DNA कया होता है | डीएनए की खोज किसने की | what is DNA |

DNA कया है ? और DNA की फुल फॉर्म क्या है ?

 DNA को डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड के नाम से जाना जाता है । यह एक कार्बनिक यौगिक है जिसकी एक अद्वितीय आणविक संरचना होती है । यह सभी प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं और यूकेरियोटिक कोशिकाओं में पाया जाता है ।

 D N A यानी डिऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड सभी जीवों में अनुवांशिक गुण इसी से आते हैं । शरीर को हर कोशिका में डीएनए मौजूद होते हैं । डीएनए कोशिका की लंबाई लगभग छह फीट तक होती है । जन्म से मृत्यु तक डीएनए में कोई बदलाव नहीं होता । इसकी संरचना रस्सी से बनी घुमावदार सीढ़ियों की तरह होती है । 

D N A में सूचनाएं चार रसायनों ( बेस ) के कोड मैप के रूप में होती हैं । इन्हें एडेनिन , गुआनिन , साइटोनिन और थायनिन के नाम से जाना जाता है । 03 अरब बेस से मानव डीएनए बना होता है । 99 फीसदी बेस सभी लोगों में समान होते हैं । 

* डीएनए जांच ही क्यों की जाती है-

 डीएनए जिंदगी के तमाम रहस्यों को समेटे रहता है । डीएनए एक तरह से सौ तालों की एक चाबी भी है । इसमें आप व्यक्तिगत संरचना से लेकर अनुवांशिक क्रम तक की जानकारी समाई होती है जिसके जरिए किसी भी शख्स की पहचान उसके पूर्वजों से मिलाई जा सकती है । 

* डी एन ए जांच कैसे की जाती है-

 मौके पर मिले सैम्पल का रासायनिक पदार्थ से आइसोलेशन किया जाता है । इसके बाद जीन सिक्वेंसर पर रखा जाता है , जहां बेंट्स बनाते हैं । इसी तरह संदिग्ध व्यक्ति या आरोपी के सैम्पल पर भी इसी प्रक्रिया को दोहराया जाता है आखिर में दोनों के बेंट्स का मिलन करते हैं । यह जांच पूरी तरह प्रमाणिक होती है ।


• डी एन ए सैंपल कैसे लिए जाते है-

 बाल , खून , त्वचा , लार , सीमेन ( वीर्य ) इन में से किसी से  डीएनए की जाती है। 

* डीएनए जांच कब की जाती है-

 •बलात्कार

 • हत्या 

•  शिशुओं की अदला - बदली 

• संदिग्ध पैतृकता

 • मृतक की शिनाख्त

 • कंकाल या अवशेषों मे

डीएनए की भूमिका रोग और शोध में मुख्य भूमिका  -

 • Breast कैंसर 

 • पार्किंसन्स  

•अल्जाइमर्स  

•डायबिटीज 

डीएनए के डीटीसी जेनेटिक टेस्ट से कुछ गंभीर बीमारियों का पता पहले ही लगाना संभव है । यह टेस्ट आपको पहले ही यह बता देगा कि आप किसी बीमारी के शिकार हो सकते हैं । डीएनए टेस्ट आपको जीसं की सटीक स्थिति बता सकता है कि वे आपके लिए फायदेमंद है या नहीं । 

• डीएनए रिसर्च का इतिहास-

 1869 में स्विस फिजिशियन फेडरिक ने डीएनए की खोज की । 

1919 में फोएबुस लेवेन ने इसके आधार शुगर और फास्फेट न्यूक्लिओटेड की पहचान की । 

1937 में विलियम अस्टबरे ने सबसे पहले डीएनए संरचना का खाका दुनिया को दिया । 

कानून क्या कहता है डीएनए के बारे में-

 कानून सीआरपीसी के सेक्शन 53 ए में इस बात का प्रावधान है कि मौके से जैविक नमूने जुटाए जाने चाहिए । जिससे आधुनिक वैज्ञानिक तरीकों से मामले की जांच की जा सके इसमें डीएनए टेस्ट भी शामिल है । 

Disclaimer- यह एक सामान्य जानकारी है इसके बारे में एक लेख में लिखना संभव नहीं है। डीएनए के बारे में हमारा खुद का कोई योगदान नहीं है  यह एक विशेषज्ञ  के अनुभव से लिखा गया है। 


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