कैन्सर के लक्षण | कैन्सर की पहचान कैसे करें || cansar symptoms in hindi |

 कैन्सर के शुरूआती लक्षण-
कैंसर एक ऐसी  बीमारी है जिसका अभी तक 100% कहीं पर भी इलाज नहीं होता। कभी-कभी किसी मरीज को शुरुआत में ही पता लगने से बचने की संभावना बढ़ जाती है। कैंसर जैसी बीमारी पता लगने पर रोगंटे खड़े हो  जाते है। मरीज को  मौत सामने खड़ी नजर आती  है।  आज हम इस लेख के माध्यम से आपको कुछ ऐसे छोटे-छोटे लक्षण बताने की कोशिश करेंगे जिनसे आप अंदाजा लगा सकते हो, कि कहीं यह कैंसर के रोग के लक्षण तो नही है। पर यह जरूरी नहीं है ये लक्षण होने पर कैंसर का रोग है और बीमारी के भी लक्षण हो सकते हैं ।आइए जानते हैं विस्तार से कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षण-
 अक्सर लोग यह लक्षण होने पर इन्हे साधारण मान लेते हैं और इनको बहुत ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते।

 जैसे-वजन कम होना, अगर आपका भी अचानक से बिना कोई डाइटिंग किए अचानक से वजन घटने लगे तो यह आपके लिए साधारण बात नहीं है, क्योंकि ऐसा तभी होता है जब आप किसी गंभीर बीमारी की गिरफ्त में आ चुके होते हो। 

शरीर में अकड़न- अगर आपको भी शरीर में कहीं दर्द और अकड़न महसूस होती हो तो अलर्ट हो जाना चाहिए कि आपको किसी आने वाली बिमारी  की ओर इशारा कर रहा है और आप का दर्द अगर लगातार चल रहा है तो आपको तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिये। 

बुखार - अगर आपको बहुत लंबे समय से बुखार उतरने का नाम ही नहीं ले रहा है तो इसको आप हल्के में मत लेना। यह एक हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ी चिंता की बात है। ऐसे में आप किसी नजदीकी डॉक्टर से अपना इलाज करवाएं और अपने ब्लड  सैंपल जरूर कराएं कहीं यह बुखार कोई रक्त कैंसर की ओर तो इशारा नहीं कर रहा है। 

त्वचा के रोग-  अक्षर शरीर में बदलाव आने के कारण हमारे चेहरे पर और शरीर पर कुछ लाल रंग के चकत्ते निकल आते हैं अगर इस प्रकार के चख्ते  आपको दिखाई दे रहे हैं कि यह गंभीर बीमारी के संकेत हो सकते हैं। लाल रंग के चकतो का होना, बालों झड़ना, चेहरे पर बहुत जयादा  दाग धब्बे  होना, तो यह कैंसर जैसी बीमारी के संकेत हो सकते हैं ।

खांसी में खुन आना-
 अगर आपको भी खांसते समय खून आता है और पेशाब अचानक से निकल जाता है तो ऐसे में  ये लक्षण किसी गंभीर बीमारी की तरफ इशारा कर रहे है। या तो आपको बवासीर है या फिर आपको कैंसर भी हो सकता है और अगर साथ में पेशाब में खुन आता है तो इसको आप हल्के में ना लें, तुरंत अपने चेकअप शुरू कराएं।यह सब लक्षण देखने में  छोटे लगते हैं जो हमारे शरीर में कैंसर जैसी बीमारी की संभावना की ओर संकेत करते हैं। 


 शरीर के अन्य मुख्य अंगों  कैंसर के लक्षण-
अब बात करते हैं शरीर की मुख्य कैंसर के बारे में कैंसर कई तरह का होता है तो इनको भी नजरअंदाज ना करें। आइये  जानते हैं उनके लक्षणों के बारे में कुछ विस्तार से। 

 स्तन कैंसर-
अधिक प्रसव व शिशु को स्तनपान न कराने से स्‍तन कैंसर होता है। डिंबग्रंथि (ओवरी) से उत्सर्जित हार्मोन भी इसको पैदा करते हैं।
 गर्भाशय का कैंसर - छोटी उम्र में विवाह, अधिक प्रसव, संसर्ग के दौरान रोग, प्रसव के दौरान गर्भाशय में किसी प्रकार का घाव होना और वह ठीक होने से पहले गर्भधारण हो जाए तो 40 की उम्र के बाद गर्भाशय का कैंसर होने का खतरा रहता है। मीनोपॉज के बाद रक्तस्राव होना, और दुर्गंध आना, पैरों व कमर में दर्द रहना इसके लक्षण हैं।
 
रक्त कैंसर (ल्यूकेमिआ) ---एक्सरे और विकिरण प्रणाली से किरणें यदि शरीर के अन्दर प्रवेश कर जाएं तो अस्थियों को प्रभावित करती हैं, जिससे उसके अन्दर खून के सेल्स भी प्रभावित होते हैं। मुख से खून निकलना, जोड़ों व हडि्डयों में दर्द, बुखार का लगातार कई दिनों तक बना रहना, डायरिया होना, प्लीहा व लसिका ग्रंथियों के आकार में वृद्धि होना, सांस लेने में दिक्कत होना इसके प्रमुख लक्षण हैं।

 मुख का कैंसर ---तंबाकू सेवन मुख व गले के कैंसर का मुख्य कारण है। मुख के भीतर कोई गांठ, घाव या पित्त बन जाना, मुंह में सफेद दाग, लार टपकना, बदबू आना, मुंह खोलने, बोलने व निगलने में दिक्कत होना इसके लक्षण हैं। फेफड़ो या लंग कैंसर : हल्की लगातार  खांसी आना, खांसी के साथ खून आना, आवाज में बदलाव आना, सांस लेने में दिक्कत होना इसके लक्षण हैं। 

आमाशय का कैंसर - पेट में दर्द, भूख बहुत कम आना, कभी-कभी खून की उल्टी होना, खून की कमी। पतले दस्त, शौच के समय केवल खून निकलना, आंतों में गांठ की वजह से शौच न होना इसके प्रमुख लक्षण हैं। 

सर्वाइकल कैंसर--- इसके फैलने के बाद रक्त-सामान या मलिन योनिक स्राव उत्पन्न करता है जो कि संभोग या असामान्य रक्त स्राव के बाद नजर आता है। सर्वाइकल कैंसर की प्रारंभिक अवस्थाएं पीडा, भूख की कमी, वजन का गिरना और अनीमिया उत्पन्न करती हैं। 

ब्रेन कैंसर --- ब्रेन कैंसर में मस्तिष्क या स्पाइनल कॉर्ड में गांठ होती है जिससे चक्कार आना, उल्टी  होना, भूलना, सांस लेने में दिक्कत होना इसके प्रमुख लक्षण हैं। 

फेफड़ों या फेंगल कैंसर- हल्की निरंतर खांसी, खांसी के साथ खून आना, आवाज में बदलाव, सांस लेने में दिक्कत ये सभी लक्षण हो सकते हैं।

यह लक्षण केवल सामान्य दिख सकते हैं और कैंसर के लक्षणों का निर्धारण एक चिकित्सक द्वारा किया जाना चाहिए। यदि आपको इन लक्षणों का संदेह होता है, तो चिकित्सक से परामर्श करना सबसे अच्छा विकल्प होगा।
अगर आपको भी अपने शरीर में कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखाई दें तो इसको गंभीरता से लें और अपने ब्लड टेस्ट और हर तरह के टेस्ट के लिए अपने डॉक्टर से मिले। अगर शुरुआत में ही लक्षण दिखाई दे तो इसकी मेडिसन शुरू की जाए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है, क्योंकि यह बीमारी अब इतनी लाइलाज नहीं रही कि इसका कोई इलाज नहीं है बस जरूरत है थोड़ा सा ध्यान और लक्षणों के पहचानने की।


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