सिद्दू मूसेवाला की अनसुनी बातें | unknown facts about sidhu moosewala |


Tittle- सिद्धू मुसावाला की अनसुनी बातें ( unknown facts about sidhu mussawala)पंजाबी सिंगर सुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मुसेवाला का नाम आज इंटरनेट की दुनिया पर चारों तरफ बहुत ज्यादा चर्चित है, क्योंकि यह एक ऐसा पंजाबी गायक था जो नव जवानों के दिलों पर राज करता था।
 अभी हाल में ही 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले में उनकी कुछ गैंगस्टरो ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना तब हुई जब पंजाब सरकार ने इस पंजाबी गायक की और  कुछ लोगों की सुरक्षा वापस ले ली थी। इसकी सुरक्षा वापस लेते ही अगले ही दिन  सिद्धू मुस्सेवाला की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। जहां पर इस पंजाबी सिंगर को हॉस्पिटल ले जाया गया और उनको वहां मृत घोषित कर दिया गया। जिनकी  मौत की खबर सुनकर परिवार और उनके फॉलोअर्स और  चाहने वाले बुरी तरह निशब्द है।

सुभदीप हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन वह जब तक दुनिया रहेगी अपनी गायकी के कारण हमेशा अमर रहेंगे। आइए हम जानते हैं आज उनके बारे में कुछ ऐसे किस्से जो आपने पहले कभी नहीं सुने होंगे। 
जीवन परिचय - 
सिद्धू मुसेवाले का जन्म एक सिख परिवार में हुआ था। वह अपने परिवार का राजकुमार था । वह पंजाब राज्य के मानसा जिले के मूसा गांव में पैदा हुआ था।  उनका जन्म 11 जून 1993 सिख परिवार में हुआ था।
 उनकी माता का नाम चरण कौर और पिता भोला सिंह थे। उनकी मां गांव की सरपंच चुनी गई थी।उसका अपने माता-पिता के साथ बहुत गहरा लगाव था। वह अपने मां-बाप की इकलौती संतान थे।


कौन था सिद्धू मूसेवाला-
सिद्धू पंजाबी सिंगर होने के साथ-साथ वह कांग्रेस के युवा नेता भी थे। हालांकि वह इलेक्शन हार गए थे। ऐसा बताया  जाता है सिद्धू कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बहुत करीबी थे इसलिए वह कांग्रेस में शामिल होने के लिए राजी हो गये थे । वह नेता  होने के साथ-साथ एक प्रसिद्ध गायक भी थे जो भारत में ही नहीं विदेशों में भी जाने जाते थे। 

 शिक्षा-
सिद्धू की पढ़ाई  लुधियाना के गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में  कि थी।  हालांकि गायकी में उनका जुनून बचपन से ही था। वह डीएवी कॉलेज में भी प्रोग्रामो में शानदार प्रदर्शन करते थे और आगे की पढ़ाई के लिए वह कानाडा चले गए थे। जहां पर उन्होंने दो साल  होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया था।
सिद्धु मुसावाला का पहला album कनाडा से ही निकाला था।

संगीत का जुनून- 
 सिद्धू मुस्सेवाले का गायन के प्रति विशेष लगाव था। यह जुनून उनको छठी कक्षा से शुरू हो गया था ।जब वह स्कूल जाते तो वो  लुधियाना में  हरविंदर बिट्टू संगीत एकेडमी में गायन सीखा करते थे।  

पहला album-
2018 मैं उन्होंने अपना पहला एल्बम pbx1'
निकाला था। यह एल्बम कनाडियन एल्बम चार्ट  पर आधारित था। इसमें ब्रिटऐशिया टीवी म्यूजिक अवार्ड में सर्वश्रेष्ठ एल्बम का पुरस्कार भी जीता था। इसके बाद उन्होंने कई और हिट गाने दिए। इससे पहले उन्होंने 2017 में  अपने गानों में सो हाई से सफलता प्राप्त की थी।  जिसके लिए उनको म्यूजिक अवार्ड भी दिया गया था।

सबसे फैमस गाना- 
 जून 2019 मैं सिंगल गाना 47 ʼगाने ने खूब सुर्खियां बटोरी थी, क्योंकि इसमें मिस्ट और स्टीफन डॉन जैसी दिग्स भी नजर आए थे।
 उन्होंने यूके सिंगल चार्ट पर शीर्ष 20 में प्रवेश किया था। यह गीत पंजाबी गायक मनिंदर बुट्टर और करण औजला के साथ पंजाब में सबसे लोकप्रिय कलाकारों में शामिल किया गया था।

विवादों से रिश्ता-
सिद्धू मुसेवाले का शायद विवादों से बहुत गहरा रिश्ता था और अंत में मौत भी उनकी विवादों में ही उलझ कर रह गई है जिसकी पहेली सुलझानी काफी मुश्किल हो रही है। सिद्धू मुसेवाला को अक्सर समाज में किसी भी सामाजिक, भावनाओं और धर्म को लेकर अक्सर उनके गानों के कुछ बोल ही उनके लिए भी विवाद बन जाते थे।  उनके कुछ गानों मे शब्दो ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई थी।
 साल 2019 में रिलीज हुए एक   गाने में  जट्टी जाने मोड़ दी बंदूक वर्गी ने 18 वीं सदी की सीख योद्धा माई भागो के बारे में विवाद शुरू हो गया था। कथित तौर पर गायक ने माई भागो को खराब रोशनी में दिखाया था ।हालांकि सिद्धू  का कहना था कि मैंने किसी भी लड़की को माई भागो से जोड़कर नहीं बल्कि माई भागो की तरह हर लडकी को बाहुदर दिखाने की कोशिश की गई थी । यह बात उन्होंने अपने एक इंटरव्यूू में सांझी की थी, कि लोगों ने मेरे बात का मतलब उल्टा निकाल लिया, मैंने कहा कुछ और था पर लोगों ने कुछ और समझ लिया। इसके बाद सिद्धू मुझसे वाले ने इसके लिए माफी भी मांगी थी।

हवाई फयार विवाद- 
इसके बाद जब करोना महामारी बहुत ज्यादा फैल रही थी और लोग डाउन बहुत बुरी तरह लगा हुआ था। उस समय सिद्धू मुस्से वाले के एक वीडियो वायरल हो गया था। जिसमें उन्हें फायरिंग रेंज एके-47 से  फायरिंग  करते हुए दिखाया गया था। 
इसके बाद 2020 में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने सिंगर के गाने कथित तौर पर गन कल्चर को बढ़ावा देने के आरोप में आर्म्स एक्ट के तहत एक मामला दर्ज किया गया था।

 हथियारों का शौकीन-

सिद्धू को सबसे ज्यादा हथियार रखने का शौक था। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि मैं हथियारों को लेकर बहुत ज्यादा addicted हूं।  मुझे हथियार खरीदने कपड़ों से भी ज्यादा पसंद है। उनके उनके गानों में भी हथियारों की सबसे ज्यादा चर्चा होती थी।

 गाँव और जमीन से लगाव - 
सिद्धू मूसेवाला ऐसा इंसान था जो आज भी अपने गांव में ही रहना पसंद करता था। वह जमीन से जुड़ा हुआ इंसान था, उन्होंने अपने गांव में ही बहुत बड़ी हवेली बनाई है, क्योंकि उनको गांव और जमीन से सबसे ज्यादा अच्छा लगाव था।  वह 2 साल कनाडा रहने के बाद भी शहर की तरफ ना जाकर गांव में ही अपना घर बनाने का फैसला किया। वह अपने मां-बाप के साथ अपने गांव मुसेवाला में ही रहता था। 

ट्रैक्टरों से लगाव - 
सिद्धू को ट्रैक्टर रखने का भी बहुत ज्यादा शौक था। उनके पास कम से कम 10 से 12 ट्रैक्टर थे जिनकी कीमत लगभग  करोड़ों में थी।

  चुनाव विवाद-
विधानसभा चुनाव सिद्धू मुसे वाले ने 2022 में पंजाब विधानसभा में मानसा से कांग्रेसी टिकट लेकर चुनाव लड़ा था। उनको आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार विजय सिंगला ने बहुत भारी मतों के अंतर से हराया था, और एक विवाद यह भी चर्चित हुआ तो एक गाने के अनुसार बलि का बकरा से आम आदमी पार्टी और उनके समर्थकों को निशाना साधा था और आप समर्थकों को उन्होंने गद्दार तक भी कहा था।

* सिद्धू मुसेवाले की फॉलोअर्स की संख्या लगभग करोड़ों में थी।
 वह भारत में ही नहीं बाहर भी बहुत प्रसिद्ध माने जाते थे।

सिद्धू मुस्सेवाले के पिता भोला सिंह भारतीय सेना में अपनी सेवा दे चुके हैं, और मां चरण कर अपने गांव की सरपंच है।

The last ride song - 
द लास्ट राइड सिद्धू मुसेवाले ने खुद ही एक ऐसा गीत लिखा था जिसके बोल थे वो चोबरे दे चेहरे थे उत्ते नूर दस्ता जवानी उते जनाजा उठेगा । इस गाने के जरिए सिद्धू ने अपने ही प्रेरणा स्रोत अमेरिकी सिंगर टोपैक को श्रद्धांजलि दी थी। कुदरत का कहर देखिए यह महज एक इत्तेफाक था कि बदनसीबी कहें जिसको अपना आइडल माना और उसकी जैसी शोहरत मिली, कामयाबी मिली और मौत भी उसके जैसी उसके हिस्से में आई।
 एक बात को मैं बहुत ज्यादा मानती हूं जो मेरा खुद का अनुभव है कि इंसान के शब्दों को सोच समझकर कर बोलना चाहिये  कयोंकि  जो भी शब्द हम बोल रहे हैं, सोच रहे हैं उनको सोच समझकर बोलो और लिखो क्योंकि कई बार हमारी जीभ पर सरस्वती बैठी होती है और वो शब्द बिल्कुल सच हो जाते हैं जैसे सिद्धू मुझसे वाले के साथ हुआ हैं। इसलिए जो भी बोलो सोच समझकर बोलो।

सिद्धू मुस्सेवाले ने निंजा द्वारा गाए गीत लाइसेंस के lyrics लिखकर  अपने कैरियर के शुरुआती की GWAGON  नाम के DUTE SONG से अपनी सिंगिंग करियर की शुरुआत की थी।

सिद्धू मुस्सेवाले के कुछ ही दिनों में शादी होने वाली थी उनकी मंगेतर कनाडा की रहने वाली  भारतीय संस्कृति की थी।

आज सुभदीप हमारे बीच में नहीं रहे पर उनके फैंस इस बात को लेकर बहुत ज्यादा दुखी हैं। उनकी गायकी युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन गया थी, क्योंकि युवा पीढ़ी उनके गाने बहुत ज्यादा पसंद करते थे। वह हमेशा अमर रहेंगे, जब तक चांद सूरज रहेंगे तब तक सिद्धू मुसेवाले का नाम रहेगा। कुछ लोग दुनिया में कुछ दिनों के लिए आते हैं पर अपना नाम दुनिया में जिंदगी भर के लिए इतिहास में दर्ज करवा जाते हैं। उन्हीं में से तेज सिद्धू मुस्सेवाला।

Last alfaaz-
 सिद्धू मूसेवाले के लिए अंत में यही कहुगी कि वह किसी पिछले जन्म का इस धरती पर आया हुआ एक योद्धा था क्योंकि उनके फ़ितरत और कद काठी  किसी योद्धा से कम नहीं थी। 

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