how to control drunk | शराबी को कैसे समझे | शराबी वयक्ति को कैसे सहन करे |

शराबी  वयक्ति  को कैसे समझे और सहन करे-आज के इस topic है कि हम शराबी पर शक्तिहीन क्यू है।मेरे इन शब्दों का मतलब पढ़ना ही नहीं बल्कि यह स्वीकार करना भी है कि किस तरह हम शराबी व्यक्ति पर शक्तिहीन हैं ।


परंतु हमें इसको अपने दिल और दिमाग में इतनी गहराई के साथ उतारना होगा और अपने अंदर इतना जज्बा भरना होगा यह हमारे जीवन का एक हिस्सा बन जाए। यह समस्या अब हमारे बस में नहीं है बल्कि हमें शराबी को नहीं खुद के ऊपर कंट्रोल करना है। 
इस बात को हर रोज बार-बार दोहराए और अपने व्यवहार में और सोच में इस तरह उतार लें कि शराबी  को कंट्रोल करना हमारे बस में  ही नहीं बल्कि उसके ऊपर इस तरह जबरदस्ती करना और अपनी मनमर्जी मनवाने का कोई भी अधिकार हमें नहीं है,  क्योंकि हम उसके भगवान नहीं हैं।
 हम ज्यादातर औरतें अपने पति को कंट्रोल करने की कोशिश करती हैं और जिस में हमें पूरी तरह से हार ही मिलती है । इसी वजह से हमारा जीवन इतना अस्त-व्यस्त हो जाता है कि हम अपनी जिंदगी से तगं होकर एक तरह से डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।
 अब यह सोचने की बात है यह स्वीकार करना हमें इतना मुश्किल क्यों लगता है ,कि हम शराबी को झेल  नहीं सकते हैं। अब इस बात को बहुत ध्यान से समझना होगा, चाहे वो  शराब है या शराबी हमारा इन दोनों पर कोई भी बस नहीं है।
 शराब और शराबी से होने वाले घातक प्रभाव और जीवन के शालीनता और कृपा को नष्ट करने की जो शक्ति पर कोई भी काबू नहीं पा सकता।
 कोई भी शराबी को पीने के लिए मजबूर नहीं कर सकता, परंतु हमारे अन्दर  वह शक्ति है जो हमें परमात्मा से मिली है, और वह पावर हमें अपनी स्वयं की जिंदगी को बदलने की और शराबी को स्वीकार करने की है।

 इसका मतलब यह नहीं है कि हमने अपमानजनक स्थिति को आगे अपने आप को समर्पण कर दिया इसका असली अर्थ है कि स्थिति की असलियत को समझने की और यह निर्णय लेना कि मैं शराबी के ऊपर किसी भी तरह की जोर जबरदस्ती नहीं कर सकती और उसको स्वीकार करने में ही असली भलाई है।
हमारे जीवन में प्रगति तभी शुरू होती है जब हम बेकाबू को काबू में लाने की कोशिश बंद कर देते हैं। जिसे हमें बदलने का अधिकार है उसे ठीक करने लगते हैं अगर हम दुख और बुरी परिस्थिति को स्वीकार करते हैं तो वह किसी और की गलती नहीं हमारी अपनी है।
 इसके बारे में कुछ कर सकते हैं। यह सोचना भी एक अपने आप में गंभीर स्थिति पैदा कर देता है, क्योंकि यह लड़ाई केवल शराबीपन की नहीं है। यह लड़ाई उसकी शराबीपन की बीमारी से लड़ने की है।
 शराबी व्यक्ति इस तरह की बीमारी का शिकार है और उसे हम अपने लड़ाई झगड़े और जबरदस्ती से ठीक नहीं कर सकते। केवल शराबी ही अपने पीने की आदत से खुद को आजाद कर सकता है। जो लोग शराब नहीं पीते वह शराबी व्यक्ति के साथ जबरदस्ती नहीं कर सकते। हालांकि लोग यह महसूस करते हैं कि हम शराबी की  बुरी परस्थिति में सुधार ला सकते हैं,  पर ऐसा संभव नहीं होता।
 ना ही हमारे आंसुओं,  डांट फटकार से, ना ही धमकियों से हम किसी भी तरह का दबाव नहीं बना सकते ।जितना हम दबाव बनाने की कोशिश करते हैं मामला उतना ही और बिगड़ जाता है। यही शराबी की असली कहानी है।

 जितना आप उसे कंट्रोल करने की कोशिश करोगे वह जिद में और ज्यादा पीने की कोशिश करेगा हम सिर्फ परमात्मा से प्रार्थना कर सकते हैं।
हे ईश्वर मेरी मदद करो इस बुरी दशा से निकलने की उनके आगे हाथ जोड़ें और अपने लिए मानसिक स्तर शांति ढूंढे और मुझे इस कठिनाई से बाहर निकालने । मेरे  आध्यात्मिक मार्ग में मेरे लिए कोई नया रास्ता निकालो आप ही कुछ भी कर सकते हो।


अब हमें जब यह बात पता चल चुका है कि हम शराबी पर शक्तिहीन हैं, तो आप अपनी नई जिंदगी की शुरुआत करनी शुरू करो। जिसे हम आज तक निरंतर करने की कोशिश करते आए थे और हम अपने सोचने का ढंग शराबी के ऊपर थोप रहे थे। 
अब उसको हमें बदलना होगा और हमें एक बार फिर अपनी दुनिया को व्यवस्थित करने का बड़ा काम करना होगा। हमें अपने लिए जीना सीखना होगा क्योंकि शराबी व्यक्ति हमारे किसी भी रिश्ते में   
(पति ) हो सकता है, पर वह हमारा भगवान नहीं है, कि जिसके बिना जिंदगी नहीं चल सकती। अब आप अपने शराबी पति के लिए किसी भी प्रकार की  कोई मन मे देवेश मत रखना और ना ही उस को कंट्रोल करने की कभी भी कोशिश करना।
 यह हमारी पत्नियों की सबसे बड़ी भूल होती है। जितना हम उसके ऊपर पावर हाउस बनने की कोशिश करते हैं उतने ही वो हमारे साथ चिटिंग करते रहते हैं। इसलिए मैं शराबी की पत्नियों से यही निवेदन करती हूं कि वह अपने लिए जिए शराबी के लिये   नहीं ।
  हमें सब को यह भी पता है कि उनके साथ हमारे संबंध खत्म नहीं होते, पर यह बात भी लागू नहीं होती कि हम शराबी के साथ ही बीना जिंदा नहीं  रह सकते हैं। 
 मैं इस बात को लेकर एक ही बात कहूंगी कि जिस प्रकार जीवन में होने वाली और घटनाओं पर हम इस तरह से घुट कर नहीं जीते उनको भी भूलने की कोशिश करते हैं। उसी तरह शराबी के साथ भी अपना जीवन नार्मल करने की कोशिश करो। उसे संभालने नियंत्रित करने की कोशिश कभी नहीं करनी जो हमारे  लिए स्पष्ट रूप से काबू  से बाहर है। मैं अपने आप को और सिर्फ अपनी जिंदगी को निरंतर करने में अपना जीवन समर्पित कर दूंगी। यही अपने जीवन का उद्देश्य बनाऔ, कयोंकि हम दुनिया में अकेले आये थे और अकेले ही चले जायेंगे फिर रोना किस बात का। 

Positive thoughts:--
इस दुनिया में सिर्फ एक ही व्यक्ति है, जिसे तुम पूरे विश्वास से सुधार सकते हो और वह तुम स्वयं हो...!!


अब आपको यह बात समझ में आ गई होगी कि हम जिस व्यक्ति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे थे उसको अब हमें स्वीकार करना ही होगा। उसको पीने की जो रोकने की कोशिश थी उसको बंद करके उसको अपनाना ही एकमात्र रास्ता है। शराबी खुद पर केवल अपनी इच्छा से ही संयम पा सकता है। हम अब उसे मार्गदर्शन कर सकते हैं या मान लो इस तरह से प्रेरित कर सकते हैं। पर हम कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति को चाह कर भी हम चाहे कितना भी हमारा घनिष्ठ क्यों ना हो अपनी पसंद के ढांचे में नहीं डाल सकते। 
यह बहुत बड़ी सच्चाई है और इसे हमें मानना ही होगा। हमें यह पता है कि शराबी की वजह से हमारा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है, पर हम यह भी जानते हैं जो शायद हम इस समय किसी व्यक्ति को जबरदस्ती रोकना बहुत मुश्किल है, क्योंकि इंसान को रोकना बहुत मुुश्किल है। रस्सी या खुन्टे से जानवरों को बांध सकते हैं इंसान को नहीं। आपको अब इस बात के लिए अपने अंतर्मन में यह बात बैठाने होगी। 
अब मुझे मेरी अंतरात्मा यह भी कहती है कि मैं अपनी शक्ति पर शक्तिहीन ही नहीं हूं । मैं अपनी शक्ति को अब शराबी व्यक्ति के पीने की वजह से व्यर्थ नहीं करूंगी। इसका एक साधारण सा मतलब यह है कि जो हमारी शराबी पन की समस्या है।  उससे अपनी जकड़ को ढीली करो। ईश्वरीय शक्ति को उन सब चीजों में काम करती है। 
इस समस्या पर भी काम करने दो। अब आप अपनी समस्या को ईश्वर के भरोसे छोड़ दो मेरा कहने का भाव यह है कि अगर हम शराब पर सक्तीहीन हैं और शराबी व्यक्ति को नियंत्रण नहीं कर सकते तो इसमें एक समझदारी इसी बात में है कि जियो और जीने दो। 
अपना जीवन पूरी तरह से जीना सीख लो दूसरों को उनकी जिंदगी जीने दो।  इस तरह से अपने मन में यह बात बिठा लो कि अपने काम से काम रखो शराबी की लाइफ में दखलअंदाजी ना करो। हम उसके भगवान नहीं बन सकते। उसका भगवान उसको उसके हिसाब से चला रहा है और मुझे अपने हिसाब से चलना है। मैं उसकी पत्नी हूं ,मैं उसकी भगवान नहीं।
 इस बात की अच्छी तरह गांठ बांध लो अब हमें शराबी की गतिविधियों में दखलअंदाजी नहीं करनी ना ही उस पर कोई निगाह रखे ना सलाह मशवरा करना, और ना ही उसकी जिम्मेदारियां उठानी उसको भी अपना निर्णय लेने की उतनी ही आजादी मिलनी चाहिए  जितनी मुझे मिली है। अगर उसका निर्णय गलत है तो उसका परिणाम भी उसे ही भुगतना पड़ेगा ।पहले हमें लगता था कि शायद शराबी को सब कुछ समझाना हमारा ही कर्तव्य है, पर यह बिल्कुल गलत है। शराबी व्यक्ति अपना जीवन जीता है आपको अपने लिए जीना होगा।

एक महान उपन्यासकार की कहावत है कि मैं एक आदमी के पीठ पर चढ़कर बैठा हूं ,और उसका दम घोट
 रहा हूं,और उसे अपने आप को ढोने के लिए बाधित कर रहा हूं, और फिर उसको भी और दूसरे साथियों को विश्वास दिलाता हूं, कि मैं उसके लिए बहुत दुखी हूं ,और इच्छा करता हूं कि हर संभव तरीके से वह बोझ हल्का कर दो ,पर मैं उसकी पीठ पर से नहीं उतरूंगा और मैं इस तरह से स्वार हूं, कि ना तो उसको जीने देता हूं ,और ना ही खुद जीता हूं ।

यही हालात हमारे शराबी की पत्नियों की भी होती हैं। ना तो हम खुद जीती हैं और ना ही शराबी व्यक्ति को हम जीने देती हैं। हमें लगता है अगर शराबी 1 दिन के लिए भी शराब छोड़ दें तो शायद हम जी लेंगे। मेरा कहने का भाव है कि जीवन में जितने भी समस्याएं हैं, हर प्रकार की समस्या को निपटाने के लिए केवल हम समस्या को बदलना है। जिसका हम सामना कर रहे हैं उसके बारे में सोच कर ही हम समस्या को और बढ़ा देते हैं। अगर हम किसी समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं सबसे पहले हमें अपने आप को उस समस्या से दूर करना होगा और उसके बारे में सोचना छोड़ना होगा। तभी किसी समस्या का समाधान हो सकता है।

मेरे पास तो एक ही शक्ति है, वह है परमात्मा की दी हुई मेरे अंतर्मन और भावनाओं को प्रतिक्रियाओं को निरंतर रखने की शक्ति अगर मैं इस शक्ति को समझदारी से इस्तेमाल करती हूं तो मेरे आस पास होने वाली हर समस्या बिना मेरी दखलअंदाजी के ईश्वर अपने आप समझ लेंगे यही एक बड़ी सच्चाई है।

यदि हम किसी दूसरे व्यक्ति की जिंदगी को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं तो आप असफल हो जाओगे अगर आप अपने आप को सुधारने की कोशिश करते हैं तो यह निश्चित है कि आप उस शक्ति की मदद से अवश्य उस समस्या से उभर जाओगे।

अगर तुम अपने आपको वैसा नहीं बना पाते जैसा कि तुम चाहते हो तो तुम कैसे उम्मीद कर सकते हो कि कोई तुम्हारी इच्छा के अनुसार कार्य करेगा और वह तुम्हारे नियंत्रण में आ जाएगा। तुम कोई भगवान नहीं हो कि तुम किसी दूसरे व्यक्ति को अपने नियंत्रण में कर सकते हो।
हम में से प्रत्येक व्यक्ति अपने निर्णय खुद लेने का अधिकार है और उसकी जिम्मेदारी भी है। किसी का अधिकार छीनना व्यक्ति का विनाश करने के समान है। हर इंसान को अपना जीवन जीने का अधिकार है। हम पत्नियों के बारे में एक कहावत बहुत आसानी से बोली जाती है कि किसी के घर में हो रही पीने की समस्या से पीने वाले के बजाय उसकी पत्नी के व्यवहार से ज्यादा आसानी से झलक जाती है। क्योंकि हमारी उथल-पुथल हमारी भावनाएं निराशा और अशान्त व्यवहार हमारे चेहरे से ही झलक जाता है।
हम पत्नियों सब पत्नियों की यह एक बहुत बड़ी समस्या होती है हम सोचते हैं कि हमारे पति के बारे में यह बात पता नहीं चल जाए कि वह शराबी है और जबकि पूरे दुनिया को पता होता है, कि वह शराबी पन का शिकार है।
 इसी वजह से हम पति को नियंत्रण करने की कोशिश करते हैं और यह कोशिश हमारी लगातार फेल होती हैं । इसकी वजह से शराबी और शराब की ओर बढ़ता चला जाता है।
 इसलिए आज के इस टॉपिक में आप सबको यही कहना चाहूंगी अगर आपके घर में भी कोई शराबी पन का शिकार है उसे कभी भी जोर जबरदस्ती से रोकने की कोशिश मत करो। वह कभी भी आप की कोशिश को सफल नहीं होने देगा। बल्कि आप की कोशिश आपका और नुकसान ही करेगी, इसलिए  किसी और को रोकना कोई आसान काम नहीं है ।वह जब भी रुकेगा अपनी इच्छा के अनुसार और ईश्वर की उस शक्ति के आशीर्वाद से ही रुक पाएगा। वह हमारी जोर जबरदस्ती से कभी भी रुकने वाला नहीं है। इसलिए कभी भी शराबी को नियंत्रित करने की कोशिश नहीं करो। मेरा आज का यह टॉपिक सिर्फ इस बात के लिए था कि कभी भी शराबी को नियंत्रण में लाने की कोशिश ना करो क्योंकि वह छोटा बच्चा या पशु नहीं है जिसको हम जबरदस्ती रस्सी से बांध लेंगे। 
आप एक दिन रोक सकते हो उसको जबरदस्ती करके वह अगले दिन उससे भी ज्यादा पीने की कोशिश करेगा ।यह शराबीपन की सबसे बड़ी बीमारी है। एक रात शराब पीने के लिए रोकते हैं तो वह दूसरी रात उससे डबल डोज लेता ही लेता है। जो लोग शराबी की बातों से अपने किसी भी सदस्य की वजह से तंग है उसको उसके हाल पर छोड़ दो उसके साथ किसी भी प्रकार की जबरदस्ती मत करो। जियो और जीने दो इस नारे को फॉलो करो और अपनी समस्या को भगवान के भरोसे छोड़ दो, क्योंकि आपकी समस्या वह एक पल में भी खत्म कर सकता है। जिसको हम बरसों से नहीं खत्म कर पाए ।उसके पास कुछ भी करने की ताकत है । 

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बहुत जयादा शराब पिने वाले व्यक्ति कभी भी नोरमल नही होते। वह एक बिमारी का शिकार है और बीमार इन्सान के साथ कभी भी लडाई झगड़ा या जबरदस्ती नहीं करते। 
Last alfaaz----
जियो और जीने दो 
Thankyou 

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