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Sad and Breakup quotes in hindi-एक इंसान पता नहीं कितने रिश्ते में निभाता  है पर सबसे ज्यादा वह जिसे चाहता है अगर वो ना मिले तो उसे हिंदी में हम इश्क की  बीमारी कहते हैं और शायद इस बीमारी का दर्द ना तो दवा से ठीक होता ना ही दुआ से क्योंकि इस रिश्ते में जो एक दूसरे के साथ वफा की उम्मीद होती है, अगर उस पर खरे नहीं उतरते तो मजनूँ को तकलीफ के सिवाय और कुछ नहीं मिलता। मोहब्बत की  तकलीफ जिंदगी भर नहीं जाती।  आज हम आपके साथ कुछ ऐसे ही कुछ quotes लेकर आए हैं हो सकता उनमें आपका भी दर्द छिपा हो । 

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After breakup quotes in hindi

* किसी अपने ने जख्म इतने दिये कि अब किसी दवा की नहीं, दुआ की जरूरत है..!!




* मुझे बेवजह मुस्कुराने की आदत है, क्योंकि रोना मेरी फितरत नहीं ..!!



*मैं खुद को खुद में ढूंढती रहती हूं, क्योंकि मुझे खुश होने के लिए ,अब किसी और की जरूरत नहीं..!!



* ख्वाहिशें बहुत थी जिंदा रहने की पर क्या करें जिंदगी ने कुछ ऐसे सबक सीखाये की जिंदा रहकर भी जी ना पाए…!!


* ख्वाब  झूठे हैं, ख्वाहिशें अधूरी हैं, पर क्या करें जिंदा रहने के लिए कुछ उम्मीदें ज़रूरी है..!!



* इतना आसान नहीं है मुझे समझना, क्योंकि जज्बातो में बहती नहीं, लफ्जों से कुछ जताती नहीं, और मुस्कुराहट चेहरे से जाती नहीं ..!!


* जख्म देने वाला अभी थका नहीं, लेकिन हम भी अभी हारे नहीं ..!!


* उनके जुल्म करने की कतार  बहुत बड़ी थी पर पिछे हटने की फितरत मेरी भी नहीं थी, वो जुल्म करते रहे और हम सहते रहे, आखिर वो थक गये, और हम जीत गये …!!



* हम शक्ल से भोले हैं साहब, पर दिमाग से नहीं,


* अगर वो एक बार मुड़ कर देख लेते

 फिर हम किसी और के न होते ..!!


* तुम निभा नहीं पाए और हम तुम्हें अभी तक भूल नहीं पाए


* बहुत जुल्मी था वो और जुल्म करने के उसकी आदत थी पर कमबख्त हम भी कम नहीं थे इस जुल्मी से मोहब्बत हमें भी बहुत थी..!!



* मोहब्बत करने का जुर्म हम दोनों ने किया था बस फर्क सिर्फ इतना था उसका मुस्कुराना किसी ने नहीं देखा..!!


* मेरी खामोशी को मेरा रब पहचानता है मुझे क्या चाहिए वो सब जानता है..!!


* मैं अपनी मोहब्बत की पूरी कहानी लिखूगा पर कहीं भी तुम्हारा नाम नहीं लिखूंगा...!!


* मोहब्बत में जिस्म तो बहुत जल्दी मिल जाता है साहब, लेकिन रूह सै रूह को मिलने तक इंतजार करना  

को ही सच्ची मोहब्बत कहते हैं..!!


* वो बेवफाई में इस हद तक पहुंच गए कि हमसे उनका इत्र लगवाकर  किसी और के पास जाते  रहे...!!


* ऐसे माहौल में दवा क्या और दुआ क्या जहां कातिल ही खुद ही पूछ रहा है कि हुआ  कया ..?



* मोहब्त  लोगों को बर्बाद ज्यादा   करती है, अबाद कम..!!


* मोहब्बत एक ऐसी बीमारी है, जो लोगों को शायरी बिना स्कूल के सिखा देती है...!!


*  मोहब्बत में किसी को पाने के लिए हमने अपने खो दिए, और वो किसी और को पाने के लिए हमें खो रहे हैं...!!


* शायर कोई यू ही नहीं बन जाता  साहब् , क्योंकि शायर बनने के लिए  अपनी महबूबा को किसी और की होते हुए देखना पड़ता है।




* जिंदगी से शिकायते इतनी है की पूरी किताब लिख दू, लेकिन अपने खुदा पर भरोसा  है कि वो तकलीफ़ों को एक पल में मीटा सकता है...!!


* न कूरेद  मेरे जख्मों को बड़ी लंबी कहानी है,  मैं गैरों से नहीं हारी,  किसी मेरे अपने की ही मेहरबानी है ।




* तेरे इश्क में हम कुछ इस तरह पागल थे, हर सितम मंजूर था, पर तुझसे दूर जाना नहीं।


* मुझे समझने में बड़ी देर लगा दी उसने जब तक वो समझे तब तक बहुत देर हो चुकी थी।


* कुछ पन्ने क्या  खुले रह गए हमारी किताब के, लोगों ने सोचा हमारी कहानी बाजार में ही बिक गई...!!


* दर्द को लिखना इतना आसान कहां था साहब, क्योंकि तेरी दी हुई तकलीफ मैं गैरो  को नहीं बता  सकती...!!


* उनकी मोहब्बत भी बड़ी अजीब है साहब, पहले शब्दों के तीर चला देते हो फिर गले लगा लेते हो...!!


* काश आप हमें समझ पाते हम कभी आपसे  दुर ना होते।


* हम लोगों के सामने सच बोल बैठे, वह चटपटा और नमकीन खाने वाले लोगों के सामने हम शहद का डिब्बा खोल बैठे...!!


* सच बोलने की बीमारी ऐसी थी कि झूठ बोलने का हुनर कभी आया ही नहीं..!!


* कहानी कुछ और थी, बताइ कुछ और गई, सच छुपाया गया और अफवाहें  उड़ती रही।


* लिखती हूं जिसके लिए उसको तो होश भी नहीं,   जो सुनते हैं मेरे दिल की बात ,उन  लोगों ने मुझे कभी देखा भी  नहीं..!!



* कुछ रिश्ते बड़े अजीब से होते हैं, दूर रहते हुए भी बहुत करीब होते हैं...!!



* परमात्मा मेरे साथ हैं, ये तो मुझे यकीन है, पर मेरे दुखों का अन्त कब है, इस बात से मैं बेखबर हूँ ।


* मोहब्बत हो और उसमे तकलीफ न हो, यह मुमकिन हो ही नहीं सकता...!!


* मोहब्बत दो दिलों का खेल है, जिद और जबरदस्ती का नहीं...!!




* उसने ठान रखी थी, किसी और को पाने की और हमने भी ठान रखी थी ,जग में अपने इज्जत बचाने की...!!



* आप झूठी मोहब्बत करके किसी को छल सकते हो पर किसी को जबरदस्ती पा नहीं सकते..!!


* माना की मोहब्बत बदनाम करती है पर यह क्या कम है, कि  दुनिया में नाम भी करती है..!!


* खुदा की मेहरबानी थी कि हम खुबसूरत बहुत थे ,इसलिए हजारों चाहने वाले थे, पर बेवफा नहीं थे...!!



* इश्क अगर रुह से है, तो ताउम्र इन्तजार करता है ,अगर इश्क शक्ल से है तो वो जिस्म पाकर खत्म हो जाता है ।


* हमने उनका बरसों इन्तजार किया और वो आकर हमें किसी और किस्से सुनाते रहे।


* हम टूटे हुए पत्तों की तरह बिखरे हुए थे किसी ने समेटा भी तो सिर्फ जलाने के लिए…!!


* ऐ खुदा अगर हुस्न के साथ किस्मत वाली लाइन भी बहुत सुंदर लिख दी होती तो आज हम दर्द में ना होते


* ना मेरा कोई वजूद था, ना मेरी जरूरत  थी, मैं किसी के लिए बेवजह यूं ही रोती रही और अपने किरदार को निभाती रही..!!


* अब उनसे कोई उम्मीद नहीं, क्योंकि वो साथ रहकर भी कभी मेरा हुआ नहीं…!!


* जिंदगी से शिकायते इतनी है कि पूरा ग्रंथ लिख दू ,पर भगवान पर विश्वास इतना है की बस मौन के सिवाय और कुछ ना कहूं..!!


* कभी किसी की आवाज से बहुत प्यार था आज उन्हीं के लफ्जों ने मुझे बहुत जख्मी कर दिया है…!!



* सच बोलने की आदत थी, हेरा फेरी का हुनर आया नहीं और सच किसी को खफा नहीं…!!


* शयाम होने से बड़ा डर लगता है साहब, क्योंकि किसी के इंतजार में थक जाते हैं हम…!!



* काश वो मुझे समझ पाते और इस तरह बेहोश होकर हमें  तकलीफ ना देते…!!



* कभी हंसे, कभी रोये जिंदगी ने कुछ ऐसे रंग दिखाएं..!!



* सारी जिंदगी गुजार दूं तेरे इंतजार में,

 तू लोट कर आने का वादा तो कर..!!


* मैं अपनी तकलीफ न किसी को बता सकती और न बेच सकती अब तू ही बता खुदा क्या करूं..!!

* तुमसे अब कोई उम्मीद तो नहीं, पर अभी भी खुदा से विश्वास हटा नहीं, लेकिन तुम्हें पाने की कोई अब जिद भी नहीं…!!


* बहुत कोशिश की तुम्हें भुलाने की, पर क्या करें हमने मोहब्बत दिल से की थी, दिमाग से नहीं…!!


* शुक्रगुजार हूँ मैं तेरी तकलीफ देने के लिए अगर तुम तकलीफ ना देते, तो हम कभी-  खुदा को न ढूँढ पाते …!!



* उनको सताने की आदत थी और हमें मुस्कुराने की वो जिंदगी से हार गए और हम जीत गए..!!


* बात-बात में हमें जान कहने वाले ऐसे अनजान हो गए अब वो किसी और की जान हो गए…!!



अकेली हूं, अकेली रहूंगी, अकेली आयी थी,  जो मजा अकेले रहने में है, वो बनावटी रिश्तों से कहीं बेहतर है..!!


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