तेल से कुल्ला करने के फायदे- आइए जानते हैं इस लेख के माध्यम से हमें कौन से तेल से कुल्ला करने चाहिए और ऑयल पुलिंग करने के क्या-क्या फायदे होते हैं।
हमारे दांत चेहरे के सुंदरता को और चार चांद लगा देते हैं। अगर हमारे दांत सुंदर और स्वस्थ हो, इनकी थोड़ी सी रखरखाव और देखभाल करने से हम अपनी सुंदरता को घर बैठे बढ़ा सकते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताने की कोशिश करेंगे कि तेल कुलला करने से क्या-क्या फायदे हैं.
तेल से कुल्ला करना बहुत ही पुराना नुस्खा है। जिसे आज भी अच्छे औरल हेल्थ के लिए करते हैं।
ज्यादातर हम सब सुबह उठने के बाद ब्रश करते हैं । तेल से कुल्ला करने के बाद मुंह के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और साथ ही दांतों की सफ़ाई हो जाती है। अगर आप अपने दांतों और मसूड़े को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो प्रतिदिन रोज तेल से कुल्ला करना शुरू करें ।
यह आपके ऊपर निर्भर करता है। आप कौन से तेल से कुल्ला करना पसंद करते हैं । इसके लिए आप नारियल तेल सरसों का तेल या फिर अपने डॉक्टर की सलाह से कोई भी तेल इस्तेमाल कर सकते हो।
● कैसे करें ऑयल पुलिंग-
ऑयल पुलिंग यानी तेल को कुल्ला करने के लिए सबसे पहले मुंह में तेल भरकर उसे पूरे मुंह में इधर-उधर पानी की तरह घूमाते रहे और फिर 10 से 15 मिनट तक ऐसा करने के बाद तेल को मुंह से बाहर निकाल दें जैसे हम पानी को निकलते हैं। ऐसा करने से मुंह के बैक्टीरिया खत्म होते हैं और सारे बैक्टीरिया तेल के साथ बाहर निकल जाते हैं ।
●तेल से कुल्ला करने के फायदे-
अगर आप प्रतिदिन ब्रश करने से पहले तेल से कुल्ला करते हैं तेरा मुंह की सफाई करता है और इसके साथ गंदे बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं।
दांतों की गंदगी साफ- तेल से कुल्ला करने से दांतों पर जमी गंदगी की साफ हो जाती है जिससे हमारे दांत सफेद और चमकदार हो जाते हैं।
मुंह की बदबू से छुटकारा-
तेल की कुल्ला करने से मुंह की बदबूओं से छुटकारा मिलता है। तेल से कुल्ला करने से बैक्टीरिया तेल के साथ बाहर निकल जाते हैं ऐसे में मुंह और सांसों में आने वाली बदबू दूर होती है।
होठो को साफ्ट बनाता है-
oil puling करने से मुंह में तेल लेकर कुल्ला करने से होठों को नेचुरल मॉइश्चराइजर मिलते हैं। जिससे आपके रुके होठ ठीक होने के चांस ज्यादा बढ़ जाते हैं।
*दांतों के सडन से रखता है दूर-
दांतों में अक्सर गंदगी और खाना चिपक जाता है जिससे कैविटी हो जाती है जो ब्रश करने से साफ नहीं होती आसानी से, पर यह तेल से कुल्ला करने से सारे कण आसानी से बाहर निकाल देता है और कैविटी होने का खतरा कम हो जाता है।
निष्कर्ष- तेल से कुल्ला करना बहुत ही पुरानी पदति मानी जाती है। बहुत सारे लोग नारियल तेल, जैतून का तेल, तिल का कुल्ला करने के लिए इन तेलो का इस्तेमाल करते हैं। अगर आपके दांतों की कोई गंभीर समस्या है तो इसके लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह करें।
0 टिप्पणियाँ