अजमेर 92 फिल्म रिव्यू || ajmar movie review in hindi ||hindi film review

Ajmer 92 hindi movie review-- 

अजमेर 92 एक ऐसी विवादित फिल्म है जो अजमेर कांड की झकझोर देने वाली सच्चाई  पर बनाई गई है।  जानिए इस फिल्म के जरिए से कैसे रेप पीड़ितों और उनके परिवार वालों को ब्लैकमेल किया जाता है।


  अजमेर 92 story in hindi ----

अजमेर 1920 हिंदी फिल्म है जो सच्चाई को बयान करती है यह अब रिलीज हो गई  है। यह फिल्म अजमेर स्कैंडल पर बनी हुई है इसमें कुछ सीन ऐसे है जो इनसान की आत्मा  को हिला कर रख देते है। फिल्म में वर्मा, सुमित सिंह, विजेंद्र काला, जरीना वहाब शाह जी, शिंदे और मनोज जोशी मेन रोल में हैं। अजमेर 92  मे  सच्चाई दिखाई गई है। साथ ही किस तरह से रेप पीड़ित होने वाले लड़कियां और उनके परिवार वालों को किस प्रकार ब्लैकमेल किया जा रहा है उस को दर्शाने की कोशिश की है।

अजमेर 92 शुरू के 50 सेकंड में एक लड़की को किसी अनजान शख्स का फोन आता है उसको कहता है कि अखबार में उसकी तस्वीर छपी हुई है। इसके बाद  दूसरी लड़की अपनी मां को बताती है उसका रेप हो गए हैं और इसके बाद दिखाया जाता है कि पूरे अजमेर शहर में लोग इस बात से नाराज होकर  विरोध में सड़कों पर उतर गए हैं।  इस फिल्म में यह भी दिखाई गया है बड़े-बड़े लोगों से डर लग रहा है कि लड़कियों को न्याय का मुद्दा है।


अजमेर 92  सच्ची घटना पर आधारित है यह फिल्म1992 राजस्थान के 1 शहर जिसका नाम अजमेर है, सैकड़ों लड़कियां हैवानियत का शिकार होती है और फिर  अखबार के पहले पेज पर सोफिया गर्ल कॉलेज की छात्राओं को न्यूड फोटो छापी गई थी। इसमें 100 लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया था और उनको बाद में ब्लैकमेल भी किया गया था। अजमेर कांड में कई बड़े परिवारों के लड़कों का नाम सामने आया था इनमें फारूक चिश्ती, नफीस चिश्ती, और अन्य आरोपी को पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। 8 लोगों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी हालांकि 2019 राजस्थान हाई कोर्ट ने बरी कर दिया था।

 अगर आप भी सच पर आधारित फिल्में देखना चाहते हैं तो आप अजमेर 92 को फिल्म देखने जरूर जाएं क्योंकि यह उन कुछ लड़कियों की जीवन पर आधारित फिल्म है जिनका जीवन दाव पर लगाया था।

क्योंकि इस फिल्म में यह भी दिखाया गया है कि जिन लड़कियों के साथ दुष्कर्म हुआ है उनके परिवार वाले  जब इस बात का पता करने जाते हैं तो फैमिली वाले इस घटना को देख कर चुप रहने पर दबाव  बनाया जाता है।  कुछ  लड़कियों  समाज के डर कारण के अपने  जीवन लीला ही समाप्त कर ली थी और इस तरह की सीन फिल्म में  हमारे रोंगटे खड़े कर देती है।  यह फिल्म इस बात बयां  करती है आप जब उन  लड़कियां को देखते हैं जिनके साथ जबरदस्ती बलात्कार किया जाता है। यह भी दावा करती है कि 250 लड़कियों के साथ यह अत्याचार करने वाले कुछ अमीर लोग थे।   

स्क्रीन की बात करें तो फिल्म में हर कलाकार अपने आप मे भरपुर नजर आता है। किरदारों को ऐसे  सेट किया गया कि सब कुछ रियल लगने लगता है।

 क्या इन लड़कियों को इंसाफ मिलता है तो इस फिल्म को देखने के लिए जरूर फिल्म देखने जाये और पूरे ध्यान पूर्वक इस फिल्म को देखना होगा।


अगर आप भी सच्चाई पर आधारित फिल्मेंं देखना तोयह फिल्म आपके लिए बहुत ही शानदार और बेहतर फिल्म है।

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