हर साल women's day 8 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन लोग महिलाओं के मान सम्मान के लिए अपनी मां, बहन और बीवी को कुछ भेंट स्वरूप उपहार में देते हैं, पर मेरा यह मानना है मान सम्मान के लिए 1 दिन निश्चित नहीं हर औरत की इज्जत हर दिन होनी चाहिए क्योंकि गिफ्ट उपहार में देने से उसको असली खुशी नहीं मिल सकती जो असली खुशी इज्जत और मान सम्मान देने से मिलती है। गिफ्ट चाहे भले कम दे देना पर औरतों की इज्जत जरूर करना। औरत की भावनाओं को समझना भी सबसे बड़ा उपहार है। हमारे देश में खासकर भारत में कई सदियों से महिलाएं आपने अधिकारों के लिए लड़ती आई हैं और आज भी लड़ ही रही हैं। हमारे समाज पुरुष प्रधान समाज है। यहां सदैव महिलाओं को अनदेखा किया गया है, शायद यही वजह है इस दिवस को मनाने के लिए 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस रूप में घोषित किया गया है, और इसी वजह से लोगों को यह पता भी है, क्यों कि अगर मैं राष्ट्रीय महिला दिवस के बारे में पूछूं तो शायद ही किसी को पता होगा। यह हमारे देश कि स्थिति है।
गलती आपकी नहीं हमारी सोच और प्रथा की है, हमारे समाज को समय के अनुसार परिवर्तन लाते रहना चाहिये। अन्य देशों में भी महिलाओं कि स्थिति कुछ खास नहीं थी, पर वहां के लोगों ने महिलाओं के महत्व को समझते हुए उनके उत्थान और अधिकारों के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए, और नतीजन आज वे विकसित देशों की सूची में अव्वल स्थान पर बैठे हैं। और हम उनकी नकल करते हुए महिला दिवस तो मनाते हैं परंतु असल मायनों में अभी भी हम बहुत पीछे हैं। भारत अपनी परंपराओं के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध रहा है, और अगर हम अपनी ही परंपराओं को सही मायनों में अपना लें, तो हमें कभी इस दिवस को मनाने कि जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
प्रचीन काल में भारत में नारी को देवी का स्वरूप माना जाता था। अब भारत की यह सिथ्ती यह है कि लड़की होने पर कुछ लोग नवजात लड़कियो को सड़क के किनारे या कूड़ेदान में फेंक देते है। हालांकि एक खास दिन को मना लेने मात्र से महिलाओं का विकास नहीं हो जाएगा। यह दिवस आपको हर वर्ष यह सोचने पर मजबूर करता है कि, आप महिलाओं के प्रति अपनी सोच बदलें और हर वर्ष इस दिन खुद को आंके कि आखिर महिलाओं के लिए पूरे वर्ष आपने क्या किया है।
महिलाओं के लिए कुछ करने का अर्थ यह नहीं कि कुछ अलग और खास करें। आप अपने आस-पास कि महिलाओं से ठीक से पेश आएं, उन्हें सम्मान दें, उनके विचारों को भी इज़्ज़त करे । वह महिला आपकी माता, बहन, पत्नी, सहकर्मी कोई भी हो सकती है। हमारे देश कि तरह विश्व के कई देशों में महिलाओं कि स्थिति अच्छी नहीं है और उन्हें बराबरी का अधिकार दिलाने के लिए, सब को अपना योगदान देना होगा और यह तभी मुमकिन है जब हम स्वयं पहले कदम उठाए और लोगों के लिए एक उदाहरण बनें।
हर साल इसे मनाने के लिए एक थीम निर्धारित किया जाता है। जैसे कि वर्ष 2020 का थीम है “I am Generation Equality: Realizing Women’s Rights”, जिसका अर्थ यह है हर जाति, धर्म, समुदाय कि महिलाएं बराबर हैं और उन्हें समान अधिकार प्राप्त हैं।
आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं, तो उनके साथ यह भेद-भाव क्यों। आइये हम सब मिलकर इस महिला दिवस पर संकल्प लेते हैं कि आज से हम सब, महिलाओं का सम्मान करेंगे और उनके प्रगति में कभी बाधा नहीं बनेंगे। अगर दुनिया का हर व्यक्ति यह विचार कर ले तो, महिलाओं को कभी अपने अधिकारों से वंचित नहीं रहना पड़ेगा। इसी के साथ मैं आप सभी को महिला दिवस के उपलक्ष में ढेर सारी बधाइयां देती हूं और अपने आप को भाग्यशाली मानती हूँ कि मैं ऐसे बाप की औलाद हूँ कि जिसने कभी मेरी माँ को मारना तो बहुत दुर की बात है गाली तक नहीं दी और अब मै अपनी वाणी को विराम देती हूँ। धन्यवाद।
7. नारी प्यार मैं राधा बने , गृहस्थी मैं बने जानकी , काली बनके शीश काटे , जब बात हो मान सम्मान की ...!!
9. मै अपने पापा की गुड़िया हु, साहब्
मुझे कोई और गलती से गुडिया मत समझ लेना ...!!
10. औरत या तो जी जान से पयार करती है, अगर आ जाये उसकी इज़्ज़त पर आँच फिर
वो दुर्गा वाला वार करती है ...!!
11. उपहार चाहे कुछ ना देना
पर कभी भी मेरी भावनाओं से
मत खेलना....!!
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गलती आपकी नहीं हमारी सोच और प्रथा की है, हमारे समाज को समय के अनुसार परिवर्तन लाते रहना चाहिये। अन्य देशों में भी महिलाओं कि स्थिति कुछ खास नहीं थी, पर वहां के लोगों ने महिलाओं के महत्व को समझते हुए उनके उत्थान और अधिकारों के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए, और नतीजन आज वे विकसित देशों की सूची में अव्वल स्थान पर बैठे हैं। और हम उनकी नकल करते हुए महिला दिवस तो मनाते हैं परंतु असल मायनों में अभी भी हम बहुत पीछे हैं। भारत अपनी परंपराओं के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध रहा है, और अगर हम अपनी ही परंपराओं को सही मायनों में अपना लें, तो हमें कभी इस दिवस को मनाने कि जरूरत ही नहीं पड़ेगी।
प्रचीन काल में भारत में नारी को देवी का स्वरूप माना जाता था। अब भारत की यह सिथ्ती यह है कि लड़की होने पर कुछ लोग नवजात लड़कियो को सड़क के किनारे या कूड़ेदान में फेंक देते है। हालांकि एक खास दिन को मना लेने मात्र से महिलाओं का विकास नहीं हो जाएगा। यह दिवस आपको हर वर्ष यह सोचने पर मजबूर करता है कि, आप महिलाओं के प्रति अपनी सोच बदलें और हर वर्ष इस दिन खुद को आंके कि आखिर महिलाओं के लिए पूरे वर्ष आपने क्या किया है।
महिलाओं के लिए कुछ करने का अर्थ यह नहीं कि कुछ अलग और खास करें। आप अपने आस-पास कि महिलाओं से ठीक से पेश आएं, उन्हें सम्मान दें, उनके विचारों को भी इज़्ज़त करे । वह महिला आपकी माता, बहन, पत्नी, सहकर्मी कोई भी हो सकती है। हमारे देश कि तरह विश्व के कई देशों में महिलाओं कि स्थिति अच्छी नहीं है और उन्हें बराबरी का अधिकार दिलाने के लिए, सब को अपना योगदान देना होगा और यह तभी मुमकिन है जब हम स्वयं पहले कदम उठाए और लोगों के लिए एक उदाहरण बनें।
हर साल इसे मनाने के लिए एक थीम निर्धारित किया जाता है। जैसे कि वर्ष 2020 का थीम है “I am Generation Equality: Realizing Women’s Rights”, जिसका अर्थ यह है हर जाति, धर्म, समुदाय कि महिलाएं बराबर हैं और उन्हें समान अधिकार प्राप्त हैं।
आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं, तो उनके साथ यह भेद-भाव क्यों। आइये हम सब मिलकर इस महिला दिवस पर संकल्प लेते हैं कि आज से हम सब, महिलाओं का सम्मान करेंगे और उनके प्रगति में कभी बाधा नहीं बनेंगे। अगर दुनिया का हर व्यक्ति यह विचार कर ले तो, महिलाओं को कभी अपने अधिकारों से वंचित नहीं रहना पड़ेगा। इसी के साथ मैं आप सभी को महिला दिवस के उपलक्ष में ढेर सारी बधाइयां देती हूं और अपने आप को भाग्यशाली मानती हूँ कि मैं ऐसे बाप की औलाद हूँ कि जिसने कभी मेरी माँ को मारना तो बहुत दुर की बात है गाली तक नहीं दी और अब मै अपनी वाणी को विराम देती हूँ। धन्यवाद।
Women's day special
quotes in hindi ----
* जो अपनी बीवी और मां, बहन की इज्जत करता है ,उनकी इज्जत भगवान खुद करता है...!!
*महिलाओं का सम्मान करो अपमान नहीं क्योंकि जो आप उनको दोगे वही आपको वापस मिलेगा...!!
HAPPY WOMEN'S DAY
* घर की हर औरत मां लक्ष्मी का रूप है इसलिए कभी भी इनका निरादर मत करना...!!
Happy women day
* कोमल हूँ , कमजोर नहीं ,
खामोश हूं ,अनजान नहीं ,
औरत हूँ पर भगवान् नहीं ...!!
Quotes-
बेटी वो फुल है जो हर घर में नही खिलता ...!!
1. बड़ी दुविधा में हूँ ...
जन्म लू या पेट में ही मर जाउँ..
डर लगता है, कहीं मै दुनिया में आकर, दहेज की बलि ना चढ जाऊ ...!!
2. औरत कुदरत की बनाई हुई सबसे सुन्दर रचनाओं मे से एक है ...!!
3. औरत मर्द को जन्म दे सकती है ,पर मर्द नहीं....!!
यह एक कड़वी सच्चाई
4. औरत हूँ, पर भगवान् नहीं
पर अपने बच्चों के लिए किसी भगवान् से कम भी नहीं ...!!
5. कभी भी जुबान की तेजी उस माँ पर मत चिल्लाना जिसने तुम्हे बोलना सिखाया है... !!
6. औरत प्यार - मोहब्बत करने वाले को शायद भूल जाए , पर दर्द देने वालों को कभी नहीं भूलती नारी का सम्मान ही सबसे बड़ा उपहार है !
7. नारी प्यार मैं राधा बने , गृहस्थी मैं बने जानकी , काली बनके शीश काटे , जब बात हो मान सम्मान की ...!!
9. मै अपने पापा की गुड़िया हु, साहब्
मुझे कोई और गलती से गुडिया मत समझ लेना ...!!
10. औरत या तो जी जान से पयार करती है, अगर आ जाये उसकी इज़्ज़त पर आँच फिर
वो दुर्गा वाला वार करती है ...!!
11. उपहार चाहे कुछ ना देना
पर कभी भी मेरी भावनाओं से
मत खेलना....!!
12. औरत की परिभाषा नहीं है, इतनी आसान ....
बस इतना समझ लो की हर फर्ज पर हो जाती है क़ुर्बन
13.औरत को हर सजा है मंजूर
लेकिन पति अगर बेवफाई करे तो विधवा की तरह जिंदगी जीना है मंजूर ...!!
14. सोना ,चाँदी ,उपहार चाहे कम दे देना पर कभी भी बेवफाई का दर्द मत देना ...!!
14. सोना ,चाँदी ,उपहार चाहे कम दे देना पर कभी भी बेवफाई का दर्द मत देना ...!!
स्त्री "
सवाल मत कर मेरे अस्तित्व पे ! मैं वो नदी हूूँ जिसके बिना , सागर भी अधूरा है .
औरत माँ लक्ष्मी का रूप है।
Quotes-
मांग उसकी ही भरना जिससे
कभी आपका मन न भरे .
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