toxic लोगों से कैसे सावधान रहें || नकारात्मक लोगों से दूरी कैसे बनायें | how to distance yourself from negative people |

Toxic लोगों से कैसे दूरी बनाए और उन्हें कैसे पहचाने- (how to distance yourself from negative people)

अगर आप भी अपने आसपास के कुछ ऐसे लोगों से घिरे रहते हो जो आपके इमोशनल हेल्थ के लिए अच्छे नहीं होते हैं। सबसे पहले तो ऐसे लोगों की पहचान करने की कोशिश करें कि वह आपका मित्र है या फिर सिर्फ आपके घर में ताक झांक करने वाले लोगों में से हैं। हम सब अपनी जिंदगी में प्रतिदिन कई तरह के लोगों से मिलते रहते हैं। हर व्यक्ति का व्यवहार अलग अलग होता है। हर व्यक्ति की सोच भी अलग होती है . इनमें से कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनको toxic people कहा जाता है। 


 Toxic लोगों की पहचान कैसे करें-

कुछ लोगों को इनकी पहचान बहुत आसानी से हो जाती है, लेकिन कुछ लोगो पहचानने में  को बहुत देर लगा देते हैं।  आज हम बात करते हैं ऐसे ही लोगों के बारे में जो दूसरों के लिए सिरदर्द बने रहते हैं। हम ऐसे लोगों से मिलने के बाद खुद का डिसीजन लेना भूल जाते हैं और हमें वह इस तरह उलझा लेते हैं कि हमें खुद की काबिलियत पर शक होने लगता हैं। ऐसे लोग सिर्फ नेगेटिव बातें ही करना पसंद करते हैं और यह हमारी इमोशनल हेल्थ पर बहुत ही बुरा प्रभाव डालते हैं। 


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आइए जानते हैं विस्तार से टॉक्सिक लोगों की पहचान कैसे करें और इनसे दूर कैसे रहे-

Negative person( नकारात्मक सोच वाले लोग)— 

आप के आस पास बहुत सारे ऐसे लोग मिल जाएंगे तो सिर्फ हर समय नैगटीव ही बातें करते यानी दूसरों में बुराई ही ढूंढते रहते  हैं।  यह वह लोग होते हैं जो सिर्फ दूसरों के बारे में बुरा ही बोल सकते हैं। ऐसे लोगों से दोस्ती करना कभी भी अच्छा नहीं हो सकता लेकिन बहुत से लोग इनकी बातों में आ जाते हैं। जिसके कारण बाद में पछताना पड़ता है। यह बिना किसी कारण  किसी भी बात  को लेकर भय पैदा करते हैं।  अगर आपको ऐसा लगता है तो आप अपना हौसला बढ़ाएं और उनकी कमियों को नजरअंदाज करके खुद की काबिलियत को पहचाने और ऐसे लोगों से दूरी बनाए, क्योंकि ऐसे लोग मानसिक और आर्थिक हर तरह का नुकसान करने के लिए मौके की तलाश में रहते है।


किसी की तरक्की ना बरदाशत करने लोग-आपने बहुत सारे ऐसे लोग भी देखे होंगे जो दूसरों से सिर्फ जलते ही रहते हैं। ना तो खुद कोई काम करते ना ही दूसरे कामयाबी में खुश होते । यह लोग अपने दुख से कम दूसरों के सुख से ज्यादा दुखी होते हैं। ऐसे लोगों की पहचान करना ज्यादा मुश्किल नहीं होता क्योंकि वह अपने अंदर की पीड़ा को छुपा ही नहीं सकते। वह बहुत जल्दी भी दूसरों की तरक्की को देखकर बुराई करने की कोशिश जरूर करते है, तो अगर आपके आसपास भी ऐसे लोग रहते हैं तो प्रयास करें ऐसे लोगों से सिर्फ राम-राम तक ही  सीमित रहें। जितना हो सके ऐसे लोगों से दूरी बनाए।ऐसे लोगों को समाज में बुरी नजर वाले लोग कहा जाता है। जिनको कभी भी भूल कर अपने घर की धन समन्धी बातें कभी भी ना बताएं, क्योंकि उनके अंदर सेे एक बुरी तरह की  हाय निकलती है । वह खुद तो कोई तरक्की कर नहीं सकते और दूसरों की तरक्की  देखकर खुश  नहीं हो सकते।

ऐसे लोगों से दुरी बनाने भलाई है -

अगर आपकी जिंदगी में भी ऐसे टॉक्सिक लोग हैं, चाहे आपका रिश्तेदार हो या फिर दोस्त हो या फिर कोई आपका पड़ोसी हो तो ऐसे लोगों से हमेशा के लिए दूरी बना लीजिए। नहीं तो आप को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसमें दो तरह के लोग होते हैं एक होते हैं अपनी गाथा सुनाने वााले और दुसरे जो किसी और को कुछ नही समझते। उनका बात करने का तरीका कुछ इस प्रकार होता है कि उनसे ज्यादा पढ़ा-लिखा और नॉलेज वाला कोई व्यक्ति दुनिया में है ही नहीं।वो जो भी बात करेेंग  वह सब कुछ अपने बारे में बोलेंगे।  आपको एक शब्द भी कहने का मौका नहीं देेेगेें। आप अगर आप  अपनी बात को बोलने की कोशिश भी करेंगे तो अपनी बात को बढ़ा चढ़ा कर ही पेश करेंगे ।सिर्फ मैं मैं मैं बकरी की तरह  बोलने की आदत रखते हैं, और घंटो घंटो तक अपनी तारीफ करते रहना। बिल्कुल इस तरीके से बात करते हैं अपने ही गुणों को अपने ही अचीवमेंट को प्रदर्शन करते रहते हैं। सामने वाले को ऐसा  महसूस करवाते  हैं कि आप कुछ नहीं जानते सारे जहां की समझ मुझे ही है। ऐसा बर्ताव उनकी बातों से झलकता है। हर सिचुएशन में, हर बात में आप को कंट्रोल करके यह दर्शाने की कोशिश करते रहते हैं जैसे सभी बातों  को बोलने की समझ उन्हीं के पास है और उन्ही के पास ही गुण हैंऔर आप बिल्कुल बेकार हैं। अगर आप कुछ बोलने की कोशिश करते हैं तो ऐसे लोग  आप को रोकने की कोशिश करेंगे।  इस प्रकार के लोग अपनी अच्छाई का ढिंढोरा सिर्फ बोल बोलकर पीटना चाहते हैं।  ऐसे लोग हर बात में आप को छोटा महसूस करवाने की कोशिश करते है। ऐसे में आपकी  भलाई होगी कि आप बहुत जल्दी ऐसे लोगों से दूरी बना ले। यह एक टॉक्सिक इंसान हैं ।ऐसे इंसानों से जितनी जल्दी हो सके दूरी बना लीजिए ।ये लोग ऐसे शब्दों से आपको बाण चलाते रहते है और आपको दिल को दुखी करता है ऐसे लोग आपकी मेंटल हेल्थ के लिए खतरे बना जाते है।

दूसरों घरों में ताक-झांक वाले लोग-दूसरी तरह के वह लोग होते हैं जो हर समय आपके घर में ताक-झाँक करते रहते हैं। आप कहां जा रहे हो, क्या कर रहे हो, क्या खा रहे हो, उनको ऐसा लगता है कि मुझसे बिना पूछे यह सांस भी ना ले । इतना ज्यादा कंट्रोलिंग नेचर वाले लोग होते हैं इनको लगता है यह जहां भी जाए मुझसे पूछ कर य बता कर ही जाए। दूसरे इंसान को वह इस प्रकार समझते हैं जैसे उसका मजदूर हो वह मेरी इजाजत  के बगैर कुछ नहीं कर सकता।  अगर उसको कुछ भी करना है पहले मेरी इजाजत लेनी होगी यह इस प्रकार की सो रखते हैं। अगर आप अपने जिंदगी में कोई बहुत अहम  फैसला लेना चाहते हैं कि आपको कभी भी फैसला नहीं लेने देंगे।  चाहे कहीं भी हो फिर भी यह आपकी टांग खिंचाई करने में देर नहीं लगाएंगे। आपको इस तरह भी कहेंगे  कि आप इतने समझदार नहीं हैं कि आप अपने निर्णय खुद ले सको।  इस तरह आपके साथ करेंगे कि आप ने यह निर्णय ले कैसे लिया, आपकी हिम्मत कैसे होगी, यह आपसे नाराज होंगे और मुँह  फुुला लेंगे। फिर आपको  बार-बार ताने बाजी करेंगे, तो ऐसे में  उनको समझने में देरी ना लगाएं।  ऐसे लोगों से जितना हो सके जिस प्रकार किसी किताब से कोई पन्ना फाड़ देते हैं, इस प्रकार इन लोगों से दूरी बनाए। 

नैगटीव विचारों वाले लोग-

तीसरी तरह के लोग होते हैं जो हर समय जो अपना रोना रोते रहते हैं। इनको ऐसा लगता है शायद हमसे बड़ा किसी के पास कोई दुख नहीं है। हर समय अपनी किस्मत को कोसते रहते हैं।  वो अपने दुख को इस प्रकार जग जाहिर करते हैं कि आपको भी भाव विभोर कर देते हैं। हर चीज में यह लोग नेगेटिविटी फैलाते  हैं।  अगर आप  किसी बात को पोज्टीव भी बोलने की कोशिश करते तो यह आपकी बात को काटकर उसको नेगेटिव ले जाएंगे और इनका एक पैट डायलॉग होता है कि जिस व्यक्ति को दुख लगता है उसको ही पता होता है कि दुख क्या चीज है। ये बातो को इस प्रकार से दर्शाते हैं कि इनकी जिंदगी में इतना दुख है शायद किसी की जिंदगी में नहीं  होगा।   एक बार तो आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि शायद इससे दुखी कोई इंसान नहीं है। अगर आपके आसपास भी इस तरह के लोग देखने को मिल रहे हैं तो हो सके इनसे दूरी बनाए और ऐसे लोगों से हमेशा सावधान रहें क्योंकि यह दूसरों को इमोशनल करके अपना काम निकालने का सवार्थ सबसे ज्यादा रखते हैं।

ड्रामे बाज लोग-

अगले  नंबर पर आते हैं ड्रामेबाज लोग जो होते हैं। सब कुछ होते हुए भी अपनी संघर्ष की कहानियां दूसरों को सुनाने से नहीं हटते। कुछ इस तरह से अपने कहानियां सुनाते हैं कि हमने बहुत संघर्ष किया है और सामने वाले को ऐसी कहानी बना कर पेश  करते हैं कि अगर आज हमारे पास कुछ है तो वह  मेरी वजह से हुआ है। सबसे ज्यादा इस लिस्ट में महिलाएं शामिल हैं मेरे पास तो, क्योंकि कुछ औरतों का मैंने ऐसे कहते सुना है कि अगर मेरे  पति कामयाब हुआ तो वह अपने आप को भाग्यवान और यह दर्शाने की कोशिश करती है कि मेरा पति कामयाब हुआ तो उसके पीछे मेरा हाथ है। पर मेरा यह मानना है कि जो लोग अनमैरिड होते हैं जो कभी भी शादी नहीं करते हैं। तो कामयाब वो लोग होते हैं । ऐसा नहीं है कि कामयाब लोगों के पीछे सिर्फ औरतों का ही हाथ होता है , पर कुछ औरतें इस बात का बहुत ज्यादा ढिंढोरा पीटने में नंबर वन होती हैं ,तो ऐसी औरतों से भी सावधान रहें। इनको सिर्फ दूसरों की सहानुभूति चाहिए और यह अपने आप को बहुत भाग्यवान और समझदार समझती हैं और अपने मुंह मियां मिट्ठू खुद ही बनी रहती हैं।  जो लोग अपने मुंह मियां मिट्ठू बनते हैं उनसे भी उचित दूरी बनाकर रखें और जितना जरूरत हो उतनी ही बात करें ।

झूठे लोगों से दूरी बनाए-

कुछ लोग झूठ बोलने में बहुत ही महारत हासिल किए हुए हैं। आपके आसपास भी अगर ऐसे लोग हैं जो एक के बाद एक बड़े-बड़े झूठ बोल देते हैं वह बात कोई भी छोटी नहीं करते जैसे कि अगर वह कार लेने की बात भी कर रहे हैं तो वह भी बीएमडब्ल्यू से शुरुआत करते हैं । अगर नहीं ली जाती तो फिर एक और नई कहानी तैयार कर देते हैं ।उनकी बातों से ऐसा लगता है कि जैसे सुबह उठते ही एक बहुत बड़ा रेल का डिब्बा उनके पास झूठ का उतर के आता है। वह सारा दिन लोगों को अपने झूठ को परोसते  रहते हैं।  ऐसे लोगों की बातों पर कभी विश्वास ना करें। अगर उनकी वास्तविक जीवन में झांकने की कोशिश करके देखो तो उनके पास कुछ भी नहीं होता। जितनी बड़ी बड़ी हो सैखी यानी बड़ी बड़ी बातें हंकते हैं वह सिर्फ गप्पो में माहिर होते हैं। ऐसे लोग कभी विश्वास के लायक नहीं होते जितना भी हो सके ऐसे लोगों को अपनी लाइफ से दूर रखें, क्योंकि यह फायदे की बजाय नुकसान ही करते हैं, और यह आपकी तरक्की को देखकर कभी भी खुश नहीं हो सकते उसमें भी यह आप को नीचा दिखाने की ही कोशिश करेंगे । तो जितना हो सके ऐसे लोगों से दूरी बनाए और अपनी मेंटल हेल्थ को खराब ना करें क्योंकि ऐसे लोग सिर्फ नेगेटिव वाइब्रेशन फैला सकते हैं। ये लोग  अच्छा कुछ भी नहीं कर सकते।

Arrogant people-

अपने एटीट्यूड में रहने वाले लोग जो  आपको ना जानने का दिखावा करते  हो और कभी-कभी वह ऐसा अच्छा बनने की कोशिश करते हैं जब उनको आपकी जरूरत होती है, कि शायद इनसे अच्छा कोई नहीं है और कई बार वो आपको अपने साथ कहीं नहीं ले जाएंगे और वहां जाकर ऐसे इग्नोर करेंगे जैसे आपको जानते ही नहीं हैं। तो आप ऐसे में उनको समझ नहीं पाते उनके पीछे उनका सिर्फ स्वार्थ होता है जब आपकी जरूरत होती है तो आपको यूज कर लेते हैं जब आपकी जरूरत नहीं होती तो है आपको मक्खी की तरह निकाल कर फेंक देते हैं, क्योंकि यह लोग समझते हैं शायद धरती पर यही समझदार लोग हैं। ये लोग सोचते है और सब मूर्ख रहते हैं यहाँ,  पर ऐसा नहीं है भगवान ने हर किसी को बुद्धि दी हुई  है अगर आपके पास भी बुद्धि है तो ऐसे लोगों को समझने और परखने की कोशिश करें।  तभी दोस्ती और रिश्तेदारी निभायेंगे वरना ऐसे लोगों को बाय बाय करें  । ऐसे लोगों से जितना भी हो सके जितनी जल्दी हो सके दूरी बनाए क्योंकि यह आपके लिए मानसिक रूप से अच्छे साबित नहीं होते ।  इस तरह का बर्ताव होने पर आप  बेचैन होंगे कि मैंने ऐसा क्या किया जिसमें मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया तो इतनी टेंशन लेने की जरूरत नही है भलाई इस बात में है कि ऐसे लोगों से दूरी बनाकर रखें।

घमंडी लोग-

घमंडी लोगों से भी कभी दोस्ती ना करें जो लोग किसी के साथ बात ही नहीं करना चाहते उन को जबरदस्ती चेप ना होए क्योंकी  ऐसे लोग पीठ पीछे आपका मजाक ही बनाते हैं वह आपके दोस्त कभी नहीं बन सकते। घमंडी लोगों की खास बात यह होती है कि वह थोड़ा सा कुछ पाकर कुछ ज्यादा ही उछलने लग जाते हैं। उन्हे  लगता है  उन्होंने ही सारी सृष्टि को बनाया है ऐसे लोगों को पहचान कर उनसे दूरी बनाने की कोशिश करें ,क्योंकि यह लोग फायदे की जगह आपको नुकसान कर सकते हैं। कहने का भाव है कि यह आपकी पीठ पीछे आपकी बुराई ही करते हैं।

जरूरत से जयादा मस्का लगाने वाले लोग-अगर आपके पास भी इस तरह के लोग रहते हैं जो जरूरत से ज्यादा आपकी तारीफ  कर रहे हैं तो उनसे भी सावधान रहना चाहिए क्योंकि इन लोगों का सिर्फ काम निकालना एक मकसद होता है। वह अपने स्वार्थ बस आपकी फायदा उठाना चाहते हैं क्योंकि उनका एक मूल मंत्र होता है कि अपना काम बनता भाड़ में जाए जनता। जब उनका काम निकल जाता है तो है आपको पहचानते भी नहीं तो इसलिए ऐसे लोगों के साथ कभी भी दोस्ती ना करें और ऐसे लोगों से हमेशा दूर ही रहे।

निष्कर्ष-

ऐसे लोगों से इसलिए बचने की कोशिश करनी चाहिए जिस तरह से हम कीचड़ से बचते हैं यदि आपकी जिंदगी में नकारात्मक बातें फैलाने वाले लोग हैं तो उन लोगों के साथ मेलजोल कम कर दे। आप लोगों को तो नहीं बदल सकते पर खुद उनसे बच सकते हैं। यदि आप दिन की शुरुआत अच्छी बातों और अच्छे लोगों के साथ करोगे तो आपकी दिनचर्या और आप अपने मानसिक स्थिति को ठीक रख पाएंगे ।यदि कोई व्यक्ति आपके सामने किसी की बुराई करता है तो आप खुद ईमानदार हैं उसे कहे कि मैं तुम्हारी इन नेगेटिव बातों में  साथ नहीं हूं।  तुम जो कुछ भी कह रहे हैं बातें कर रहे हो मेरा दिमाग खराब मत करो  तुम एक अच्छे इनसान हो लेकिन मुझे ऐसी बातें बिल्कुल भी पसंद नहीं है। जब आप इस तरह सच्चाई के साथ किसी भी व्यक्ति को जवाब देंगे तो है जरूर आपके साथ नकारात्मक बातें करना बंद कर देगा ।क्योंकि वह समझ जाएंगे कि आपको इस तरह की बातें करना बिल्कुल भी पसंद नहीं है। 

नकारात्मक बातों का बुरा प्रभाव पड़ता है।  अगर आप सच में भगवान को मानते हैं तो नाकरातमक बातों के साथ हमारे स्वास्थ्य पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है और हमारे रिश्ते भी खराब होते हैं। इससे हमें बहुत ज्यादा कष्ट होगा इसमें कोई भी शक नहीं है। लेकिन अगर मजबूरी बस घर में इस प्रकार का कोई व्यक्ति है तो उसे हम अलग तो नहीं हो सकते पर अपने आपको जरूर शांत और बदल सकते हैं । जितना हो सके ऐसे समय में मौन रहे, क्योंकि मौन साधना में बहुत ही ताकत है तो सामने वाला आपको बातें सुना सुना कर थक जाएगा जब आप कोई जवाब नहीं दोगे। अपनी जिंदगी के निर्णय खुद ले कुछ लोगों को आदत होती है कि वह फोन या दूसरों लोगों की राय मांगते रहते हो और दूसरों की सलाह करके अपनी जिंदगी के निर्णय लेते हैं पर ऐसे निर्णय कभी भी सही नहीं होते । सबसे पहले अपने मन की और दिमाग की बात सुने जिस बात की गवाही दिमाग देता है उस बात पर ज्यादा जोर दें , क्योंकि मन का तो काम है भटकना और दिमाग का काम है डिसीजन लेना । इसलिए जितना भी हो सके अपने निर्णय खुद दिमाग से लें।

सकारात्मक माहौल बनाएं- यदि आपके आसपास नकारात्मक मोहल बहुत ज्यादा बढ़ रहा तो ऐसे मेंआप तनाव मुक्त रहने के लिए कुछ इन टिप्स को फॉलो करें। मेडिटेशन करें ,योग करें ,म्यूजिक सुने, अच्छी किताबें पढ़ें, और अगर हो सके तो जब समय हो तो हंसने वाली फिल्में जरूर देखें ।अपनी जिंदगी में कुछ नया करने की कोशिश करें जितना हो सके नकारात्मक लोगों से दूर रहें जितना भी हो सके भले ही 5 मिनट मिले तो अपने जीवन में सकारात्मक लोगों के साथ 5 मिनट चाहे  बताएं ।


Last alfaz- ऐसे लोगों के लिए हमेशा के लिए दूरी बना ले।  एक बार ना है तो ना ही सही अपनी लाइफ को अगर आप सही तरीका से जीना चाहते हैं तो मेरे मेरे इस लेख के माध्यम से आपको समझ में आ गया होगा कि ऐसे लोगों से किस प्रकार दूरी बनानी चाहिए। अगर यह लोग आपके जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा डालकर एंट्री करने की कोशिश करें , तो एक बार अगर ना ही रहनी चाहिए  वरना यह आपको फायदे की जगह नुकसान पहुंचाने की ही कोशिश करेंगे।   तभी आप ऐसे लोगों से बचकर अपनी जिंदगी जी सकते हो। हम उम्मीद करते हैं तो टॉक्सिक लोगों से बचकर रहे नहीं  तो आप टॉक्सिक लोगों जैसे बन जाओगे। ऐसे लोगो से दूरी बनाकर एक अपने नए जीवन की शुरुआत कर सकते हैं। यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आपको अब कैसा बनना है आपको टॉक्सिक लोगों की वजह से अपने मेंटल हेल्थ खराब करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि हमारे घर लोगों की वजह से नहीं हमारे खुद के निर्णय और अपने परिवार के सदस्यों के साथ चलता हैं।

 अगर आपकी निजी जिंदगी में इस प्रकार का कोई   व्यक्ति बहुत नजदीकी है तो उस से किस प्रकार दूरी बनाए।  इसके लिए सिर्फ मौन  साधना ही सबसे अच्छा उपाय है। अब मै उम्मीद करती हूं मेरा यह लेख से आपको जरूर मदद मिलेगी अगर कहीं कोई कमी लगी हो या कुछ अच्छा लगा हो तो प्लीज कमेंट करके जरूर बताएं।

 


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