नज़र कया होती है और इसे कैसे उतारे-
नज़र को आमतौर पर बुरी नजर के रूप में जाना जाता है, जो एक प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा या प्रभाव है जो किसी व्यक्ति, वस्तु, या स्थिति पर पड़ सकती है। नज़र लगने की अवधारणा कई संस्कृतियों और धार्मिक परंपराओं में पाई जाती है, खासकर हिन्दू धर्म में इसे तब माना जाता है जब किसी व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा पर बाहरी नकारात्मक भावनाओं, जैसे ईर्ष्या, क्रोध या अत्यधिक प्रशंसा, का असर हो और उस व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक या सामाजिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़े।
नज़र के कुछ सामान्य लक्षण:
अचानक बीमार पड़ना, विशेषकर बच्चों में।
बिना कारण के घबराहट या बेचैनी महसूस होना।
व्यापार या कार्य में अचानक रुकावट आना।
पशुओं या फसलों का अचानक मर जाना या नष्ट हो जाना।
घर या संबंधों में लगातार कलह या अशांति।
नज़र के प्रभाव से बचने के उपाय:
– काला धागा पहनना, नींबू-मिर्च लटकाना, हनुमान चालीसा का पाठ करना, नज़र बटटु लगाना, कुछ लोग नज़र उतारने के लिए विशेष रूप से हवन या टोने-टोटके भी करते हैं।
नज़र की यह अवधारणा विश्वास और मानसिकता से जुड़ी है, और इसे कई लोग अंधविश्वास मानते हैं जबकि कुछ इसे गंभीरता से लेते हैं। इसका वैज्ञानिक आधार नहीं है, लेकिन इसे सामाजिक और सांस्कृतिक मान्यताओं में गहराई से देखा जाता है।
बच्चे: छोटे बच्चों को अक्सर नज़र जल्दी लग जाती है। ऐसा माना जाता है कि उनकी मासूमियत, कोमलता और सुंदरता दूसरों का ध्यान जल्दी आकर्षित करती है, और कोई भी अत्यधिक प्रशंसा नकारात्मक ऊर्जा में बदल सकती है।
सफल लोग: जिन व्यक्तियों ने जीवन में विशेष उन्नति हासिल की हो या जो बहुत तेजी से तरक्की कर रहे हों, उन्हें नज़र लगने का डर अधिक होता है। यह किसी की ईर्ष्या या जलन से हो सकता है।
सुंदर या आकर्षक लोग: शारीरिक सुंदरता और आकर्षण से भरे लोगों पर भी नज़र लगने की अधिक संभावना होती है, क्योंकि उनकी प्रशंसा ज्यादा होती है और कभी-कभी ये प्रशंसा नकारात्मक प्रभाव ला सकती है।
धनवान व्यक्ति: जिनके पास बहुत अधिक संपत्ति या धन होता है, उन्हें भी नज़र जल्दी लगने का खतरा माना जाता है, क्योंकि उनकी भौतिक संपत्ति और सुख-सुविधाओं को देखकर दूसरों में ईर्ष्या की भावना उत्पन्न हो सकती है।
गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को भी नज़र लगने का खतरा बताया जाता है, क्योंकि उनके प्रति विशेष ध्यान और संवेदनशीलता रहती है। उन्हें और उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को बुरी नज़र से बचाने के उपाय प्राचीन समय से अपनाए जाते हैं।
पशु और फसलें: विशेष रूप से दूध देने वाले पशु या उपजाऊ फसलें भी नज़र का शिकार मानी जाती हैं, क्योंकि उनकी उत्पादकता और स्वास्थ्य से लोग प्रभावित होते हैं।
नजर लगने पर साकारात्मक ऊर्जा प्रभाव खत्म हो जाता है-
यह माना जाता है कि नजर लगने से व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। व्यक्ति बीमार महसूस करता है और उसे कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नजर लगने के कुछ सामान्य लक्षण भी होते हैं, जैसे अचानक उल्टी होना, पशुओं की अचानक मृत्यु, और छोटे बच्चों का बार-बार रोना।
नजर का कारण और प्रभाव:
कुछ लोग मानते हैं कि जब कोई किसी की विशेष चीज की प्रशंसा करता है और उसकी दृष्टि का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, तो उसे नजर लग जाती है। नजर के कारण व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं, जैसे कि उन्नति में रुकावट आना या व्यवसाय का अचानक रुकना। यह समस्या बच्चों और बड़ों दोनों को हो सकती है।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु और चंद्रमा के अशुभ प्रभाव से भी नजर दोष लग सकता है। जिन लोगों की कुंडली में ये ग्रह पीड़ित होते हैं, वे नजर दोष से पीड़ित होते हैं। इसके अलावा, कुछ ग्रहों के प्रभाव से व्यक्ति की वाणी, नजर, और मन में दोष उत्पन्न हो सकता है।
बच्चों के लिए नजर दोष का उपाय:
यदि बच्चा दूध नहीं पी रहा है, तो उसके सिर के ऊपर से दूध को तीन बार उतारकर कुत्ते को पिलाने से नजर दोष दूर हो जाता है। अगर आपको संदेह हो कि किसी व्यक्ति ने नजर लगाई है, तो बच्चे के सिर पर सात बार नमक वारकर चलते जल में प्रवाह कर दें ।
भोजन पर नजर लगने का उपाय:
यदि किसी के भोजन पर नजर लग गई हो, तो सभी भोज्य पदार्थों में थोड़ा हिस्सा निकालकर पत्तल पर रख लें और उसे गुलाल के साथ चौराहे पर रख आएं। ध्यान रहे कि इस प्रक्रिया के बाद पीछे पलटकर न देखें।
कारोबार पर नजर दोष का उपाय:
अगर आपके काम-धंधे को नजर लग गई है, तो नींबू-मिर्च को दुकान में टांगें। यह उपाय न केवल नजर दोष, बल्कि वास्तुदोष को भी दूर करेगा। यह प्रक्रिया केवल मंगलवार और शनिवार को करनी चाहिए।
बड़ों पर नजर लगने का उपाय:
यदि घर के किसी बड़े व्यक्ति पर नजर लग गई है, तो फिटकरी का टुकड़ा सिर से पांव तक सात बार उतारें और उसे आग में जला दें। जैसे-जैसे फिटकरी जलती जाएगी, वैसे-वैसे बुरी नजर उतरती जाएगी। राई और मिर्च को सिर से उतारकर जलाने से भी नजर दोष समाप्त हो जाता है।
धार्मिक उपाय:
धर्म के अनुसार, बुरी नजर से बचने के लिए धार्मिक उपाय भी किए जा सकते हैं। बुरी नजर से प्रभावित व्यक्ति को हनुमान चालीसा का पाठ और बजरंगबाण सुनाने से नजर दोष समाप्त हो जाता है, क्योंकि हनुमान जी पर किसी भी बुरी चीज का प्रभाव नहीं पड़ता।
अन्य उपाय:
थोड़ा सा सेंधा नमक लेकर सिर से वारकर एक गिलास पानी में डाल दें। यह नजर दोष को समाप्त करने का एक सरल उपाय है।
घर की छत पर उत्तर-पूर्व दिशा में पांच तुलसी के पौधे लगाने से धन संबंधी नुकसान से बचा जा सकता है।
लाल मिर्च, अजवायन और पीली सरसों को जलाकर उसका धुआं बच्चों को देने से उनकी नजर उतर जाती है।
तेल लगी रोटी को सात बार व्यक्ति के ऊपर से वारकर काले कुत्ते को खिलाने से नजर दोष दूर होता है।
गर्भवती महिला के लिए गोबर के उपले के साथ में गुड़ और रूई जलाकर दरवाजे के बीच रखने से बुरी नजर दूर होती है।
कारोबार की नजर हटाने के लिए कुछ विशेष उपाय इस प्रकार हैं-
नींबू-मिर्च का उपाय:
अगर आपको लगता है कि आपके कारोबार पर नजर लगी है, तो दुकान या कार्यस्थल के मुख्य द्वार पर एक ताजे नींबू और सात हरी मिर्च की माला बनाकर टांगें। यह उपाय मंगलवार या शनिवार को करना चाहिए। जैसे ही माला सूख जाए, इसे तुरंत बदलें। इससे नजर दोष और वास्तु दोष दोनों दूर होते हैं।काला धागा बांधना:
अपने कार्यस्थल के मुख्य दरवाजे पर एक काला धागा या काले कपड़े का टुकड़ा बांधें। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और नजर दोष से बचने के लिए किया जाता है।हथेली पर लाल मिर्च से उपाय:
शनिवार को सात लाल मिर्च लेकर उसे अपनी हथेली में रखकर तीन बार सिर के ऊपर से घुमाएं और फिर इसे जलते हुए कंडे या आग में डाल दें। ऐसा करने से कारोबार की बुरी नजर खत्म हो जाती है।राई और नमक का उपाय:
100 ग्राम राई और सेंधा नमक को एक साथ मिलाकर अपने दुकान या व्यवसाय स्थल के चारों कोनों में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में छिड़कें। यह उपाय नजर दोष को खत्म करने और सकारात्मक ऊर्जा लाने में मदद करता है।नीम की पत्तियां और फिटकरी:
मंगलवार या शनिवार को कुछ नीम की पत्तियां और फिटकरी लेकर इसे अपने व्यापार स्थल पर सात बार घुमाकर जलते हुए कंडे में डाल दें। जैसे ही यह जलता है, बुरी नजर का प्रभाव भी खत्म हो जाता है।गाय के गोबर का उपाय:
गाय के गोबर के कंडे को जलाकर उसमें घी और गुड़ डालें। फिर इसे दुकान या कार्यस्थल के चारों कोनों में थोड़ा-थोड़ा जलाएं। इससे कारोबार पर लगी नजर और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है।नारियल का उपाय:
व्यापार में नजर दोष को हटाने के लिए एक साबुत नारियल को लेकर उस पर कुमकुम, हल्दी, और चावल से तिलक करें। फिर इसे सिर के ऊपर से सात बार घुमाकर किसी नदी या बहते पानी में प्रवाहित कर दें। इससे कारोबार में नकारात्मकता दूर होगी और सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
यस्वास्थ्य पर लगी बुरी नजर को उतारने के लिए कुछ उपाय -
फिटकरी का उपाय: जिस व्यक्ति की तबीयत खराब हो रही हो और बुरी नजर का संदेह हो, उसके सिर से पांव तक फिटकरी का टुकड़ा सात बार उतारें। फिर इस फिटकरी को जलते हुए कंडे या आग में डाल दें। जैसे-जैसे फिटकरी जलती जाएगी, बुरी नजर का असर भी खत्म होता जाएगा।
राई और मिर्च का उपाय: राई, नमक, और सात साबुत लाल मिर्च लें। इसे नजर लगे व्यक्ति के सिर से पांव तक सात बार घुमाएं और फिर इसे आग में डाल दें। इससे नजर का दोष दूर हो जाता है और व्यक्ति की तबीयत में सुधार होने लगता है।
नींबू का उपाय: एक ताजा नींबू लेकर उसे रोगी के सिर से सात बार उतारें और फिर इसे चार टुकड़ों में काटकर किसी सुनसान चौराहे पर रख आएं। ध्यान रहे, इस प्रक्रिया के दौरान पीछे मुड़कर न देखें। ऐसा करने से बुरी नजर का असर समाप्त हो जाता है।
नमक और रोटी का उपाय: सेंधा नमक और तेल लगी रोटी लेकर इसे नजर लगे व्यक्ति के ऊपर से तीन बार घुमाएं और फिर काले कुत्ते को खिला दें। माना जाता है कि इससे नजर का दोष दूर हो जाता है और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
लाल मिर्च और अजवायन का धुंआ: अगर नजर लगे व्यक्ति को लगातार तबीयत खराब हो रही हो, तो एक मिट्टी के बर्तन में लाल मिर्च, अजवायन और पीली सरसों लेकर उसमें आग जलाएं। इसके धुएं को नजर लगे व्यक्ति के चारों ओर घुमाएं। इससे बुरी नजर उतर जाती है और व्यक्ति की सेहत में सुधार होता है।
हनुमान चालीसा का पाठ: नियमित रूप से रोगी के पास हनुमान चालीसा का पाठ करने से बुरी नजर का प्रभाव दूर होता है। हनुमान जी पर किसी भी बुरी चीज का प्रभाव नहीं होता, इसलिए उनका स्मरण करना नजर दोष को खत्म करता है।
नए घर को बुरी नजर से बचाने के लिए कुछ विशेष उपाय :
नींबू-मिर्च का उपाय:
नए घर के मुख्य द्वार पर एक ताजा नींबू और सात हरी मिर्च की माला बनाकर टांगें। इसे हर शनिवार या मंगलवार को बदलते रहें। यह बुरी नजर को दूर रखने और नकारात्मक शक्तियों से बचाव करने के लिए किया जाता है।मुख्य द्वार पर काला धागा:
नए घर के मुख्य दरवाजे पर काले कपड़े का टुकड़ा या काला धागा बांधें। इससे बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती है।मुख्य दरवाजे पर हनुमानजी की प्रतिमा:
मुख्य दरवाजे के ऊपर हनुमानजी की मुद्रा वाली प्रतिमा या चित्र लगाएं, जिसमें उनका चेहरा बाहर की ओर हो। इससे घर की सुरक्षा होती है और बुरी नजर का प्रभाव घर में नहीं आता।नारियल और काली मिर्च का उपाय:
एक साबुत नारियल और 7 काली मिर्च लेकर उन्हें घर के सभी कोनों में घुमाएं और फिर इसे बहते पानी में प्रवाहित कर दें। इससे घर की बुरी नजर खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।गणेश और कुमकुम का प्रयोग:
घर के प्रवेश द्वार पर कुमकुम और हल्दी से स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं और इसके दोनों ओर गणेशजी के चित्र लगाएं। यह घर में सुख-समृद्धि और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा करता है।नजर दोष के लिए हल्दी का उपाय:
हर गुरुवार को घर के मुख्य दरवाजे पर हल्दी का जल छिड़कें। यह उपाय बुरी नजर और वास्तु दोष को दूर करने में मदद करता है और घर में सकारात्मकता लाता है।हवन और पूजा:
नए घर में प्रवेश के समय पूजा और हवन करवाएं। हवन से वातावरण शुद्ध होता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। नियमित रूप से घर में हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करवाने से भी नजर दोष दूर रहता है।काला घोड़े की नाल:
मुख्य दरवाजे के ऊपर काले घोड़े की नाल को यू आकार में लगाएं। यह पुराने समय से माना जाता है कि यह नकारात्मक ऊर्जा और बुरी नजर को दूर रखती है।सेंधा नमक का प्रयोग:
घर के कोनों में सेंधा नमक रखें। यह नकारात्मक ऊर्जा को सोखने का काम करता है और बुरी नजर से घर की रक्षा करता है। हर महीने नमक बदल दें और पुराने नमक को बहते पानी में डाल दें।सात अनाज का टोटका:
सात प्रकार के अनाज (जैसे गेहूं, चावल, मक्का, चना, जौ, बाजरा, और मूंग) लेकर इसे एक लाल कपड़े में बांधकर घर के मुख्य द्वार के पास रखें। यह बुरी नजर और नकारात्मक शक्तियों को घर से दूर रखता है।
नए घर को बुरी नजर और नकारात्मक प्रभावों से बचाने के लिए प्राचीन उपायों का सहारा लेना एक सामान्य प्रथा है, जो लोगों की धार्मिक आस्था और विश्वास से जुड़ी हुई है। नींबू-मिर्च, काला धागा, स्वस्तिक का चिन्ह, हनुमानजी की प्रतिमा, और हवन-पूजा जैसे उपाय न केवल घर की सुरक्षा के प्रतीक माने जाते हैं बल्कि सकारात्मक ऊर्जा के संचार का भी माध्यम हैं। इन उपायों को नियमित रूप से करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है। ऐसे उपाय व्यक्ति के मानसिक संतुलन और आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं, जिससे परिवार में सुख-शांति का माहौल बना रहता है।
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