शराबी के साथ कैसे ज़िन्दगी जिये | शराबीपन एक बिमारी है इसे ठीक करें |

शराबी वयक्ति के साथ साथ कैसे जिये-अगर किसी के भी रिश्ते में कोई भी व्यक्ति जरूरत से ज्यादा शराब पिता हो तो वह अपने साथ-साथ परिवार को भी एक ऐसी तनाव वाली जिंदगी दे देता है, जिससे न तो इंसान भाग सकता ना ही शराबी के साथ रह सकता है।  ऐसी परिस्थिति  में जीना बहुत मुश्किल हो जाता है, समझ में नहीं आता कि कँही  भाग जाए या मारा जाए।  लेकिन मेरा यह मानना है अगर कोई व्यक्ति शराबीपन का आदी है तो उसके लिए खुद अपनी जिंदगी खराब ना करें, बल्कि अपने लिए जीना सीखें, क्योंकि हम दुनिया में अकेले आए थे और अकेले ही दुनिया में से जाना है। इसलिए इस तरह की बुरी परिस्थिति आने पर कभी भी कोई गलत कदम ना उठाएं ,क्योंकि जिसने हमें  जिंदगी दी है उसने भी हमारे लिए कुछ सोच रखा होगा।

शराबी को कैसे सहन करे-

 अगर आपके घर में भी कोई जरूरत  से ज्यादा शराबीपन का शिकार है तो आज  ऐसे परिवार के लिये  इसलिए लेख के माध्यम से आप तक शेयर करना चाहती हूँ। जिसको पढ़कर आप अपने लिए जिंदगी जी सकते हैं।

वो लोग इस बात को अच्छी तरह समझ सकते हैं जिन्होंने शराबी के साथ जीवन जिया होता है, क्योंकि कहना आसान है पर जीना बहुत मुश्किल है शराबीपन के साथ । लेकिन आपको इस बात को मानना होगा शराबी व्यक्ति अपनी बुरी आदत  की वज़ह से बेबस है, पर हम नहीं। शराब बहुत ज्यादा लोग सेवन करते हैं पर शराबीपन और सोबर ड्रिंकर में फर्क होता है।


 शराबी दो तरह के होते हैं एक सोबर ड्रिंकर कर और दूसरे एल्कोहलिक जो बहुत जयादा शराब पिते है । कुछ लोग ऐसे होते हैं जो दो पैग लेकर सो जाते हैं। दुसरे वो शराबी होते है जिनको बोतल का ढक्कन खोलने के बाद बंद कब करना है ये पता ही नहीं  होता । ऐसे लोगों को शराबी पन का शिकार कहा जाता है।

जरूरत से जयादा शराब पिने वालों के साथ हमे अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीनी सीखनी पडती है।

अगर आप भी अपने घर में किसी भी अपने खास शराबी व्यक्ति से परेशान है तो सबसे पहले आप अपने आप को उससे अलग रखें, क्योंकि वह एक बहुत ही बुरी मानसिक  बीमारी का शिकार है पर हम नहीं। 


 आपको इस बात को समझना होगा कि हम शराबी व्यक्ति की शराब पर शक्तिहीन है । जब आप यह मान लगे कि वह व्यक्ति बीमार है तो आप अपने लिए जीना सीख जाओगे क्योंकि किसी भी बीमारी पर हमारा वश नहीं चलता। जिस तरह अगर कोई व्यक्ति कैंसर जैसी भयंकर बीमारी से पीड़ित है तो हम उसको सिर्फ दवा और दुआ दे सकते हैं पर कोई इलाज नहीं कर सकते । इस तरह शराबी व्यक्ति को भी एक बीमार व्यक्ति मानकर उसकी सहन करना हमारे अंदर शराबी के प्रति दया भाव होना चाहिए।

 शराबी के प्रति इस तरह का भाव रखने से समस्या धीरे-धीरे ठीक होने लग जाएगी। शराबी व्यक्ति के साथ कभी भी बहस् बाजी ना करें क्योंकि वह नशे की धुन में सवार है पर हम होश में हैं। 

इसलिए जितना भी हो सके शराबी के साथ खुद को मौन रखें।  मौन रहने से बेहतर कोई और उपाय नहीं है। 

शराबी व्यक्ति सुधरे या ना सुधरे इसके बारे में  कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता, पर हम खुद के लिए जी सकते हैं और अपने  ऊपर कंट्रोल कर सकते हैं।  इसलिए अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए खुद के लिए जीना सीखे। आपको जो भी अच्छा लगे वह करें, न कि घर में पड़े हुए कुढते रहे की है मेरा पति, भाई, या फिर  बाप शराबी है।  इससे आपको कुछ भी नहीं मिलेगा शिवाय तनाव के। इसलिए अपने आसपास इस तरह का माहौल देखकर कभी भी परेशान ना हो। अपनी जिंदगी आप अपने तरीके से जिए क्योंकि हम दुनिया में जब आए थे अकेले आए थे और अकेले ही जाना है और अकेले ही जीना सीखना चाहिए, क्योंकि दुनिया बहुत बड़ी है।  यहां  कोई किसी का नहीं होता।  आपके इस तरह से चिंता करने से आपको मानसिक रोग हो सकता है तो फिर आपका कोई ध्यान रखने वाला नहीं होगा।   इसलिए जो भी चल रहा है उसको चलने दे कुछ चीजों को हम परमात्मा के ऊपर छोड़ सकते हैं। इसी तरह हम शराबी को भी भगवान के भरोसे छोड़ दें और अपनी जिंदगी  अपने तरीके से जिए।

 अगर मेरा यहां टॉपिक आपको अच्छा लगा हो या किसी के लिए  प्रेरणादायक बन सकता हो तो प्लीज इसे शेयर जरूर करें।



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