दादी माँ के घेरेलू नुस्खे | home remedies tips for health |

दादी नानी के घेरेलू नुस्खे-
पुराने समय में किसी की बीमारी का इलाज करने के लिए बहुत ज्यादा सुविधा नहीं थी ना ही कुछ ढूंढने के लिए इंटरनेट था। बस हम सबके पास दादी और नानी के घरेलू नुस्खे को खजाना हुआ करता था। दादी और नानी के घेरेलू  नुस्खे हमारे लिए  बड़े काम के होते थे तो आईए जानते हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे जो हमारी दादी नानी के द्वारा बताए गए हैं। 
आज हम इस आर्टिकल के द्वारा आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी कई समस्याओं को घर बैठे राहत दिला सकते हैं।
Homeremedies
खाँसी-
 अनार के छिलकों को छाया में सुखा कर रख लें । सुखाते हुए ध्यान दें कि छिलका खराब न हो । सुखा हुआ छिलका मुहँ में रखने से किसी भी तरह की खाँसी ठीक होती है ।

 मुहासे-
 मुहासों पर शहद प्रतिदिन लगा कर कुछ समय तक छोड़ दें और फिर गुनगुने जल से धो दें । इससे मुहासे ठीक होते हैं ।

पथरी-
 यवक्षार और फिटकरी का फूला दोनों 1-1 ग्राम और मूली का रस 25 मि.ली. मिलाकर सुबह खाली पेट लेने से गुर्दे की पथरी निकल जाती है । 

माँ के दूध में वृद्धि-
 शतावर का चूर्ण और मिश्री मिलाकर रख लें । 1 चम्मच सुबह शाम वा कर , एक गिलास दूध का सेवन करने से माँ के दूध में वृद्धि होती है ।

माइग्रेन-
 प्रातः काल शुद्ध घी से बनी जलेबी खाने व गरम दूध पीने से माइग्रेन में लाभ होता है । 163 164 बवासीर • नीम , आक व धतुरा तीनों टहनियां लेकर जला कर राख बना लें । ताजे मक्खन को 100 बार धोएं और फिर इस राख को इसमें मिलाकर मस्सों पर लगाए । तुरन्त आराम मिलता है ।

रूसी -
बालों को धोने के बाद 2 चम्मच सिरका पानी में घोल कर बालों में लगाए । फिर पानी से धो दें । रूसी ठीक हो जाएगी ।

कब्ज का घरेलू इलाज -
सुबह उठ कर खाली पेट गुनगुना पानी पीएँ । खाना खाने के एक घण्टे के बाद एक कप गर्म पानी पीएँ । बच्चों में कब्ज के लिए बड़ी हरड़ को पानी में घिस कर दो चम्मच पिलाऐं । 
बच्चों की गुदा में थोड़ा सा सरसों या नारियल का तेल लगाऐं । 

छोटी हरड़ का चूर्ण तीन से पाँच ग्राम तक रात्रि को पानी से लें । यदि अधिक कब्ज हो तो दिन में भी एक चम्मच ले सकते हैं 
। रात को सोते समय एक चम्मच आँवला चूर्ण गुन - गुने पानी से लेवें ।
 रात को ह हरड़ - बहेड़ा आँवला का चूर्ण गुनगुने पानी से लें । 
रात को सोते समय गरम दूध लें , सर्दियों में एक चम्मच बादाम रोगन डाल लें । 

दूध में मुनक्के के चार दाने दूध में डाल कर पीएँ । ईसबगोल की भूसी दूध के साथ लें । पूरी नींद लें । 

नहाते समय नाभि में बादाम रोगन मलने से होंठ नहीं फटते । 

पैरों के तलवों पर रात्रि को बादाम रोगन मलने से नेत्र ज्योति तेज़ होती है और थकान भी दूर  होती  है।

खुरदरे हाथों को मुलायम बनाने के लिए हाथों पर थोड़ा सा बादाम रोगन मलें । 

सर्दी जुकाम के लिए- 
जुकाम होने पर नाक पर बादाम रोगन मलें एवं एक - एक बूँद नासिका में टपकाएँ ।

 सिर पर मेहंदी लगाने से पूर्व भीगी हुई मेहंदी में तीन- चार बुँदें बादाम रोगन डालने से मेहंदी की खुश्की कम होती है 

। बच्चों की गुदा में थोड़ा सा बादाम रोगन लगाने से उनकी कब्ज दूर होती है ।

 रात को सोते समय दूध में डाल कर लेने से कब्ज दुर  होती है ।

प्रतिदिन संतरे का सेवन करने से रंग साफ होता है । बुढ़ापा देर से आता है ।

  संतरे के सूखे छिलकों को पाऊडर में मुलतानी मिट्टी मिला कर चेहरा धोने से त्वचा स्वच्छ होती है । 

. संतरे व नींबू के छिलकों का सूखा पाऊडर दूध के साथ मिलाकर झाइयां और मुहासों पर लगाने से दूर होते हैं । 

 संतरे के सूखे छिलकों के पाऊडर को घी में मिलाकर लगाने से रूखी त्वचा में चमक आती है । 
 संतरे को रस में ताजे गुलाब की पंखुड़ियों को पीस कर लगाने से झाइयां मिटती हैं और रंग साफ होता है ।

दांत दर्द-
 गलत खान पान , मिठाई चीनी के अधिक प्रयोग से दांत क्षय होते हैं । दर्द होता है । खून आता है । 

उपचार 1. जीरी ( जो कंठ खाते हैं ) 2. कडू बराबर मात्रा में पाउडर बना कर एक चम्मच दोपहर बाद चुटकी नमक मिला कर गर्म पानी के साथ चार दिन लगातार खाएँ फिर एक दिन छोड़ कर चार दिन लेने से दांत के सभ रोग उड़न छू हो जाएंगे । यह खुराक होती है अतः रात को दूध अवश्य लें । 

गाय का देसी घी भी रोटी के साथ लें तो और लौगं का तेल दर्द वाले स्थान पर ( रुई के फाय में ) कुछ समय रखें । 

  पालक या अमरूद की पत्तियाँ 10 - 15 मिन्ट तक चबायें इस्तेमाल किया हुआ टी बैग दांत पर रखें । 
कच्चा प्याज 3-4 मिनट चबायें ।

 नजला जुकाम , साईनस के रोग बार 2 जुकाम हो जाता है , छीकें आती है । गला रुद्ध जाता है । बलगम परेशान करता है । घबराहट होती है नाक बन्द हो जाता है - लाल हो जाता है ।
उपचार -. सुहागा और फटकरी बराबर मात्रा में गर्म तवे पर डाले - पिघल जाएगा - सूखने पर पाउडर बना लें । 
चावल के दाने के बराबर शहद के साथ प्रातः खाली पेट चाटें । लगातार लम्बे समय तक लेते रहें । 

सोंठ , काली मर्च , पिपली बराबर मात्रा में पाउडर बना कर प्रातः सायं आधा चम्मच शहद के साथ लें । 

पेट दर्द-
 गलत खान पान से पेट दर्द , गैस की समस्या आम हो गई है । 1. एक चम्मच शुद्ध घी में हींग मिला कर पीयें ।

. हींग को पानी में घिस कर ( पीस कर पेस्ट बना कर नाभि और उस के आस पास पेट पर लगाएं । 

 अजवायन तवे पर सेंक कर काला नमक मिला गर्म पानी के साथ लें ।
 सोंठ चबाने से भी राहत मिलती है ।

गैस को तुरंत शांत करने हेतु ठन्डा दूध पियें । 

 पानी में थोड़ा से मीठा सोडा मिला कर पियें । 

 एक चम्मच जीरा तवे पर सेंक लें गर्म पानी के साथ सेवन करें ।

 कब्ज-
 80 % रोग कब्ज के कारण होते हैं । इस से बचें । बहुत परेशानी होती है ।

 नींद उड़ जाती है घबराहट होती है । . शुद्ध देसी घी ( गाय का ) 4-5 चम्मच रात को गर्म दूध में डालकर पिये । उत्तम उपचार है । 

अमलतास का 2-3 इन्च का टुकड़ा छिलके समेत लें । इस में से बीज निकाल दें । रात को दूध में उबाल कर छान कर पियें । कब्ज भाग जाएगी । 

. हरड़ मुरब्बा रात को दूध के साथ लें । 4. हरड़ बहेड़ा आवंला पाउडर बना कर रात को 1-2 चम्मच गर्म पानी से लें ।

सर्दियों में चाय-
 खसखस , शंखपुष्पी प्रत्येक 100 ग्रा गुलाब के फूल , तुलसी , मरवा के पत्ते , ब्रह्मी बूटी , खस अर्जुन , बनक्शा , मुलहेठी , सौंफ , तेज पत्र प्रत्येक 100 ग्राम और केसर 2 ग्रा . इन सभी को अलग - अलग कूट कर चूर्ण बना कर छाननी से छान कर रख लें । सेवन विधि - 2 कम पानी में 1 चम्मच चूर्ण डाल कर उबालें । जब पानी आधा रह जाए तो छान कर चाय की तरह । पीएँ । लाभ- • इस से मानसिक एवं शारीरिक दुर्बलता दूर होती है । 
कफ दोष ठीक होता है । खांसी , जुकाम आदि ठीक होते हैं । • इस के अलावा सिर दर्द , गैस , ज्वर , लो ब्लड प्रेशर में आराम होता है । स्मरण शक्ति बढ़ती है । स्नायविक दौर्बल्य दूर होता है । • रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है । हृदय रोगियों के लिए लाभकारी है । • तनाव कम होता है ।

छोटे बच्चों के लिए उपाय-
सर्दियों में छोटे बच्चों को अक्सर खांसी , जुकाम हो जाता है तब छाती पर पुराना घी या सरसों के तेल में कपूर मिला कर लगाने से आराम मिलता है । 

 शहद में अदरक रस मिला कर चटाने से भी जुकाम खांसी में आराम मिलता है । सर्दी लग गई हो तो हींग को गुनगुने पानी में भिगो कर है । नाक , कनपटी , हाथ और पैरों पर मलने से आराम मिलता पीपल और आंवले का चूर्ण शहद में मिला कर बच्चे के मसूढ़ों पर मलने से बच्चे के दांत आसानी से निकलते हैं ।

 • यदि बच्चे को बदहजमी हो जाए तो एक चम्मच अजवायन के अर्क में चुटकी भर काला नमक डाल कर पिलाऐं ।

 • दस्त होने पर सौंफ का अर्क दिया जा सकता है ।

* कब्ज होने पर नाभि और गुदा पर सरसों का तैल लगाएं । 

• बच्चे के विकास के लिए मालिश का विशेष महत्व है ।
 बच्चे की मालिश प्रतिदिन होनी चाहिए ।
 • छोटे बच्चे हाथ से फिसल कर चोट न खाएं इस बचाव हेतु मालिश करते हुए एवं नहलाते हुए नीचे फर्श पर एक तौलिया बिछाएँ ।

सूजन के लिए हल्दी हल्दी एक ऐसी होती है जो आमतौर पर हर घर में पाई जाती है कुछ अध्ययन के अनुसार हल्दी और इसमें मौजूद तत्व शरीर में सूजन को कम करने के लिए कारगर साबित होते हैं याद रखने वाली बात है कि हल्दी का सेवन आमतौर पर आहार में कम मात्रा में किया जाता है। अगर आप सूजन की समस्या से जूझ रहे हो तो एक चम्मच हल्दी लेना इसके लिए बहुत ही साल और रामबाण उपाय है।

आग से जलने पर घेरेलू  उपाय-

कच्चे आलू को पीसकर उसका रस निकालने फिर जले हुए भाग पर उसे रस को लगा ले ऐसा करने से बहुत जल्दी आराम मिलता है इसके अलावा इमली की चाल जलाकर उसकी बारीक चूर्ण बना ले और उसे चूर्ण  को गाय के घी में मिलकर जले हुए स्थान पर लगाने से आराम हो जाता है।


बालों को लंबा और सिलकी  बनाने के लिए घरेलू नुस्खे- पुराने समय में हमारी दादी और नानी के पास ना तो शैंपू होते थे ना ही कंडीशनर फिर भी उनके बाल लंबे और चमकदार होते थे तो ऐसे में वह अपने लिए बालों में तेल की कुछ बंदे और नींबू का रस मिलाकर सर की मेरी दो-तीन घंटे के लिए करके छोड़ देती थी और फिर हल्के गुनगुने पानी से अपने बालों को धोने से उनका परिणाम देखने को मिलते थे।

*छाछ में  सोडा डालकर पीने से पेशाब की  जलन दुर हो जाती है। 

प्रतिदिन गाजर का जूस पीने से दमे की बीमारी हमेशा के लिए खत्म हो जाती है।

मुंह के बदबू  को दूर करने के लिए मुंह में दालचीनी का टुकड़ा रख ले ऐसा करने से मुंह की बदबू तुरंत दूर हो जाएगी। 

सिर दर्द होने पर सेब के छिलकों को उतारकर काट लें उसमें थोड़ा सा नमक मिलाकर सुबह खाली पेट खाएं, ऐसा करने से सिर दर्द की समस्या दूर हो जाती है।
 
पेट की समस्या घेरेलू उपाय-
पेट फुलना और खटी  डकारें आने पर एक चम्मच मीठा सोडा पानी के साथ ले लें इससे बहुत जल्दी राहत मिलेगी और खट्टी डकारे आनी बंद हो जाएंगे।

आंख में कुछ गिर जाने पर -
अगर  आपकी आंखो में  कोई भी तिनका या बाल गिर गया है तो इसके लिए आप उल्टा पर चलना शुरू कर दें कुछ ही दे में वह  पानी के साथ बेहकर निकल जाएगा।

* नाखूनों को लंबा करने के लिए -
अगर आपके नाखून नहीं बढ़ रहे हैं तो इसके लिए रात को नारियल तेल और लहसुन गिरी की रस की मालिश करके स्वयं इससे आपके  नाखून चमकदार भी होंगे और जल्दी  बढेंगे। 


रंग गोरा करने के लिए-
 कच्चे आलू का रस का प्रयोग प्रतिदिन करें या फिर बिना उबाल दिए हुए दूध का प्रयोग नहाने से पहले कुछ देर लगा कर रखें और फिर ठंडे पानी से चेहरा तो लें ऐसा करने से आपके रंगत में निखार आने लगेगा।

लगातार छींक आने पर-
 अगर आपको बहुत देर से लगातार छिंके आ रही हैं और कोशिश करने के बाद वह रुक नहीं है तो ऐसे में एक कप तेज गर्म पानी का पि ले  इससे थोडी देर में आपके छिंके आने से रुक जाएंगी।

छोटे-छोटे उपाय आप छोटी समस्याओं के लिए कर सकते हैं अगर आपकी समस्या  बहुत ज्यादा गंभीर है तो फिर अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य करें।

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