पायरिया के लिए हर्बल उपाय: दाँतो और मुसूड़ो की देखभाल कैसे करें

दांतों और मसूड़ों की देखभाल: पायरिया से बचाव के घरेलू उपाय-

खूबसूरत दांत आपकी मुस्कान को और भी आकर्षक बनाते हैं। दांत और मसूड़े की बीमारियों से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय बेहद प्रभावी हो सकते हैं।

पायरिया: कारण, लक्षण और प्रभाव-

पायरिया क्या है ?
यह मसूड़ों की बीमारी है जो प्रारंभिक चरण में जिंजिकाइटिस कहलाती है और अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह मसूड़ों की हड्डियों तक फैल सकती है।



लक्षण-

  • मसूड़ों से खून निकलना

  • मसूड़ों से बदबू आना और खुजली होना

  • मसूड़ों का कट जाना और घाव बनना

  • पस का बनना, दाँतों का हिलना और मुँह में अजीब स्वाद आना

  • दाँतों में गैप बन जाना, ठंडा या गर्म खाने पर दर्द होना

  • मसूड़ों और दाँतों के बीच पॉकेट बनना, जिससे गंदगी जमा होती है।

लक्षण और  प्रभाव-

  • दाँत धीरे-धीरे हिलने लगते हैं और गिर सकते हैं।

  • पायरिया के मरीजों को हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है क्योंकि मसूड़ों के कीटाणु खून में मिलकर हार्ट को प्रभावित कर सकते हैं।

  • शुगर के मरीजों में हार्ट अटैक का खतरा और बढ़ जाता है।

पायरिया के कारण-

  1. प्लाक:
    यह सफेद रंग का जमाव है जो दाँतों के चारों ओर इकट्ठा हो जाता है और इसमें जीवाणु होते हैं। सही तरीके से दाँत साफ न करने पर यह समस्या उत्पन्न होती है।

  2. इम्यून सिस्टम कमजोर होना:
    होमोफोलिया, एड्स जैसी बीमारियों से ग्रसित लोग अधिक संवेदनशील होते हैं।

  3. फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन्स:
    इनमें मसूड़े लाल हो जाते हैं और खून निकलने लगता है।

  4. नकली दांत या ब्रिज:
    इनके चारों ओर खाना और प्लाक जमा होने की संभावना अधिक होती है।

  5. दवाओं का सेवन:
    बीपी और शुगर की दवाओं का अधिक उपयोग मसूड़ों से खून निकाल सकता है।

  6. महिलाओं में हार्मोनल बदलाव:
    गर्भधारण, तरुणाई, या रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल बदलाव से मसूड़ों में प्रतिक्रिया हो सकती है।

पायरिया के लिए हर्बल और घेरेलू उपचार-

  1. दांतों की सफाई:
    रोजाना दो बार ब्रश करें और डेंटल फ्लॉस का उपयोग करें। किसी भी खाने के बाद पानी से अच्छी तरह कुल्ला करें।

  2. डेंटिस्ट के पास नियमित चेकअप:
    हर 6 महीने में डेंटिस्ट के पास जाकर चेकअप कराएं।

  3. प्लाक नियंत्रण:
    प्लाक को नियंत्रित करने के लिए नियमित रूप से दांतों की सफाई करें।

  4. स्वस्थ जीवनशैली:
    इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए स्वस्थ आहार लें और नियमित व्यायाम करें।

  5. सर्जरी:
    गंभीर मामलों में, बीमारीग्रस्त मसूड़ों को निकालने के लिए सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

  1. नियमित दांतों की सफाई:
    दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें, रात को सोने से पहले और सुबह उठने के बाद। इसके अलावा, डेंटल फ्लॉस का उपयोग करें ताकि दांतों के बीच की गंदगी भी दूर हो।

  2. अच्छी आहार संतुलन:
    स्वस्थ आहार लें जिसमें फल, सब्जियां, अनाज और पर्याप्त पानी शामिल हो। तला हुआ और मिठा खाना कम खाएं, क्योंकि इनसे प्लाक बढ़ सकता है।

  3. कुल्ला और मुंह स्वच्छता:
    किसी भी खाने के बाद पानी से अच्छी तरह से कुल्ला करें। यह मसूड़ों में बची रही खाद्य सामग्री को हटाता है और मुंह की स्वच्छता बनाए रखता है।

  4. पायरिया के लिए हर्बल उपाय:

  5. नीम के पेस्ट का उपयोग करें, जो गर्म पानी में मिलाकर मसूड़ों को साफ करने में मदद कर सकता है। अलसी और हल्दी के उपयोग से भी मसूड़ों की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है।

  6. नियमित डेंटल चेकअप:
    हर 6 महीने में डेंटिस्ट के पास जाएं और अपने दांतों का चेकअप करवाएं। डेंटिस्ट द्वारा समय पर इलाज से मसूड़ों की समस्याओं को पहचाना और उपचार करना महत्वपूर्ण है।

  1. नीम का उपयोग:
    नीम के पत्ते या नीम का तेल अच्छे तरीके से मसूड़ों पर लगाएं। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो मसूड़ों में संक्रमण को कम कर सकते हैं।

  2. लौंग (Clove):
    लौंग मसूड़ों में दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। एक लौंग को दांत के पास रखकर उसकी खुराक से अल्प राहत प्राप्त कर सकते हैं।

  3. हल्दी (Turmeric):
    हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। एक छोटी सी मात्रा में हल्दी को गर्म पानी में मिलाकर मसूड़ों के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं।

  4. अलसी (Flaxseed):
    अलसी के बीजों को पीसकर या उनके तेल को मसूड़ों पर लगाने से फायदा हो सकता है। यह मसूड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है।

  5. अलोवेरा (Aloe Vera):
    आलोवेरा जेल को मसूड़ों पर लगाने से उनकी सूजन और दर्द में राहत मिल सकती है।

  6. तुलसी (Holy Basil):
    तुलसी के पत्ते को गर्म पानी में उबालकर कुल्ला करने से मसूड़ों की समस्याएँ कम हो सकती हैं। तुलसी के पत्ते को भी मसूड़ों पर रखकर दर्द से राहत मिल सकती है।

Disclaimer-

ये उपाय घरेलू और प्राकृतिक हैं, लेकिन यदि आपकी स्थिति गंभीर है या लंबे समय से चल रही है, तो डॉक्टर से परामर्श करना सुनिश्चित करें। डेंटिस्ट की सलाह लें और उनके द्वारा निर्धारित उपचार का पालन करें।


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