करने की क्षमता रखता है।

• शहद  बनाने के लिए मधुमक्खियां जीस छत्ते का प्रयोग करते हैं उससे मोमबत्तियां बना सकते हैं।
  
निष्कर्ष- 
शहद मधुमक्खियों के द्वारा बनाया हुआ एक ऐसी प्रकृति औषधि हैै जिसके वह सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारी सेहत के लिए एक रामबाण औषधि है। वैसे तो शहद  बहुत आसानी से बाजार में  मिल जाता है , पर अगर आपको शुद्ध शहद कहीं मधुमक्खियों द्वारा बनाया हुआ किसी पेड़ पर लगा हुआ  मिल जाये तो वह और भी ज्यादा अच्छा माना जाता है। ध्यान रखें उस शहद को अच्छी तरह मलमल के कपड़े से छानकर ही उपयोग में लाए ।
Posted by-kiran

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ