स्वास्तिक चिन्ह कैसे बनायें | स्वास्तिक चिन्ह बनाने के लाभ || how to benefits sawstik | पुजा कैसे करें |

Tittle-स्वास्तिक का चिन्ह कैसे बनायें और बनाने के लाभ-हमारे धर्म ग्रंथों के अनुसार स्वास्तिक चिन्ह में सबसे ज्यादा ऊर्जा शक्ति है ऐसा माना जाता है। आधुनिक वैज्ञानिकों ने भी यह खोज की है और यह यंत्रों द्वारा  नापा भी गया है कि सभी जगह इस मांगलिक चिन्ह का उपयोग करना चाहिए। अपने मकान के मेन दरवाजे के ऊपर नौ उंगल के नाप का लंबा और नौ ऊगल का चौड़ा रोली या शुद्ध देशी घी  से स्वास्तिक चिन्ह बनाना चाहिए क्योंकि इसके बनाने से घर में सुख शांति और समृद्धि तीनों ही खुशियां आपके द्वार पर पहुंच जाएंगी।


*स्वास्तिक बनाने के लाभ-

स्वास्तिक बनाने के शुभ लाभ हम सब जानते हैं। हिंदू धर्म में हमारे घरों के आगे गेट और मुख्य द्वार पर ज्यादातर  लोगो के घर के मुख्य दरवाजे पर  स्वास्तिक का चिन्ह बनाया होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं स्वास्तिक चिन्ह को क्यों मनाया जाता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।

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 स्वास्तिक बनाने के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं धर्म के अनुसार और यह महत्वपूर्ण क्यों माना जाता है।

 हमारे हिंदू धर्म में भारतीय संस्कृति के जो मूल ग्रंथ माने जाते हैं वह चार वेद हैं इन चारों वेदों में त्रगवेद का विशेष महत्व बताया गया है और इस ग्रंथ में भी स्वास्तिक के चिन्ह का उल्लेख मिलता है।  स्वास्तिक का चिन्ह सभी तरह से कल्याण सुख शांति प्रदान करने वाला रिद्धि सिद्धि देने वाला माना जाता है। स्वास्तिक का चिन्ह घर पर बुरी नजर और  बुरी हवा को अंदर आने से रोकता है, इसीलिए घर ऑफिस फैक्ट्री के मुख्य दरवाजे के ऊपर स्वास्तिक का चिन्ह  हनुमान जी के ऊपर लगया हुआ लाल रगं से  देसी घी और चमेली का तेल मिलाकर बनाना चाहिए ।

* स्वास्तिक चिन्ह  बनाने का नियम-

 इसे बनाने के लिए सबसे पहले इसका नियम जानना जरूरी है। स्वास्तिक के लिए अपने दाहिने हाथ की और से शुरू करना   शुभ माना जाता है स्वास्तिक को बनाते समय शुरुआत ऊपर से नीचे की ओर करें और सबसे लास्ट में प्लस का निशान बनाकर उसके चारों कोनों को बाहर की तरफ उभारे ।

*स्वास्तिक चिन्ह कहाँ बनायें-

ज्यादातर लोग स्वास्तिक चिन्ह अपने घर के मुख्य द्वार पर बनाते हैं  कयोंकि इसे अति  शुभ माना जाता है क्योंकि यह गणेश  भगवान का प्रतीक माना जाता है। स्वास्तिक चिन्ह के बनाने से घर पर नेगेटिव ऊर्जा का प्रभाव कम हो जाता है और घर में सुख शांति समृद्धि आती है। प्राचीन काल से हिंदू धर्म में स्वास्तिक चिन्ह को मंगल का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म को मानने वाले लोग अपने घर के दरवाजे पर बनाते हैं इस चीन्ह को बनाने के बाद लोग इसकी पूजा भी करते हैं । 

स्वास्तिक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि जिस दिशा में भी है बना दिया जाए वहां की पोजटीव एनर्जी को 108 गुना अधिक बढ़ा देता है । यदि मना जाए कि सबसे विशेष और शक्तिशाली चिन्ह है तो यह गलत नहीं होगा। हिंदू धर्म के वेद ग्रंथो में भी स्वास्ततिक को सूर्य का प्रतीक भी माना गया है और उसके चार भुजाओं को चार दिशाएं बताया गया है।

* स्वास्तिक चिन्ह बनाने का वैज्ञानिक आधार -

स्वस्तिक चिन्ह वैज्ञानिक  के आधार से अगर देखा जाए तो उसे गणित का एक अंक  माना गया है।  यह घर में पोजटीव ऊर्जा को बढाता है  और नैगटीव शक्ति के प्रभाव को कम करता है।

स्वास्तिक चिन्ह बनाने के लिए+ चीन्ह बनाकर इसकी चारों भुजाओं के कोने से समकोन बनाने वाली एक रेखा दाहिनी और दूसरी बाई तरफ  रेखा खींचने से स्वास्तिक बन जाता है। रेखा खींचने का सबसे पहले काम ऊपरी भुजा से शुरू करना चाहिए। स्वास्तिक बनाने के  बाद चारों कोष्ठको को में एक-एक बिंदु को भी अंकित कर देना चाहिए।

*स्वास्तिक चिन्ह कैसै  बनायें-

स्वास्तिक चिन्ह को किस सामग्री से बनाएं अब यह एक बड़ा क्वेश्चन है कि स्वास्तिक चिन्ह को किस से बनाया जाये। जयादातर  लोग स्वास्तिक को हल्दी से बना देते हैं अगर आप घर में सुख शांति समृद्धि के लिए स्वास्तिक चिन्ह बनाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे ज्यादा लाल रंग का स्वास्तिक बनाना अति शुभ कार्य माना जाता है। सामग्री के तौर पर आप सिंदूर , रोली और कुमकुम को आप देसी घी मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हो।

*नजर के लिए स्वास्तिक चिन्ह कैसे बनायें-
घर को नजर दोस्त से बचाने के लिए स्वास्तिक को काले रंग के कोयले से बनाना बेहद शुभ कार्य माना जाता है अगर आपको भी लगता है आपके घर पर किसी की काली नजर लगी हुई है तो अपनी चौखट पर एक  कोयला लें और उस पर स्वास्तिक का चिन्ह बना दें।यह आपके घर को और आपके बच्चों को किसी भी व्यक्ति की बुरी नजर का प्रभाव से बचाव करेगा।

*धनवान बनने के लिए- अगर आप भी अपनी जिंदगी में खूब धन कमाना चाहते हैं तो आपको घर के लिए उत्तर दिशा में बनी हुई द्वार पर स्वास्तिक का निशान बनाना चाहिए इससे आपको कभी भी पैसे की कमी नहीं होगी।

खुशियों के लिए -

अगर आप भी चाहते हैं आपके घर में ढेर सारी खुशियां आए तो आप दक्षिण दिशा की बनी हुई द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं इससे आपके घर में कभी भी खुशियां की कमी नहीं आएगी।

*कारोबार के लिए -

अगर आपका कारोबार ठीक से नहीं चल रहा है और आपको लगातार घाटा हो रहा हो तो  आपकी तिजोरी पर लाल रंग की रोली से स्वास्तिक चिन्ह बना होना चाहिए और आपको उत्तर पूर्व दिशा में यह चिन्ह बनाना चाहिए और वहीं पर अगर आप अपने बिजनेस में प्रॉफिट कमाना चाहते हैं तो घर की वेस्ट दिशा में बनी हुई द्वार पर स्वास्तिक अनुसार बनाना चाहिए। जिससे आपको अपने बिजनेस में बहुत जल्दी लाभ प्राप्त होगा।

बच्चों के लिए -अगर आपके बच्चे पढ़ाई में मन नहीं लगता तो ऐसे बच्चों के लिए उसके करने वाले रूम में सफेद रंग के कागज पर लाल रंग का सवास्तिक बनाकर उसके स्टडी टेबल पर रख देना चाहिए।

अगर आपके जीवन में बहुत सारी परेशानियां चल रही हो तो आपको ऐसे में  स्वास्तिक अपने घर की चौखट को लगाना चाहिए इससे आपके घर पर सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल जाएंगे।


आप जिस भी भगवान की पूजा अपनी मनोकामना के लिए कर रहे हैं तो उन्हें से खुश करने के लिए सबसे पहले स्वास्तिक बनाकर उनकी प्रतिमा को उसके ऊपर रख दीजिए।  इससे आपकी पूजा के सफल हो जाएगी।

इस प्रकार आप अपने जीवन में सुख समृद्धि और शांति के लिए अपने घर में स्वास्तिक बनाएं और अपने और अपनों को नजर दोष से दूर रखें क्योंकि यह एक पोजटीव  ऊर्जा वाला चिन्ह माना जाता है। 

Posted by kiran

 

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