Valentine's Day quotes for husband wife | पति पत्नी वेलनटाई डे कैसे मनाये | valentine's day quotes in hindi |


Tittle- पति और पत्नी
वाद विवाद से कैसे दुर रहे 
Special velntais day-
वाद विवाद से कैसे दुर रहे और अपने इस रिश्ते को कैसे सभाल कर रखे।
आज हम आपके साथ वैलेंटाइन डे स्पेशल पर पति पत्नी के लिए कुछ सुझाव और अपने नजरिए को बदलने के लिए के लिए कुछ सुझाव लेकर आए हैं जिनको अपनाकर आप भी इस वेलनटाई डे पर अपने रूठे हुए जीवनसाथी का प्यार वापिस पा सकते है। 
  
 पति-पत्नी के रिश्ते की डोर---
इस रिश्ते की डोर सबसे जयादा   नाजुक होती है । प्यार इसका प्रमुख आधार होता है । दो लोगों के रिश्ते में प्रेम के अलावा और भी कई अन्य चीजों का प्रमुख स्थान है।
इसी तरह हमारे  रिश्तो में नोकझोंक होना भी एक आम बात है ,लेकिन अक्सर किसी बात पर हम अपने साथी से चर्चा करना शुरू करते हैं और कुछ देर बाद वह बात विविद का रूप ले लेती है। छोटी सी बात का बतंगड़ बन जाता है।
पति-पत्नी  के बीच एक आम बात है दोनों एक दूसरे से प्रेम से बात करने के बजाय एक-दूसरे को चोट पहुंचाने पर आमादा हो जाते हैं ।एक दूसरे की गलतियां और खामियां निकालते हैं, शिकायतें करते हैं, फिर पुरानी बातों को याद दिला कर अपने पक्ष को और मजबूत करने की कोशिश करते हैं। यह हर घर के पति पत्नी के लिए आम समस्या है । ऐसे में प्रेम का कोई अस्तित्व नहीं रह जाता। ऐसी मुश्किल घडी मे प्रेम से हल निकल सकता है। इस बात के लिए कुछ आज के कुछ ऐसे सुझाव जो आपकी की गृहस्थी को बिगड़ने से बचा सकते है।
अपना अंदाज बदले- 

वाद विवाद मनुष्य की स्वाभाविक प्रवृत्ति है, किंतु कई बार यह बात  मानसिक रूप से परेशान कर सकता है । बहस से बचने के लिए हमें यह स्वर्णिम नियम याद रखना चाहिए कि हमारे साथी को हमारे शब्दों से नहीं , उन्हें बोलने के अंदाज से चोट पहुंचती है । हम क्या बोल रहे हैं , इससे सामने वाले को उतनी चोट नहीं पहुंचती जितनी कि इस बात से पहुंचती है कि हम उसे किस तरह से बोल रहे हैं । अच्छे शब्द भी ग़लत तरीक़े से बोलने पर दिल दुखा सकते हैं और बुरे शब्द भी अच्छे तरीक़े से बोले जाने पर झगड़े को सुलझा सकते हैं । एक कहावत के अनुसार लोग कहते हैं भी है अंदाज - ए - बयां बात बदल देते हैं , वरना दुनिया में ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका कोई हल ना हो। 

बहस से सावधान रहें-

अपने रिश्तों को बचाने के लिए बहस करने से हमेशा सावधान रहें ।हम सबके नज़रिए का फेर है अक्सर स्वयं को सही  साबित करने के लिए एक - दूसरे को मानसिक चोट भी जाने - अनजाने में पहुंचा देते हैं ।
हम सबको याद रखना चाहिए और  यह समझना होगा कि हम एक दुसरे से  भिन्न हैं , हमारी परवरिशें अलग हैं , हमारा मनोविज्ञान और सोचने का नजरिया भी अलग है । इसलिए किसी विषय पर अलग अलग विचार होना  स्वाभाविक है । किंतु , इसके उलट हम सच  को किनारे कर बहस के लिए कमर कस लेते हैं , और फिर रिश्ते में  गांठ पड़ जाती है । इसी तरह  कई लोग अधिक तो नहीं बोलते किंतु अपनी शिकायतों को मन के भीतर ही इकट्ठा कर लेते हैं । ऐसा करना भी ठीक नहीं है क्योंकि यह भविष्य में आपके रिश्तों पर अत्यधिक नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है ।

एक दुसरे की तारीफ करे-

अक्सर हम रिश्ते में सामनेवाले को ग्रांटेड लेने लगते हैं। यह सही नहीं है। छोटी-छोटी बातों  पर रोजाना पार्टनर की तारीफ जरूर करें। पति की भी तारीफ करें। यह तारीफ दूसरों के सामने भी करें। कुछ दिन ऐसा करने से पार्टनर में अच्छाइयां ढूंढने की आदत पड़ जाती है। इसी तरह, अपने पार्टनर से प्यार का बार-बार इजहार भी जरूरी है। यह इजहार अकेले में करें। परिवार और दोस्तों के सामने भी करें, लेकिन लिमिट में। अगर कोई शिकायत है भी, तो सीधे पार्टनर पर दोष न लगाएं। अगर आप कहते हो कि तुमने  कमरे की लाइट क्यों नहीं बंद की तो इसका मतलब है कि आप उस पर दोष मढ़ रहे हैं। इसके बजाय पूछें कि क्या तुमने लाइट बंद नहीं की? जब भी कोई बात करनी हो तो सीधा दोष लगाने के बजाय 'क्या' से बात शुरू करें। समस्या समाधान अपने आप बन जायेगी।

एक दुसरे से शिकायत नहीं खुलकर बात करें-

यदि आपकी कोई शिकायत है तो सामने वाले व्यक्ति से सामान्य रूप से बात करें । पहले उनकी कुछ अच्छी आदतों सराहना भी करें और उसके बाद की अंत में बिना लहजा बदले अपनी शिकायत भी उनके सामने रख दें । इससे आपकी बहस भी नहीं होगी और शिकायत का समाधान भी हो जायेगा। यदि आप भी अपनी चिंताओं के लिए अपने साथी को ही जिम्मेदार बताएंगे , तो हो सकता है उनका मस्तिष्क इसे एक विफलता की तरह ले ले । इससे समस्या ही इजाफा होगा । सुलझने के बजाय और बढ़ेगी तथा चिंता में और बीमारीया घेर लेगी।

सरप्राइज जरूर दें, कुछ नया करें-

अगर किसी पौधे में एक बार खाद डाल दिया तो क्या वह पूरी जिंदगी चल पाएगा कया ? इसी तरह किसी भी रिश्ते की ताजगी बनाए रखने और उसे फलने-फूलने के लिए उसमें सरप्राइज का खाद डालना जरूरी है। दिन में एक-दो बार कॉल या मेसेज से टच में रहें। बीच-बीच में दोनों एक-दूसरे के लिए  'आई लव यू' 'आई मिस यू' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करें। कभी सामनेवाली की पसंद की कोई छोटी-सी चीज गिफ्ट कर दें। इससे रिश्ते में नयापन बना रहेगा और औरतों को सरफराज गिफ्ट सबसे लगता है। यह उनकों खुश जरूर अपनी हैसियत के अनुसार। 

अपने हमसफ़र को सवीकार करें-
अक्सर हम अपने पति या पत्नी  को उस रूप में कबूल नहीं करते, जैसा वह है। उसे बदलने में लग जाते हैं। हम सबने मन में एक बार इमेज बनाई होती है और सामनेवाले को उस सांचे में फिट करने में लगे रहते हैं। सामनेवाला जब उस इमेज में फिट नहीं हो पाता तो हम इमेज चेंज नहीं कर सकते तो सामने वाले को ही बदलने की कोशिश में लगे रहते हैं। यही असली समस्या है।
अक्सर हम अपने पार्टनर की कमियों के बारे में बात करते हैं, जबकि हमें उसकी अच्छाइयों पर धयान देना चाहिए। जब भी आपको कमियां नजर आएं तो बेहतर होगा आप उसकी अच्छी बातों का याद करें और साथ समय बिताए। अच्छे लम्हों को हमेशा याद रखे

भावनाओं की कद्र करे-
वैज्ञानिकों के अनुसार कि पुरुष भावनाओं को आसानी से नहीं समझ पाते । किंतु ,महिलाएं आसानी से समझ जाती हैं । इसलिए यदि महिलाएं चाहती हैं कि आपकी परेशानी को बेहतर ढंग से समझा जाए तो आप अपनी परेशानी को स्पष्ट शब्दों में बताएं । इससे बहस की नौबत नहीं आएगी । हर कोई चाहता है कि उसे स्वीकार किया जाए और उस पर भरोसा किया जाए । किंतु , यदि आप अपने साथी की हर बात पर बुरा मानेंगे तो उन्हें लग सकता है कि उन्हें स्वीकार नही किया जा रहा है और उनहे गलत  समझा जा रहा है।

ऊँची आवाज़ में बात न करें-

अगर आप चाहते हो पति पत्नी का रिश्ता बना रहे तो ऐसे में हमें एक दूसरे से ऊंची आवाज में बात नहीं करनी चाहिए ऊँची आवाज़ में बोलना बात बिगाड सकता है-
और हमें एक दुसरे के लिए  याद रखना चाहिए कि हमारी एक मर्यादा है। जब भी अपना पक्ष रखें तो भाषा का प्रयोग सरल शब्दों में रखें और बीच-बीच में सनेहसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल करते रहे।

महिलाओं और दिल की बात सुने -

महिलाये अपनी परेशानी को बोल कर मन हल्का करने की होती है जबकि पुरूष दिमाग से  समाधान की खोज करता है, इसलिए जब भी अपने साथी की परेशानी सुने तो उन्हें तुरंत समाधान का सुझाव न दे बस उनकी बातों को ध्यान से सुन ले और  बात करते हुए अधिक समय हो गया हो तो औरत को ये अनुभव न होने दे कि आप उनकी बात धयान से नही सुन रहे है। बीच-बीच में उनकी  बातों का समर्थन करते रहे।  कयोंकि औरत अपनों को छोड़कर सिर्फ आपके लिए आपके घर में आई होती है इसलिए उसके मन की बात जरूर सुने। 

स्वीकार करें -

अगर आपको पता चलता है कि  लाइफ पार्टनर ने झूठ बोला है तो सोचें कि उसने ऐसा क्यों किया। हो सकता है कि आपने  यह सब करने के लिए मजबूर किया हो ।  ऐसी समय मे दोनो को आपस में कुछ नियम तय करने चाहिए, मसलन हमारे बीच जब भी बहस होगी तो हम एक-दूसरे की बेइज्जती नहीं करेंगे। एक दुसरे के मा बाप पर लांछन नहीं लगाएंगे, आवाज ऊंची नहीं करेंगे। इसी तरह, दिक्कत आने पर यह वजह जानने की कोशिश करें। आप किसी ऐसे करीबी दोस्त की सलाह भी ले सकते हैं जो आप दोनों को अच्छी तरह से समझता हो अगर फिर भी बात नहीं बनती तो काउंसलर से मदद जरूर लें।

Last alfaaz-
यह नियम हमेशा याद रखें कि प्रेम की सफल होने के लिए सही साथी की तलाश करने से नहीं होती, बल्कि सही  साथी बन जाने से होती है। 

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