स्वप्न-फल: स्वप्नों का महत्व और उनके फल
स्वप्नों का हमारे जीवन में विशेष महत्व होता है। यह न केवल हमारे अवचेतन मन की अभिव्यक्ति होते हैं, बल्कि कई बार भविष्य की घटनाओं का संकेत भी देते हैं। शास्त्रों के अनुसार, स्वप्न मुख्य रूप से आठ प्रकार के होते हैं, जिनमें से केवल मंत्र साधना द्वारा देखे गए स्वप्न और देव-स्वप्नको ही सत्य माना जाता है। अन्य छह प्रकार के स्वप्नों का कोई विशेष प्रभाव नहीं होता।
1. शुभ स्वप्न और उनके फल
कुछ स्वप्न विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं, जो धन, ऐश्वर्य, सुख-समृद्धि, संतान प्राप्ति और उन्नति का संकेत देते हैं।
यदि आप निम्नलिखित चीज़ें स्वप्न में देखते हैं, तो वे शुभ माने जाते हैं:
मलमूत्र का शरीर में लगना: धन और सुख की प्राप्ति।
सर्प का काटना: कष्टों से मुक्ति।
रूधिर स्नान: सफलता और यश प्राप्ति।
स्वयं को मृत देखना: आयु वृद्धि का संकेत।
मकान का जलना: पुराने कष्टों का अंत और नए कार्यों में सफलता।
खेलना-कूदना, पर्वत लांघना: बाधाओं पर विजय।
हाथी, घोड़ा, सिंह, रत्न, चाँदी, गहने देखना: ऐश्वर्य और समृद्धि का प्रतीक।
नाव की सवारी करना: जीवन में सुखद बदलाव।
मंदिर, देवी-देवता, पूजा या धार्मिक क्रियाएं देखना: आध्यात्मिक उन्नति और शुभता।
2. विशेष स्वप्न और उनके फल
कुछ स्वप्नों का विशेष प्रभाव होता है, जो जीवन में आने वाले विशेष अवसरों या चुनौतियों का संकेत देते हैं:
तलवार या लाठी देखना: साहस और शक्ति की वृद्धि।
सांप, बिच्छू या भयावह जीव देखना (बिना भय के): सफलता और आत्मबल।
स्वर्ण आभूषण और सुगंधित पुष्प देखना: धन प्राप्ति और भाग्योदय।
चंद्रमा, सूर्य या नक्षत्रों का उदय देखना: प्रतिष्ठा और प्रसिद्धि।
श्वेत सर्प देखना: सौभाग्य और आरोग्य।
पीले रंग के फूल या स्वर्ण आभूषण देखना: विद्या और ज्ञान की प्राप्ति।
पवित्र नदी, समुद्र या जल स्रोत देखना: मानसिक शांति और सुख-समृद्धि।
3. धन और संतान प्राप्ति के संकेत-
यदि स्वप्न में आप निम्नलिखित चीज़ें देखते हैं, तो यह धन, संतान और उन्नति के संकेत होते हैं:
गले में आभूषण या पुष्पमाला देखना: मान-सम्मान की प्राप्ति।
केले का वृक्ष या केला देखना: संतान सुख और पारिवारिक समृद्धि।
कलश या सुगंधित पुष्प देखना: शुभ समाचार मिलना।
स्वर्ण आभूषण मिलना: आर्थिक लाभ।
घोड़े या बैल की सवारी करना: मान-सम्मान और ऐश्वर्य।
गृह प्रवेश करना: नई संपत्ति की प्राप्ति।
कन्या का जन्म देखना: शुभता और सुखद घटनाओं का आगमन।
4. यात्रा और विजय के संकेत-
यदि आप स्वप्न में पूर्व या उत्तर दिशा की यात्रा करते हैं या सवारी करते हैं, तो यह आर्थिक उन्नति और सफलता का सूचक है।
घोड़े पर चढ़ना: मान-सम्मान और सफलता।
हाथी की सवारी करना: राजयोग और उच्च पद की प्राप्ति।
सफेद कमल या स्वर्ण आभूषण देखना: आर्थिक समृद्धि।
स्वप्न देखने का समय और फल प्राप्ति
स्वप्न किस समय देखा गया है, इससे भी उसका फल भिन्न होता है:
रात्रि 9 से 12 बजे तक: एक वर्ष के भीतर फल मिलता है।
12 से 1 बजे तक: 6 महीने में फल मिलता है।
1 से 4 बजे तक: 1 माह में फल प्राप्त होता है।
अरुणोदय (सुबह के समय): 7 दिनों में फल मिलता है।
प्रातःकाल देखा गया स्वप्न: 24 घंटे के भीतर फल देता है।
दुःस्वप्न और उनके निवारण के उपाय
यदि आप कोई अशुभ या डरावना स्वप्न देखते हैं, तो निम्नलिखित उपाय करने चाहिए:
मन्त्र जाप
प्रातः उठकर ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गातिनाशिन्यै महामायायै स्वाहा मंत्र का 21 बार जाप करें।
ताम्बे के कलश का उपायएक तांबे के कलश में शुद्ध जल भरें।
उसमें 4-5 तुलसी के पत्ते डालें।
इसे रात भर अपने पलंग के सिरहाने दाईं ओर रखें।
सुबह इस जल को पीपल के पेड़ में अर्पित करें।
इस उपाय को 10-15 दिन तक करने से दुःस्वप्न आना बंद हो जाता है।
झाडू का ध्यान रखें
अपने शयन कक्ष में झाडू न रखें।
मंत्र जाप और हवन
महामृत्युंजय मंत्र या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
घर में हवन कराएं।
दान का उपाय
स्वर्ण युक्त जौ का दान करें।
अशुभ स्वप्न के लक्षण और संकेत
कुछ स्वप्न अशुभ माने जाते हैं और भविष्य में आने वाली कठिनाइयों का संकेत देते हैं।
काला पदार्थ देखना: समस्या और कष्ट का संकेत।
भस्म, अस्थि, कपास देखना: अशुभता का प्रतीक।
अंधकार या ज्वालामुखी देखना: विपत्ति की संभावना।
स्वप्न में रोना: मानसिक कष्ट के बाद हर्ष की प्राप्ति।
पेट से आंत निकलते देखना: अचानक धन लाभ।
पर्वत उखाड़ना: महान ऐश्वर्य और सफलता।
निष्कर्ष
स्वप्न केवल मन के विचार नहीं होते, बल्कि इनमें भविष्य की झलक भी छिपी होती है। अच्छे स्वप्न हमारे जीवन में सुख, ऐश्वर्य, धन, संतान एवं विद्या की वृद्धि का संकेत देते हैं, जबकि बुरे स्वप्न अशुभ परिणामों की ओर इशारा करते हैं। उचित उपायों द्वारा हम अशुभ स्वप्नों के प्रभाव को कम कर सकते हैं और शुभ स्वप्नों के संकेतों को समझकर अपने जीवन को सफल बना सकते हैं।
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