डायबिटीज और मोटापा: एक खतरनाक संबंध जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता
परिचय
आज के समय में हमारी जीवनशैली जितनी सुविधाजनक होती जा रही है, उतनी ही बीमारियों के प्रति हमारी संवेदनशीलता भी बढ़ रही है। तनाव, व्यायाम की कमी और अस्वस्थ खानपान के कारण दो गंभीर बीमारियाँ — डायबिटीज (मधुमेह) और मोटापा (Obesity) — बेहद आम हो गई हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये दोनों बीमारियाँ सिर्फ साथ नहीं चलतीं, बल्कि एक-दूसरे को बढ़ावा भी देती हैं?
कैसे मोटापा बनता है डायबिटीज का कारण?
मोटापा, विशेषकर पेट के आसपास की चर्बी (Central Obesity), डायबिटीज का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर है। मोटे लोगों में इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance) बढ़ जाता है, जिससे शरीर में मौजूद इंसुलिन अपना काम ठीक से नहीं कर पाता। परिणामस्वरूप, ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने लगता है और टाइप-2 डायबिटीज विकसित हो जाती है।
शोध कहते हैं: सामान्य वजन से 50-60% अधिक वजन वाले लोगों में डायबिटीज का खतरा 30-35% तक बढ़ जाता है।
मोटापा क्यों बढ़ रहा है?
1. गलत खानपान
जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, शुगर युक्त पेय पदार्थों का अत्यधिक सेवन
फाइबर और पोषक तत्वों की कमी वाले आहार
2. बैठे रहने वाली जीवनशैली
कम शारीरिक गतिविधियाँ
गाड़ियों पर निर्भरता, देर रात तक जागना, अनियमित दिनचर्या
3. तनाव और नींद की कमी
तनाव हार्मोन (Cortisol) वसा जमा करने में मदद करता है
कम नींद से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है
डायबिटीज के प्रकार
टाइप-1 डायबिटीज
ऑटोइम्यून स्थिति
शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है
प्रायः बचपन या किशोरावस्था में होता है
टाइप-2 डायबिटीज
सबसे आम प्रकार
शरीर इंसुलिन तो बनाता है लेकिन उसका उपयोग नहीं कर पाता
यह मोटापा और लाइफस्टाइल से जुड़ा है
कैसे जानें कि आप मोटापे के शिकार हैं?
1. बॉडी मास इंडेक्स (BMI)
BMI = वजन (kg) ÷ (ऊँचाई x ऊँचाई) मीटर में
18.5 से 24.9 = सामान्य वजन
25 से 29.9 = अधिक वजन
30+ = मोटापा
2. कमर-कूल्हा अनुपात (WHR)
WHR = कमर का माप ÷ कूल्हे का माप
पुरुषों के लिए: WHR > 0.90
महिलाओं के लिए: WHR > 0.85
यदि आपकी कमर पुरुषों में 102 सेमी और महिलाओं में 88 सेमी से ज्यादा है, तो डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।
मोटापा और डायबिटीज से बचाव के लिए सरल उपाय
🔹 खानपान में सुधार करें
Low-Carb Diet अपनाएँ
ज्यादा से ज्यादा फाइबर युक्त आहार लें: सलाद, अंकुरित अनाज, दलिया, ओट्स
चीनी, मैदा, डीप फ्राइड और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें
गेंहू के आटे में जौ, चना, मक्का, सोया मिलाएँ – यह वजन कम करने में मदद करता है
फल जैसे केला, आम, अंगूर, चीकू से बचें (डायबिटिक मरीजों के लिए)
कुछ असरदार घरेलू नुस्खे
मसाला चूर्ण नुस्खा
समान मात्रा में: जीरा + अजवाइन + मैथी + सौंफ + तेजपत्ता
भूनकर पीस लें
रोज सुबह खाली पेट और रात खाने के बाद 1 चम्मच गर्म पानी के साथ सेवन करें
डायबिटीज व मोटापा चाय
आधा चम्मच दालचीनी, मैथी, सौंफ पाउडर
एक कप गर्म पानी में मिलाकर भोजन के बाद पिएँ
व्यायाम: सबसे असरदार दवा
रोजाना कम से कम 45 मिनट तेज चलना, दौड़ना, साइकिलिंग, योग या एरोबिक्स करें
सूर्य नमस्कार की 12 क्रियाएँ पूर्ण योगाभ्यास हैं
टहलना, सीढ़ियाँ चढ़ना, कम से कम बैठना — हर छोटी हरकत मायने रखती है
डायबिटीज और मोटापे से जुड़ी बीमारियाँ
हृदय रोग
हाई बीपी
फैटी लिवर
किडनी की समस्या
जोड़ दर्द और हड्डियों की कमजोरी
कैंसर का खतरा
निष्कर्ष-
मोटापा और डायबिटीज का रिश्ता बेहद गहरा और खतरनाक है। एक को नज़रअंदाज़ करने का अर्थ है, दूसरे को निमंत्रण देना। लेकिन अच्छी बात यह है कि थोड़े से आत्मनियंत्रण, संतुलित भोजन, नियमित व्यायाम और आयुर्वेदिक घरेलू उपायों से न सिर्फ इनसे बचा जा सकता है बल्कि मौजूदा स्थिति को भी नियंत्रण में लाया जा सकता है।
अपना BMI जाँचें, WHR पर नज़र रखें और आज से ही स्वस्थ जीवन की दिशा में पहला कदम बढ़ाएँ।
Disclaimer (अस्वीकरण)
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसमें दी गई सलाह, घरेलू उपाय या आहार संबंधी सुझाव किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं हैं।
डायबिटीज या मोटापे से संबंधित कोई भी निर्णय लेने से पहले योग्य चिकित्सक या न्यूट्रिशन एक्सपर्ट से परामर्श अवश्य लें।
लेख में बताए गए उपाय सबके लिए समान रूप से प्रभावी हों, यह आवश्यक नहीं है।
लेखिका और ब्लॉग ‘Dilkalfaaz’ किसी भी प्रकार की दवा या उपचार के दुष्परिणाम के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।
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