Tittle- धनवान बनने के लिए टोटके-
आज के इस युग में हर किसी को घन की जरूरत है। कयोंकि परिवार के एक सदस्य के काम करने से सभी घरवालों की जरूरतें पूरी नहीं होती । हमारे शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसे उपाय और टोटके है जिन्हे अपना कर हम माँ लक्ष्मी की पुजा अर्चना करके उनको खुश कर सकते है।
सबसे पहले आप ताले की दुकान पर किसी भी शुक्रवार को जाएं और एक स्टील या लोहे का ताला खरीद लें। लेकिन ध्यान रखें ताला बंद होना चाहिए, खुला ताला नहीं। ताला खरीदते समय उसे न दुकानदार को खोलने दें और न आप खुद खोलें। ताला सही है या नहीं, यह जांचने के लिए भी न खोलें। बस, बंद ताले को खरीदकर ले आएं।
उस ताले को एक डिब्बे में रखें और शुक्रवार की रात को ही अपने सोने वाले कमरे में बिस्तर के पास रख लें। शनिवार सुबह उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर ताले को बिना खोले किसी मंदिर या देवस्थान पर रख दें। ताले को रखकर बिना कुछ बोले, बिना पलटें वापस अपने घर आ जाएं।
विश्वास और श्रद्धा रखें, जैसे ही कोई उस ताले को खोलेगा आपकी किस्मत का ताला भी खुल जाएगा। यह लाल किताब का जाना-माना प्रयोग है। अपनी किस्मत चमकाने के लिए इसे अवश्य आजमा कर देखें।
गाय को गुड़ खिलाएं -
माँ लक्ष्मी को खुश करने के लिए उपाय--
विष्णु-लक्ष्मी पूजा - परमेश्वर के 3 रूपों में से एक भगवान विष्णु को पालनहार माना जाता है। विष्णु ने ब्रह्मा के पुत्र भृगु की पुत्री लक्ष्मी से विवाह किया था। शिव ने ब्रह्मा के पुत्र दक्ष की कन्या सती से विवाह किया था। विष्णु ही व्यक्ति को सुख, शांति और समृद्धि देने वाले देव हैं। विष्णु की पूजा और प्रार्थना करने से लक्ष्मीजी प्रसन्न होती है। लक्ष्मीजी के 18 पुत्रों की भी पूजा करने से धन की प्राप्ति होती है।
* विष्णु-लक्ष्मी का बड़ा-सा चित्र घर में रहना चाहिए। शालिग्राम की नित्य पूजा पंचामृत के स्थान के साथ चंदन आदि लगाकर की जानी चाहिए।
विष्णु-लक्ष्मी मंदिर में प्रति शुक्रवार को लाल रंग के फूल अर्पित किए जाने चाहिए।
* मां लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने 11 दिनों तक अखंड ज्योत प्रज्वलित करें। 11वें दिन 11 कन्या को भोजन कराकर एक सिक्का ,फल व मेहंदी दें।
* शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।
*देहली पूजा विधि-
* विष्णु-लक्ष्मी का बड़ा-सा चित्र घर में रहना चाहिए। शालिग्राम की नित्य पूजा पंचामृत के स्थान के साथ चंदन आदि लगाकर की जानी चाहिए।
विष्णु-लक्ष्मी मंदिर में प्रति शुक्रवार को लाल रंग के फूल अर्पित किए जाने चाहिए।
* मां लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने 11 दिनों तक अखंड ज्योत प्रज्वलित करें। 11वें दिन 11 कन्या को भोजन कराकर एक सिक्का ,फल व मेहंदी दें।
* शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।
*देहली पूजा विधि-
प्रतिदिन सुबह उठकर विश्वासपूर्वक यह विचार करें कि लक्ष्मी आने वाली हैं। इसके लिए घर को साफ-सुथरा करने और स्नान आदि से निवृत्त होकर अपनी देहली को गोबर से लीपकर और कुछ अक्षत बिखेर दे और धुप बती लगाकर सुगंधित वातावरण कर दें।
भगवान का पूजन करने के बाद अंत में देहली की पूजा करें। देहली के दोनों ओर सातिया बनाकर उसकी पूजा करें। सातिये के ऊपर चावल की एक ढेरी बनाएं और एक-एक सुपारी पर कलवा बांधकर उसको ढेरी के ऊपर रख दें। इस उपाय से धनलाभ होगा।
चाबी और ताले का उपाय ----
भगवान का पूजन करने के बाद अंत में देहली की पूजा करें। देहली के दोनों ओर सातिया बनाकर उसकी पूजा करें। सातिये के ऊपर चावल की एक ढेरी बनाएं और एक-एक सुपारी पर कलवा बांधकर उसको ढेरी के ऊपर रख दें। इस उपाय से धनलाभ होगा।
चाबी और ताले का उपाय ----
सबसे पहले आप ताले की दुकान पर किसी भी शुक्रवार को जाएं और एक स्टील या लोहे का ताला खरीद लें। लेकिन ध्यान रखें ताला बंद होना चाहिए, खुला ताला नहीं। ताला खरीदते समय उसे न दुकानदार को खोलने दें और न आप खुद खोलें। ताला सही है या नहीं, यह जांचने के लिए भी न खोलें। बस, बंद ताले को खरीदकर ले आएं।
उस ताले को एक डिब्बे में रखें और शुक्रवार की रात को ही अपने सोने वाले कमरे में बिस्तर के पास रख लें। शनिवार सुबह उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर ताले को बिना खोले किसी मंदिर या देवस्थान पर रख दें। ताले को रखकर बिना कुछ बोले, बिना पलटें वापस अपने घर आ जाएं।
विश्वास और श्रद्धा रखें, जैसे ही कोई उस ताले को खोलेगा आपकी किस्मत का ताला भी खुल जाएगा। यह लाल किताब का जाना-माना प्रयोग है। अपनी किस्मत चमकाने के लिए इसे अवश्य आजमा कर देखें।
गाय को गुड़ खिलाएं -
सवा 5 किलो आटा एवं सवा किलो गुड़ लें। दोनों का मिश्रण कर रोटियां बना लें। गुरुवार के दिन सायंकाल गाय को खिलाएं। 3 गुरुवार तक यह कार्य करने से दरिद्रता समाप्त होती है।
* शुक्रवार को पीले कपड़े में 5 कौड़ी और थोड़ी-सी केसर, चांदी के सिक्के के साथ बांधकर तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रख दें। उसके साथ थोड़ी हल्दी की गांठें भी रख दें। कुछ दिनों में ही इसका असर होने लगेगा।
*धन से बढ़ता धन-
*धन से बढ़ता धन-
अपनी तिजोरी में 10 के लगभग 100 से ज्यादा नोट रखें। जेब में हमेशा कुछ सिक्के रखें। खुद को धनवान मानना शुरू कर दें और उसी तरह से कपड़े पहनें और जो भी आप खरीदना चाहते हैं उसके बारे में कल्पना करें। जो लोग खुद को दरिद्र मानते हैं, वे हमेशा दरिद्र ही बने रहते हैं।
* हमेशा सकारात्मक सोचें---
* हमेशा सकारात्मक सोचें---
खुद को साफ और स्वच्छ बनाए रखें। प्रतिदिन मंदिर जाएं और जो मिला है उसके लिए धन्यवाद देने के साथ अपनी नई मांग रखें और उस मांग की पूर्ति का श्रद्धा और सबूरी के साथ इंतजार करें।
अन्नदान से लाभ -
अन्नदान से लाभ -
प्रतिदिन कौए, गाय और कुत्ते को रोटी खिलाएं। काले कुत्ते को शनिवार के दिन सरसों के तेल से चुपड़ी हुई रोटी खिलाएं। धनलाभ में आ रही बाधा दूर होगी।
गुरुवार के उपाय-
गुरुवार के उपाय-
प्रति गुरुवार को पीपल में जल चढ़ाएं और माथे पर केसर का तिलक लगाएं ऐसा करने से बहुत जल्दी धनलाभ होगा।
दीपक जलाएं ---
दीपक जलाएं ---
प्रति शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे घी का दीपक जलाएं और सुगंधित अगरबत्ती लगाएं।
माँ लक्ष्मी के लिए निषेध वस्तुए---
धन और संपत्ति की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि मां लक्ष्मी का जन्म समुद्र से हुआ था। जिसके बाद उनका विवाह भगवान विष्णु से विवाह हुआ था। मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन-वैभव की प्राप्ति होती है। अगर मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाए तो आपको घर दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कहा जाता है कि मां लक्ष्मी की पूजा करते समय विशेष ध्यान रखने की जरुरत है। आईये जानते हैं ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में जिन्हें मां लक्ष्मी को नहीं चढ़ाना चाहिए।
भगवान विष्णु को तुलसी के उपाय -
धन और संपत्ति की अधिष्ठात्री देवी मां लक्ष्मी है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि मां लक्ष्मी का जन्म समुद्र से हुआ था। जिसके बाद उनका विवाह भगवान विष्णु से विवाह हुआ था। मां लक्ष्मी की पूजा करने से धन-वैभव की प्राप्ति होती है। अगर मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाए तो आपको घर दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कहा जाता है कि मां लक्ष्मी की पूजा करते समय विशेष ध्यान रखने की जरुरत है। आईये जानते हैं ऐसी ही कुछ चीजों के बारे में जिन्हें मां लक्ष्मी को नहीं चढ़ाना चाहिए।
भगवान विष्णु को तुलसी के उपाय -
यह दोनों भगवान् बहुत प्रिय है। उनकी पूजा अर्चना में जरूर चढ़ाई जाती है। शास्त्रों के अनुसार शलिग्राम स्वरुप में उनका विवाह तुलसी से हुआ था। जिसके कारण वह मां लक्ष्मी की सौतन बन गई। जिसके कारण भोग लगाते समय तुलसी या फिर तुलसी मंजरी को नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे वो नाराज हो सकती है।
* घर पर मौजूद ये चीजें तुरंत हटा दें, नहीं तो मां लक्ष्मी कर देंगी आपका त्याग।
मां लक्ष्मी को सफेद रंग और वस्त्र बिल्कुल भी नहीं चढ़ाने चाहिए। क्योंकि मां लक्ष्मी सुहाग और सौभाग्य की निशानी है। इसलिए उन्होंने हमेशा लाल रंग का फूल, सिंदूर और वस्त्र चढ़ाना चाहिए।
* मां लक्ष्मी की पूजा करने से पहले भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए देवी भागवत पुराण के अनुसार लक्ष्मी पूजन बिना प्रथम गणेश वंदन के सफल नहीं होता है।
* अगर आप भी घर में सुख संपत्ति और समृद्धि चाहते हो तो इन उपायों में से कोई भी एक उपाय पूरी श्रद्धा और भावना के साथ करें। तभी आप को लाभ मिल सकता है। अगर आपके मन में उपाय करते समय किसी भी प्रकार की शंका है तो आपको कोई भी लाभ नहीं मिल सकता क्योंकि भगवान हमारे भाव के भूखे हैं धन के नहीं, इसलिए हमारी पूजा करते समय भावना का सही होना बहुत जरूरी है ।तभी हमें किसी भी पूजा का पूरा लाभ मिल सकता है।
* घर पर मौजूद ये चीजें तुरंत हटा दें, नहीं तो मां लक्ष्मी कर देंगी आपका त्याग।
मां लक्ष्मी को सफेद रंग और वस्त्र बिल्कुल भी नहीं चढ़ाने चाहिए। क्योंकि मां लक्ष्मी सुहाग और सौभाग्य की निशानी है। इसलिए उन्होंने हमेशा लाल रंग का फूल, सिंदूर और वस्त्र चढ़ाना चाहिए।
* मां लक्ष्मी की पूजा करने से पहले भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए देवी भागवत पुराण के अनुसार लक्ष्मी पूजन बिना प्रथम गणेश वंदन के सफल नहीं होता है।
* अगर आप भी घर में सुख संपत्ति और समृद्धि चाहते हो तो इन उपायों में से कोई भी एक उपाय पूरी श्रद्धा और भावना के साथ करें। तभी आप को लाभ मिल सकता है। अगर आपके मन में उपाय करते समय किसी भी प्रकार की शंका है तो आपको कोई भी लाभ नहीं मिल सकता क्योंकि भगवान हमारे भाव के भूखे हैं धन के नहीं, इसलिए हमारी पूजा करते समय भावना का सही होना बहुत जरूरी है ।तभी हमें किसी भी पूजा का पूरा लाभ मिल सकता है।
इस प्रकार आप कोई भी उपाय कर सकते हो, किसी भी उपाय को करने से पहले मन श्रद्धा और विश्वास का होना बहुत जरूरी है।
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