अच्छी नींद के लिए कैसे तकिये का प्रयोग करें और कया करें ताकि अनिद्रा रोग से छुटकारा पा सके-
किसी भी इंसान को अच्छी नींद आना उसके अच्छे स्वास्थ्य की सबसे बड़ी निशानी है अगर आप भी नींद से परेशान हैं तो ऐसे में किस प्रकार के तकिए का प्रयोग करें आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताने की कोशिश करेंगे आइये जानते हैं विस्तार से कैसे तकिये का प्रयोग करें और कया घेरेलू उपाय करें कि आपको अच्छी नींद आ जाए।
*अनिद्रा रोग के कारण-अच्छी नींद के आज के आपाधापी वाले मशीनी युग में अनिद्रा का रोग बढ़ता जा रहा है । नर्म बिस्तर पर भी लेट कर जब नींद न आए तो व्यक्ति का दिमाग परेशान हो जाता है । बीमारी और असुरक्षा का भय उसे सताने लगता है ।
दरअसल दिन भर की थकान के बाद विश्राम हेतु नींद जरूरी है । नींद से ही हम स्वयं को तरोताजा महसूस करते हैं । अच्छी नींद के लिए हमें कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना पड़ता है । उन में से एक है हमारा तकिया । अच्छी नींद के लिए तकिया का सही होना आवश्यक है ।
तकिया हमारे सिर और कन्धों को सहारा देता है तकिए पर सिर रखने से हमारे सिर में रक्त की अधिकता नहीं होती और मन शान्त होता है ।
अच्छी नींद के लिए तकिए कैसा होना चाहिए-
तकिया बहुत ज्यादा सख्त या मुलायम नहीं होना चाहिए । तकिए को नियमित रूप से साफ करें । सिंथैटिक तकियों को वाशिंग मशीन में धोया जा सकता है । दूसरे तकियों को ड्राईक्लीन कराएं । रुई के तकिए को कभी भी वाशिंग मशीन में न धोएं , न ही इन्हें मोड़ कर पैरों के बीच में लगाएं । ऐसा करने से रुई एकदम टूट जाएगी ।
तकिए पर हमेशा मुलायम गिलाफ या कवर चढ़ा कर रखें जिसका स्पर्श त्वचा के लिए आरामदायक हो । इससे नींद अच्छे आती है ।
* सेमल की रुई का तकिया प्रयोग करें । यह बेहद कोमल और आरामदायक रहता है ।
* फोम के तकिए सिर के तापमान और वजन के हिसाब से आकार ले लेते हैं । ये तकिए काफी लम्बे समय तक बिना टूटे चल जाते हैं ।
* अगर सर्वाइकल की समस्या है तो मोटा तकिया न लें ।
* गर्दन को तोलिया रख कर सहारा दें । तकिए की रुई को कम से कम साल में दो बार जरूर धुनवाएं ।
* तकियों को भी गद्दों की तरह धूप में रखें । तकिए सालों पुराने हैं तो उन्हें बदल लें । हफ्ते में एक बार तकिया गिलाफ और बैड कवर जरूर धोएं ।
*अपना तकिया हमेशा अलग रखें क्योंकि यह आपके सिर का आकार लेकर आपके हिसाब से बन जाता है ।
* बच्चों के लिए हमेशा मुलायम तकिया लें । उन्हें कभी भी मोटे तकिए न दें ।
*अच्छी नींद के लिए घरेलू उपाय कया करें -
शहद को दुध में डालकर नित्य पिने से इस खुराक को रात में सोते समय पीने से गहरी नींद आ जाती है।
* एक मीठे सेब का मुरब्बा सोने से पहले खाकर ऊपर से पाव-डेढ़पाव गर्म दूध पी ले तो नींद आ जायेगी (शक्कर की जगह गुनगुने दूध में शहद का प्रयोग करें तो और भी अच्छा है। इससे दिन एवं दिमाग की कमजोरी दूर होती है। वैसे मी सोने से पहले गर्म दूध पीने से निद्रा आ जाती है।
* उषा काल उठ जल पिये, मध्य काल में मट्ठा। रात्रि पिये जो दूध नित्यं, तो होवे वो हट्टा कट्टा ।
* अनिद्रा में "पीपलामूल" उपयोगी होता है। इसको बारीक पीसकर छानकर रख लें। दो ग्राम की मात्रा में गर्म पानी या दूध के साथ पी लें। इसके सेवन से शरीर के किसी भाग में दर्द हो तो यह एक-दो घंटे में दूर हो जाता है और रोगी आराम पाकर सो जाता है।
* इस चूर्ण से आहार के पाचन में आसानी हो जाती है। वृद्धों के लिये तो यह एक उत्तम योग सिद्ध हुआ है।
* देर रात सोना और सुबह देर से उठना गलत आदतें हैं। अच्छी एवं शांतिपूर्व नींद प्राप्त करने के लिए जल्दी सोना व जल्दी उठना उचित होता है।
* निद्रा आने के लिए दवाईयां मत लो। नींद नहीं आती हो तो एक से लेकर 100 तक सीधी गिनती फिर 100 से 1 उल्टी गिनती गिनें ।
* सोने से पहले प्रभु के नाम का स्मरण करें, प्रार्थना करें कि हे प्रभु अब में समस्त सांसारिक चिन्ताओं को त्याग कर, सारे बन्धन तोड़कर, आपकी शरण में आ रहा हूँ प्रकृति की स्वास्थ्य दक्षिणी शक्तिया मेरे पूरे शरीर में प्रवेश कर रही है, मैं आपका ही हूं. और आपकी अलौकिक शक्ति को पाकर में एक भारी शक्ति को लेकर सुबह इतने बजे उठूंगा।
* (नोट) समय जो भी आप तय करेंगे ठीक उतने बजे भगवान की एक शक्ति आपको जगा देगी।
* सोते समय गलत या नेगेटिच बातें सोचने की बजाय यथार्थवादी या आशावादी बातों के बारे में सोचिए।
*रात्रि में शयन का समय 9 से 10 बजे के बीच उत्तम होता है, जो स्वास्थ्य की दृष्टि से सर्वथा उपयुक्त सिद्ध होता है।
* रात्रि में भोजन के पश्चात कम से कम छह घंटे तक अत्यधिक शारीरिक या मानसिक श्रम बिल्कुल नहीं करना चाहिये।
* रात्रि में भोजन के बाद सर्वप्रथम बाई करवट लेटें और कुछ देर बार दाई करवट लेटें। इस तरह करवंट बदल-बदल कर सोना चाहिये।
* कभी भी पीठ के बल, चित्त तथा पेट के बल उल्टा बिल्कुल नहीं सोना चाहिये। अन्यथा शारीरिक और मानसिक परेशानिया अक्सर बढ़ जाती है।
* रात्रि में शयन के पूर्व किसी सर्वश्रेष्ठ दिनचर्या क्रमशः मंत्र-जप प्राणायाम, योगनिद्रा इष्टदेव की स्तुति, प्रार्थना धार्मिक ग्रन्थों का अध्ययन चिंतन-मनन मुक्ति संगीत धार्मिक व ज्ञान विज्ञान संबंधी चर्चाएं एकांत में टहलना या डायरी लेखन का पालन अवश्य करना चाहिये।
*रात्रि में शयन के ठीक पूर्व समस्यागसत व सामान्य व्यक्तित्व वाले लोगों को किसी भी प्रकार की साधनाए यथा ध्यान, योगनिद्रा तांत्रिक प्रक्रिया अथवा अन्य प्रकार की योग साधनाएं बिल्कुल नहीं करनी चाहिये।
*बत्ती बुझाकर सोना आंखों के लिए लाभप्रद है।
* अगर आपको नींद ना आने की समस्या है जो भी म्यूजिक या कोई भी मेडिटेशन की वीडियो जो आपको अच्छी लगती हो तो उसे अपने फोन में काम आवाज में अपने पास रख ले। ऐसे में धीरे-धीरे आपको नींद आनी शुरू हो जाएगी आपको पता भी नहीं चलेगा, यह मेरा अपना निजी अनुभव है।
इस प्रकार यह छोटे-छोटे अभ्यास को अपनाकर आप अपनी नींद को ठीक कर सकते हैं।
निष्कर्ष- नींद एक इंसान के अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है। अगर किसी व्यक्ति को अच्छे से नींद आती है तो उससे ज्यादा कोई और सुखी नहीं हो सकता ऐसा माना जाता है। क्योंकि सोने के बाद आदमी का तन मन स्वस्थ रहता है।
अगर आपको नींद ना आने की बहुत ज्यादा गंभीर समस्या है तो इसके लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से सलाह करें ।
Post by kiran
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