शराबी के साथ बहस करना किसी समस्या का समाधान नहीं | शराबी वयक्ति के बहस से कैसे बचें | what is alcoholism in hindi |

Tittle- शराबी के साथ बहस से  कैसे दुर रहे- शराब और शराबी की आदतों के कारण अकसर हमारे घरों में लडाई  झगड़े बढ जाते हैं। आज हम आपके साथ इस समस्या से कैसे निपटा जाए और कैसे शराबी के साथ बहस ना करके अपने आप को कन्ट्रोल करे  इस टोपिक को आप के साथ शेयर कर रहे है। 


 अब हम सबसे पहले इस बात को समझ ले कि जो लोग शराब पिकर झगड़ा करते हैं वो नोरमल लोग नहीं होते है। वह एक मानसिक बिमारी का शिकार है।  जब साथ इस बात को स्वीकार कर लेंगे तो आधी लड़ाई तो यहीं खत्म हो जाएगी फिर आप का मन ही नहीं करेगा कि हम शराबी के साथ बहस करें और अगर आप इस बात को समझ गए कि शराबी एक बीमार व्यक्ति है तो फिर बहस का कोई मुद्दा ही नहीं क्योंकि बीमार व्यक्ति के साथ हम लड़ाई झगड़े नहीं करते।
 क्या कभी हमने इस बात को समझने की कोशिश की कि हमारे घर में किस कारण शराबी के कारण  झगड़े और हिंसक घटनाएं होती हैं क्योंकि कुछ हद तक हम खुद ही इस बात की जिम्मेवार होते हैं कि शराबी पी कर आता है और हम उनके ऊपर कटु शब्दों या मान लो शब्द रूपी हथियार  उनके ऊपर बौछार करने शुरू कर देते है।और फिर शराबी हमें उसका डबल करके वापस लौटता है।





 इस तरह हमारी बहस बढ़ते-बढ़ते इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि हम एक दूसरे के साथ हाथापाई पर आ जाते हैं ।अब हम इस बात को जानने की कोशिश करेंगे कि शराबी के साथ किस प्रकार बर्ताव किया जाए उसके साथ बहस ना करके सिर्फ उसको समझने की कोशिश की जाये।
अब हम उस चिंगारी का पता लगाने की कोशिश करेंगे कि हमारे परिवार मे धमाके  और किन भद्दे शब्दों के कारण यह झगड़ा शुरु हुआ है।
सबसे पहले इस बात को मान लो की बहस या झगड़े की शुरुआत का कारण  हम ही है कयोंकि वह तो शराबी है वह अपने हर काम शब्दों से अनजान है। हो सकता है आप ने जल्दबाजी में कोई  प्रतिक्रिया की हो ? 
क्या मैं शराबी के द्वारा कही गई हर बात - जो वह हताश होकर गुस्से में अपने आप को काबू से परे कर लेती हूँ।   इस बात का धयान रखे  जब शराबी में अपराध - बोध की भावना का विस्फोट होता है ,तब हमें  यह समझना होगा कि उसका निशाना हमेशा उन पर होता है जो उनके सबसे प्रिय व नजदीकी हैं । हमें याद रखना है कि वह इस तरह की भड़ास निकालकर , शराबी अपनी ही परेशानी को प्रकट कर रहा है, ऐसे अवसरों पर शराबी के द्वारा कही गई बातों को लेकर  गम्भीर होने की जरूरत नही है।  हमे ऐसी स्थिति में  अपने परिवार को बर्बाद नहीं होने देना है । जब यह बात समझ मे आ जाएगी तब आधा कलेश यहीं पर खत्म हो जाएगा यह  स्थिति आपके लिए एक तरह से जादू का काम करेगी ।
बस आप सिर्फ शराबी की बात सुनने तक सीमित रोहोगे कोई पलटवार  नहीं करोगे। 

जब शराबी अपने नशे की धुन में  होता है तब उसे कभी भी भूल कर चोट पुहचाने का प्रयास ना करें क्योंकि हम सब उसके पागलपन से परिचित हैं। 
हम शराबी को ना तो तर्क वितर्क करके, ना आंसुओं से, और ना ही डांट डपटकर किसी भी प्रकार से नही समझा सकते।  कयोंकि वह शराब के नशे में चूर अपराध बोध से ग्रस्त है।
 घर आने पर शराबी को क्रोध भरे शब्दों की बौछार से स्वागत करना सबसे बड़ी बेवकूफी है। ऐसे समय में शराबी के प्रतिक्रिया हमारे इस व्यवहार से अधिक बुद्धिमानी की नहीं होगी जिस तरह से हम विदेश में जाकर यह उम्मीद करते हैं कि वहां के लोग मेरी भाषा समझ ले ऐसी  अवस्था में शराबी कभी हमारी बातें कम ही समझ में आती हैं। हम उसकी भाषा नहीं बोल सकते ना ही शराबी हमारी भाषा समझ सकते हैं। इसीलिए शराबी के साथ किसी भी प्रकार की बहस ना करें जितना हो सके उसकी बात को अनसुना करके अपने आप को पोजिटिव रखें। यही शराबी के परिवार के लिए सबसे बडा मन्त्र है। 

 हमारे लिए यह सोचना महत्व नहीं रखता सही क्या है और गलत क्या है। अगर आप यह सोचते हो जिद करके हम शराबी को सुधार सकते हैं यह सोच  हमारे लिए और बड़ी समस्या बन जाती है, और हम अपनी जिंदगी की कठिनाइयों को और बढ़ा लेते है । शराबी के साथ जिंदगी जीने के तनाव  से भरा रवैया हमारे लिए बहुत सारी परेेेशानियाँ खड़ी कर सकता है।
अब आप ऐसे सोचना शुरु कर दे कि क्या नुकसान हो जाएगा अगर मैं शराबी के बात मान लू चाहे वह मेरी समझ में आए या नहीं आए मैं क्यों नहीं उसे जाने देते हम और इस  समस्या को मैं ईश्वर पर छोड़ देते है। यही हम सबके  लिए सबसे सही फैसला होगा। क्योंकि शराबी मेरे बस में नहीं है और मैं अपने आप को काबू कर सकती हूं इतनी अकल मुझे  ईशवर ने दे रखी है।

अब हम उस घटना पर जिससे तनाव बढ़ता हो और जो विस्फोट का कारण बनता है। खत्म करने की कोशिश करेंगे। अब हम  यह समझने की कोशिश करेंग कि आपस में आक्रामक शब्दों का आदान - प्रदान  हमारे घर में शांती नही होने देते जिसे हम पाना चाहते है।  
 अब हम सब यही प्रयास करेंगे कि जिन आलोचनाओं और आरोप पर भले ही वह उचित हूं या अनुचित हूं मैं क्यों प्रतिक्रिया करूं जो मेरे ऊपर लगाए गए शराबी के द्वारा आरोप मुझे क्रोधित होने के लिए मजबूर करते हैं और जो बिना सिर पैर की बहस को बढ़ावा देते हैं। अब इस तनाव भरे वातावरण में कुछ भी झगड़ा शुरू हो जाता है मुझे अब उसमें शामिल होने की जरूरत नहीं है । हम कोशिश करेंगे  कि मैं हम सब को नजरअंदाज करे जिसकी वजह से हमारे घर में बहस या लड़ाई झगड़ा बहुत बुरी तरह में बढ  जाता है यह बहस को रोकने का सबसे उच्च तरीका है ।
यह तरिका हमें शांति चिंता मुक्त कर देता है, और शराबी को इतना बेचैन बना देता है कि वह गंभीरता से शराब छोड़ने के बारे में सोचने लगता है कि अब इसे मेरे द्वारा कहे गए किसी भी  प्रकार के शब्दों का परिवार पर कोई असर नहीं होता।
 
 शराबी के द्वारा  घरेलू हिंसा  करना आम बात है। 
एक बार ठंडे दिमाग से सोचो कि जब आप अपने शराबी  पति के साथ लड़ाई शुरू कर देती हो तो तुम्हें  कैसा लगेगा अगर कोई आपकी  बातों को टेप रिकॉर्डर पर टेप कर से सारी बातों को आपको सुनायें  शायद आप खुद की कहीं गई बातों को सुनकर अपने आप झकझोर ले यह मै कया कर रही हूँ । इस समय आप खुद शर्मिन्दा हो जायेगी अपने शब्दों को सुनकर। 
 जब आप अपने ताने देने वाले  सारे हथियारो को आजमा कर उस पर वार कर रही है।  यह सब सुनने के बाद आपको समझ में आ जाएगा कि इस लड़ाई में मैं भी इतनी ही भागीदार हूं जितना कि शराबी पति।  
कृपा करके खुद को सुनो और देखो कि  शांत रहने के बाद हमें अपने घर शांति बनाए रखने के लिए  कितनी मदद मिलती है। 
अगर आप शराबी को उकसाने वाली महिला है, तो सबसे पहली चीज जो मुझे अपने आप में सुधारनी है  वह यह होगी कि अगर कोई क्रोधित व्यक्ति आपको चुनौती देता है , तो आप या तो जवाब ही नहीं देंगी फिर शांति से जवाब देना सिखेगी। 

अनमोल सुविचार:----
 1. प्यार से उत्तर देने से क्रोध शांत हो जाता है परंतु कड़वे वचनों से क्रोध और भड़क उठता है...!!

 अब आपको किस बात पर बहुत ध्यान देना है इस बात पर बहुत ज्यादा अमल करना है ,अगर आप अपनेेे घर में शांति चाहते हो भले ही शराबी व्यक्ति आपके ऊपर नाजायज शब्दों के बौछार भी कर दे फिर भी आपने अपना मुंह नहीं खोलना क्योंकि वह तो शराबी है पर आप नहीं, क्योंकि आपने अपनी और अपने परिवार की भलाई का ध्यान रखना है।  तनाव और क्रोध के बादल अगर छाने भी लगे तो अपने आप को इस उलझन से बचाने की कोशिश करें क्योंकि यही सोचने का सबसे स्वस्थ रास्ता है और इसी में ही भलाई है। और हम अपने और अपने बच्चों की भलाई के लिए अपने मन की शांति बनाए रखने के लिए क्रोध को कोमलता से ग्रहण करना होगा।

 इस प्रकार शराबी के साथ कभी भी बहस और उलझन में ना पड़े ।अगर आप अपने परिवार की शांति चाहते हो क्योंकि शराबी व्यक्ति नॉर्मल नहीं है वह नशे की धुन में कुछ भी कह जाता है। उसे कुछ भी नहीं पता होता इसलिए उसकी बात का कभी भी बुरा ना माने उसको हमेशा यह सोच कर माफ कर दें कि वह एक बीमार व्यक्ति है, क्योंकि बीमार व्यक्ति के साथ लड़ाई झगड़े नही करते उसको हमेशा प्यार से संभाला जाता है।  इसी तरह शराबी को भी हमेशा प्यार से संभाले लड़ाई झगड़े से नहीं। इसी में हम सब की भलाई है।

 मेरा यह लेख उन परिवारों के लिए है जिनके घर में अक्सर शराबी दिन  ढलते ही अपना पिने का काम शुरू कर देते हैं, और फिर नशे की धुन में धुत होकर परिवार के साथ लड़ाई झगड़ा करते हैं। परिवार वाले कई बार तंग होकर मरने तक की सोच लेते हैं। पर मरना किसी समस्या का समाधान नहीं है, इसलिए अपने आप को और अपनी समस्या को सिर्फ भगवान के हवाले छोड़ दें। वह जो कर सकता है दुनिया में कोई और नहीं कर सकता। अगर अदृश्य शक्ति चाहेगी आपकी समस्या एक पल में ही खत्म कर सकती है।  इसलिए हमेशा जियो और शराबी को भी जीने दो इस बात को याद रखो।


 अनमोल  सुविचार:--- 

अच्छे संकल्पो को अच्छी आदतो में बदलने में समय लग जाता है, परंतु इस पर मेहनत करना बहुत ही लाभदायक है।


. लाठी और पत्थर मेरी हड्डियां तोड़ सकते हैं लेकिन शराबी की गालियों से मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा, जब तक मेरे भगवान मेरे साथ हैं...!!

 

. कुछ समय खामोश रहने का होता है, कुछ वक्त बोलने का होता है शराबी ने पी रखी होती है तब अपने आप को मौन रखें...!!


. बहुत सारी चीजो अनसुना  करना होगा जो हमारी शांति के लिए बेहतर हैं, अपनी  आंखों  और कानों को उन चीजों से हटाना बेहतर है, जो हमें कष्ट पहुंचाती हैं इसलिए शराबी के साथ वाद विवाद के गुलाम मत बनो.. !!

. शराबी  के साथ बहस में पीछे हटने से हो सकता है, तुम विजयी ना बन पाऔ, पर इससे तुमने अपनी प्रतिष्ठा और शालीनता को बचा लिया है...!!

अगर आपको यह लेख  अच्छा लगा है हो उन परिवारों तक जरूर शेयर करें जो इस समस्या से ग्रस्त हैं हो सकता है आपका एक शेयर किसी की जिंदगी में बदलाव ला दे। अगर आपकी वजह से  एक इंसान की जिंदगी में बदलाव आ जाए तो यह भी एक महान पुण्य का काम है। 




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