शहद खाने के फायदे | शहद का सेवन कैसे करें | शहद खाने से पहले सावधानियां | Honey benefit in hindi |

Tittle-शहद खाने के फायदे और नुुुकसान -कुदरत ने हमें अनेक तरह की प्रकृति द्वारा बनाई गई  खाने की सामग्री दी है, जिनमें से एक है शहद ।  शहद की उत्पत्ति की प्रक्रिया आमतौर पर सभी जानते हैं कि वह किस प्रकार होती है।
शहद का इस्तेमाल प्राचीन समय से होता आ रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शहद मधुमक्खियों द्वारा फूलों के रस से बनाया गया एक ऐसा तरल पदार्थ है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है। यह एक लंबी प्रक्रिया के बाद मधुमक्खियों द्वारा कई पडाव पूरे करने के बाद  तैयार  किया जाता है ।आयुर्वेद और आचार्यों के अनुसार शहद को एक अमृत औषधि का दर्जा मिला है। 
 शहद अपने गुणों के कारण अमृत की श्रेणी में आता है और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी शहद को इतना शुद्ध माना गया है कि इससे देवताओं का अभिषेक भी किया जाता है।
 अब आप समझ सकते हो कि शायद हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना गुणकारी होगा । आयुर्वेद के अनुसार तो शहद एक तरह से इंसान के लिए संपूर्ण आहार है जिसमें हर प्रकार का वह तत्व पाया जाता है जो मानव शरीर  के लिए जरूरी है। 

आयुर्वेद की दृष्टि से शहद की कई तरह की किस्में होती हैं जिनमें  प्रमुख शहद 
 जैसे- निम का शहद, आम का शहद, जामुन का शहद, बड़ के पेड़ का शहद, पिपल का शहद , आंवले का शहद, बेलपत्र का शहद, किकर का शहद आदि मेरे कहने का भाव है जो शहद इन वृक्षों पर लगा हुआ तैयार होता है यानी मधुमक्खियों द्वारा अगर इन वृक्षों पर पाए जाने वाले शहद आपको मिलता है यह अति उत्तम शहद माने जाता हैं।

शहद कैसे खाये -
 शहद को सीधे रुप में अथवा दूध या किसी योग्य चिकित्सक के अनुसार ही लेना चाहिए। छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए शहद बहुत ही फायदेमंद माना गया है। प्रतिदिन शहद खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिसमें कई तरह की बीमारियों से लड़ने की शक्ति होती है ।इसलिए प्रतिदिन एक चम्मच शहद अवश्य खाएं।
 शहद में पाए जाने वाले पोषक तत्व-
शहद में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं और यह खनिज और विटामिन सी का भंडार है। शहद में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट विटामिन बी 6 , विटामिन सी और अमीनो एसिड भी पाया जाता है।  इसके अलावा एक चम्मच शहद में लगभग 60% कैलोरी और 17%  शुगर होता है। शहद में मोटापा, फाइबर और प्रोटीन बिल्कुल भी नहीं होता।
 
शहद खाने का तरीका-
शहद के बारे में तो हम सब जानते हैं लेकिन इसके खाने के तरीके को लेकर लोग असमंजस  में पड़े रहते हैं। हमारी जानकारी के अनुसार हम आपको बता रहे हैं कि शहद का सेवन आप किस प्रकार करें। आप हर रोज एक चम्मच सीधे तौर पर भी खा सकते हैं और इसे आप इसे  दूध और हल्के गुनगुने पानी में मिलाकर भी ले सकते हैं।  अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो यह हल्के गुनगुने पानी में बहुत ही उपयोगी माना जाता है।
 अगर आप हर तरह से स्वास्थ्य लाभ लेना चाहते हैं रात को एक चम्मच दूध सोने से पहले खाकर सोए।

शहद खाने से स्वास्थय लाभ-

चार चम्मच शहद खाने से पागल या अर्धपागल  व्यक्ति को हर रोज खिलाने से धीरे-धीरे पागलपन  दूर होने लगता है। ऐसा हमारे आयुर्वेद शास्त्रो में वर्णन है इसके बारें में। 

हाई बीपी के लिए शहद का प्रयोग करे -

जिन लोगों को हाई बीपी की समस्या रहती है ऐसे व्यक्तियों को सुबह खाली पेट तुलसी के ताजे पत्ते  या फिर तुलसी के रस के साथ शहद लगाकर चढ़ाना चाहिए।  इससे उच्च रक्तचाप में आराम मिलेगा और 15 दिनों के अंदर ही आप का रक्तचाप सामान्य स्तर पर पहुंच जाएगा।

 हड्डी को जोड़ने के लिए शहद का प्रयोग-

अगर हड्डी की चोट या घाव भरने के लिए शहद में पिसी हुई हल्दी, चुना, व कबूतर की बीट मिलाकर लेप करने से टूटी हुई हड्डी तक  जुड़ जाती है और घाव भी भर जाता है । अगर अचानक हड्डी टूटने पर और सूजन होने होने पर कभी कोई दुर्घटना घट जाए या गिर जाने से हाथ पैर में मोच आ जाए और हड्डी टूट गई हो तो फ्रैक्चर को सही ठीक करने के लिए इस तरह लेप लगाकर पट्टी बांध देनी चाहिए 1 सप्ताह में ही टूटी हुई हड्डी जुड़ जाएगी और सूजन भी कम हो जाएगी।

पेट के कीड़ों को मारने के लिए शहद का प्रयोग करे  - 
 शहद हमारे  पेट के अन्दर पैदा हुए हानिकारक कीड़ों को खत्म कर देता है। इसे आप लगातार रात को खाकर सोए।

आंखों की रोशनी के लिए-
शहद हमारे लिए प्रकृति का दिया हुआ खजाना है ।अगर आप लगातार 3 साल तक अपने नेत्रों में शहद को लगाते रहे तो इससे आपकी नेत्र ज्योति बढ़ सकती है। शहद  हर तरह की आंखों की बीमारी से आपका बचाव करता है, बस शर्त यह है कि शहद का शुद्ध होना बहुत जरूरी है आंखों की बीमारियों के लिए, क्योंकि आंखें हमारे शरीर का बहुत ही नाजुक अंग है।

दमा के लिए शहद कैसे करें - 
दमा के रोगियों के लिए शहद एक तरह से रामबाण औषधि का काम करता है ।ऐसे मरीजों को प्रातः काल नित्य कर्म से पश्चात एक चम्मच शहद लेने से बहुत जल्दी लाभ होता है।

खांसी जुकाम के लिए- 
खांसी जुकाम और ठंड लगने पर शहद खाने से एकदम राहत मिलती है । इसके लिए आप शहद में थोड़ी सी काली मिर्च पीसकर मिला लें और धीरे-धीरे करके शहद को खाएं इस प्रकार खाने से आपको खांसी, जुखाम और ठंड लगने से होने वाली शरीर की बीमारियों से बहुत जल्दी लाभ मिलेगा।

रंग गोरा करने के लिए शहद का प्रयोग- 
अगर आपकी त्वचा काले रंग की है तो प्रतिदिन शहद का लेप करने से  रंगत में निखार आ जाता है। इसको आप कम से कम 15 मिनट लगा कर रखे और 15 दिनों में आपको इसका आश्चर्यजनक लाभ मिलेगा।

बुखार को कम करने के लिए-

बुखार व अस्थमा में शहद में काली मिर्च मिलाकर लेने से बहुत जल्दी आराम मिलता है क्योंकि शहद एक तरह से प्रकृति का दिया हुआ ऐसा टोनीक है जो शरीर के हर तत्वों की कमी को पूरा करता है।


गले की बीमारियों के लिए

 शहद गले  की बीमारियों के लिए भी रामबाण औषधि है, गले में खराश होने पर शहद में थोड़ी सी काली मिर्च और अदरक का रस  मिलाकर लेने से जल्दी आराम मिलता है।

कब्ज से राहत पाने के लिए- 

अगर आप कब्ज के मरीज हैं तो समझ ले कि आप कई तरह की बीमारियों को अपने घर बुला रहे हैं। पेट से जुड़ी हर प्रकार की समस्या की मूल जड़ कब्ज है ।शहद शरीर में फ्रक्टोज के अवशोषण को कम करती हैं और इसी वजह से आप इसका उपयोग कब्ज को दूर करने में भी कर सकते हैं ।कब्ज से आराम दिलाने के अलावा यह पेट फूलने और गैस की समस्या से भी छुटकारा दिलाता है ।
कब्ज  से छुटकारा पाने के लिए शहद को रात को सोने से पहले एक गिलास हल्के  गुनगुने दूध में मिलाकर सेवन करें।

बवासीर के लिए - 
शहद रात्रि में चाटने से व खाने  से बावासिर की संभावना समाप्त हो जाती है।

शहद रक्त विकार या ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करता है

जवान बने रहने के लिए - 

एक चम्मच शहद प्रतिदिन खाने से जल्दी बुढ़ापा नहीं आता और हड्डियों के रोग भी नहीं होते शहद हमारे लिए अति उत्तम औषधि है। 


सौंदर्य निखार के लिए- 
शहद से हम अपने सौंदर्य को भी निखार सकते हैं। चेहरे पर पड़ी हुई काली झाइयां और दाग धब्बे फटी एड़ियां, बिवाइयों पर लेप करने से बहुत जल्दी इन समस्याओं से हमें छुटकारा मिल सकता है। शहद एक तरह से सौंदर्य प्रसाधन का भी काम करता है।

बालों के लिए-

बालों के लिए भी शहद बहुत फायदेमंद है अगर आपके बालों में भी झड़ने या रूखे पन की समस्या आ रही है तो  इस समस्या से बचने के लिए शहद का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। शहद का प्रयोग करने के लिए दही मे मिलाकर बालों  पर मास्क बनाकर लेप लगाए। जो खराब हुए बालों को पोषण देता है। शहद और अंडे को मिलाकर भी आप लगा सकते है। यह मास्क हमारे बेजान हुए  बालों की मरम्मत करता है। शहद और एलोवेरा का मिश्रण में मिलाकर लगाने से बालों को बढ़ाने में मदद करता है।


नवजात बच्चे के लिए-

नवजात बच्चे के जन्म के तुरंत बाद शहद  चटाने से बच्चा निरोगी होता है। यह परंपरा हम सदियों से चली आ रही है, और शहद नित्य सेवन करने से दिल और दिमाग को शक्ति देता है तथा दीर्घ जीवन प्रदान करता है। इसलिए शहद को अमृत भी कहा जाता है।

जले हुए स्थान पर- 

अगर शरीर का कोई भी अंग जल गया हो तो उस स्थान पर शहद से तर करके रुई का टुकड़ा रखने से जलने से उठा हुआ फोफला थोड़ी देर में  बैठ जाएगा और जलन में भी राहत मिलेगी। 

मोटापा कम करने के लिए-
अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हो तो शहद का प्रयोग शुरु कर दें । गर्म करके ठंडा किया हुआ जल में 5 तोले में शहद 2 तोला जल मिलाकर रोज पीते रहने से दो-तीन महीनों में आपका वजन खुद ही कम हो जाएगा यह अनुभव किया हुआ प्रयोग है।
 इसके लिए हो सके तो लीची के शहद का प्रयोग करें वह ज्यादा असर दायक हैं पर मिलना बहुत मुश्किल होता है अगर आपको यह शहद मिल जाए तो यह मोटापे को कम करने के लिए रामबाण नुस्खा है। 

शहद खाने से पहले सावधानियां-
शहद में भरपूर मात्रा में पोटैशियम होने के कारण इसके प्रयोग से टाइफाइड रोगों के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं और रक्त की कमी तथा रक्त विकारों को दूर करने के लिए शहद का सेवन बहुत उपयोगी माना जाता है। 

शहद एक तरह से प्राकृतिक रसायन है। इसलिए इसका उपयोग उचित मात्रा में ही करना चाहिए। घी तेल तथा चिकने पदार्थों के साथ  शहद का सेवन  वर्जित है क्योंकि रसायनिक प्रक्रिया से यह विष बन सकता है।
 नशीले पदार्थों के साथ भी इसका सेवन ना करें तो अच्छा है। अन्यथा लाभ की जगह आपको हानि हो सकती हैं। शहद को कभी भी गर्म नहीं करना चाहिए। 
 स्वास्थ्य वर्धक व गुणकारी औषधि के रूप में शहद के गुणों के कारण इसका प्रयोग भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में भी होता है आ रहा है।

अब तक आपने शहद के फायदे के बारे में ही पढ़ा है।  अब आप इसके जरूरत से जयादा ज्यादा लेने के  नुकसान भी पढ ले।

 आइए जानते हैं इनके बारे में भी जरूरत  से ज्यादा शहद खाने पर आपको उल्टी, मिचली आना और कुछ मामले में डायरिया की शिकायत भी हो सकती है। 
इसको लेने से पहले सावधानियों को होना पता होना बहुत जरूरी है।

शहद के साथ क्या ना खाएं- 

आयुर्वेद के अनुसार शहद के साथ बर्फ, मूली, कटहल, किसी भी प्रकार का साग,  गर्म पदार्थ चिन्नी, गुड, खांड के साथ लेना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। 

गर्म किया हुआ शहद, गर्मी धूप आदि से पीड़ित मनुष्य को दिया शहद, उष्ण काल में दिया शहद,  आहार द्रव्यों के साथ दिया गया शहद हानिकारक सिद्ध  होता है।  इन सब निर्देशो को ध्यान में रखकर ही शहद का सेवन करना चाहिए ।

आयुर्वेद में शहद के लिए  चेतावनी-
आयुर्वेद के अनुसार  समान मात्रा में मिलाया हुआ घी और शहद विषाक्त प्रभाव युक्त हो जाता है इसलिए जहां भी शहद और घी एक साथ लेने का निर्देश दिया गया हो वहां एक भाग शहद और उसमे घी 3 भाग मिलाकर  लेना चाहिए।  इसलिए भूल कर भी घी और शहद का समान मात्रा में सेवन ना करें। यह एक तरह से विष बन जाता है। 

 विषम मात्रा में मिलाया हुआ शहद के मिश्रण बहुत पोष्टिक गुणो वाला होता है।
 
गर्म पानी में डालकर न पिये-

शहद को लेते समय इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कभी भी पानी एकदम खोलता हुआ गर्म  नहीं होना चाहिए, हलके गुनगुने पानी के साथ ही शहद को आप ले सकते हैं। शहद को कभी भी गर्म पानी में डालकर उबालें नहीं क्योंकि यह विरुद्ध आहार की श्रेणी में आता है। इसलिए शहद का प्रयोग करते हुए हल्के गुनगुने पानी का ही प्रयोग करें।

 आधुनिक चिकित्सा में ऐसा माना गया है कि छोटे बच्चे यानी कि 1 साल से कम उम्र के बच्चों को शहद नहीं देना  चाहिए।  इससे बच्चों में botulism का खतरा हो सकता है इसलिए अगर आप 1 साल से कम उम्र के बच्चे को शहद देना  चाहते हैं तो डॉक्टर की सलाह अवश्य करें। 


शहद की शुद्धता की जांच कैसे करें.।
शहद की असली जांच पड़ताल करने के लिए इस विधि का प्रयोग करें । रुई की बत्ती शहद में डालकर जलाने से वह दीपक की तरह जलने लगती है  तो  वह दिए की तरह जलती है तो मान लो शहद शुद्ध है।

शहद को शीशे के गिलास में पानी भरकर एक बूंद शहद पानी में डाल दें यदि वह बूंद गिलास की तली पर बैठ जाती है तो शहद असली है।

 असली शहद फ्रिज में कभी नहीं जमता नहीं है  यह इसकी जांच की सही पहचान है, क्योंकि बाजार में चीनी से बने हुए शहद भी बहुत ज्यादा मिलते हैं इसलिए शहद का प्रयोग करने से पहले उसकी जांच परख अवश्य कर ले तभी यह हमारे लिए लाभदायक हो सकता है वरना चिन्नी से बने हुए शहद से शरीर का मोटापा ही बढ़ता  है।

हमने शहद के फायदे और नुकसान दोनों अच्छी तरह से परिचित हो चुके हैं।  आजकल  बाज़ार  में बहुत तरह के
ब्रांड के शहद मिल रहे हैं जिनमें डाबर, बैधनाथ, पतंजलि शहद आदि उपलब्ध हैं ।आप अपनी सुविधा अनुसार इनमे से किसी का भी सेवन कर सकते हैं।

अगर आपको शहद के बारे में यह जानकारी अच्छी लगी हो तो उसे अपने चाहने वालों दोस्तों में जरूर शेयर करें ।
 शहद का सेवन करने से पहले किसी भी बीमारी के लिए एक बार अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य करें और शहद की गुणवत्ता का भी जरूर ध्यान रखें क्योंकि जरूरी नहीं बाजार से मिलने वाला हर शहद शुद्ध हो। 

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