कैल्शियम की कमी को पूरा कैसे करें | How to cure calcium deficiency |

कैल्शियम कया है और इसकी कमी के कारण और यह खाद पदार्थ में लेना  जरूरी क्यू है -
" कैल्शियम की कमी " ये आजकल आम बात है जो अक्सर हमें  सुनाई देते हैं । प्रायः यह बढ़ते बच्चों व प्रौढ़ावस्था की महिलाओं के लिए अधिक इस्तेमाल किया जाता है । इसकी महत्वत्ता को देखते हुए आजकल कई अस्पतालों व प्राइवेट क्लीनिक में इसका मुफ्त परीक्षण कैंप लगाया जाता है 

Multivitamin- 
 विटामिन , मिनरल अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी हैं । मिनरल शरीर में पानी की आवश्यकता को बनाए रखता है । अच्छी सेहत व शारीरिक क्षमता बनाए रखने के लिए जरूरी है , भोजन में सभी आवश्यक तत्वों का होना एक संतुलित आहार लेने से पहले यह जानना लेना जरुरी है कि हमें जानकारी हो कि कौन सा तत्व कितनी मात्रा में होना चाहिए , जैसे कि प्रोटीन , वसा , कार्बोहा इडेट , मिनरल व विटामिन इत्यादि । ' 
कॅल्शियम ' मिनरल की श्रेणी में आता है । मिनरल अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है । विटामिन व अमीनों एसिड की ही तरह , मिनरल भी शरीर की असंख्य कोशिकाओं को बनाता व चलाता है ।
 मिनरल शरीर में पानी की आवश्यक मात्रा को बनाएं रखता । है । यह खून के PH level को भी बनाएं रखता है । हमारे शरीर में जिन मिनरल की जरुरत रहती है वह हैं कैल्शियम , आइरन , सल्फर , सोडियम , कलोरिन , आयोडिन , जिंक , सिलीकन इत्यादि । मनुष्य के शरीर को सबसे ज्यादा जिस मिनरल की जरुरत है वह है " कैल्शियम " । शरीर में इसका योगदान  99 % हिस्सा हड्डियों व दांतों को मजबूत करने में जाता है । 

* कैल्शियम कया काम करता है-
 कैल्शियम बहुत महत्वपूर्ण कार्य करता है । इसके बगैर हृदय ठीक से काम नहीं करता । मासपेशियों ठीक से काम नहीं करती , जिससे चलने फिरने में तकलीफ होती है । बहता खुन ( चोट लगने पर)  जमता नहीं है । कैल्शियम पाचन शक्ति मदद करता है । बहुत कम मात्रा में ( 1% ) यह खून में होता है । यह एंजाइम पैदा करने में मदद करता है । साथ ही यह तंत्रिका प्रणाली पर काम करता है । यह सब महत्वपूर्ण कार्यों के लिए शरीर हड्डियों से जितना हो सके कैल्शियम लेता है । यदि यह कम हो तो हड्डियों पर इसका बुरा असर पड़ता है , वह कमजोर , भुरभुरी व गिरने पर बहुत जल्द टूट जाती है। औरतों में 50 वर्ष के बाद कमज़ोर हड्डियों की समस्या मात्रा : - बहुत पाई गई है । कैल्शिय म का लेना : - कैल्शियम को सपलीमेंट अवस्था में vit D व मैग्निशियम के साथ लिया जाता है । शरीर में विटामिन डी धूप की सहायता से बनता है । पूरे शरीर पर करीब आधा घंटे की धूप ( सुबह की ) आवश्यक है ।
 स्त्री व पुरुष ( 19 से 50 वर्ष ) - 1000mg / day 
स्त्री व पुरुष ( 50 से 70 वर्ष ) - 1200 mg / day अधिक लेने पर 2500 mg / day लेने पर भी कोई नुक्सान नहीं है ।
 लेकिन  यदि कैल्शियम अधिक मात्रा में लिया जाए तो वह जिंक , आयरन , मैग्निशयम के पाचन में बाधा डालता है । 

*जयादा कैल्शियम खाने के नुकसान-
बहुत अधिक कैल्शियम लेने से गुर्दे की पथरी हो सकती है ।

 बीमारी में कितना लें : -
 1. कैंसर से बचने के लिए 1000 mg / day . 

2. मसूड़ों की बीमारी में 600-1200mg / day

 3. गुर्दे की पथरी 500-1000 mg / day . 
4 • मांसपेशियों का दर्द 500-1000mg / day 

5. कमजोर हड्डियाँ ( Osteoporosis ) 500-800 mg / twice in a day

 6. थायराइड ( कम या ज्यादा ) 1000mg / day 

*कैल्शियम के लिए कौन सा भोजन खाये-

डेयरी खाद्य पदार्थ जैसे-  दूध , पनीर , लस्सी आदि , हरी सब्जियाँ जैसे पालक , साग , शिमला मिर्च , गाजर , बंदगोभी , बादाम , सोयाबीन आदि । 
एक कप दूध में 300mg Calcium होता है । बाकि खाने की चीज़ों में कैल्शियम कम होता है । इसलिए अगर रोज़ का खाना कैल्शियम की मांग पूरी न कर सके तो डाक्टर कैल्शियम सपलीमेंट का परामर्श देते हैं । 
गर्भवती व प्रसूता स्त्री में कैल्शियम का ग्रहण व धूप का सेवन और भी जरुरी हो जाता है ।
 नवजात बच्चे के शरीर में 30gm कॅल्शियम होता है और उसके शरीर की अधिक मांग को देखते हुए मां को अधिक कैल्शियम लेना चाहिए ।
गर्भकाल में मांस पेशियों की जकड़न को कम करने के लिए कैल्शियम व Vit D ( 150mg / day ) अतिरिक्त लेना चाहिए । अतः कैल्शियम के ग्रहण को नजरअंदाज न करे । नियमित व्यायाम व धूप का सेवन करें और एक बेहतर स्वास्थ्य की तरफ कदम बढाए ।

Disclaimer- यह एक सामान्य जानकारी है अगर आपकी समस्या बहुत ज्यादा गंभीर है तो इसके लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से समपर्क  करें

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ