बादाम खाने के लाभ || बादाम के गुण और स्वास्थय लाभ

 ● बादाम खाने के फायदे और गुण- यह सुखा फल भारत के पंजाब एवं कश्मीर के ठण्डे स्थानों पर मिलता है । यह वृक्ष मध्यमाकार का होता है और टहनियों के अन्त में पत्ते गुच्छों में होते हैं । पत्ते भालाकार के होते हैं , फूल सफेद रंग के होते हैं , जिन पर लाल रंग के धब्बे रहते हैं , फल लम्बाई गोल होते हैं , बीज अण्डाकार और चपटे होते हैं ।

● बादाम कि किस्में -

 बादाम दो प्रकार के होते हैं ।

 मीठा बादाम और कड़वा बादाम।

 मीठा बादाम खाने योग्य होता है । कड़वा बादाम विषैला होता है । कड़वे बादाम में हाइड्रासायनिक एसिड होता है । इसे अधिक मात्रा में खा लेने से यह घातक हो सकता है । 

गुणकर्म : बादाम मधुर , गुरु , स्निग्ध , उष्ण , बृहण , बल्य , वातहर , वातनाड़ी बल्य , उत्तेजक एवं कफपितकर है । बादाम रातभर पानी में भिगोकर दूसरे दिन खाने पर गर्मी नहीं करते । भीगे हुए बादाम से ठण्डाई बनाई जाती है , जो कि ग्रीष्म ऋतु में ठण्डी व हितकर होती है । बादाम को पीसकर बादाम तेल बनाया जाता है , इसे बादाम रोगन भी कहते हैं । 


●बादाम खाने के फायदे -

बादाम के तेल में विटामिन - ई प्रचूर मात्रा में मिलता है , जिस से यह बुढ़ापा नाशक है ।

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बादाम तैल के सेवन से शरीर विटामिन - डी बनाने में सक्षम होता है । 

इसमें मैगनिशयम , कैल्शियम और वसा पाया जाता है , जो कि शरीर के लिए अति उपयोगी है । 

अगर बाल झड़ते हों तो बादाम तेल से सप्ताह में दो बार मालिश करनी चाहिए । बाल झड़ने बन्द हो जाएगें ।

 बादाम रोगन की मालिश से न केवल माँस पेशियों की उमर बढ़ती है बल्कि उर्जा भी मिलती है । 

आंखों के नीचे काले धब्बों से परेशान न हों उनको दूर करने के लिए इन पर बादाम रोगन से मालिश करें । 

नहाते समय नाभि में बादाम रोगन मलने से होंठ नहीं फटते ।


 पैरों के तलवों पर रात्रि को बादाम रोगन मलने से नेत्र ज्योति तेज़ होती है और थकान भी दूर होती है । 

खुरदरे हाथों को मुलायम बनाने के लिए हाथों पर थोड़ा सा बादाम रोगन मलें । 


सर्दी - जुकाम होने पर नाक पर बादाम रोगन मलें एवं एक - एक बूँद नासिका में टपकाएँ ।

 सिर पर मेहंदी लगाने से पूर्व भीगी हुई मेहंदी में तीन - चार बूँदें बादाम रोगन डालने से मेहंदी की खुश्की कम होती है ।

 बच्चों की गुदा में थोड़ा सा बादाम रोगन लगाने से उनकी कब्ज दूर होती है ।


 रात को सोते समय दूध में डाल कर लेने से कब्ज की शिकायत दूर होती है ।


 बादाम रोगन गुणकारी है तथा स्वास्थ्य और सौंदर्य रक्षक है परन्तु इस के अधिक प्रयोग से पित प्रकोप बढ़ जाता है अतः इस की अधिक मात्रा लेने से बचे ।


सुबह खाली पेट बादाम खाने से बच्चों की याददाश्त में बढ़ोतरी होती है इसलिए प्रतिदिन अपने बच्चों को 4 से 7 गिरी बादाम खाने के लिए दें लेकिन ध्यान रखें कि बादाम को भिगोकर ही खाएं।

निष्कर्ष- बादाम एक सूखा ड्राई फ्रूट माना जाता है जिसमें बहुत सारे गुण पाए जाते हैं इसको ज्यादातर लोग यदायशत  बढाने के लिए प्रयोग करते हैं  लेकिन इसमे और भी बहुत सारे गुण  हैं इसलिए अगर हो सके तो प्रतिदिन 5 या 7 गिरी छोटे हो बड़े हर किसी को सेवन जरूर करना चाहिए।

Posted by-kiran

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