पौधों को कीटों से बचाने के उपाय: गर्मियों में बागीचे की देखभाल कैसे करें
गर्मियों में बगिया में पौधों को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत होती है, क्योंकि इस मौसम में कई प्रकार के कीट सक्रिय हो जाते हैं। ये कीट पौधों की जड़ों, पत्तियों, फूलों और फलों को नुकसान पहुंचाते हैं। यदि समय रहते इनसे बचाव न किया जाए, तो ये पौधों को पूरी तरह नष्ट कर सकते हैं। यहां कुछ आसान और प्रभावी घरेलू उपाय दिए गए हैं, जिनसे आप अपने पौधों को कीटों के प्रकोप से बचा सकते हैं।
1. लाल चींटियों से छुटकारा पाने के उपाय
लाल चींटियां पौधों की जड़ों को कमजोर करती हैं और फूलों को समय से पहले गिरा देती हैं। इनसे बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:
बोरेक्स पाउडर और शक्कर: एक कप पानी में एक चम्मच बोरेक्स पाउडर और एक चम्मच शक्कर मिलाकर घोल बनाएं। इसे चींटियों के रास्ते और उनके बसेरे के पास छिड़कें।
नींबू का रस और पानी: नींबू के रस को पानी में मिलाकर स्प्रे करें।
नमक और काली मिर्च: प्रभावित क्षेत्रों में नमक या काली मिर्च पाउडर छिड़कें।
2. एफिड (Aphids) या पत्ती जूं का नियंत्रण
एफिड छोटे-छोटे भूरे, काले या हरे रंग के कीट होते हैं, जो पौधों का रस चूसकर उन्हें कमजोर कर देते हैं। इससे पत्तियां पीली हो जाती हैं और उनका विकास रुक जाता है।
चूने और नमक का घोल: चूने या नमक के पानी का छिड़काव करें।
नीम का तेल: नीम का तेल प्राकृतिक कीटनाशक का काम करता है। इसे पानी में मिलाकर छिड़काव करने से एफिड से बचाव होता है।
3. पत्ती गुबरैला (Leaf Borer) से बचाव
पत्ती गुबरैला खासतौर पर कद्दू और लौकी जैसे फलों और सब्जियों को नुकसान पहुंचाता है। यह पौधों के फूलों को नष्ट कर देता है, जिससे फल बनने की प्रक्रिया रुक जाती है।
मिट्टी का तेल: प्रभावित भागों पर मिट्टी के तेल का छिड़काव करें।
हाथ से हटाना: संक्रमित भाग को पौधे से हटाकर नष्ट कर दें।
4. ऐपिलेकना गुबरैला (Epilachna Beetle) का नियंत्रण
यह कीट बैंगन, आलू और ककड़ी जैसी सब्जियों की पत्तियों में छेद कर नुकसान पहुंचाता है।
कीटनाशक दवा: बाजार में उपलब्ध जैविक या रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग कर सकते हैं।
नीम का तेल: नियमित छिड़काव से इसका प्रभाव कम होता है।
5. मिली बग (Mealybug) से बचाव
मिली बग गुलाब, कोलियास, आम, अमरूद और गुड़हल जैसे पौधों को नुकसान पहुंचाती हैं। ये पौधों का रस चूसती हैं, जिससे पौधे सूखने लगते हैं।
नीम का तेल: नीम के तेल का छिड़काव करने से मिली बग से राहत मिलती है।
साबुन पानी का स्प्रे: हल्के डिटर्जेंट को पानी में मिलाकर पत्तियों पर छिड़कें।
6. माइट्स (Spider Mites) का नियंत्रण
माइट्स छोटे आठ टांगों वाले कीट होते हैं, जो सब्जियों, फलों और फूलों को नुकसान पहुंचाते हैं। ये पत्तों के नीचे छुपे रहते हैं और पौधों को धीरे-धीरे कमजोर कर देते हैं।
साफ पानी का छिड़काव: साफ पानी से पत्तों को धोने से माइट्स हट सकते हैं।
नीम का तेल: नीम के तेल का छिड़काव माइट्स को नष्ट करने में सहायक होता है।
7. स्केल इंसेक्ट (Scale Insect) से बचाव
स्केल इंसेक्ट मुख्य रूप से गुलाब के पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं। ये कोशिकाओं का रस चूसकर पौधों को कमजोर बना देते हैं।
प्रभावित भाग को काटें: स्केल इंसेक्ट से संक्रमित पत्तियों और टहनियों को काटकर अलग कर दें।
ब्रश या चाकू: स्केल इंसेक्ट को ब्रश या चाकू की सहायता से हटाया जा सकता है।
नीम का तेल: नियमित रूप से नीम के तेल का छिड़काव करें।
अतिरिक्त टिप्स:
पत्तों की नियमित सफाई करें
पत्तों पर जमी धूल और गंदगी कीटों को आकर्षित कर सकती है।
क्या करें:
हर सप्ताह गीले कपड़े या स्प्रे बोतल से पत्तों को साफ करें।
इससे पौधे स्वस्थ रहेंगे और कीटों का प्रकोप कम होगा।
. साथी पौधे (Companion Planting)
कुछ पौधे अपने आसपास उगने वाले पौधों को कीटों से बचाते हैं।
उदाहरण:
गेंदा (Marigold): टमाटर और मिर्च के पौधों के पास लगाने से एफिड और निमैटोड्स दूर रहते हैं।
तुलसी: मच्छरों और मक्खियों को भगाने में सहायक होती है।
पुदीना: चींटियों और अन्य कीटों को दूर रखता है।
. राख का उपयोग
लकड़ी की राख भी कीटों को भगाने में मदद करती है।
कैसे करें उपयोग:
पौधों के आसपास थोड़ी मात्रा में लकड़ी की राख छिड़क दें।
यह स्लग और कैटरपिलर को दूर रखेगा।
15. फिटकरी और हल्दी का घोल
फिटकरी और हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं।
कैसे करें उपयोग:
एक लीटर पानी में 1 चम्मच हल्दी और 1/2 चम्मच फिटकरी मिलाएं।
इसे प्रभावित पौधों पर स्प्रे करें।
यह फंगस और कीटों को रोकने में मदद करेगा।
. पीले चिपचिपे कार्ड (Yellow Sticky Traps)
कुछ कीट पीले रंग की ओर आकर्षित होते हैं, जिनका उपयोग करके आप कीट नियंत्रण कर सकते हैं।
कैसे करें उपयोग:
पीले रंग के कार्ड पर वैसलीन या गोंद लगाकर पौधों के पास लटका दें।
यह एफिड्स, व्हाइटफ्लाई और माइट्स को फंसाने में मदद करेगा।
. मिट्टी की गुणवत्ता बनाए रखें
स्वस्थ मिट्टी में पौधे कम कीटों से प्रभावित होते हैं।
क्या करें:
जैविक खाद या कम्पोस्ट डालें।
वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करें।
समय-समय पर मिट्टी की जाँच करें।
. पौधों की सही दूरी बनाए रखें
पौधों को बहुत पास-पास लगाने से कीटों को फैलने का मौका मिलता है।
क्या करें:
उचित दूरी पर पौधे लगाएं, ताकि हवा का संचार हो सके।
इससे फंगस और कीटों की समस्या कम होगी।
पौधों की नियमित रूप से जांच करें और कीटों की प्रारंभिक अवस्था में ही उनका उपचार करें।
जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें, ताकि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे।
उचित सिंचाई और खाद का ध्यान रखें, जिससे पौधे स्वस्थ बने रहें।
प्रभावित भागों को समय रहते काटकर नष्ट कर दें, ताकि संक्रमण न फैले।
इन उपायों को अपनाकर आप अपने बगीचे को कीटों से सुरक्षित रख सकते हैं और पौधों को स्वस्थ और हरा-भरा बनाए रख सकते हैं।
0 टिप्पणियाँ